सूरदास के पद ().pptx

IshanAgnohotri 18 views 6 slides Jun 05, 2023
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About This Presentation

It contains pad of surdas, very helpful for devotion.


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ग्रीष्म अवकाश गृह कार्य ईशान अग्निहोत्री रोल ६ १० (स)

आज वन में समस्त ब्रज नारी उमंग से भरी हैं। निश्चित ही हर्षोल्लास से सब सखियाँ गुण sur गान कर रही हैं एवं प्राण प्यारी श्री स्वामिनी जी [श्री राधा] झूला झूल रही हैं। [1]एक सखी फूल की सेवा कर रही है, फूलों को लाकर श्री राधा के ऊपर सजा रही है, एक सखी उन दोनों को अपलक निहार रही है। एक सखी श्री कृष्ण की तरफ भाग कर जा रही है और उन्हें गले से लगा रही है। [2]श्री प्रिया प्रियतम के अंगों पर नीले और पीले वस्त्र हैं एवं विभिन्न प्रकार के श्रिंगार से सजे हैं। श्री सूरदास कहते हैं, "परम कृपालु स्वामिनी भामिनी [श्री राधा] सुर [कृष्ण] संग विलास कर रही हैं, एवं यह दोनों एक क्षण को भी अलग नहीं होते।" [3] आज वन में समस्त ब्रज नारी उमंग से भरी हैं। निश्चित ही हर्षोल्लास से सब सखियाँ गुण sur गान कर रही हैं एवं प्राण प्यारी श्री स्वामिनी जी [श्री राधा] झूला झूल रही हैं। [1] एक सखी फूल की सेवा कर रही है, फूलों को लाकर श्री राधा के ऊपर सजा रही है, एक सखी उन दोनों को अपलक निहार रही है। एक सखी श्री कृष्ण की तरफ भाग कर जा रही है और उन्हें गले से लगा रही है। [2] श्री प्रिया प्रियतम के अंगों पर नीले और पीले वस्त्र हैं एवं विभिन्न प्रकार के श्रिंगार से सजे हैं। श्री सूरदास कहते हैं, "परम कृपालु स्वामिनी भामिनी [श्री राधा] सुर [कृष्ण] संग विलास कर रही हैं, एवं यह दोनों एक क्षण को भी अलग नहीं होते।" [3] अर्थ

चतुर सखियाँ श्री राधा से पूछती हैं: हे राधा, आपका मोतियों का हार किसने चुराया है? मैं नाम से सभी साखियों को जानती हूं, सुनो: - श्यामा, कामा, चतुरा, नवला, प्रमुदा, सुमदा, सुखमा, शीला, अवधा, नंदा, वृंदा, यमुना, कमला, तारा, बिमला, चंदा, चंद्रावली, अमला, अबला, कुंजा, मुक्ता, हीरा, लीला, सुमना, बहुला, चम्पा, जुहिला, ज्ञाना, भाना, प्रेमा, दामा, रूपा, हंसा, रंगा, हरषा, दिवा, रंभा, कृष्णा, ध्याना, मैना, नैना, रत्ना, कुसुमा, मोहा, करुणा, ललना, लोभा और अनुपा। आप इन सब में से मुझे अपना हार चुराने वाली का नाम बताइए। सखी पुने: बोलीं, हे प्यारी, मैं तुम्हारे सारे दाँव जानती हूँ! अगर कोई भी इसे चुरा ले गया है, तो यह अवश्य ही सूरदास के स्वामी श्याम सुंदर हैं हैं ! अर्थ
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