एक किसान अपने खेतों में काम कर रहा था। अचानक उसके पैर में साँप ने काट लिया। जब उसकी नजर पैरों पर पड़ी तो उसने देखा कि उ...
एक किसान अपने खेतों में काम कर रहा था। अचानक उसके पैर में साँप ने काट लिया। जब उसकी नजर पैरों पर पड़ी तो उसने देखा कि उसके पैर के पास से एक चूहा भाग रहा था। किस्मत की बात थी कि वह साँप जहरीला नहीं था। किसान ने अपने पैर के घाव पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। कुछ दिन में वह घाव भर गया।
एक दिन फिर से वह खेत में काम कर रहा था। उस दिन उसके पैर में एक चूहे ने काट लिया। जब उसकी निगाह नीचे पड़ी तो उसने देखा कि उसके पैर के पास से एक साँप जा रहा था। अब उसे लगने लगा की उसे साँप ने काट लिया।
उसने साँप काटने का इलाज शुरू करवाया। लेकिन, उसे किसी भी प्रकार की राहत नहीं मिली। देखते-ही देखते वह कमजोर होता चला जा रहा था।
क्योंकि उसे चिंता हो गई थी कि उसे साँप ने काट लिया हैं। चिंता के कारण अब वह खाना-पीना भी छोड़ चुका था। इस तरह कुछ दिन बाद उसकी मृत्यु हो गई।
नैतिक सीख:
वहम का कोई इलाज नहीं होता।
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Added: Apr 30, 2025
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Slide Content
चििंता चिता के समान हैं
एक ककसान अपने खेतों में काम कर रहा था। अिानक उसके पैर में सााँप ने
काट लिया। जब उसकी नजर पैरों पर पड़ी तो उसने देखा कक उसके पैर के
पास से एक िूहा भाग रहा था। ककस्मत की बात थी कक वह सााँप जहरीिा नहीं
था। ककसान ने अपने पैर के घाव पर ज्यादा ध्यान नहीं ददया। कु छ ददन में वह
घाव भर गया।
एक ददन किर से वह खेत में काम कर रहा था। उस ददन उसके पैर में एक िूहे
ने काट लिया। जब उसकी कनगाह नीिे पड़ी तो उसने देखा कक उसके पैर के
पास से एक सााँप जा रहा था। अब उसे िगने िगा की उसे सााँप ने काट लिया।
उसने सााँप काटने का इिाज शुरू करवाया। िेककन, उसे ककसी भी प्रकार की
राहत नहीं चमिी। देखते-ही देखते वह कमजोर होता ििा जा रहा था।
क्योंकक उसे चििंता हो गई थी कक उसे सााँप ने काट लिया हैं। चििंता के कारण
अब वह खाना-पीना भी छोड़ िुका था। इस तरह कु छ ददन बाद उसकी मृत्यु
हो गई।