P.I.T.S. B.Ed. College Subject : Physical Science Topic : Force Submitted by : submitted to : Miss. Kareena Negi Mr. Mayaram Rana Roll .No : 32
बल और उसके प्रकार
इसके बारे में सोचो??? नाव कैसे आगे बढ़ती है ??? फुटबॉल कैसे आगे बढ़ता है ??? बैलगाड़ी कैसे आगे जाती है???
क्या होता है जब?? एक स्प्रिंग खींचा जाति है ..... एक लोहार गर्म लोहे को हथौड़ा मारता है...
यह कैसे होता है?? यह सब बल की वजह से होता है...
बल क्या है ???? किसी भी वस्तु को धक्का देना, खींचना या आकर्षित करना बल कहलाता है। किसी भी वस्तु के वेग में परिवर्तन के लिए बल जिम्मेदार होता है। बल के द्वारा किसी स्थिर वस्तु को गतिशील या गतिशील वस्तु को स्थिर किया जा सकता है। गैलिलियो ने बताया था कि जब तक किसी भी वस्तु पर बल नही लगता है तब तक वस्तु गतिमान रहती है।
बल ( Force) का SI मात्रक न्यूटन होता है। इसको N से डेनोट करते है। बल का मान वस्तु द्रव्यमान पर निर्भर करता है। वस्तु का द्रव्यमान जितना अधिक होगा, उतना ही बल की आवश्यकता होती है। बल की दिशा और परिमाण दोनों होते है। बल का सूत्र – F = M×A F – फ़ोर्स या बल (बल न्यूटन N में) M – मास या द्रव्यमान (द्रव्यमान Kg में), A – त्वरण (त्वरण m/s^2)
बल के प्रकार सम्पर्क बल घर्षण बल यांत्रिक बल असम्पर्क बल चुंबकीय बल गुरुत्वाकर्षण बल स्थिर वैद्युत बल
संपर्क बल और उसके प्रकार संपर्क बल जब कोई बल वस्तु के सम्पर्क में होता है, तो वह बल संपर्क बल कहलाता है। सभी यांत्रिक बल इसी श्रेणी के अंतर्गत आते है। घर्षण बल ( Friction Force) – जब कोई वस्तु गति में होती है तो उसकी दिशा के विपरीत दिशा में एक विरोधी बल कार्य करता है जो उसे गतिशील होने से रोकता है। इस विरोधी बल को घर्षण बल कहते है। यह बल दो वस्तुओं के मध्य कार्य करता है। यांत्रिक बल (Mechanical Force) - मशीन के माध्यम से लगाए गए बल को यांत्रिक बल कहा जाता है।
असम्पर्क बल और उसके प्रकार असम्पर्क बल जब कोई वस्तु या शरीर एक दूसरे के संपर्क में नहीं होता है, तो एक गैर-संपर्क बल उन पर कार्य करता है। यह बल दो पिंडों के बीच प्रतीत होता है। जिस क्षेत्र में यह बल कार्य करता है उसे बल क्षेत्र कहा जाता है। चुंबकीय बल ( Magnetic Force) – चुम्बक के विपरीत ध्रुवों के मध्य आकर्षण ही मैग्नेटिक फ़ोर्स कहलाता है।
गुरुत्वाकर्षण बल ( Gravitational Force) – ब्रह्मांड में प्रत्येक पिंड एक दूसरे को अपनी और खींचता है, इस आकर्षण बल को ही ग्रेविटी कहते है। इसी बल के कारण पृथ्वी सूर्य के चक्कर लगाती है। स्थिर वैद्युत बल ( Electrostatic Force) – एक आवेश वाली वस्तु जब किसी दूसरे आवेश वाले वस्तु से आकर्षित होती है, तब यह बल कार्य करता है। दोनों में से एक पिंड पर आवेश होना जरूरी है।