Moral short stories in hindi - चिड़िया और मूर्ख बंदर की कहानी
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Apr 21, 2025
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किसी जंगल में एक पेड़ पर चिड़िया का घोंसला था। वह पेड़ बहुत घना था। एक दिन अचानक तेज बारिश और तूफान आना शुरू हो गया। बार�...
किसी जंगल में एक पेड़ पर चिड़िया का घोंसला था। वह पेड़ बहुत घना था। एक दिन अचानक तेज बारिश और तूफान आना शुरू हो गया। बारिश बहुत तेज थी। जिसके कारण जंगल के पशु-पक्षी अपने-अपने लिए सुरक्षित स्थान खोजने के लिए यहाँ वहाँ भागने लगे। एक बंदर कही से भागते हुए उस पेड़ के नीचे आ बैठ। जोकि, ठंड से काँप रहा था। वह इधर-उधर देखे जा रहा था।
उसे देख घोंसले में से चिड़िया बोली – “तुम्हें भगवान ने इंसानों की तरह सुंदर-सुंदर हाँथ पैर दिए है। तुम अच्छे समय में अपने लिए घर तो बना सकते हो। बंदर पानी और ठंड के कारण चिड़चिड़ा हो गया था। उसने चिड़िया को बोल तुम अपना ज्ञान अपने पास रखो। मुझे उपदेश मत दो तुम चुपचाप बैठकर अपना काम करो।
लेकिन, चिड़िया ने अपना उपदेश देना नहीं छोड़ा बंदर को गुस्सा आ गया। वह झट से उठा और पेड़ पर चढ़कर चिड़िया के घोंसले को उखाड़कर फेंक दिया। बेचारी चिड़िया अब बेघर हो गई। अब वह पानी से बचने के लिए इधर-उधर पत्तों में छिपने लगी।
कहानी से सीख:
मूर्खों को उपदेश देना खुद के लिए हानिकारक साबित हो सकता हैं।
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Added: Apr 21, 2025
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Slide Content
चिचिया और मूर्ख बंदरकीकहानी
ककसी जंगल में एक पेि पर चिचिया का घोंसला था। वह पेि बहुत घना था।
एक ददन अिानक तेज बाररश और तूफान आना शुरू हो गया। बाररश बहुत
तेज थी। जजसके कारण जंगल के पशु-पक्षी अपने-अपने ललए सुरक्षक्षत स्थान
र्ोजने के ललए यहााँ वहााँ भागने लगे। एक बंदर कही से भागते हुए उस पेि के
नीिे आ बैठ। जोकक, ठंड से कााँप रहा था। वह इधर-उधर देर्े जा रहा था।
उसे देर् घोंसले में से चिचिया बोली – “तुम्हें भगवान ने इंसानों की तरह सुंदर-
सुंदर हााँथ पैर ददए है। तुम अच्छे समय में अपने ललए घर तो बना सकते हो।
बंदर पानी और ठंड के कारण चििचििा हो गया था। उसने चिचिया को बोल
तुम अपना ज्ञान अपने पास रर्ो। मुझे उपदेश मत दो तुम िुपिाप बैठकर
अपना काम करो।
लेककन, चिचिया ने अपना उपदेश देना नहीं छोिा बंदर को गुस्सा आ गया। वह
झट से उठा और पेि पर िढ़कर चिचिया के घोंसले को उर्ािकर फें क ददया।
बेिारी चिचिया अब बेघर हो गई। अब वह पानी से बिने के ललए इधर-उधर
पत्तों में लछपने लगी।
मूर्ों को उपदेश देना र्ुद के ललए हाकनकारक साकबत हो सकता हैं।