राष्ट्रीय एकता 13.3.18.ppt

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About This Presentation

VIDYA CLASSES


Slide Content

PRESENTAGE BY
NAME–
VIDYA CLASS
राष्ट्रीयएकता

विषयसूची
1.प्रस्तािना
2.लौहपुरुषसरदारिल्लभभाईपटेल
3.अनमोलविचार
4.राष्ट्रीयएकता
5.राष्ट्रकेवलए‘एकता’ आिश्यक
6.राष्ट्रीयएकताकामहत्व
7.राष्ट्रीयएकतावदिसमनानेका
तरीका
8.राष्ट्रीयएकतासेअवभप्राय
9.राष्ट्रीयतामेंबाधकतत्व
10.राष्ट्रीयएकतािविक्षा
11.राष्ट्रीयकीविक्षाकेलाभ
12.वनष्कषष

लौहपुरुषसरदारिल्लभभाईपटेल
जन्म: 31 अक्टूबर,1875कोगुजरातकेएकछोटेसेगााँवनाडियािमेंहुआथा
वपता झावेरभाईएकडकसानऔर
माां लािबाईएकसाधारणमडिलाथी।
प्रारांवभकविक्षाकरमसदमेंहुई
पत्नी झबेरबा(पटेलडसर्फ33 सालकेथेजबउनकीपत्नीकादेिाांतिोगया।)
पुत्री मडणबेन(1904)
पुत्र दियाभाई(1905)
कै ररयर वल्लभभाईवकीलबननाचाितेथे,सरदारपटेल1913 में
भारतलौटेऔरअिमदाबादमेंअपनीवकालतशु�की.
भारतकेप्रथमउपप्रधानमांत्रीऔरगृिमांत्रीसरदारपटेललोकडप्रय
लौिपु�षके�पकेनामसेभीजानेजातेिैं।उन्ोांनेभारतीय
स्वतांत्रतासांग्राममेंमित्वपूणफभूडमकाडनभाई।उन्ेंभारतके
राजनैडतकएकीकरणकाश्रेयडदयाजातािै।
वनधन: 15 डदसांबर, 1950, मुांबई

अनमोलविचार:-
1बोलतेसमयकभीभीमयाफदाकासाथनिीछोड़नाचाडिए, गाडलयादेनातोबुजडदलोकी
डनशानीिै!
2जबवक्तकडिनदौरसेगुजररिािोतािैतोकायरबिानाढूढ़तेिैजबडकबिादुरसािसी
व्यक्तक्तउसकारास्ताखोजतेिै!
3िमारेदेशकीडमट्टीमेंकु छअनूिािैतभीतोकडिनबाधाओांकेबावजूदिमेसामिान
आत्माओकाडनवासस्थानरिािै!
4िमारेजीवनकीिोरतोईश्वरकेिाथमेंिैइसडलएडचांताकीकोईबातनिीिोसकतीिै!
5ज्यादाबोलनेसेकोईर्ायदानिीिोतािैबक्तिसबकीनजरोमेंअपनानुकसानिीिोता
िै!
6अडवश्वासभयकाकारणिोतािै!
7िमेअपमानसिनाभीसीखनाचाडिए!
8शत्रुकालोिाचािेडकतनाभीगमफक्यूनिोजायेपरिथौड़ातोिांिारिकरिी
अपनाकामकरदेतेिै!
9मेरीयिीइ�ािैकीअपनादेशभारतएकअ�ाउत्पादकबनेजीससेकोईभूखानिो
औरनिीअन्नकेडलएडकसीकोआसूबिानापड़े!
10जनशक्तक्तिीराष्ट्रकीएकताशक्तक्तिै!
11जीवनमेंसबकु छएकडदनमेंतोनिीिोजातािै!

राष्ट्रीयएकता
•प्रस्तािना–
भारतवषफएकडवशालदेशिै।भारतीयसभ्यताएवांसांस्कृ डतकेडवकासकाइडतिासबहुतलम्बाऔर
उत्थान-पतनकीघटनाओांसेभरािै।भारतडवडवधताओांमेंएकताकादेशिै।इसकेअांदरभौडतक
डवषमताओांकेसाथ-साथभाषा,धमफ,वणफ,�प-रांग,खान-पानऔरचारोां-डवचारोांमेंभीडवषमतापाई
जातीिै,डकन्तुडर्रभीभारतएकसुसांगडितराष्ट्रिै।
•राष्ट्रीयएकीकरणकोराष्ट्रीयएकताडदवसभीकिाजातािै19नवांबरसे25नवांबरतकराष्ट्रीय
एकताडदवसऔरराष्ट्रीयएकीकरणसप्ताि(अथाफत्कौमीएकतासप्ताि)के�पमें19निांबर
(भारतकीपहलीमवहलाप्रधानमांत्रीइांवदरागााँधीकाजन्मवदिस)कोिरवषफएककायफक्रमके
�पमेंमनायाजातािै।
•एकीकरणकािास्तविकअर्षिैअलग-अलगभागोांकोएकबनानेकेडलयेजोड़ना।
भारतएकऐसादेशिैजिााँलोगडवडभन्नधमफ,क्षेत्र,सांस्कृ डत,परांपरा,नस्ल,जाडत,रांगऔरपांथ
केलोगएकसाथरितेिैं।इसडलये,राष्ट्रीयएकीकरणबनानेकेडलयेभारतमेंलोगोांकाएकीकरण
ज�रीिै।अगरएकताकेद्वाराअलग-अलगधमोंऔरसांस्कृ डतकेलोगएकसाथरितेिैं,विााँपर
कोईभीसामाडजकयाडवकासात्मकसमस्यानिीांिोगी।भारतमेंइसेडवडवधतामेंएकताके�पमें
जानाजातािै

डकसीभीराष्ट्रकेडलएएकताकािोनाअत्यांतआव�किै|भारतजैसेडवडवधताओांभरे
देशमेंतोराडष्ट्रयएकतािीसीमेंटकाकमकरसकतीिै|डपछलेकईवषोसेपाडकस्तान
भारतमेंडिन्दू-डसखयाडिन्दू-मुसलमानकाभेदखड़ाकरकेइसीसीमेंटकोउखाड़नाचाि
रिािै|अांग्रेजोांनेडिन्दूऔरमुसलमानकाभेदखड़ाकरकेभारतपरसैंकड़ोवषफतकराज
डकया|परांतुजबभारतकीभोलीजनतानेअपनेभेद-भावभुलाकर‘भारतीयता’कापररचय
डदया,तोअांग्रेजोांकोदेशछोड़करवापसजानापड़ा|
राष्ट्रकेवलए‘एकता’ आिश्यक–

भारतविविधताओांमेंएकताकादेि
है

राष्ट्रीयएकताकामहत्व

राष्ट्रीयएकतासेअवभप्राय–
1.देशमेंरिनेवालेसभीधमों,जाडतयोांएवांभाषाओांसेसम्बक्तितलोगोांकाएकसाथडमल-जुल
कररिनेसेिै।
2.देशकीएकताकोबनायेरखनेकेडलएसरकारद्वारायिकानूनबनायागयाडकदेशका
कोईभीनागररककोईभीधमफअपनासकतािै,चािेविडिन्दूिो,मुसलमानिो,डस�या
ईसाईिो।कोईडकसीभीधमफकीलड़कीयालड़केसेशादीकरसकतािै।ऐसाधाडमफक
स्वतन्त्रताकेअडधकारमेंकिागयािै।अपने-अपनेडवश्वाससेधमफमाननेकीप्रत्येकको
आज़ादीिै|
3.देशकेलोगोांकेकमफकाण्ड,रिन-सिन,बोल-चाल,पूजा-पाि्,खान-पानऔरवेशभूषामें
अन्तरिोसकतािै,इनमेंअनेकतािोसकतीिैडकन्तुिमारेदेशकीमुख्यडवशेषतािै।
दूसरेधमफऔरअन्तजाफतीयडववािएकताकेसूत्रमेंवाांधेरिनेकाएकमाध्यमिै-मगरइसे
स्वे�ाके साथ िी अपनाया जा सकता िै |

राष्ट्रीयतामेंबाधकतत्व
•साम्प्रदाडयकता
•भाषावादडववाद
•प्रान्तीयतायाप्रादेडशकताकीभावना
•क्षेत्रीयता
•जाडतगतडववाद
•रांगभेद
•दूडषतडशक्षाप्रणाली
•नैडतकपतनएवांभ्रष्ट्ाचार
•दूडषतराजनीडत

राष्ट्रीयतामेंबाधकतत्व
•साम्ग्रदावयकता–
राष्ट्रीयएकताकेमागफमेंसबसेबड़ीबाधासाम्प्रदाडयकतािै।साम्प्रदाडयकताऐसीबुराईिैजोमानव-
मानवमेंर्ू टिालतीिै, भाइयोांमेंमतभेदकु रातीिै, दोदोस्तोांकेबीचघृणाऔरभेदकीदीवारखड़ी
करतीिैतथाअन्तमेंसमाजकेटुकड़ेकरदेतीिै।साम्प्रदाडयकताकाअथफिैअपनेधमफकेप्रडत
कट्टरताऔरदूसरेधमफकेलोगोांकोिेयदृडष्ट्सेदेखना।अपनेधमफकोमाननेकीआजादीतोप्रत्येक
देशवाडसयोांकोिैपरदूसरेधमफसेनर्रत, साम्प्रदाडयकताकोज�देतािै।
•भाषागतवििाद–
भारतबहुभाषीराष्ट्रिै।यिाांअलग-अलगप्राांतऔरक्षेत्रमेंअलग-अलगभाषाएांबोलीजातीिैं।प्रत्येक
व्यक्तक्तअपनेद्वाराबोलीजानेवालीभाषाकोिीश्रेष्ठमानतािै।इससेराष्ट्रकीएकताखक्तण्डतिोनेके
खतरेबढ़जातेिैं।प्राांतीयभाषाओांकाउपयोगमौडलकअडधकारिै, मगरदूसरीभाषासेडवरोधदूसरे
कीमौडलकस्वतन्त्रताकाध्यानिै।
•प्रान्तीयतायाप्रादेविकताकीभािना–
प्रान्तीयतायाप्रादेडशकताकीभावनाभीराष्ट्रीयएकताकेमागफमेंबाधाएांउत्पन्नकरतीिैं।मानवीयता
याप्रादेडशकतासेआशयऐसीक्तस्थडतसेिैडकजवकोईप्रान्तयाप्रदेशकेबलपरअपनेप्रान्तके
डवकासकेबारेमेंिीसोचतािैपरडकसीदूसरेप्रदेशमेंअपनेद्वाराउत्पादकीगयीवस्तुओांकाडनयाफत
निीांकरतातोऐसीदशामेंदेशकीएकताखक्तण्डतिोनेकीसम्भावनाबढजातीिै।क्योांडकसमग्र
भारतमेंअलगक्षेत्रमेंअलग-अलगचीजोां, खडनजोांवनस्पडतयोांकाउत्पादनिोतािै।अपनेप्रान्तके
जुत्पादनोांकोके वलअपनेप्रान्तकेबीचिीसुरडक्षतरखनेकाडवचारप्राांतीयभाषावादकोज�देतािै।

क्षेत्रीयता-
जबराष्ट्रअनकेराज्योांमेंबांटािोतािै,तबसम्पूणफराष्ट्रपिलेक्षेत्रीयताकेआधारपरबटजातािै।
डकसीभीदेशमेंराष्ट्र,राष्ट्रीयताकीभावनाकेडवकासमेंक्षेत्रीयकट्टरताभीएकबाधकतत्विै।
क्षेत्रीयताकाभारतजैसेदेशमेंप्रभावपरिॉ0सम्पूणाफनन्दननेडटप्पणीकरतेहुयेडलखाडक-‘‘आज
दडक्षणभारतकेलोगोांकेमुॅ िसेसुननेमेंआतीिै,डकिमडिन्दुस्तानसेअलगिोनाचाितेिैं,परजो
धनाढ्यिैंवेसोचतेिैडकक्याअपनेआजादीवसम्पडिकीरक्षाकरसकें गे।क्यातडमलनािूवाले
अलगिोकरअपनीअडधकरक्षाकरसकतेिैं।विऐसाकरकेअपनेकोभीिुबोयेंगेऔरदूसरोांको
भीलेिू बेंगे।इसडलयेऐसासेचनाबड़ीभयानकचीजिै।’’’
जावतगतवििाद-
जाडतगतडववादभीराष्ट्रीयएकताकेमागफमेंबढ़ाएांउत्पन्नकरतािै|जाडतगतडववादकीक्तस्थडततब
उत्पन्निोतीिैजबडकसीभीजाडतसेसम्बक्तितजैसे–ब्राह्मण,बडनया,क्षडत्रय,दडलततथायादवआडद
लोगअपनीजाडतकोिीश्रेष्ठमानतेिैंऔरइसकेडलएवेएक-दुसरेसेलड़ाई-झगिाकरनेलगतेिैं|
इसप्रकारभीराष्ट्रीयएकतािगमगाजातीजय|
रांगभेद-
यिभेदऐसािै,डजसनेएकराष्ट्रकोिीनिीडवश्वकोदोखण्डोांमेंबाांटाश्वेतएवांअश्वेत।कइफदेशोांमें
सम्पूणफराजनीडतइसकोआधारबनाकरकीजातीिै।अमेररका,अफ्रीकाआडदऐसेिीदेशिै।रांगभेद
नेइनराष्ट्रोांकोदोखण्डोांमेबाांटरखािै,डजससेडकलोगोांकाहृदयआपसमेंनिीांडमलतालोगोांके
डलये राष्ट्र से ऊपर प्रजाडत िै।

दूवषतविक्षाप्रणाली-
राष्ट्रीयताकीभावनाकाप्रचार-प्रसारनिोनेकेकारणमेंदूडषतडशक्षाप्रणालीभीएकप्रमुख
भूडमकाडनभातीिै।पाठ्यक्रममेंराष्ट्रीयताकेडवकासकरनेवालेतत्वकमपायेजातेिैं।
भारतजैसेप्रजातांत्रमेंप्रजाताांडत्रकमूल्ोांएवांराष्ट्रीयताकीभावनाकेडवकासकादाडयत्व
डशक्षाकोिीसौांपागयािै,परन्तुडशक्षाकाउडचतप्रचार-प्रसारभीअभीसांतोषजनकस्तर
तकनिीांिोपायािै,औरडशक्षामेंराष्ट्रीयताकेतत्वोांकोभीसमावेडशतनिीांडकयागयािै।
नैवतकपतनएिांभ्रष्ट्ाचार–
डकसीभीसमाजमेंअनुशासनिीनता,कतव्फयिीनता,अडधकारोांकाअडधकप्रयोग,
उिरादडयत्वोांकेप्रडतउदासीनताडनष्ठाकीकमीभौडतकवादीदृडष्ट्कोणराष्ट्रीयताकीभावना
केउद्भवमेंबाधकतत्विै,क्योांडकनागररकोांकानैडतकउत्थानएवांस�ररत्रतािीदेशकी
उन्नडतकाआधारिोतीिै।
दूवषतराजनीवत-
भारतसडितअडधकाांशदेशकीराजनीडतमेंअबस्व�तानिीांरिगयीिै,औरराजनीडत
झूि,र्रेब,धोखा,गुमराि,भ्रष्ट्ाचारवदेशकेऊपरअपनेस्वाथोंकेप्रडतभूखकापयाफय
बनचुकीिै।राजडनडतज्ञसाम्प्रदाडयकता,क्षेत्रवाद,भाषावाद,जाडतवादएवांरांगभेदकोिी
अपनीराजनीडतकाआधारबनातेिैं।राजडनडतज्ञअपनेस्वाथफपूडतफिेतुदेशकोजोड़तेनिीां
तोड़तेिैं।इसप्रकारसेयिस्पष्ट्िोजातािैडकअनेककारकराष्ट्रीयताकेडवकासमें
बाधकिै।

राष्ट्रीयतामेंबाधकतत्व
साम्ग्रदावयकता
भाषागतवििाद क्षेत्रीयता
दूवषतराजनीवत
दूवषतविक्षाप्रणाली बेरोजगारी/ रांगभेद

भारतकेडलएसबसेसुखदबातयििैडकयिााँएकताबनाएरखनेवालेतत्वोांकीकमीनिीांिै|राम-
कृ ष्णकेनामपरजिााँसारेडिन्दूएकिैं,मुि�दकेनामपरमुसलमानएकिैं;विााँगााँधी,सुभाषके
नामपरपूराडिांदुस्तानएकिै|आजजबक�ीरपरसकां टडघरतािैतोके रलवासीभीव्यडथतिोतािै
|पिाड़ोांमेंभूकां पआतािैतोसुचनाभारतउसकीसिायताकरनेकोउमड़पड़तािै|जबअमरनाथ-
यात्रामेंर्ाँ सेनागररकोांकोमुसलमानबचातेिैं,दांगोांकेवक्तडिन्दूपिोसीमुसलमानोांकोशरणदेतेिै|
एकतादृढ़करनेकेउपाए–
1.भेद्वावपैदाकरनेवालेसभीकानूनोांऔरडनयमोांकोसमाप्तडकयाजाय|
2.सारेदेशमेंएकिीकानूनिो|
3.अांतजाफतीयडववािोांकोप्रोत्सािनडदयाजाय|
4.सरकारीनोडक्रयोांमेंअडधक-से-अडधकदुसरेप्रान्तोांमेंस्थानाांतरणिोांताडकसमूचादेशसबकासाझा
बनसके|सबनजदीकसेएक-दुसरेकादुुःख-ददफजनसकें|
5.राष्ट्रीयएकताकोप्रोत्सािनदेनेवालेलोांगोऔरकायोंकोआदरडदयाजाये|
6.कलाकारोांऔरसाडित्यकारोांकोएकता-वर्द्फकसाडित्यडलखनाचाडिए|
7.इसकायफमैंसमाचार-पत्र,दूरदशफन,चलडचत्रबहुतकु छकरसकतेिैं|
रावष्ट्रयएकताकोअवधकदृढ़करनेकेउपाए/तत्व

राष्ट्रीयएकताकेमागषकीबाधाओांकोदूरकरनेकेउपाय–
1सवफप्रथमराष्ट्रीयएकताकोबढ़ावादेनेकेडलएिमेंशयदइकबालकेदथानकोसमझना
चाडिएडजन्ोांनेएकताकेऊपरएकसन्देशदेशवाडसयोांकेडलएडलखाथा,जोअग्रप्रकारिै

मजहबनहीांवसखाता,आपसमेंबैररखना,
वहन्दूहैंहमितनहैं,वहन्दोस्ताहमारा।”
2.साम्प्रदाडयकएकताकीभावनाकोसमाप्तकरआपसीभाईचारेसेरखनाचाडिये।
3.भाषाओांकास�ानकरनाताडकभाषागतडववादखत्मडकयाजासके ।इसकेडलएडकभाषा
सूत्रकार्ामूफलासरकारनेलागूकररखािै।उसपरअमलडकयाजा
सके ।
4.देशकेसभीप्रदेशोांकोएक-दूसेकसिायताकेडलएिरसमयतेयाररिनाचाडिए|
5.जाडतवादकाउ�ूलनिोनाचाडियेताडकराष्ट्रीयएकताबनीरिे।कोईभीदेशिमारीएकता
कोसुरडक्षतिोतेदेखिमपरअपनाप्रभुत्वस्थाडपतनकरसके ।प्रगडतशीलएवां
डवकासशीलदेशकेनागररकिैं।उसमेंइतनीसमझिोनीिीचाडियेडकअनेकतामेंएकता
केडसर्द्ान्तकोबनायेरखे।।

राष्ट्रीयएकतािविक्षा
प्रत्येकराष्ट्रकीउन्नडतअथवाअवडनतइसबातपरडनभफरकरतीिैकीउसकेनागररकोांमें
राष्ट्रीयताकीभावनाडकससीमातकडवकडसतहुईिै|यडदनागररकराष्ट्रीयताकीभावनासेओत-
प्रोतिैतोराष्ट्रउन्नडतकेडशखरपरचढ़तारिेगाअ�थाउसेएकडदनरसातलकोजानािोगा|
किनेकातात्पयफयििैडकराष्ट्रकोसबलतथासर्लबनानेकेडलयेनागररकोांमेंराष्ट्रीयताकी
बिावनाडवकडसतकरनापरमआव�किै|धयानदेनेकीबातिैडकराष्ट्रीयताकीभावनाको
डवकडसतकरनेकेडलएडशक्षाकीआवशयकतािै|इसीडलएप्रत्येकराष्ट्रअपनेआक्तस्तत्वबनाये
रखनेकेडलएअपनेनागररकोांमेंराष्ट्रीयताकीभावनामेंडवकासिेतुडशक्षाकोअपनामुख्यसधान
बनालेतािै|स्पाटाफ,जमफनी,इटली,जापानतथा�सएवांचीनकीडशक्षाइससम्बिमेंज्वलांत
उदिारणिै|इडतिासइसबातकासाक्षीिैडकप्राचीनयुगमेंस्पाटाफतथाअिुडनकयुगमेंनाजी
जमफनीएवांर्ाडसस्टइटलीमेंडशक्षाद्वारािीविााँकेनागररकोांमेंराष्ट्रीयताकाडवकासडकयागया
तथाआजभी�सतथाचीनकेबालकोांमेंप्रराक्तम्भककक्षाओांसेसा�वादीभावनाकाडवकास
डकयाजातािै|चीनकेबालकोांमेंप्रारांडभककक्षाओांमेंसा�वादीभावनाकाडवकासडकयाजाता
िै|किनेकातात्पयफयििैडकतानाशािी,समाजवादीएवांजनतांत्रीयसभीप्रकारकेराष्ट्रअपनी-
अपनीव्यवस्थाकोबनायेरखनेकेडलएअपने-अपनेनागररकोांमेंडशक्षाकेद्वाराराष्ट्रीयताकी
भावनाकोडवकसडतकरतेिैं|

राष्ट्रीयएकतािविक्षा

राष्ट्रीयकीविक्षाकेलाभ

राष्ट्रीयकीविक्षाकेलाभ
राजनीवतकएकता–
राष्ट्रीयताकीडशक्षासेराष्ट्रमेंराजडनडतकएकताकाडवकासिोतािै|राजनीडतक
एकताकाडवकासिोतािै|राजनीडतकएकताकाअथफिै–राष्ट्रमेंजातीयता,
प्रान्तीयतातथासमाजकेवगफभेदोांसेऊपरउिाकरराष्ट्रकेडवडभन्नप्रान्तोां,समाडजक
इकाईयोांतथाजाडतयोांमेंएकताकािोना|राष्ट्रीयडशक्षाप्राप्तकरकेराष्ट्रकेसभी
नागररकअपनेसारेभेद-भावोांकोभूलकरएकताकेसूत्रमेंबिजातेिैंडजससेराष्ट्र
दृढतथासबलबनजातािै|
सामावजकउन्नवत–
राष्ट्रकीउन्नडतअथवाअवनडतउसकीसामाडजकक्तस्थडतपरभीबहुतकु छआधाररत
िोतीिै|सामाडजककु रीडतयााँ,अि-डवश्वासतथादोषपूणफरीती-ररवाजराष्ट्रकीप्रगडत
मेंबाधकडसर्द्िोतेिैंतथाउसेपतनकीओरढके लदेतेिैं|राष्ट्रीयताकीडशक्षा
उक्तसभीदोषोांकोदूरकरकेनागररकोांमेंसमानताकाऐसास्वस्थवातावरणडनडमफत
करतीिै,जोराष्ट्रकोडनमफलस्व�ताकीओरलेजातािै|
आवर्षकउन्नवत–
राष्ट्रीयताकीडशक्षासेराष्ट्रकीकला,कारीगर,तथाउधोग-धिेपनपतेिैं|ऐसीडशक्षा
कोप्राप्तकरकेराष्ट्रकाप्रत्येकनागररकडकसीनडकसीधिेमेंकामकरतेहुए
अडधकसेअडधकपररश्रमकरतािैतथास्वावलम्बीबनानेकेडलएराष्ट्रकीडदन-
प्रडतडदनउन्नडतिोतीिै|इससेराष्ट्रकीडनधफनतादूरिोजातीिैतथाविशैने–शैने,
धन-धा�सेपररपूणफिोकरक्तस्िडधशीलबनजातािै|

सांस्कृ वतकाविकास–
राष्ट्रीयताकीडशक्षाराष्ट्रकीसांस्कृ डतकासांरक्षण,डवकासतथािस्ताांतरणकरतीिै|यडदराष्ट्रीयता
कीडशक्षाकीव्यवस्थाउडचत�पसेनिीांकीगईतोराष्ट्रकीसांस्कृ डतडवकडसतनिीांिोगी|
पररणामस्व�पराष्ट्रउन्नडतकीदौड़मेंडपछड़जायेगा|
भ्रष्ट्ाचारकाअन्त-
राष्ट्रीयताकीडशक्षाकेद्वराराष्ट्रमेंभ्रष्ट्ाचारकाअन्तिोजातािै|ऐसीडशक्षाप्राप्तकरकेसभी
नागररकराष्ट्रीयभावनासेओत-प्रोतिोजातेिैं|पररणामस्व�पवेडनन्दनीयकायोंकोकरतेहुए
िरनेलगतेिैं|दूसरेशब्ोांमें,राष्ट्रीयताकीडशक्षाप्राप्तकरकेराष्ट्रकाकोईव्यक्तक्तऐसा
अवाांछनीयकायफनिीांकरताडजससेराष्ट्रकीउन्नडतमेंबाधाआये|
स्वार्षत्यागकीभािनाकाविकास–
राष्ट्रीयताकीडशक्षाराष्ट्रकेद्वाराराष्ट्रकेसभीनागररकोांमेंआत्म-त्यागकीभावनाडवकडसतिोजाती
िैडजसकेपररणामस्व�पउनकीसभीस्वाथफपूणफभावनायेंसमाप्तिोजातीिैतथावेअपनेकतफव्योां
एवांउतरदाडयत्योांकोपूणफडनष्ठाकेसाथडनभानेकाप्रयासकरतेरितेिैं|इससेराष्ट्रसुखी,
उन्नडतशीलतथाशक्तक्तशालीबनजातािै|
राष्ट्रीयभाषाकाविकास–
प्रत्येकराष्ट्रअपनेनागररकोांकोडकसीअमुखभाषाकेद्वाराराष्ट्रकीसम्पूणफडवचारधारातथासाडित्य
कीडशक्षाप्रदानकरकेसमाजकीडवडभन्नइकाईयोां,राज्योांतथाजाडतयोांएवांप्रजाडतयोांकोएकताके
सूत्रमेंबाांधनेकाप्रयासकरतािै|इससेराष्ट्रीयभाषाकाडवकासिोजातािै|
उपयुफक्तडववरणसेस्पष्ट्िोजातािैडकराष्ट्रीयताकीडशक्षानागररकोांमेंराष्ट्रकेप्रडतअपारभक्तक्त,
आज्ञा-पालन,आत्म-त्याग,कतफव्यपरायणतातथाअनुशासनआडदगुणोांकोडवकसडतकरकेसभी
प्रकारकेभेद-बावोांकोभुलाकरएकताकेसूत्रमेंबााँधदेतीिै|इससेराष्ट्रकीराजनीडतक,आडथफक
,सामाडजकतथासाांस्कृ डतकआडदसभीप्रकारकीउन्नडतिोतीरितीिैं|

राष्ट्रीयकीविक्षाकेलाभ
राजनीवतकएकता
सामावजकउन्नवतस्वार्षत्यागकीभािनाकाविकास
आवर्षकउन्नवत

उपसहार/वनष्कषष
यडदसरकारइसडवषयपरध्यानपूवफकडवचारकरे,तो
नई-नईयोजनाबनासकतीिैतथादेशकीजनताभी
जाग�किोकरराष्ट्रकेप्रडतअपनेकतफव्योांकोअ�ी
तरिसमझसकतीिै।राष्ट्रीयएकताकोप्रभाडवत
करनेवालेकारकोांकोऐसीकोईभीताकतयिाांतक
डकआतांकवादीयाडवरोधीसांगिनमेंइतनीक्षमतानिीां
डकवििमारीएकताकोखक्तण्डतकरसके ।िम
डजतनािीएकिीसूत्रमेंबांधेरिेंगे-देश–उतनीिी
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