एक बार एक किसान अपने खेतों की जुताई कर रहा था। अचानक कही एक एक भालू आया और किसान के ऊपर हमला करने ही वाला था। किसान ने...
एक बार एक किसान अपने खेतों की जुताई कर रहा था। अचानक कही एक एक भालू आया और किसान के ऊपर हमला करने ही वाला था। किसान ने कहा- “मुझे क्यों मारते हो भालू भाई, फसल आने दो जो कहोगे वही खिलाऊँगा” भालू ने होशियारी दिखाते हुए कहा- “जमीन के ऊपर की फसल मेरी, नीचे की तुम्हारी” किसान भालू की बातों को मान गया।
किसान ने अपने खेत में आलू लगवा दिए जब फसल आई तो किसान को मिले आलू, जबकि भालू को मिले पत्ते। भालू खीझ कर रह गया। भालू ने किसान से कहा इस बार जमीन के नीचे की फसल मेरी और ऊपर के फसल तुम्हारी। किसान उसकी बातों को मान गया। किसान ने अपने खेतों में धान लगवा दिए। फसल तैयार हुई तो किसान को मिले, चमचमाते चावल। जबकि, भालू को मिला सुखी जड़। भालू गुस्से से लाल पीला हो गया।
इस बार भालू किसान को मजा चखाना चाह रहा था। उसने किसान को बोला इस बार जमीन के नीचे और सबसे ऊपर की फसल मेरी होगी। बाकी के फसल तुम्हारी होगी। किसान भालू की बातों को मान गया। इस बार किसान ने अपने खेतों में गन्ना लगवाया जब फसल की कटाई हुई तो भालू को मिला जड़ और पत्ते। भालू का सिर चकरा गया वह जगल की तरफ तेजी भाग गया।
नैतिक सीख:
सोच समझकर लिया गया फैसला हमेशा कामयाबी की ओर ले जाता हैं। बल्कि, आवेश में आकर लिया गया फैसला गर्त की ओर ले जाता हैं।
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Language: none
Added: Apr 28, 2025
Slides: 1 pages
Slide Content
हिन्दी किानी: हकसान की चतुराई
एक बार एक हकसान अपने खेतों की जुताई कर रिा था। अचानक किी एक एक
भालू आया और हकसान के ऊपर िमला करने िी वाला था। हकसान ने किा- “मुझे
क्यों मारते िो भालू भाई, फसल आने दो जो किोगे विी खखलाऊँ गा” भालू ने
िोशियारी ददखाते हुए किा- “जमीन के ऊपर की फसल मेरी, नीचे की तुम्िारी”
हकसान भालू की बातों को मान गया।
हकसान ने अपने खेत में आलू लगवा ददए जब फसल आई तो हकसान को ममले
आलू, जबहक भालू को ममले पत्ते। भालू खीझ कर रि गया। भालू ने हकसान से किा
इस बार जमीन के नीचे की फसल मेरी और ऊपर के फसल तुम्िारी। हकसान उसकी
बातों को मान गया। हकसान ने अपने खेतों में धान लगवा ददए। फसल तैयार हुई तो
हकसान को ममले, चमचमाते चावल। जबहक, भालू को ममला सुखी जड़। भालू गुस्से
से लाल पीला िो गया।
इस बार भालू हकसान को मजा चखाना चाि रिा था। उसने हकसान को बोला इस
बार जमीन के नीचे और सबसे ऊपर की फसल मेरी िोगी। बाकी के फसल तुम्िारी
िोगी। हकसान भालू की बातों को मान गया। इस बार हकसान ने अपने खेतों में गन्ना
लगवाया जब फसल की कटाई हुई तो भालू को ममला जड़ और पत्ते। भालू का शसर
चकरा गया वि जगल की तरफ तेजी भाग गया।
सोच समझकर शलया गया फै सला िमेिा कामयाबी की ओर ले जाता िैं। बल्कक,
आवेि में आकर शलया गया फै सला गतत की ओर ले जाता िैं।
@kahanizone.com
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