भेड़िया और चरवाहे की कहानी हिन्दी में by Kahanizone

kahanizoneinfo 226 views 1 slides Apr 23, 2025
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एक बार की बात हैं एक गाँव में एक चरवाहा रहता था उसके पास कई भेड़ थी जिनको गाँव से दूर जंगल के पास चराने जाता था। उसके �...


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भेड़िया और चरवाहे की कहानी
एक बार की बात हैं एक गााँव में एक चरवाहा रहता था उसके पास कई भे़ि थी
जिनको गााँव से दूर िंगल के पास चराने िाता था। उसके पास कोई नहीं होता
था। वह अके ले भे़ि़ों के साथ रहता था। एक दिन िब वह अपनी भे़ि़ों को चरा
रहा था तभी उसके मन में शरारत सूझी।

ककसान अपने पास लोग़ों को बुलाने के ललए िोर-िोर से डचल्लाने लगा
“भेड़िया आ गया, भेड़िया आ गया, बचाओ-बचाओ”। उसकी आवाि गााँव
वाल़ों ने सुनी तो सभी लाठी, डंडे लेकर िंगल की ओर भागे।

चरवाहे के पास आकर िेखा तो कु छ भी नहीं था। तभी चरवाहा िोर-िोर से
हंसने लगा और बोला,”मैं तो मिाक कर रहा था”। गााँव के लोग उसके ऊपर
गुस्सा हो कर वापस घर चले गए।

कु छ दिन बाि चरवाहे ने किर वैसा ही ककया और किर से गााँव वाले इकट्ठा हुए।
लेककन कोई भेड़िया नहीं आया था लसिफ वह अपने गााँव वाल़ों को मूखफ बनाता
था। एक बार भेड़िया सच में आ गया और उसके भे़ि़ों को खाने लगा और किर
चरवाहा डचल्लाने लगा।

लेककन उसे बचाने कोई नहीं आया। गााँव वाल़ों ने सोचा कक आि भी मािक
कर रहा होगा। इसललए कोई उसे बचाने नहीं गया और भेड़िया उसकी सभी
भे़ि़ों को मारकर खा गया।

हमें ककसी के साथ झूठ नहीं बोलना चाकहए और ककसी के साथ कवश्वासघात
नहीं करना चाकहए।

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