Welcome To General Studies Power. Hello I am Siddharth Vairagi Apko Is Video Me Bauddh Dharm Ke baare Bataya Gya hai. Jisase Apko Exam Me Help Mile. Thank You.
Size: 7.08 MB
Language: none
Added: Jul 10, 2017
Slides: 20 pages
Slide Content
WELCOME TO PRESENTED BY :- SIDDHARTH VAIRAGI
TOPIC :- बौद्ध धर्म
बौद्ध धर्म के संस्थापक महात्मा बुद्ध थे. महात्मा बुद्ध का जन्म लुम्बिनी (कपिलवस्तु) नमक ग्राम में 563 ई.पू. में हुआ था. महात्मा बुद्ध के पिता का नाम शुद्धोधन (शाक्यों के राज्य कपिलवस्तु के शासक) और माता का नाम महामाया (देवदह की राजकुमारी) था. महात्मा बुद्ध के बचपन (वास्तविक) का नाम सिद्धार्थ था. भगवान बुद्ध शाक्य वंश के थे.
महात्मा बुद्ध के पुत्र का नाम राहुल था. महात्मा बुद्ध को उनकी मौसी गौतमी द्वारा पाले जाने के कारण उन्हें गौतम कहा जाने लगा. महात्मा बुद्ध ने 29 वर्ष की अवस्था में अपना गृह त्याग दिया. बुद्ध के गृह त्याग के उपरांत उनके पहले गुरु आलार और उद्रक थे. महात्मा बुद्ध के पत्नी का लोकप्रिय नाम यशोधरा था.
महात्मा बुद्ध द्वारा गृह त्याग किये जाने को बौद्ध मतावलम्बी महाभिनिष्क्रमण कहते है. महात्मा बुद्ध को उरुबेला (बोधगया) में पीपल के वृक्ष के निचे ज्ञान की प्राप्ति हुई. पीपल के वृक्ष को बोधिवृक्ष के नाम से जाना जाता है. बुद्ध ने अपना पहला उपदेश वाराणसी के सारनाथ में दिया था.
महात्मा बुद्ध का प्रथम उपदेश बौद्ध परम्परा में धर्म चक्र प्रवर्तन के नाम से जाना जाता है. बुद्ध के प्रमुख अनुयायी थे. बिम्बसार उदयन प्रसेनजीत बौद्ध धर्म के तीन प्रमुख (त्रिरत्न) अंग थे. बुद्ध (अर्थ) :- इसके संस्थापक संघ (अर्थ) :- बौद्ध भिक्षु और भिक्षुणियों का संगठन धम्म (अर्थ) :- उनके उपदेश
बौद्ध धर्म के चार आर्य सत्य अथवा सिद्धांत थे. दु:ख दु:ख समुदाय दु:ख निरोध दु:ख निरोधगामी बौद्ध साहित्य मुख्यत: त्रिपिटिकों में समाहित है. सुत्तपिटक अभिधम्भपिटक विनय पिटक
सुत्तपिटक:- यह बुद्ध के धर्मिक उपदेशों का संग्रह है. अभिधम्भपिटक:- इसमे बौद्ध दर्शन की चर्चा है. विनय पिटक:- इसमे बौद्ध संघ के नियमो का वर्णन है. बौद्ध धर्म के संप्रदाय थे. हीनयान महायान वज्रयान
हीनयान:- निकृष्ट या निम्न मार्ग हीनयान संप्रदाय के अनुयायियों का मुख्य लक्ष्य बुद्ध्त्य ना होकर अर्हत पद की प्राप्ति था. बुद्ध, आत्मा और ईश्वर के अस्तित्व में विश्वास नही रखते थे. बौद्ध धर्म पुनर्जन्म में विश्वास करता था. बौद्ध संघ में प्रवेश करने वाली प्रथम महिला बुद्ध की मौसी गौतमी प्रजापति थी.
बौद्ध धर्म के अष्टांगिक मार्ग है. सम्यक संकल्प सम्यक दृष्टि सम्यक वाक् सम्यक कर्मान्त सम्यक अजीव सम्यक व्यायाम सम्यक स्मृति सम्यक समाधि
बुद्ध के अनुयायी निम्न भागों में विभाजीत है. चार भाग :- भिक्षु भिक्षुदी उपासक उपासिका बुद्ध की मृत्यु को बौद्ध ग्रन्थों में महापरिनिर्वान के नाम से जाना जाता था. कुषाण काल में बौद्ध धर्म दो सम्प्रदायों हीनयान & महायान में विभाजीत हो गया.
बुद्ध के निर्वाण के 200 वर्षों बाद मौर्य शासक अशोक ने अपने धर्ममहामात्रों के द्वरा बौद्ध धर्म को मध्य एशिया, पश्चिमी एशिया और श्रीलंका में फैलाया तथा इसे एक विश्व धर्म बनाया. बुद्ध के सम्बन्ध में नैतिक शिक्षा प्रदान करने वाली सर्वाधिक महत्वपूर्ण है – जातक कथाएँ , जो बुद्ध के पूर्व जन्म तथा बुद्धकालीन धर्मिक , सामाजिक एवं आर्थिक जीवन पर आधारित है. जातक कथाएँ, पाली भाषा में लिखी गई हैं.
संस्कृत भाषा में अश्वघोष द्वरा लिखित महाकाव्य है. बुद्धचरित सौंदरानंद संस्कृत भाषा में महाकवि अश्वघोष द्वरा लिखित नाटक ग्रंथ है. सारिपुत्र प्रकरण महाविभाष एक उच्च कोटि का बौद्ध ग्रंथ है. जिसकी रचना वसुमित्र ने संस्कृत भाषा में लिखी थी. ललित विस्तार महायान सम्प्रदाय का ग्रंथ है. इसमें महात्मा बुद्ध के जीवन का उल्लेख मिलता है.
महात्मा बुद्ध की मृत्यु 80 वर्ष की अवस्था में 483 ई.पू. में कुशीनगर (कसिया गांव, देवरिया जिला, पूर्वी उत्तर प्रदेश) में हुआ. हीनयान सम्प्रदाय के लोग पाली भाषा का प्रयोग करते थे. महायान सम्प्रदाय के लोग संस्कृत भाषा का प्रयोग करते थे. महात्मा बुद्ध ने कुशीनगर के परिव्राजक सुभच्छ को अपना अन्तिम उपदेश दिया था. सारिपुत्र, योग्गालन, आनंद एवं उपालि बुद्ध के प्रमुख शिष्य थे.
गौतम बुद्ध, महावीर के समकालीन व्यक्ति थे. गौतम को ज्ञान की प्राप्ति वैशाख की पूर्णिमा के दिन हुई थी. महात्मा बुद्ध ने सर्वप्रथम उरुवेला स्थल पर तपस्या की. बौद्ध धर्म के अनुसार जीवन का चरम लक्ष्य निर्वाण है. बौद्ध धर्म का सबसे अधिक प्रचार कोशल में हुआ था. धम्मपद को बौद्ध धर्म की गीता कहा है. प्रथम बौद्ध संगीति का अध्यक्ष महाकश्यप थे. तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन अशोक ने किया था
चार बौद्ध संगीतियाँ किस उद्देश्य के लिए बनाई गई ? धार्मिक ग्रन्थों के संकलन, धार्मिक विवादों के निदान एवं संघ में एकता बनाए रखने के लिए. ज्ञान प्राप्ति के बाद महात्मा बुद्ध ने अपना पहला उपदेश कहां दिया था ? ऋषिपतन (सारनाथ) बौद्ध धर्म की धार्मिक पुस्तक का नाम पिटक है. बौद्ध धर्म और जैन धर्म में प्रमुख समानता क्या है ? दोनों ने ही ईश्वर की प्रभुसत्ता से इनकार किया है.
बौद्ध मतावलम्बियों द्वारा प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन सतपर्नी गुफा में (राजगृह, बिहार) में किया गया था. द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन वैशाली में किया गया था. तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन पाटलिपुत्र में किया गया था. चतुर्थ बौद्ध संगीति का आयोजन कुण्डलवन (कश्मीर) में किया गया था. महामाया सम्प्रदाय का उद्भव प्रथम शताब्दी ई.पू. में हुआ.
बौद्ध धर्म के पूजा-स्थल को चैत्यमंड़प के नाम से जाना जाता है. महात्मा बुद्ध का सर्वप्रिय शिष्य आनंद था. सारनाथ स्थित सिंह स्तम्भ में कौन-कौन से पशु स्थित हैं? हाथी, चार सिंह, सांड तथा घोडा . बुद्ध के अस्थि अवशेष पर निर्मित आठ स्तूप 1: मगध – अजातशत्रु 2: वैशाली – लिच्छवि 3: कपिलवस्तु – शाक्य 4: अलकंप – बुलिय 5: रामागम – कोलिय 6: बेठ्द्विप का एक ब्राहमण 7: पावा – मल्ल 8: कुशीनगर – मल्ल
अष्टांगिक मार्ग सम्यक दृष्टि - चार सत्यों की सही परख सम्यक वचन- सत्य बोलना सम्यक संकलन - भौतिक वस्तु तथा दुर्भावना का त्याग सम्यक कर्म - सत्य कर्म करना सम्यक आजीव - ईमानदारी से आजीविका कमाना सम्यक व्यायाम - शुद्ध विचार ग्रहण करना सम्यक स्मृति - मन, वचन तथा कर्म की प्रत्येक क्रिया के प्रति सचेत रहना. सम्यक समाधि - चित्त की एकाग्रता