भेड़िया और चरवाहे की कहानी हिन्दी में by Kahanizone
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Apr 23, 2025
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एक बार की बात हैं एक गाँव में एक चरवाहा रहता था उसके पास कई भेड़ थी जिनको गाँव से दूर जंगल के पास चराने जाता था। उसके �...
एक बार की बात हैं एक गाँव में एक चरवाहा रहता था उसके पास कई भेड़ थी जिनको गाँव से दूर जंगल के पास चराने जाता था। उसके पास कोई नहीं होता था। वह अकेले भेड़ों के साथ रहता था। एक दिन जब वह अपनी भेड़ों को चरा रहा था तभी उसके मन में शरारत सूझी।
किसान अपने पास लोगों को बुलाने के लिए जोर-जोर से चिल्लाने लगा “भेड़िया आ गया, भेड़िया आ गया, बचाओ-बचाओ”। उसकी आवाज गाँव वालों ने सुनी तो सभी लाठी, डंडे लेकर जंगल की ओर भागे।
चरवाहे के पास आकर देखा तो कुछ भी नहीं था। तभी चरवाहा जोर-जोर से हंसने लगा और बोला,”मैं तो मजाक कर रहा था”। गाँव के लोग उसके ऊपर गुस्सा हो कर वापस घर चले गए।
कुछ दिन बाद चरवाहे ने फिर वैसा ही किया और फिर से गाँव वाले इकट्ठा हुए। लेकिन कोई भेड़िया नहीं आया था सिर्फ वह अपने गाँव वालों को मूर्ख बनाता था। एक बार भेड़िया सच में आ गया और उसके भेड़ों को खाने लगा और फिर चरवाहा चिल्लाने लगा।
लेकिन उसे बचाने कोई नहीं आया। गाँव वालों ने सोचा कि आज भी माजक कर रहा होगा। इसलिए कोई उसे बचाने नहीं गया और भेड़िया उसकी सभी भेड़ों को मारकर खा गया।
नैतिक सीख:
हमें किसी के साथ झूठ नहीं बोलना चाहिए और किसी के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहिए।
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Added: Apr 23, 2025
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Slide Content
भेड़िया और चरवाहे की कहानी
एक बार की बात हैं एक गााँव में एक चरवाहा रहता था उसके पास कई भे़ि थी
जिनको गााँव से दूर िंगल के पास चराने िाता था। उसके पास कोई नहीं होता
था। वह अके ले भे़ि़ों के साथ रहता था। एक दिन िब वह अपनी भे़ि़ों को चरा
रहा था तभी उसके मन में शरारत सूझी।
ककसान अपने पास लोग़ों को बुलाने के ललए िोर-िोर से डचल्लाने लगा
“भेड़िया आ गया, भेड़िया आ गया, बचाओ-बचाओ”। उसकी आवाि गााँव
वाल़ों ने सुनी तो सभी लाठी, डंडे लेकर िंगल की ओर भागे।
चरवाहे के पास आकर िेखा तो कु छ भी नहीं था। तभी चरवाहा िोर-िोर से
हंसने लगा और बोला,”मैं तो मिाक कर रहा था”। गााँव के लोग उसके ऊपर
गुस्सा हो कर वापस घर चले गए।
कु छ दिन बाि चरवाहे ने किर वैसा ही ककया और किर से गााँव वाले इकट्ठा हुए।
लेककन कोई भेड़िया नहीं आया था लसिफ वह अपने गााँव वाल़ों को मूखफ बनाता
था। एक बार भेड़िया सच में आ गया और उसके भे़ि़ों को खाने लगा और किर
चरवाहा डचल्लाने लगा।
लेककन उसे बचाने कोई नहीं आया। गााँव वाल़ों ने सोचा कक आि भी मािक
कर रहा होगा। इसललए कोई उसे बचाने नहीं गया और भेड़िया उसकी सभी
भे़ि़ों को मारकर खा गया।
हमें ककसी के साथ झूठ नहीं बोलना चाकहए और ककसी के साथ कवश्वासघात
नहीं करना चाकहए।