FUNDAMENTAL UNIT OF LIFE जीवन की मौलिक इकाई PART 2.pptx

RenuTripathi16 1,828 views 26 slides Jun 18, 2022
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FUNDAMENTAL UNIT OF LIFE PART 2 CHAPTER - जीवन की मौलिक इकाई भाग 2 - CLASS 9 - UP BOARD - NCERT - SCIENCE


Slide Content

जीवन की मौलिक इकाई कोशिका  जीवन  की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक  इकाई  है। क्योंकि यह विभाजित होकर अपनी ही जैसी अनेक कोशिकाएं बनाती है। जिससे जीवो के शरीर का निर्माण होता है। इसलिए कोशिका को  जीवन  की संरचनात्मक  इकाई  कहा जाता है।

जीवन कोशिका क्या है? कोशिका  ( Cell) सजीवों के शरीर की रचनात्मक और क्रियात्मक इकाई है और प्राय: स्वत: जनन की सामर्थ्य रखती है। यह विभिन्न पदार्थों का वह छोटे-से-छोटा संगठित रूप है जिसमें वे सभी क्रियाएँ होती हैं जिन्हें सामूहिक रूप से हम  जीवन  कहतें हैं।

जीवन की रचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई क्या है? कोशिका सभी जीवों की मूल  इकाई  होती है। इसकी रचना अनेक कोशिकाओं के द्वारा होती है। कोशिकाओं की आकृति और आकार उनके विशेष कार्यों के अनुरूप होते हैं। कोशिकांगों के कारण ही कोई कोशिका जीवित रहती है और अपने सभी कार्य करती है इसलिए कोशिका को  जीवन की संरचनात्मक और क्रियात्मक इकाई  कहते हैं।

कोशिका से आप क्या समझते हैं? कोशिका  ( Cell) सजीवों के शरीर की रचनात्मक और क्रियात्मक इकाई है और प्राय: स्वत: जनन की सामर्थ्य रखती है। यह विभिन्न पदार्थों का वह छोटे-से-छोटा संगठित रूप है जिसमें वे सभी क्रियाएँ  होती  हैं जिन्हें सामूहिक रूप से हम जीवन कहतें हैं।

कोशिका की खोज किसने और कैसे की कोशिका को जीवन की संरचनात्मक व क्रियात्मक इकाई क्यों कहते हैं? जीवन  की मौलिक  इकाई कोशिका की खोज  सर्वप्रथम रॉबर्ट हुक ने 1665 में की। उन्होंने कार्क की एक महीन काट में मधुमक्खी के छत्ते के समान कोठरियाँ देखि जिन्हें उन्होंने  कोशिका  (सेल- Cell) का नाम दिया।

कोशिका को जीवन की संरचनात्मक एवं क्रियात्मक इकाई क्यों कहा जाता है? कोशिका को जीवन की संरचनात्मक  व  क्रियात्मक इकाई  इसलिए  कहते हैं  क्योंकि एक अकेली  कोशिका  एक संपूर्ण जीव को बना सकती है। प्रत्येक  कोशिका  की अपनी एक संरचना होती है।  कोशिका  की रचना अनेक कोशिकाओं से होती है।

सजीव के लक्षण क्या है? सजीवों के लक्षण  हैं – श्वसन, पोषण, उत्‍सर्जन, गति, संवेदनशीलता वृध्दि, प्रजनन, निश्चित जीवनकाल और कोशिकाओं से बने होना.

3 कोशिकाभित्ति कहाँ पाई जाती है? जीवाणु एवं वनस्पति कोशिकाओं में  कोशिका  झिल्ली के बाहर निर्जीव, पारगम्य तथा मोटी दीवाल पायी  जाती है  उसे  कोशिका भित्ति  कहते हैं। वनस्पति  कोशिका  में यह  कोशिका  झिल्ली के बाहर किन्तु जीवाणु में स्लाइम पर्त के नीचे रहती  है ।

कोशिका की आत्मघाती थैली किसे कहते हैं और क्यों? कोशिका  के क्षतिग्रस्त या मृत हो जाने पर लाइसोसोम्स फट जाते  हैं  और मुक्त एन्जाइम्स अपनी ही  कोशिका  को पचा देते  हैं । इस कारण लाइसोसोम्स को  कोशिका की आत्मघाती थैली कहते हैं ।

सजीव वस्तु का उदाहरण क्या है? जैसे कि – जानवर , वृक्ष , कीड़े – मकोड़े , इत्यादि  सजीव  वस्तुएँ हैं और बस , बादल , ट्रक इत्यादि निर्जीव वस्तुएँ हैं । लेकिन यह तो हमें पता है कि, जानवर , मनुष्य , पेड़ – पौधे और सूक्ष्म जीव ये सभी  सजीव  हैं ।

कोशिका का कौन सा अंग बिजली घर है और क्यों? माइटोकाण्ड्रिया को  कोशिका  का ऊर्जा संयन्त्र ( बिजली घर ) कहते है। माइटोकाण्ड्रिया में एन्जाइम होते है जो भोजन पदार्थो का ऑक्सीकरण करके ऊर्जा का निर्माण करते है, जो ए.टी.पी. के रूप में एकत्र होती है। यह ऊर्जा बहुत-सी जैविक प्रक्रियाओं में काम आती है।

सजीव और निर्जीव में क्या अंतर है? सजीव  में जीवन रहता है।  निर्जीव  में जीवन नहीं रहता है। सजीवों की पहचान उनके अभिलक्षणों यथा, प्रजनन, प्रचलन, वृद्धि, श्वसन, उत्सर्जन, मृत्यु आदि से करते हैं। मनुष्य एक  सजीव  वस्तु है जबकि पुस्तक  निर्जीव  वस्तु है।

सजीव की परिभाषा क्या है? जिनमे विभिन्न जैविक क्रियायें, जैसे पोषण , उपापचय , श्वसन , उत्सर्जन , गति , वृद्धि , जनन आदि क्रियायें होती हैं, वे  सजीव  कहलाती है।

सबसे बड़ी कोशिका का नाम क्या है? अंडकोशिका मानव शरीर की  सबसे बड़ी कोशिका  है। तंत्रिका  कोशिका  शरीर में  सबसे  लंबी  कोशिका  है। अंडा या डिंब  कोशिका  मानव शरीर में  सबसे बड़ी कोशिका  होती है। इसका व्यास लगभग 0.1 मिमी है।

निर्जीव वस्तु कौन कौन सी है? निर्जीव वस्तुओं  के नाम – मेज, कुर्सी , किताब, गाड़ी, साईकल. सजीव और  निर्जीव वस्तुओं  में अंतर इस प्रकार है. समस्त जीवधारी कार्य करने के लिए ऊर्जा श्वसन द्वारा प्राप्त करते हैं. और  निर्जीव वस्तुओं  में यह क्रिया नहीं होती है.

सबसे बड़ी कोशिका कौन सी है? मुर्गी का अंडा शुतुरमुर्ग का अंडा तंत्रिका  कोशिका धारीदार मांसपेशी फाइबर की  कोशिका

जीवित चीजें क्या हैं जीवित चीजें  वे जीव  हैं  जो  जीवित हैं  और छोटे कणों की रचना करते  हैं , अर्थात कोशिकाएं। निर्जीव  चीजें  उन वस्तुओं या वस्तुओं को संदर्भित करती  हैं , जो जीवन के किसी भी संकेत को प्रदर्शित नहीं करती  हैं । वे  चीजों  को समझते  हैं  और बाहरी उत्तेजना पर प्रतिक्रिया करते  हैं । निर्जीव वस्तुएं  चीजों  को महसूस नहीं करती  हैं ।

मानव शरीर की सबसे बड़ी तंत्रिका कौन सी है? आसन  तंत्रिका  या नितम्ब  तंत्रिका  (सायटिक नर्व / sciatic nerve या ischiadic nerve या ischiatic nerve) मानवों एवं अन्य पशुओं में पायी जाने वाली एक  बड़ी तंत्रिका  है। यह पीठ के निचले भाग से निकलती है और नितम्ब से होती हुई, पैर में जाती है।

मानव शरीर की सबसे छोटी तंत्रिका कौन सी है? सही उत्तर विकल्प 4 अर्थात् चतुर्थ कपाल  तंत्रिका  है। चतुर्थ कपाल  तंत्रिका  हमारे  तंत्रिका  तंत्र में चौथी और  सबसे छोटी  कपाल  तंत्रिका  है। यह मस्तिष्क से उत्पन्न होताीहै और आंख की मांसपेशियों को आपूर्ति करता है और आंख की गति को नियंत्रित करता है। कपाल  तंत्रिका ।सही उत्तर विकल्प 4 अर्थात् चतुर्थ कपाल  तंत्रिका  है। चतुर्थ कपाल  तंत्रिका  हमारे  तंत्रिका  तंत्र में चौथी और  सबसे छोटी  कपाल  तंत्रिका  है। यह मस्तिष्क से उत्पन्न होताीहै और आंख की मांसपेशियों को आपूर्ति करता है और आंख की गति को नियंत्रित करता है। कपाल  तंत्रिका ।

महिला में सबसे छोटी कोशिका का नाम क्या है? सबसे छोटी कोशिका  माइकोप्लाज्मा है. कोशिका  ( Cell) सजीवों के शरीर की रचनात्मक और क्रियात्मक इकाई है और प्राय: स्वत: जनन की सामर्थ्य रखती है। ... प्रोकैरियोटिक  कोशिका  ( Prokaryotic Cells) : प्रोकैरियोटिक कोशिकाएँ प्रायः स्वतंत्र होती हैं.

पुरुष की सबसे छोटी कोशिका कौन सी है? शुक्राणु ( Sperm) मानव शरीर की  सबसे छोटी कोशिका  होती है। यह एक नर जनन  कोशिका  है।

मनुष्य के शरीर में कितनी कोशिकाएं होती हैं? सभी जीवित प्राणी सेल से बने  होते  हैं। उनमें से कुछ एक सेल से बने  होते  हैं और अन्य में कई सेल  होती  हैं। आदमी के  शरीर  लगभग 60-90 ट्रिलियन सेल से बना होता है।

जूल किसका मात्रक होता है? जूल  (संकेताक्षर: J), अंतर्राष्ट्रीय  इकाई  प्रणाली के अंतर्गत ऊर्जा या कार्य की एक व्युत्पन्न  इकाई  है। एक  जूल , एक न्यूटन बल को बल की दिशा में, एक मीटर दूरी तक लगाने में, या फिर एक एम्पियर की विद्युत धारा को एक ओम के प्रतिरोध से एक सेकण्ड तक गुजारने में व्यय हुई ऊर्जा या किये गये कार्य के बराबर होता है।

समाज की मूल इकाई क्या है? समाज की मूल इकाई  मनुष्य है। इसलिए  समाज  की श्रेष्ठता का मूल्यांकन व्यक्ति की श्रेष्ठता से किया जाता है। मनुष्य की श्रेष्ठता उसके अंदर से पैदा होती है।

यदि गोलजी उपकरण ना हो तो क्या होगा? यदि  कोशिका में गॉल्जीकाय  न हो तो  अन्तर्द्रव्यी जालिका में बने पदार्थो का कोशिका के अन्दर व बाहर विभिन्न भागो को स्थानान्तरण बन्द  हो  जाएगा। लाइसोसोम का निर्माण नहीं  होगा  जिसमे बहुत-से पाचक एन्जाइमों व हार्मोन का निर्माण नहीं  होगा  जिससे कोशिका से अपशिष्ट पदार्थो का निष्कासन नहीं  होगा ।

माइटोकॉन्ड्रिया को ऊर्जा घर क्यों कहा जाता है? माइटोकॉन्ड्रिया  को कोशिका या  ऊर्जा  कारखानों का बिजलीघर  कहा जाता  है क्योंकि वे सेलुलर श्वसन के माध्यम से भोजन से  ऊर्जा  निकालने में मदद करते हैं।  ऊर्जा  एडेनोसिन ट्राइफॉस्फेट (एटीपी) के रूप में निकलती है। इसे कोशिका की  ऊर्जा  मुद्रा भी कहते हैं।