श्री बालाजी इन्फोटेक DCA Computer Fundamental (Hindi) श्री बालाजी इन्फोटेक २. कंप्यूटर का इतिहास
अबेकस दुनिया का पहला यांत्रिक गणना यंत्र था, जिसका निर्माण आज से लगभग 500-1000 साल पहले चीन में हुआ था। यह केवल गणितीय गणना करने में सक्षम था। यह गणना मशीन हाथों से बने क्षैतिज तारों वाली लकडी़ में मोती पिरो कर बनाया गया था। इस यंत्र में 100 मोतियां थी, जिसकी गणना करने के लिऐ मोतियों की स्थिति को बदल दिया करते थे। कंप्यूटर का इतिहास १. अबैकस अबैकस
Napier Bones के कैलकुलेशन करने की एक मशीन है जिसका निर्माण John Napier नाम के एक वैज्ञानिक ने स्कॉटलैंड में वर्ष 1617 में किया गया था इस मशीन बनाने का उद्देश्य केवल कैलकुलेशन सम्बंधित कार्य को पूरा करना था इस मशीन के निर्माण होने से गुणा ( Multiply) करने की कार्य विधि काफी सरल हो गई थी कंप्यूटर का इतिहास २. नैपियर बोन्स नैपियर बोन्स
स्लाइड रूल सोलवीं सदी में एक अंग्रेजी मैथेमैटिशन, एडमंड गंटर के द्वारा बनाया गया था । यह ऑपरेशन्स जैसे जोड़ना , घटाना, गुणा और भाग कर सकता है । कंप्यूटर का इतिहास ३. स्लाइड रूल स्लाइड रूल
Blaise Pascal दुनिया के मशहूर गणितज्ञ थे, जिन्होंने विश्व की दूसरी अंकीय गणना यंत्र का निर्माण १६४२ में किया। इसमें आठ घूमने वाले पहिऐ जैसा बाक्स लगा होता था, डायल ( Dail ) कहा जाताा था। इन डायल का उपयोग सरल अंकीय गणनाओं को करने के लिऐ किया जाता था। कंप्यूटर का इतिहास ४. पास्कलाइन पास्कलाइन
1673 में लाइब्निज़ का गुणा और डिवाइडिंग मशीन आए थे जो गुणा और भाग दोनों कर सकते थे । कंप्यूटर का इतिहास ५. लाइब्निज़ का गुणा और डिवाइडिंग मशीन लाइब्निज़ का गुणा और डिवाइडिंग मशीन
कंप्यूटर का इतिहास पंच कार्ड सिस्टम 1801 में जैक्वार्ड द्वारा विकसित किया गया था। ६ . पंच कार्ड प्रणाली पंच कार्ड प्रणाली
कंप्यूटर का इतिहास चार्ल्स बैवेज ने फिर एक बार अपनी कामयाबी की महारथ हासिल किया, जो सन् 1822 में D i fference Engine ( डिफिरेंस इंजन ) का आविष्कार करके इतिहास रच दिया। यह मशीन एक स्वाचालित गणना करने वाली मशीन थी जो हाथो से चलती थी। यह वह दौर था जब दुनिया तकनीकी से बिलकुल अंजान था। ७ . डिफिरेंस इंजन डिफिरेंस इंजन
दुनिया के मशहूर गणितज्ञ चार्ल्स बैवेज ने सन् 1837 में Analytical engine का आविष्कार करके दुनिया का पहला मैकेनिकल डिजिटल कम्प्यूटर की नींव डाली। कम्प्यूटर के सफर में चार्ल्स बैवेज की यही कामयाबी को देखते हुये इन्हें कम्प्यूटर का जनक कहा जाने लगा। यह कम्प्यूटर स्टीम इंजन द्धारा संचालित था । इस कम्प्यूटर में डेटा स्टोर और आउटपुट के लिऐ पंचकार्ड और प्लाटर का उपयोग किया जाता था। कंप्यूटर का इतिहास ८. एनालिटिकल इंजन एनालिटिकल इंजन