बहुत समय पहले की बात है, अमर नाम का एक गरीब बच्चा जो अपनी मां के साथ रहता था। उसकी मां बहुत बीमार रहती थी। लेकिन, अमर अ�...
बहुत समय पहले की बात है, अमर नाम का एक गरीब बच्चा जो अपनी मां के साथ रहता था। उसकी मां बहुत बीमार रहती थी। लेकिन, अमर अपनी मां की देखभाल में कोई कमी नहीं छोड़ता था। वह गांव के पास के जंगल में जाकर लकड़ियां काटता और बेचता था। ताकि अपनी मां का इलाज करवा सके। एक बार अमर लकड़ियाँ काटकर वपास आ रहा था। उस दिन उसे थोड़ी रात हो गई थी। उसे जंगल के रास्ते में कुछ व्यक्तियों की हल्की-हल्की आवाज सुनाई दी।
अमर ने उस आवाज के बारे में जानने की कोशिश की। उसने एक पेड़ के पीछे छिप कर देखा तो कुछ व्यक्ति उसके गाँव में उसी रात चोरी करने की बात कर रहे थे। वह जल्दी से भागते हुए अपने गाँव पहुंचा और गाँव के मुखिया के घर जाकर जंगल की सारी बातें बता दी। गाँव के मुखिया ने गाँव वालों के साथ मिलकर चोरों को पकड़ने का प्लान भी बना लिया।
उस रात सभी ने जल्दी ही अपने घर की लाइट बंद कर दी। चोरों को लगा कि इस गाँव में सब सो चुके हैं। वे एक घर में जैसे ही चोरी करने के लिए घुसे, सभी ने अपने घर की लाइट जाला दी। जिसके कारण गाँव के लोगों ने चोरों को पकड़कर बंदी बना लिया। अगली सुबह जब गाँव के मुखिया ने दरबार लगाया तो उन चोरों को दंड की सजा सुनाई गई। इसके साथ-साथ अमर को उसकी बुद्धिमानी और सूझ-बुझ के लिए पुरस्कार भी दिया गया।
कहानी से शिक्षा:
इस कहानी से हमें सीख मिलती हैं कि परिस्थितियाँ कैसी भी हो हमें कभी घबराना नहीं चाहिए। हमें हर काम को बहुत सूझ-बुझ के साथ करना चाहिए।
Size: 532.47 KB
Language: none
Added: Apr 28, 2025
Slides: 1 pages
Slide Content
बच्चे की सूझ-बूझ की कहानी
बहुत समय पहले की बात है, अमर नाम का एक गरीब बच्चा जो अपनी मा� के साथ
रहता था। उसकी मा� बहुत बीमार रहती थी। लेककन, अमर अपनी मा� की देखभाल में
कोई कमी नहीं छोड़ता था। वह गा�व के पास के ज�गल में जाकर लकडड़या� काटता
और बेचता था। ताकक अपनी मा� का इलाज करवा सके । एक बार अमर लकडड़या�
काटकर वपास आ रहा था। उस ददन उसे थोड़ी रात हो गई थी। उसे ज�गल के रास्ते में
कु छ व्यक्तियों की हल्की-हल्की आवाज सुनाई दी।
अमर ने उस आवाज के बारे में जानने की कोक्तिि की। उसने एक पेड़ के पीछे क्तछप
कर देखा तो कु छ व्यक्ति उसके गा�व में उसी रात चोरी करने की बात कर रहे थे। वह
जल्दी से भागते हुए अपने गा�व पहु�चा और गा�व के मुखखया के घर जाकर ज�गल की
सारी बातें बता दी। गा�व के मुखखया ने गा�व वालों के साथ डमलकर चोरों को पकड़ने
का प्लान भी बना क्तलया।
उस रात सभी ने जल्दी ही अपने घर की लाइट ब�द कर दी। चोरों को लगा कक इस गा�व
में सब सो चुके हैं। वे एक घर में जैसे ही चोरी करने के क्तलए घुसे, सभी ने अपने घर
की लाइट जाला दी। जजसके कारण गा�व के लोगों ने चोरों को पकड़कर ब�दी बना
क्तलया। अगली सुबह जब गा�व के मुखखया ने दरबार लगाया तो उन चोरों को द�ड की
सजा सुनाई गई। इसके साथ-साथ अमर को उसकी बुजिमानी और सूझ-बुझ के
क्तलए पुरस्कार भी ददया गया।
इस कहानी से हमें सीख डमलती हैं कक पररस्स्थकतया� कै सी भी हो हमें कभी घबराना
नहीं चाकहए। हमें हर काम को बहुत सूझ-बुझ के साथ करना चाकहए।
@kahanizone.com
@kahanizone.com