10
इसनईधार्मिकधाराको"ईलूमुटी"कहागयाऔरयहबहुतसेलोगोंकेबीचफैलगया।इसका
मुख्यधार्मिकसिद्धांतथाकिमनुष्यकोअपनेदेवताओंसेअलगकरदेनाचाहिए औरएक-दूसरे
कोभीअलगकरदेनाचाहिए। यहधार्मिकसमूहदेवताओंकेभक्तोंकोअन्यायपूर्णऔर
प्रतिबंधकधार्मिकप्रथाओंकेखिलाफउत्तेजितकरताथा।
इसनईधार्मिकसिद्धांतकेबारेमेंबहुतविवादहुआ,क्योंकियहलोगोंकोएक-दूसरेसेअलग
करताऔरउन्हेंअद्वितीयता कीओरलेजाताथा।इसकेपरिणामस्वरूप ,समाजमेंविभाजन
हुआऔरअनेकधार्मिकऔरसामाजिक असंतोषउत्पन्न हुआ।
त्रिदेवोंकेअनुयायियों और"ईलूमुटी"केबीचतनावऔरसंघर्षकेबावजूद,यहनईधार्मिक
सिद्धांतधीरे-धीरेविस्तारपानेलगा।उसनेअपनेसंदेशकीगहराईकोबढ़ातेहुएधार्मिक
सम्प्रदायों कोभीअपनेचारोंओरघेरलिया।त्रिदेवोंकेअनुयायियों मेंभी"ईलूमुटी"केप्रति
विरोधथा।वेइसेएकअवांछित औरअस्वीकृतविचारमानतेथेऔरलोगोंकोधार्मिक
सहिष्ण ुता,सामंजस्य ,औरसामूहिकताकीमहत्वपूर्णताकोसमझातेरहे।
त्रिदेवोंनेइसनएसिद्धांतकेसुधारकेलिएपृथ्वीपरकईगुरु,संत,औरअवतारभेजे,जिनमें
महावतारबाबाजी,बुद्ध,कबीर,कालिदास ,रविदास,गुरुनानक,तीर्थंकर,परमहंसयोगानंद,
रामकृष्णपरमहंस,महर्षिरामन,स्वामीविवेकानंद,श्रीआदिशंकराचार्य ,संततुलसीदास,श्री
चैतन्यमहाप्रभ ु,श्रीसाईंबाबा,संतग्यानेश्वर,स्वामीश्रीयुक्तानंद,आदिशामिल थे।येमहापुरुष
लोगोंकोधर्म,नैतिकता,औरसामाजिक समृद्धिकेमार्गपरचलानेकेलिएप्रेरितकरतेरहे।
लेकिनकुछअन्यायीताकतोंनेइनगुरुओं,संतोंऔरधर्मगुरुओंकोसतायाऔरकईसंतोंकोमार
डाला,जैसेयीशसऔरअन्य।उनकाज्ञानकोमारोरकेपेशकियागयाऔरउनकेआदर्शोंको
नष्टकरदियागया।इससेधार्मिकसंघर्षऔरअसहिष्ण ुताकादौरआया।
त्रिदेवोंकेअनुयायियों मेंभीइसभ्रमकेकारणबातचीतमेंझगड़ेऔरआपसीविरोधबढ़गए।
धर्मकोभीकईसारेपंथऔरसमुदायोंमेंबाँटदियागया,जिसकाकारणकेवलअज्ञानऔर
धार्मिकभ्रांतियाँथीं।लोगअपनेधार्मिकआदर्शोंकेलिएलड़तेरहेऔरधार्मिकसमुदायोंकेबीच
आतंकऔरअसहिष्ण ुताफैलगई।
इसभ्रमऔरअसहिष्ण ुताकेबावजूद,कुछधार्मिकउद्धारकों नेअपनेजीवनकोबलिदानकिया
औरसत्यकेमार्गपरचलनेकासंकल्पकिया।कुछलोगथेजोइसनएसिद्धांतकोसमझते
औरमानतेथे।वेत्रिदेवोंकेज्ञानकोजानतेथेऔरउनकेउपदेशोंकापालनकरतेथे।वेजप,तप,
ध्यान,कुण्डलिनीविज्ञान,औरअन्यआध्यात्मिक अभ्यासों केमाध्यम सेअपनीआत्माकी
ऊर्जाकोउच्चस्तरपरपहुंचानेकाप्रयासकरतेथे।
इसतरह,पृथ्वीपरधार्मिकऔरसामाजिकविवादबढ़गया,जिसनेउसेएकविभाजित समाज
बनादिया।अबलोगोंकेबीचद्वेष,असहमति ,औरसंघर्षकामाहौलबनगया,जोकिउनकी
खुशहाली औरसामूहिकविकासकोबाधित कररहाथा।
ईलूमुटीकेलोगोंकोयहधार्मिकधारासिखातीथीकिसभीकोजबरदस्ती मेरागुलामबनाया
जाए,चाहेवहकोईभीहो।इसकेलिएवेसाम,दाम,दंड,भेदकीनीतिकोअपनातेथे।जोभीमेरे
धर्मकोमानता,उसेउसकी मौतकरदेनाथा।
कल्किअवतार-गाथाकलयुगसेसतयुगकी-2024-2047@CopyrightandAllRightReserved
MahadevSena