Adjectives HINDI

SomyaTyagi 29,721 views 15 slides Oct 25, 2011
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Slide Content

वाकय मे संजा अथवा सवनव ाम की िवशेषता बताने वाले शबदो को
िवशेषण कहते है। ििस िवकारी शबद से संजा की वयािि
मयािव दत होती है, उसे भी िवशेषण कहते है। ििस शबद (संजा
अथवा सवनव ाम) की िवशेषता बतायी िाती है उसे िवशेषय कहते
है। िैसे -
काला कुता।इस वाकय मे काला िवशेषण है।कुता िवशेषय है

मेहनती िवदाथी सफलता पाते है। धरमपुर सवचछ नगर है। वह
पीला है। ऐसा आदमी कहाँ िमलेगा? इन वाकयो मे मेहनती,
सवचछ, पीला और ऐसा शबद िवशेषण है। िो कमशः िवदाथी,
धरमपुर, वह और आदमी की िवशेषता बताते है।िवदाथी, धरमपुर,
वह और आदमी शबद िवशेषय है।
िवशेषण

िवशेषण के पकार
िवशेषण के चार पकार है-
2.गुणवाचक िवशेषण
(Adjective of quality)
2.संखयावाचक िवशेषण
(Adjective of number)
3.पिरमाण-बोधक िवशेषण, और
(Adjective of quantity)
4.सावनव ािमक िवशेषण।
(Demonstrative adjective)

1.गुणवाचक िवशेषणः
ििस शबद से संजा या सवनव ाम के गुण, रप, रंग आिद का बोध
होता है, उसे गुण वाचक िवशेषण कहते है। िैसे-
1. बगीचे मे सुंदर फूल है। 2. धरमपुर सवचछ नगर है। 3.
सवगवव ािहनी गंदी नदी है। 4. सवसथ बचचे खेल रहे है।
उपयुकव वाकयो मे सुंदर, सवचछ, गंदी और सवसथ शबद गुणवाचक
िवशेषण है।
1. समय संबंधी- नया, पुराना, तािा, वतमव ान, भूत, भिवषय,
अगला, िपछला आिद।
2. सथान संबंधी- लंबा, चौडा, ऊँचा, नीचा, सीधा, बाहरी, भीतरी
आिद।
3. आकार संबंधी- गोल. चौकोर, सुडौल, पोला, सुंदर आिद।

4. दशा संबंधी- दब
ुला
, पतला, मोटा, भारी, गाढा, गीला, गरीब, पालतू
आिद।
5. वण व संबंधी- लाल, पीला, नीला, हरा, काला, बैगनी, सुनहरी आिद।
6. गुण संबंधी- भला, बुरा, उिचत, अनुिचत, पाप, झूठ आिद।
7. संजा संबंधी- मुंबईया, बनारसी, लखनवी आिद।
1.गुणवाचक िवशेषणः

2.संखयावाचक िवशेषणः
ििस िवशेषण से संजा या सवनव ाम की संखया का बोध होता है, उसे
संखयावाचक िवशेषण कहते है। िसै े-
1. कका मे चालीस िवदाथी उपिसथत है।
2. दोनो भाइयो मे बडा पेम है।
3. उनकी दस
ूरी लडकी की शादी है।
4. देश का हरेक बालक वीर है।
उपयुकव वाकयो मे चालीस, दोनो, दस
ूरी और हरेक शबद संखयावाचक िवशेषण है।
संखयावाचक िवशेषण के भी दो पकार है-
1.िनिित संखयावाचक
2.अिििित संखयावाचक

िनिित संखयावाचक के छः भेद है-
1. पूणााक बोधक- िैसे, एक, दस, सो, हिार, लाख आिद।
2. अपूणााक बोधक-, िैसे, पौना, सवा, डेढ, ढाई आिद।
3. कमवाचक- िैसे, दस
ूरा
, चौथा, गयारहवाँ, पचासवाँ आिद।
4. आवृितवाचक- िैसे, दग
ुुना
, तीगुना, दसगुना आिद।
5. समूहवाचक-, िैसे, तीनो, पाँचो, आठो आिद।
6. पतयेक बोधक- िैसे, पित, पतयेक, हरेक, एक-एक आिद।
िनिित संखयावाचक िवशेषण

अिििित संखयावाचक िवशेषण
अिनिित संखयावाचक िवशेषणओं से अिधकतर बह
ुतव का बोध होता है।

िसै े-
1. सारे आम सड गए।
2. पुसतकालय मे असंखय पुसतके है।
3. लंका मे अनेक महल िल गए।
4. सुनामी मे बह
ुत सारे लोग मारे गए।
िनिित संखयावाचक के अतं गतव आनेवाले पूणाका बोधक िवशेषण के पहले
लगभग या करीब और बाद मे एक या ओं पतयय लगाने से अिनिित
संखयावाचक िवशेषण हो िाता है। िसै े-
1.लगभग पचास लोग आएँगे।
2. करीब बीस रपए चािहए।
3. सैकडो लोग मारे गए।
कभी-कभी दो पूणाका बोधक साथ मे आकर अिनिय वाचक बन िाते है। िसै े-
1. चालीस-पचास रपये चािहए।
2. काम मे दो-तीन घंटे लगेगे।

3.पिरमाण-बोधक िवशेषणः
ििस िवशेषण से िकसी वसतु की नाप-तौल का बोध होता है, उसे पिरमाण-
बोधक िवशेषण कहते है। िसै े-
1. मुझे दो मीटर कपडा दो।
2. उसे एक िकलो चीनी चािहए।
3. बीमार को थोडा पानी देना चािहए।
उपयुकव वाकयो मे दो मीटर, एक िकलो और थोडा पानी शबद पिरमाण-बोधक
िवशेषण है। पिरमाण-बोधक िवशेषण के दो पकार है-
1. िनिित पिरमाण-बोधकः िसै े, दो सेर गेह
ूँ
, पाँच मीटर कपडा, एक लीटर
दध
ू आिद।
2. अिनिित पिरमाण-बोधकः िसै े, थोडा पानी, और अिधक काम, कुछ
पिरशम आिद। पिरमाण-बोधक िवशेषण अिधकतर भाववाचक, दवयवाचक और
समूहवाचक संजाओं के साथ आते है।

4.साववनािमक िवशेषणः
िब कोई सवनव ाम शबद संजा शबद से पहले आए तथा वह िवशेषण शबद की
तरह संजा की िवशेषता बताये, उसे सावनव ािमक िवशेषण कहते है। िसै े-
1. वह आदमी वयवहार कुशल है।
2. कौन छात मेरा काम करेगा।
उपयुकव वाकयो मे वह और कौन शबद सावनव ािमक िवशेषण है। पुरषवाचक
और िनिवाचक सवनव ामो को छोड बाकी सभी सवनव ाम संजा के साथ पयुक
होकर सावनव ािमक िवशेषण बन िाते है। िसै े-
1. िनियवाचक- यह मूितव, ये मूितयव ाँ, वह मूितव, वे मूितयव ाँ आिद।
2. अििियवाचक- कोई वयिक, कोई लडका, कुछ लाभ आिद।
3. पशवाचक- कौन आदमी? कौन लौग?, कया काम?, कया सहायता?
आिद।
4. संबंधवाचक- िो पुसतक, िो लडका, िो वसतुएँ आिद।
वयुतपित की दिि से सावनव ािमक िवशेषण के दो पकार है-
1.मूल साववनािमक िवशेषण और
2.यौिगक साववनािमक िवशेषण।

1.मूल साववनािमक िवशेषणः िो सववनाम िबना िकसी रपांतर के िवशेषण के
रप मे पयुक होता है उसे मूल साववनािमक िवशेषण कहते है। िैसे-
1. वह लडकी िवदालय िा रही है।
2. कोई लडका मेरा काम कर दे।
3. कुछ िवदाथी अनुपिसथत है।
उपयुवक वाकयो मे वह, कोई और कुछ शबद मूल साववनािमक िवशेषण है।
2.यौिगक साववनािमक िवशेषणः िो सववनाम मूल सववनाम मे पतयय आिद
िुड िाने से िवशेषण के रप मे पयुक होता है उसे यौिगक साववनािमक
िवशेषण कहते है। िैसे-
1. ऐसा आदमी कहाँ िमलेगा?
2. िकतने रपये तुमहे चािहए?
3. मुझसे इतना बोझ उठाया नहीं िाता।
उपयुवक वाकयो मे ऐसा, िकतने और इतना शबद यौिगक साववनािमक
िवशेषण है। यौिगक साववनािमक िवशेषण िनमनिलिखत साववनािमक
िवशेषणो से बनते है- यह से इतना, इतने, इतनी, ऐसा, ऐसी, ऐसे। वह से
उतना, उतने, उतनी, वैसा, वैसी, वैसे। िो से िितना, िितनी, िितने, िैसा,
िैसी, िैसे। कौन से िकतना,िकतनी, िकतने, कैसा, कैसी, कैसे।
4.साववनािमक िवशेषणः

ivaSaoYaNaaoM kI ivaSaoYaNaaoM kI
rcanaarcanaa
kucC Sabd maUla $p maoM hI ivaSaoYaNa
haoto hOM :
jaOsao- AcCa, baura, gau$, sauMdr, catur,
maQaur, Aaid. kucC ivaSaoYaNa
SabdaoM kI rcanaa inamnailaiKt p`kar
sao kI jaatI hO.
1 maUla $p maoM p`%yaya, ]psaga- Aqavaa
samaasa ka p`yaaoga kr nae ivaSaoYaNa
kI rcanaa .
2 saM&a SabdaoM sao ivaSaoYaNaaoM kI
rcanaa.
3 sava-naama SabdaoM sao
ivaSaoYaNaaoM kI rcanaa.
4 ik`yaa SabdaoM sao ivaSaoYaNaaoM kI
rcanaa.
5 Avyaya SabdaoM sao ivaSaoYaNaaoM kI
rcanaa.

]psaga- sao ]psaga- sao
ivaSaoYaNa rcanaaivaSaoYaNa rcanaa
]psaga- nae ivaSaoYaNa
Sabd
A Aivakisat, Aivacala, Asamaqa-,
AbaaoQa
sa safla, saica~, sapUt, sajala
ina: inaBa-ya, inagau-Na, inadao-Ya,
inama-ma
ina inaDr, inakmmaa
du dubalaa
bao baoksaUr, bao[maana, baohaoSa,
baovajah
laa laavaairsa, laa[laaja, laapta,
laacaar

p`%yayaaoM sao p`%yayaaoM sao
ivaSaoYaNa rcanaaivaSaoYaNa rcanaa
p`%yaya nae ivaSaoYaNa
Sabd
[k eoithaisak, saamaaijak, dOinak,
Qaaima-k
[laa rMgaIlaa, sajaIlaa
vatI &anavatI, BaagyavatI
Ak maaQak, saaQk
maana bauiwmaana
SaalaI balaSaalaI, BaagyaSaalaI
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