Pregnancy में Ultrasonography Scan

DrNisheethOza 61 views 17 slides Dec 19, 2022
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Pregnancy में Ultrasonography कितनी बार? कब? और क्यों? क्या ये सेफ है? जब एक गर्भवती महिला अपने डॉक्टर के पास जांच के लिए जाती हैं, तब ड�...


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Pregnancy में Ultrasonography Scan कितनी बार? कब? और क्यों? Dr. Nisheeth M. Oza

Dr. Nisheeth M. Oza M.D., D.G.O., F.C.P.S., D.N.B., (M.N.A.M.S.) (OBGYN) D.A., M.B.B.S., Dip. YAN Obstetrician, Gynaecologist , Infertility Consultant, FMF Certified Ultrasonographer (FMF ID 145907) Licensed for Aneuploidy Screening NT, NB, DV, Cervix & PIH Screening. Diploma in Yoga, Ayurveda & Naturopathy Dr. Oza’s Hospital 87/7, Panvel 410206, Maharashtra India. Email : [email protected] Website : drozashospital.com YouTube : DrOzaConnects

एक Screening Test क्या होती है ? एक टेस्ट जो सारे तंदुरुस्त population कों offer की जाती है, तकि उनमें से High Risk Case धूंड सके और उन्हें उचित सलाह और करे उपलब्ध कर सके. एक Ideal Screening Test कैसी है ? Sensitive, Specific, Safe, Non-invasive, आसनीसे उपलब्ध और जिसके दाम बहुत ज्यादा न हो. Ultrasonography Pregnancy में करने लायक एक Ideal Screening Tool है.

Pregnancy में कितनी बार Sonography करवायें ? इस विषयमें दो Scan के उपर पुरे विश्वमें सहमति हैं : 11 से 14 हफ्तों का Scan, जिसे हम N T Scan कहते हैं. 18 से 22 हफ्तों का Scan, जिसे हम Anomaly Scan कहते हैं. क्या इसका मतलब यह है की सिर्फ यही दो Scan करवाने चाहिये? नहीं. इसके अलावा भी जरूरत होने पर स्कॅन करवा सकते हैं, अगर आपकी History या Examination या Risk Factor में जरूरत जान पडी हो. पहली तिमाही में अंदाजसे 20% तिसरी तिमाही के शुरूआत में 20% तिसरी तिमाही के अंतके नजदीक 15% महिलाओं को सोनोग्राफी करने की जरूरत पड सकती है.

Pregnancy के शुरुवात से देखते हैं : पहली तिमाही में 6 से 9 हफ्तों के बीच में 6 में से 1 महिला को Miscarriage हो सकता है. अत: अगर Bleeding हो तो scan करवाकर Diagnosis कर सकते है. 100 में से 1 महिला को Ectopic Pregnancy याने ट्यूब Pregnancy हो सकती है (0.25-20%). अत: अगर महिला को Bleeding एवं Pain हो तो scan करवा कर Diagnosis में मदत मिल सकती हैं. एक महिला Infertility का इलाज करवा कर गर्भवती हुइ हो तो उसमें Twins जुडवा गर्भ की संभावना अधिक होती है तो उसकी स्कॅन करवा के Twins का Diagnosis कर सकते है, एवं Chorionicity का पता लगा सकते है जो की आगे का इलाज और व्यवस्थापन के लिए काफी Important है.

11 से 14 हफ्तों में – N T Scan उद्देश्य (Purpose) Trisomy 21, 18, 13 के स्क्रीनिंग के लिए. Pregnancy में आगे चल कर Bp बढने के Chances कितने है? Pregnancy में आगे चल कर गर्भ का विकास (Growth) अपेक्षित गती से होगा की पीछे रह जायेगा? गर्भाशय मुख (Cervix) की length नापने के लिए. कुछ गिने चुने Anomalies को early stage में निदान करने के लिए.

Pre-Test Counseling Aneuploidy क्या है? Chromosomes की संख्या या उसकी रचना Normal से अलग होना. Trisomy क्या है? दो की जगह तीन chromosomes होना. उदा. Trisomy 21 में 21 नंबर Chromosome में दो की जगह तीन chromosomes होते है. Scan करने से पहले गर्भवती महिला की History में से उसकी उम्र, जाति, पहले हुए बचों की संख्या, पहले हुए गर्भपात, इसके पहले Trisomy की History , धूम्रपान, Test Tube Baby मार्फत गर्भधारणा. इन सब Factors को software में दाखिल करने पर software में Aneuploidy को Pretest Risk बताता है.

इसके पश्चात एक Trained Sonographer आपकी सोनोग्राफी करता है, इसमें 15 से 30 मिनीट लग सकते है. Proper Midsagittal Scan में NT-Nuchal Translucency नापी जाती है. इतर Parameters भी देखे और नापे जाते है. उदा. नाककी हड्डी, Cervix की Length ( T VS), DV flow, TR Uterine Artery Doppler (PI). यह सभी Data FMF Licensed Software में enter किया जाता है. जिसके बाद Software हमे Post Test Risk बताता है. गर्भवती महिला को Serum Biochemistry याने Double Marker Test Offer की जाती है. अगर महिला यह Blood Test करवाती है तो Laboratory Software में NT+ Double Marker यानी Combined Test से Post Test Risk बताता है. सिर्फ NT करवाने से Trisomy का Detection Rate 80% है. nnNT + Double Marker (Combined Test) से Trisomy का Detection Rate बढके 90% हो जाता है. कुछ गिनेचुने खास Cases में NIPS करने की राय दी जाती है जो की महंगी और उसके फायदे भी है और Limitations भी है.

Post – Test Counseling Couple को Post Test Risk के बारे में Counseling किया जाता है. अगर वह Trisomy के लिए Low Risk है तो उसे Reassurance मिलता है. अगर वह High Risk है तो उसे Counseling करके Definitive Diagnostic Invasive Test करवाने की सलाह दि जाती है. यदी उसे आगे चलकर BP बढने का या गर्भ का growth Restrict होने की संभावना ज्यादा है तो उसे Tab Aspirin Daily 150 mg की सलाह दि जाती है जो की 13 से 34 हफ्ते तक वह ले सकती है. यदी उसके Cervix की Length 25 mm से कम हो तो उसकी पहली वाली Pregnancy में Cervix कमजोर होने जैसी History हो तो उसे Tightening of os offer किया जाता है. यदी गर्भ में Acrania या Anencephaly या ऐसे कोई Major Anomaly हो तो Couple Counseling करके उनके Decision के हिसाबसे manage किया जाता है.

18 से 22 हफ्तो में Anomaly Scan (18 to 22 Weeks’) Population में जन्मजात व्यंग 2% (1.5-3%) में पाया जाता है. 18 से 22 हफ्तो में सोनोग्राफी करने पर सभी नही पर काफी जन्मजात व्यंग का निदान किया जा सकता है. जन्मजात व्यंग होने की Risk किसे ज्यादा होती है? गर्भवती महिला Diabetic हो तो, Infection, Teratogen Exposure. दोस्तो, 80 से 90% व्यंग ऊन गर्भ को होते है जिनसे ऐसा कोई Risk Factor न हो. सोनोग्राफी में गर्भ के भिन्न भिन्न Systems की रचना को ध्यानसे देखा जाता है तकि कोई Structural Anomaly या Soft Marker दिखे तो आगे की Counseling की जा सके.

Fetal Anomaly Survey सिर व गले का भाग चेहरा – Face Chest Heart पेट Spine – मणका दोनो हाथ व दोनो पैर

Soft Markers : उदा. Nuchal Fold Thickness Sonography Doctors एक checklist बना कर रखते है व संपुर्ण Anatomy देखते है और Markers के लिए भी देखते है.

22 से 24 हफ्तो के बीच Fetal Echocardiography याने गर्भ के हृदय की Detail में सोनोग्राफी. जो गर्भ Congenital Heart Anomaly के लिए high risk है. जब 18 से 20 हफ्तो की सोनोग्राफीमें Heart Anomaly का शक हुवा हो तो.

28 से 32 हफ्तो के बीच Growth Scan करीब 20 प्रतिशत गर्भवती महिला में यह करना पड सकता है. जब गर्भाशय की height Period ऑफ Gestation से कम हो और Doctor को गर्भ का विकास धीमी हो रहा ही ऐसा शक हो. कुछ High Risk Cases में उदा. Pre-eclampsia में, गर्भावस्था का High BP गर्भावस्था का Diabetes ( G DM), जुडवा गर्भ, पहले pregnancy में गर्भ का मृत जन्म हुवा हो. Placenta गर्भावस्था में नीचले हिस्सेमें हो. यदी गर्भ को FGR हो तो फिरसे scan करना पड सकता है.

36 से 38 हफ्तो के बीच : Biophysical Profile, Obsteteric Colour Doppler करीब 13 प्रतिशत गर्भवती महिला में यह करना पड सकता है. कुछ High Risk Cases में उदा. उपर बताये हुए पहले Pregnancy में LSCS हुवा हो तो Scar Thickness देखने के लिये.

तीन चीजे याद रखे Pregnancy में सोनोग्राफी एक Ideal Screening Test है. पर उसे सही समय पे सही कारण के लिए सही तरिके से करना जरूरी है. NT Scan एवं Amomaly Scan ये दो बेहद जरूरी scan है. 20% महिला में ज्यादा scan करने की जरूरत पड सकती है.

THANK YOU.