Paryavaran pradushan bed pdf/ppt presentation
Also for social science students class 6-8
Size: 1.21 MB
Language: none
Added: Mar 26, 2024
Slides: 12 pages
Slide Content
पर्यावरण और प्रदूषण
Dr. S.SURYAVATHI M.A., M.Phil., Ph. D.
Dr. V. S. Krishna Govt. Degree College
(A), Visakhapatnam
Email. Id : [email protected]
Subject:HINDI
1. पर्यावरण:
“हमयरे चयरों ओर स्थित जैव तिय अजैव पदयिों के
सहसंबंध को पर्यावरण कहय जयतय हैं।”
2. पर्यावरण–संतुलन:
“जैववक तिय अजैववक पदयिों के बीच संतुलन”
प्रदूषण से नष्प्ट:
1. मनुष्प्र् ही नहीं जीव-जन्तु अनेक रोगों के लशकयर होंगे।
2. प्रकृनत के सुंदर दृश्र् ववकृत और नछन्न-लभन्न होजयते हैं।
3. थमयरक भवनों की भव्र्तय समयप्त होने लगती हैं।
4. पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं पर घयतक प्रभयव पड़ते हैं।
5. बयढ़ र्य सूखय होने लगती हैं।
पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के उपयर्:
1. बढ़ती जनसंख्र्य को ननर्ंबित करनय
2. गंदगी को न फैलयनय और अपने आस-पयस के नयललर्ों को सयफ
रखनय
3. जंगलों की कटयई को रोकनय और जंगलों के ववथतयर को बढ़यनय
4. कूड़य-कचरय, प्लयस्थटक, रबर जैसे पदयिा नदी-नयलों और खुले
प्रदेशों में न फेंकनय
5. वयहनों के भीषण शोर को कम करनय