DharmendraVerma45
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Jun 15, 2020
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About This Presentation
Mental health Nursing notes
Size: 1.17 MB
Language: none
Added: Jun 15, 2020
Slides: 26 pages
Slide Content
डिप्रेशन ( अवसाद ) - Depression D.VERMA ASST. PROFESSOR
डिप्रेशन ( अवसाद ) - Depression दुःख , बुरा महसूस करना , दैनिक गतिविधियों में रुचि या खुशी ना रखना हम इन सभी बातों से परिचित हैं । लेकिन जब यही सारे लक्षण हमारे जीवन में अधिक समय तक रहते हैं और हमें बहुत अधिक प्रभावित करते हैं , तो इसे अवसाद यानि डिप्रेशन कहते हैं । विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार दुनिया भर में अवसाद सबसे सामान्य बीमारी है । और दुनिया भर में लगभग 350 मिलियन लोग अवसाद से प्रभावित होते हैं अवसाद एक मानसिक स्वास्थ्य विकार है । विशेष रूप से यह एक मूड विकार है जो लगातार उदासी और किसी भी चीज़ से कोई लगाव न होने के कारण होता है । अवसाद कुछ दिनों की ही समस्या नहीं है यह एक लम्बी बीमारी है । अवसाद प्रकरण की औसत समय 6-8 महीने होती है ।
डिप्रेशन ( अवसाद ) के प्रकार - Types of Depression अवसाद के कई अलग-अलग प्रकार हैं , जिनमें शामिल हैं - मेजर डिप्रेशन - Major depressive disorder डायस्टिमिया या क्रोनिक अवसाद - Dysthymia and chronic depression सीजनल इफेक्टिव या मौसम प्रभावित डिप्रेशन - Seasonal affective disorder सायकोटिक डिप्रेशन - Psychotic depression बाइपोलर डिप्रेशन - Bipolar depression
मेजर डिप्रेशन - Major depressive disorder मेजर डिप्रेशन में व्यक्ति गहरी निराशा और आशाहीन्ता में चला जाता है । इस अवसाद के लक्षण व्यक्ति के काम करने , अध्ययन करने , सोने , खाने और आनन्ददायक गतिविधियों का आनंद लेने की क्षमता में हस्तक्षेप करते हैं । मेजर अवसाद केवल एक बार हो सकता है लेकिन अकसर यह जीवन भर में कई बार होता है ।
डायस्टिमिया या क्रोनिक अवसाद - Dysthymia and chronic depression डायस्टिमिया को लम्बे समय से चल रहें अवसाद के रूप में संदर्भित किया जाता है । यह अवसाद का गंभीर रूप नहीं है , लेकिन इस अवसाद के लक्षण लंबे समय तक कई वर्षों तक रह सकते हैं । जो लोग डायस्टियमिया से पीड़ित होते हैं , वे आमतौर पर सामान्य रूप से कार्य करने में सक्षम होते हैं पर हमेशा नाखुश लगते हैं । डायस्टियमिया की स्तिथि मेजर डिप्रेशन से भिन्न है । डायस्टियमिया के लक्षण प्रमुख अवसाद से कम होते हैं । डायस्टियमिया की पहचान करने के लिए वयस्कों में यह कम से कम दो साल और बच्चों या किशोरों में एक वर्ष तक यह रहना चाहिए ।
सीजनल इफेक्टिव या मौसम प्रभावित डिप्रेशन - Seasonal affective disorder मौसम प्रभावित डिप्रेशनहर हर साल एक ही समय में आता है । आम तौर पर यह स्प्रिंग या सर्दियों में शुरू होता है और वसंत या गर्मियों की शुरुआत में समाप्त होता है । मौसम प्रभावित डिप्रेशन का एक दुर्लभ रूप समर डिप्रेशन ( गर्मी के अवसाद ) के रूप में जाना जाता है । यह वसंत या गर्मियों की शुरुआत में शुरू होता है और स्प्रिंग में समाप्त होता है । जो लोग सीजनल इफेक्टिव डिप्रेशन से पीड़ित हैं , उनमें प्रमुख अवसाद के लक्षण होते हैं जैसे उदासी , चिड़चिड़ापन सामान्य गतिविधियों में रूचि ना होता , सामाजिक गतिविधियों से भागना और ध्यान केंद्रित करने में कमी आदि ।
सायकोटिक डिप्रेशन - Psychotic depression लोग जो मानसिक अवसाद के लिए अस्पताल में भर्ती होते हैं इनमें लगभग 25% लोग सायकोटिक डिप्रेशन से पीड़ित होते हैं । अवसाद के लक्षणों के अतिरिक्त सायकोटिक डिप्रेशन वाले लोगों में मतिभ्रम - उन चीजों को देखना या सुनना जो वास्तव में नहीं हैं या भ्रम - तर्कहीन विचार और भय के लक्षण भी दीखते हैं ।
बाइपोलर डिप्रेशन - Bipolar depression इस डिप्रेशन में मन लगातार कई हफ़्तो तक या महिनों तक बहुत उदास या फिर बहुत अत्यधिक खुश रहता है । उदासी में नकारात्मक विचार तथा मैनिक डिप्रेशन में ऊँचे ऊँचे विचार आते हैं । इसमें पीड़ित व्यक्ति का मन बारी-बारी से दो अलग और विपरीत अवस्थाओं में जाता रहता है । इस बीमारी में इंसान के व्यवहार में अचानक बदलाव देखने को मिलता है । कभी मरीज बहुत खुश तो कभी बहुत उदास रहता है ।
डिप्रेशन ( अवसाद ) के लक्षण - Depression Symptoms अवसाद किस प्रकार का है , उसके अनुसार अवसाद के लक्षण भिन्न हो सकते है । सकता है । तो चलिए जानते हैं अवसाद के लक्षणों के बारे में - उदासी थकान ध्यान केंद्रित करने में परेशानी दुख गुस्सा चिड़चिड़ापन हताशा आनंददायक या मजेदार गतिविधियों में भाग ना लेना
Cont.. बहुत अधिक नींद या बहुत कम नींद आना एनर्जी में कमी , अस्वस्थ भोजन की लालसा करना चिंता दुसरो से अलग रहना बेचैनी चिंतित रहना स्पष्ट रूप से सोचने या निर्णय लेने में परेशानी
काम या स्कूल में खराब प्रदर्शन गतिविधियों में भाग ना लेना अपराधबोध होना मन में आत्मघाती विचार लाना सिर या मांसपेशियों में दर्द रहना दवा या शराब का दुरुपयोग करना
डिप्रेशन ( अवसाद ) के कारण - Depression Causes डिप्रेशन का कारण हो सकता है आनुवंशिकी - Depression caused by genetics अवसाद का कारण हैं दिमाग में परिवर्तन - Depression due to brain chemical imbalance डिप्रेशन का कारण है हार्मोन परिवर्तन - Depression as a result of hormonal imbalance मौसम में परिवर्तन है डिप्रेशन का कारण - Depression during seasonal changes जीवन में बड़ा परिवर्तन है डिप्रेशन का कारण - Situational causes of depression
डिप्रेशन का कारण हो सकता है आनुवंशिकी - Depression caused by genetics अवसाद वंशानुगत से हो सकता । यदि आपके परिवार में पहले किसी सदस्य को कभी अवसाद हुआ हो तो आप भी अवसाद का अनुभव कर सकते हैं । अभी तक यह पता नहीं चला है की अवसाद में कौन सा जीन शामिल है ।
अवसाद का कारण हैं दिमाग में परिवर्तन - Depression due to brain chemical imbalance मस्तिष्क में न्यूरोट्रांसमीटर (Neurotransmitters), विशेष रूप से सेरोटोनिन ( serotonin), डोपामाइन (dopamine) या नोरेपेनेफ्रिन (norepinephrine) खुशी और आनंद की भावनाओं को प्रभावित करते हैं और अवसाद की स्तिथि में ये असंतुलित हो सकते हैं । एन्टीडिप्रेंटेंट्स न्यूरोट्रांसमीटर को संतुलित करने का काम करता है ।
डिप्रेशन का कारण है हार्मोन परिवर्तन - Depression as a result of hormonal imbalance हार्मोन उत्पादन या हार्मोन के कामकाज में परिवर्तन से भी अवसाद की शुरुआत हो सकती है । हार्मोन में भी बदलाव जैसे रजोनिवृत्ति , प्रसव , थायरॉयड समस्या या अन्य विकार के दौरान बदलाव भी अवसाद का कारण बन सकते हैं ।
मौसम में परिवर्तन है डिप्रेशन का कारण - Depression during seasonal changes जैसे-जैसे सर्दियों के दिन आते हैं और दिन छोटे हो जाते हैं , बहुत से लोग सुस्ती , थकान और रोज़मर्रा के कार्यों में रूचि ना रख पाना अनुभव करते हैं । इस समस्या को मौसम प्रभावित विकार (SAD) कहा जाता है । यह स्थिति आमतौर पर सर्दियां ख़त्म होने पर समाप्त हो जाती है जब दिन लम्बे हो जाते हैं ।
जीवन में बड़ा परिवर्तन है डिप्रेशन का कारण - Situational causes of depression कोई ट्रॉमा , जीवन में बड़ा परिवर्तन या संघर्ष अवसाद जैसी समस्या को बढ़ा सकता है । किसी प्रियजन को खो देना , नौकरी से निकाल दिया जाना , धन से सम्बंधित परेशानियों का सामना करना या कोई और गंभीर बदलाव लोगों में अवसाद की समस्या को जन्म देते हैं । पोस्ट-ट्रोमैटिक तनाव विकार (PTSD) अवसाद का एक रूप है जो जीवन में किस गंभीर परिस्थिति से गुजरने के बाद होता है । अक्सर युद्ध से लौटने वाले सैनिकों में PTSD की समस्या होती है । यह कई घटनाओं के कारण भी हो सकता है जैसे बचपन में ट्रामा के कारण , किसी डरावनी घटना के कारन , दुर्व्यवहार या हमले के कारण , गंभीर कार दुर्घटना या अन्य दुर्घटना के कारण , किसी ने धमकी दी हो उसके कारण आदि ।
डिप्रेशन ( अवसाद ) का परीक्षण - Diagnosis of Depression अवसाद का निदान कैसे करें ? डॉक्टर अवसाद का निदान निम्नलिखित परीक्षणों द्वारा कर सकते हैं – शारीरिक परिक्षण - डॉक्टर आपका शारीरिक परिक्षण कर सकते हैं , और आपसे आपके स्वास्थय से सम्बंधित सवाल भी पूछ सकतें हैं । कुछ मामलों में , अवसाद शारीरिक समस्याओं के कारण होता है । प्रयोगशाला परीक्षण - डॉक्टर रक्त परीक्षण कर सकतें हैं । जिसे पूर्ण रक्त गणना कहा जाता है , या थायरॉयड का परीक्षण कर सकतें हैं , यह सुनिश्चित करने के लिए कि वह ठीक से काम कर रहा है । मनो-चिकित्सा संबंधी परिक्षण - डॉक्टर आपके लक्षण , विचार , भावनाओं और व्यवहार के पैटर्नों के बारे में पूछतें है , इन सवालों के जवाब देने के लिए आपको एक प्रश्नावली भरने के लिए कहा जा सकता है ।
डिप्रेशन ( अवसाद ) का इलाज - Depression Treatment समर्थन साइकोथेरपी - इसे टॉकिंग थेरेपी भी कहा जाता है , जैसे कि - कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT)। दवाइयों द्वारा इलाज - एंटी-डेप्रेसेंट्स का उपयोग होता होता है ।
Cont.. व्यायाम और अन्य इलाज एरोबिक व्यायाम - एरोबिक व्यायाम हल्के अवसाद को ठीक कर सकता है क्योंकि यह न्यूरोट्रांसमीटर नोरेपेनेफ्रिन को उत्तेजित करता है , जो मूड से संबंधित है । मस्तिष्क उत्तेजना उपचार - इलेक्ट्रोकन्वल्सिव चिकित्सा सहित - अवसाद में भी उपयोग किया जाता है । इलेक्ट्रोकन्वल्सिव थेरेपी (electroconvulsive therapy) - अवसाद के गंभीर मामले जिनसे दवाओं द्वारा इलाज में फर्क नहीं पड़ा है , उन्हें इलेक्ट्रोकन्वल्सिव थेरेपी ( ईसीटी ) से फायदा हो सकता है ; यह मनोवैज्ञानिक अवसाद के लिए विशेष रूप से प्रभावी है ।
Cont.. साइकोथेरपी अवसाद के लिए की जाने वाली साइकोलॉजिकल या टॉकिंग थेरेपी में कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT), इंटरपर्सनल साइकोथेरपी और समस्या निवारण उपचार शामिल है । CBT और इंटरपर्सनल थेरेपी दो मुख्य प्रकार की साइकोथेरपी हैं , जिनका इस्तेमाल अवसाद को ठीक करने के लिए किया जाता है । CBT को आमने-सामने , समूह में या टेलीफोन द्वारा व्यक्तिगत सत्रों में वितरित किया जा सकता है । एंटी-डेप्रेसेंट्स दवाइयां इन दवाइयों का डॉक्टर द्वारा सुझाव दिया जाता है । इन दवाइयों का मध्यम से लेकर तीव्र अवसाद को ठीक करने में इस्तेमाल होता है । यह दवाइयां छोटें बच्चों को नहीं दी जाती हैं । किशोरों को भी बहुत सावधानी से इसका इस्तेमाल करना चाहिए । उदहारण के लिए - ट्राईसाइक्लिक एंटी-डेप्रेसेंट्स (tricyclic anti-depressants)।
डिप्रेशन ( अवसाद ) के जोखिम और जटिलताएं - Depression Risks & Complications कुछ व्यक्तित्व लक्षण , जैसे कि - कम आत्मसम्मान बहुत अधिक निर्भर स्व-आलोचनात्मक निराशावादी दर्दनाक या तनावपूर्ण घटनाएं - जैसे कि - शारीरिक या यौन शोषण किसी एक व्यक्ति की मौत या हानि एक कठिन संबंध या वित्तीय समस्याएं
Cont.. करीबी रिश्तेदारों को अवसाद होना जिसमें द्विध्रुवी विकार शराब आत्महत्या शामिल हैं । अन्य मानसिक स्वास्थ्य संबंधी विकारों का इतिहास - जैसे कि - चिंता विकार
डिप्रेशन ( अवसाद ) से बचाव - Prevention of Depression डिप्रेशन से बचने के लिए आहार - Diet for depression patients अवसाद से निकलने का उपाय है व्यायाम - Exercise to get rid of depression डिप्रेशन को दूर करने के उपाय हैं पवित्र शास्त्र - Books to help overcome depression अवसाद से बचाव में सुनें मधुर संगीत - Listening to music helps depression डिप्रेशन की दवा है जल्दी उठना , जल्दी सोना - Depression se bachne ke liye sleep early get up early डिप्रेशन से निकलने का तरीका है अपना शौक पूरा करना - Pursue hobbies to prevent depression