Bronfenbrenner's ecological systems theory is one of the most accepted explanations regarding the influence of social environments on human development. This theory argues that the environment you grow up in affects every facet of your life
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Added: Dec 15, 2023
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SANKALP SPECIAL INSTITUTE ,NEWAI Submitted To: Submitted By: Amita Jain Manju Gurjar 1 st year PRESENTATION TOPIC ON BRONFENBRENNER ECOLOGICAL THEORY
CONTANT OF BRONFENBRENNER ECOLOGICAL THEORY ब्रोंफेनब्रेनर की पारिस्थितिक प्रणाली सिद्धांत का परिचय यूरी ब्रोनफ़ेनब्रेनर के पारिस्थतिकीपरक सिद्धांत का चित्र यूरी ब्रोनफ़ेनब्रेनर के पारिस्थतिकीपरक सिद्धांत के मुख्य बिंदु यूरी ब्रोनफ़ेनब्रेनर के पारिस्थतिकीपरक सिद्धांत के पांच मण्डल
ब्रोंफेनब्रेनर की पारिस्थितिक प्रणाली सिद्धांत का परिचय उरी ब्रोंफेनब्रेनर एक रूसी मूल के अमेरिकी मनोवैज्ञानिक थे, उन्होंने 1976 में मानव विकास की व्याख्या करने वाले सबसे प्रभावशाली सिद्धांतों में से एक का प्रस्ताव दिया है और हाल ही में ब्रोंफेनब्रेनर ने 2000 में एक जैव-पारिस्थितिक मॉडल के रूप में अपने दृष्टिकोण की विशेषता बताई है। उनके सिद्धांत को "पारिस्थितिक तंत्र सिद्धांत" के रूप में जाना जाता है।पारिस्थितिक तंत्र सिद्धांत: पारिस्थितिक तंत्र सिद्धांत ने प्रस्तावित किया कि मानव विकास कई सामाजिक-सांस्कृतिक या पर्यावरणीय शक्तियों से प्रभावित होता है। उन्होंने पांच संरचनाओं अर्थात् माइक्रोसिस्टम, मेसोसिस्टम, एक्सोसिस्टम, मैक्रोसिस्टम और क्रोनोसिस्टम से युक्त पर्यावरण की कल्पना की है।
यूरी ब्रोनफ़ेनब्रेनर के पारिस्थतिकीपरक सिद्धांत का चित्र
यूरी ब्रोनफ़ेनब्रेनर के पारिस्थतिकीपरक सिद्धांत के मुख्य बिंदु एक्सोसिस्टम: इसमें वे सामाजिक संदर्भ शामिल होते हैं जिन पर एक विकासशील व्यक्ति का कोई नियंत्रण नहीं होता है।इस सामाजिक संदर्भ में होने वाली घटनाएं मेसोसिस्टम और विकासशील व्यक्ति के अनुभवों को प्रभावित कर सकती हैं जैसे कि माता-पिता का स्थानांतरण, कार्य अनुसूची, मातृत्व की उपलब्धता, पितृत्व अवकाश या अस्पताल की उपलब्धता, सरकार की नीतियां आदि।मैक्रोसिस्टम: इसमें सांस्कृतिक मूल्य, रीति-रिवाज और नियम शामिल हैं।यह सबसे बाहरी स्तर है और इसका कोई विशिष्ट संदर्भ नहीं है। क्रोनोसिस्टम: ब्रोंफेनब्रेनर के अनुसार, यह एक अस्थायी स्तर है; यह तेजी से बदलता है और किसी भी सामाजिक-ऐतिहासिक घटनाओं जैसे युद्ध या देश की आर्थिक स्थिति को संदर्भित करता है।
माइक्रोसिस्टम: यह तत्काल पर्यावरणीय संरचना है जहां एक व्यक्ति सीधे अपने माता-पिता, भाई-बहन, शिक्षकों और साथियों के साथ अंत:क्रिया करता है।ब्रोंफेनब्रेनर के अनुसार, इस प्रणाली में, व्यक्ति और दूसरों के बीच द्विपक्षीय संबंध होता है।यदि माता-पिता बच्चे के व्यवहार पर कोई प्रभाव डाल रहे हैं तो बच्चे का व्यवहार या विशेषता उसके माता-पिता के व्यवहार को भी प्रभावित करेगी। मेसोसिस्टम: यह इस मॉडल की दूसरी स्तर की संरचना है। इस स्तर में माइक्रोसिस्टम के बीच संबंध शामिल है।उदाहरण के लिए, एक बच्चे के माता-पिता का शिक्षकों से क्या संबंध है या माता-पिता अपने बच्चे के दोस्तों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं, यह बच्चे के व्यवहार को प्रभावित करता है।'क्रोनो' शब्द समय को संदर्भित करता है।इस प्रकार, संक्षेप में, विकास के पारिस्थितिक मॉडल से पता चलता है कि कोई एक कारक नहीं है जो व्यक्ति के विकास को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करता है बल्कि यह परस्पर क्रिया करने वाले कारकों का परिणाम है।
यूरी ब्रोनफ़ेनब्रेनर के पारिस्थतिकीपरक सिद्धांत के पांच मण्डल लघु मण्डल ( Micro System): ये सामाजिक परिवेश का सबसे छोटा समूह होता है, जिससे बच्चे से सीधा संपर्क होता है | माइक्रो सिस्टम वह प्रणाली है जो हमारे जीवन में प्रत्यक्ष रूप से आस पास के वातावरण मे है | हमारे परिवार, दोस्तों, सहपाठियों, शिक्षकों, पड़ोसियों और अन्य लोगों को, जिनके साथ हम सीधे संपर्क रखते हैं, जो की हमारे माइक्रो सिस्टम में शामिल हैं। सूक्ष्म प्रणाली ऐसी प्रणाली है जिसमें हमारे पास इन सामाजिक एजेंटों के साथ प्रत्यक्ष सामाजिक संबंध स्थापित करता हैं। मध्य मण्डल ( Miso System): मध्य मंडल में लघु मंडल के तत्वों (माता –पिता , शिक्षक , दोस्त आदि) के मध्य के संबंधो की अंतक्रिया का क्षेत्र होता है | जैसे यदि बालक को घर में माता-पिता से उपेक्षित व्यवहार मिले और विधालय में शिक्षक से प्रोत्साहित व्यवहार तो उसके मन में उत्पन होने वाली नकारात्मक भावो में कमी होती है, अन्यथा इसके विपरीत क्रिया भी हो सकती है |
बाह्य मण्डल ( Exo System): बाह्य मंडल सामाजिक परिवेश का दायरा होता है , एक बालक का इससे सीधा सम्बन्ध नहीं होता है , लेकिन ये बालक के जीवन को अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित करता है , जैसे की अभिभावक के कार्यस्थल (ऑफिस ,फैक्ट्री आदि ) में यदि कोई समस्या या तनावपूर्ण व्यव्हार होता है तो अभिभावक अपने कार्य स्थल का गुस्सा अपने घर पर अपने परिवार के सदस्यों बच्चो आदि पर निकलता है जिससे घर का वातावरण तनावपूर्ण हो जाता है , बालक का जीवन कष्ठपूर्ण हो जाता है और उसके मानसिक और शारीरिक विकास पर प्रभाव पड़ता है | वृहत मण्डल ( Macro System): यूरी ब्रोनफ़ेनब्रेनर के द्वारा बताये गये स्तरों में ये सबसे बड़ा स्तर है , इस स्तर में संस्कृति, रीती रिवाज , परम्परा , धार्मिक शिक्षा , गौरव गाथा , कहानिया आदि का योगदान होता है , इसके साथ बालक किस जाति में पैदा हुआ है या लालन पालन हुआ है ये सभी तत्व वृहत मंडल के अंतर्गत आते है |
घटना मण्डल ( Chrono System): यूरी ब्रोनफ़ेनब्रेनर के अनुसार घटना मंडल कोई अलग से स्तर नही है अपितु एक बालक /व्यक्ति के जीवन होने वाली सभी घटनाओ का समावेश है जो उसके जीवनभर में घटित होती है | ये घटनाये पारिवारिक,आर्थिक ,धार्मिक,प्राकृतिक ,दैविक आदि हो सकती है जिससे बालक के जीवन में सकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रकार के प्रभाव डाल सकती है |