Plutus IAS Current Affairs (HINDI) 17_Feb 2025.pdf

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About This Presentation

Stay ahead in your UPSC preparation with our Daily Current Affairs updates, meticulously curated by Plutus IAS. We cover a wide range of topics, including national and international events, government policies, economic trends, environmental issues, science & technology advancements, defense and...


Slide Content

इंटरनेट और बाल अ?ल#
अपराध
खबरI मE ?यI ?

 हाल ह# मE, jवgभ?न ?ेI के 123
एक अ?ययन $काgशत
हुआ
है
सम?या को उजागर iकया गया

Date –17- February 2025

इंटरनेट और बाल अ?ल#लता : ब?चI के hखलाफ एक न
123 अ?ययनI का ?यापक jव?लेषण $?
तुत

है, िजसमE वैि?वक ?तर पर ब?चI के ऑनलाइन
गया है।
ब?चI के hखलाफ एक नया

करते हुए द लGसेट प?का मE
ऑनलाइन यौन शोषण क' बढ़ती

ऑनलाइन बाल शोषण से संबंlधत अ?ययन के मह?
वपूण
[ ?न?कष[ :
ऑनलाइन बाल शोषण से संबंlधत अ?ययन के मह?
वपूण
[ ?न?कष[ ?न?नgलhखत हG:

दु
?य[वहार क' ?यापकता : इस अ?ययन मE बताया गया है iक jपछले दस वष_ मE वैि?वक ?तर पर हर
12 मE से 1 ब?चा (लगभग 8.3%) ऑनलाइन यौन शोषण का gशकार
हुआ
है।
 शोषण के $कार : इसमE jवgभ?न $कार के ऑनलाइन यौन शोषण का उ?लेख iकया गया, जैसे यौन
संवाद/$लोभन (12.5%), ?बना
अनुम
?त के lच साझा करना (12.6%), ऑनलाइन यौन शोषण (4.7%)
और यौन उ?पीड़न (3.5%)।
 ल
Gl
गक ?तर पर होने वाले भेदभाव मE कोई अंतर नह#ं : बालकI और बाgलकाओं के बीच ऑनलाइन
दु
?य[वहार क' दर मE कोई मह?
वपूण
[ अंतर नह#ं पाया गया, िजससे यह धारणा
चुनौतीपूण
[ होती है iक
लड़iकयाँ अlधक
असुर
o?त हG। यह इस बात क' ओर संके त करता है iक ऑनलाइन माहौल मE बदलाव
हो रहा है, िजससे लड़कI के gलए भी यौन शोषण के खतरे बढ़ रहे हG।
 मानgसक और शार#?रक ?वा??य पर $भाव : इस ?रपोट[ मE यह भी बताया गया iक ऑनलाइन यौन
शोषण गंभीर मानgसक और शार#?रक ?वा??य सम?याओं से
जुड़ा

हुआ
है, िजसमE जीवन $?याशा और
रोजगार क' संभावनाओं मE कमी शाgमल है।

पोन>ाफ' :
 पोन>ाफ' को शॉट[ मE पॉन[ कहते हG। इसमE ऐसे वीkडयो, प?काएं,
पु
?तकE या अ?य सामी िजनमE
से?
शुअल
सामी होता है और िजनसे ?यि?त क' मन मE से?स क' भावना बढ़ती है, उसे पोन>ाफ'
कहते हG। पॉन[ वीkडयो को आम बोलचाल मE ‘?
लू
iफ?म’ भी कहते हG। िजन लोगI को पॉन[ या ?
लू

iफ?म बोलने मE ?हचक होती है, वो इ?हE ‘ऐसी-वैसी’ iफ?मE कहते हG।
 पोन>ाफ' (Pornography) एक ऐसी कला है, िजसमE लोगI क' नंगी त?वीरE या अ?ल#ल वीkडयो
(Nude Video) ?दखाई जाती हG। यह त?वीरE या वीkडयो अ?सर से?स या से?
सुअल
ग?तjवlधयI को
?दखाते
हुए
बनाई जाती हG। इस तरह क' कला ?यादातर ?यापक ?प से इंटरनेट पर
मौजू
द होती है।

बाल अ?ल#लता :

 बाल अ?ल#लता एक अपराध है
भागीदार# वाल# अ?ल#ल सामी
बनाने के gलए तैयार करना, iफर
?रकाड[ करना, एमएमएस बनाना

भारत मE बाल अ?ल#लता क' ि?थ?त
है िजसमE 18 साल से कम उ( के ब?चे का
सामी का ?नमा[ण करना, ब?चI को बहला-
फुसलाकर
iफर उनके साथ यौन संबंध बनाना या ब?चI
बनाना,
दूसर
I को भेजना आ?द भी इसमE शाgमल
:

यौन आह या नाबाgलग क'
फुसलाकर ऑनलाइन यौन संबंध
से जुड़ी यौन ग?तjवlधयI को
हG।

 रा?#य अपराध ?रकॉड[ ?
यूरो

अनुसार
, वष[ 2020 मE भारत मE
गए थे। बाल अ?ल#लता के मामलI
यौन शोषण क' भयावह ि?थ?त
करने क' स?त ज?रत है।

भारत मE पोन>ाफ' से संबंlधत वा?तjवक
 भारत मE पॉन[ बनाने, बेचने, शेयर
दु
?नया का तीसरा सबसे अlधक
 वष[ 2018 मE आई एक खबर के
$?तशत क' बढ़ो?र#
हुई
थी। भारत
 2018 मE भारत सरकार ने कर#ब
गया है। लेiकन इसका कोई खास
भारतीय बाजार मE आ जाती हG.
 वत[मान समय मE jवgभ?न ऐ?स
मीkडया के ज?रए
यूजर
इनको

भारत मE पोन>ाफ' से
जुड़े

कानूनी
$ावधान

(National Crime Records Bureau-NCRB
मE बाल अ?ल#लता के 738 मामले थे जो वष[
मामलI क' सं?या मE $?त वष[ होने वाल# बढ़ोतर#
ि?थ?त क' ओर संके त करता है, जो अ?यंत l
चंताजनक
वा?तjवक ि?थ?त :
शेयर करने, इसके $दश[न आ?द पर स?त पाबंद#
अlधक पॉन[ देखने वाला देश है।
के
मुता
?बक, 2017 से 2018 के बीच भारत
भारत के छोटे शहरI मE काफ' अlधक सं?या मE
कर#ब 850 पॉन[
वेबसाइट
I पर बैन लगा ?दया
खास $भाव कभी नह#ं पड़ा ?यIiक ये वेबसाइटE
.।
ऐ?स के ज?रए, वॉjसऐप के ज?रए, टेल#ाम
देख ह# लेता है।
$ावधान :
NCRB ) 2021 क' ?रपोट[ के
वष[ 2021 मE बढ़कर 969 हो
बढ़ोतर# भारत मE ऑनलाइन बाल
lचंताजनक है और इस पर ?नयंण
पाबंद# है। इसके बावजूद भारत
मE पॉन[ देखने क' दर मE 75
मE लोग इसे देख रहे हG।
?दया था। ऐसा पहले भी iकया
वेबसाइटE नए-नए डोमेन बनाकर
के ज?रए और अ?य सोशल

भारत मE चाइ?ड पोन>ाफ' को अपराध
 भारत मE
सूचना
$ौnयोlगक'
अपराधI से ब?चI का संर?ण (
 भारतीय द?ड सं?हता 1860
अ?ल#लता को अपराध के ?प मE
 धारा 354, 354A, 354B, 354C
सजा द# गई है।
 बाल अlधकार (संशोधन) अlध?नयम
सुर
o?त रखने के gलए बनाया
बाल jवपj?
जैसे अपराध
I के gलए
 इंफांट लेबर ($?तबंध) अlध?नयम
गया है। जो भी ?यि?त बाल .म
इ?तेमाल करते हG, यह अlध?नयम

भारत मE बाल अ?ल#लता संबंधी
कानून

 बाल पोन>ाफ' पर
कानून
आईट#
 POCSO अlध?नयम क' धारा
उnदे?यI के gलए gल?त iकया जाता
अपराध के तौर पर माना जाता है और इस पर कई
(आईट#) अlध?नयम 2000, भारतीय दंड सं?हता
(पो?सो) अlध?नयम 2012 मE पोन>ाफ' से
जुड़े
: भारत क' $ाचीनतम द?ड सं?हता मE, बाल
मE माना गया है।
354C और 376एबी मE बाल यौन उ?पीड़न
अlध?नयम, 2019 : यह अlध?नयम भारत के सभी
बनाया गया है। इस अlध?नयम मE, बाल यौन उ?पीड़न
gलए
कानून
हG।
अlध?नयम, 2016: यह अlध?नयम ब?चI को .म से
.म, बाल यौन उ?पीड़न और बाल अ?ल#लता
अlध?नयम उन लोगI के hखलाफ होता है।
कानून
:
आईट# अlध?नयम के साथ-साथ POCSO अlध?नयम
धारा 14 उन मामलI मE
लागू
क' जाती है जहां
जाता है।
कई कानून हG।
सं?हता (आईपीसी) और यौन
जुड़े कई $ावधान हG।
बाल यौन उ?पीड़न और बाल
और अ?य अपराधI के gलए
सभी ब?चI के अlधकारI को
उ?पीड़न, बाल अ?ल#लता और
से मुि?त देने के gलए बनाया
अ?ल#लता जैसे अपराधI मE ब?चI का

अlध?नयम nवारा jव?नयgमत है।
जहां iकसी ब?चे को अ?ल#ल

 POCSO अlध?नयम क' धारा
को साझा करने या $सा?रत करने
है। धारा 15 क' ?या?या से
?यIiक
कानून
के
अनुसार
सामी
अlधका?रयI को ?रपोट[ iकया जाना
 पॉन[ का कं टEट रेप या शार#?रक
चाइ?ड पॉन[ $सा?रत करने वाले
iकसी के से?स करने या से?
शुअल
से?शन 66 E के तहत कार[वाई
 IT
कानून
क' धारा 67 A के
तक जेल क' सज़ा या/और दस
पर जेल क' सजा क' अवlध बढ़कर
 IT ऐ?ट क' धारा 67 A और
कानून
के तहत भी कार[वाई होती

समाधान क' राह :


धारा 15 उन मामलI मE
लागू
क' जाती है जहां
करने के gलए इले?ॉ?नक उपकरणI मE संह#त
पता चलता है iक बाल अ?ल#ल सामी डाउनलोड
सामी को हटा ?दया जाना चा?हए, न?ट कर ?दया
जाना चा?हए।
शार#?रक शोषण वाला है तो IT ऐ?ट, से?शन 67
वाले के hखलाफ IT ऐ?ट क' धारा 67 B के तहत
से?
शुअल
एि?टjवट# का वीkडयो बनाता है तो ये
कार[वाई होती है।.
तहत अपराध क' गंभीरता को देखते
हुए
पहले
दस लाख ?पये तक का
जुमा
[ना हो सकता है।
बढ़कर 7 साल हो जाती है, लेiकन
जुमा
[ना 10
और 67 B गैर-ज़मानती हG। चाइ?ड पोन>ाफ'
होती है।
बाल अ?ल#ल सामी सामी
संह#त क' जाती है या रखी जाती
डाउनलोड करना गैरकानूनी है
?दया जाना चा?हए या संबंlधत
67 A के तहत कार[वाई होगी.
तहत कार[वाई होगी. अगर कोई
ाइम है. इसमE IT ऐ?ट के
पहले अपराध के gलए 5 साल
दूसर# बार यह# अपराध करने
10 लाख ह# रहता है।
से जुड़े मामले मE POCSO

 भारत मE बाल अ?ल#लता डाउनलोड करना अपराध है।
 बाल अ?ल#लता सामी डाउनलोड करने के मामले मE म!ास उ?च ?यायालय के हाgलया फै सले के
hखलाफ भारत के उ?चतम ?यायालय मE अपील क' जानी चा?हए।
 वत[मान समय मE iकशोरI को गैजेjस से नई
चुनौ
?तयI का सामना करना पड़ रहा है, जो ?बना iकसी
सEसर के उन पर अ?ल#ल सामी देखने क' लत स?हत सभी $कार क' जानकार# क' बमबार# कर रहे हG।
अतः इससे ?नपटने के gलए ज?र# एवं स?त
कानूनी
$ावधानI क' आव?यकता है।
 पोन[ देखने क' लत, अ?य पदाथ_ या ‘ चीजI ‘ क' तरह ह# है , िजनक' लोगI को लत लग सकती है,
‘ऑपरEट कं डीश?
नंग
’ के gसnधांतI के मा?यम से समझा जा सकता है और इसका समाधान iकया जा
सकता है।
 इंटरनेट पर ?प?ट यौन सामी क'
पहुंच
के कारण iकशोरI मE पोन[ क' बढ़ती लत l
चंता
का jवषय बन
रह# है। एक अ?ययन के
अनुसार
आज 10 मE से 09 नाबाgलग लड़के iकसी न iकसी ?प मE अ?ल#ल
सामी के संपक[ मE हG। वह#ं, 10 मE से छह लड़iकयां पोन>ाफ' के संपक[ मE आती हG।
 वत[मान समय मE भारत मE 12-17 वष[ क'
आयु
के iकशोर लड़कI मE पोन[ क' लत jवकgसत होने का
खतरा सबसे अlधक है। औसतन, एक
पु
?ष का पहल# बार पोन>ाफ़' से संपक[ 12 साल क' उ( मE ह#
हो जाता है।
 भारत मE ब?चI nवारा अ?ल#ल सामी देखने के gलए ब?चI को दंkडत करने के बजाय, समाज को
इतना प?रप?व होना चा?हए iक वह उ?हE इस लत से
छुटकारा
?दलाने के gलए उlचत सलाह, gश?ा और
परामश[ दे सके ।

?ोत – द ?ह?
दू


$ारंgभक पर#?ा के gलए अ?यास $?न
Q.1. भारत मE बाल अ?ल#लता के संबंध मE ?न?नgलhखत कथनI पर jवचार क'िजए।
1. भारत मE बाल अ?ल#लता डाउनलोड करना अपराध क' .ेणी मE नह#ं आता है।
2. IT ऐ?ट क' धारा 67A और 67B ज़मानत यो?य होता हG।
3. भारत मE चाइ?ड पोन>ाफ' से
जुड़े
मामले मE POCSO
कानून
के तहत कार[वाई नह#ं होती है।
4. भारत मE पॉन[ बनाने, बेचने, शेयर करने, इसके $दश[न आ?द पर स?त पाबंद# है, इसके
बावजूद
भारत
दु
?नया का तीसरा सबसे अlधक पॉन[ देखने वाला देश है।
उपरो?त कथन / कथनI मE से कौन सा कथन सह# है ?
A. के वल 1 और 3
B. के वल 2 और 4
C. के वल 3
D. के वल 4

उ?र – D


Q.1. बाल अ?ल#लता से आप ?या
भारत मE बाल अ?ल#लता क' रोकथाम
है ? बाल अ?ल#लता क' रोकथाम
( श?द सीमा- 250 अंक – 15

मु
?य पर#?ा के gलए अ?यास $?न
समझते हG ? चचा[ क'िजए iक सोशल मीkडया
रोकथाम के gलए के बनाए गए
कानून
वत[मान
रोकथाम के gलए तक[संगत समाधान भी $?
तुत
क'िजए।
)
Dr. Akhilesh Kumar Shrivastava
मीkडया के बढ़ते $सार के दौर मE
वत[मान समय मE iकतना $ासंlगक
क'िजए।

Dr. Akhilesh Kumar Shrivastava