Extramarital Affairs आशिक मिजाज ससुर की कातिल बहू.pdf

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About This Presentation

Manohar kahaniyan


Slide Content

ExtramaritalAffairs:आशिकमिजाजससुरकी
कातिल बहू
परमानंदअपनीबहूपरशुरूसेहीफिदाथा.लेकिनबेटेकेरहतेवहबहूकेकरीबनहींजापा
रहाथा.बहूकेनजदीकजानेकेलिएहीउसनेबेटेकोघरसेबाहरभेजदियाथा.
​नितिन कुमारशर्मा
​बरेली,उत्तरप्रदेश


ExtramaritalAffairs:गीतापश्चिमी उत्तरप्रदेशकेजिलाबरेलीकेथानाबहेड़ीकेगांव
फरीदपुरकेरहनेवालेगंगारामकीदूसरेनंबरकीबेटीथी.गंगारामकीगिनतीगांवके
संपन्नकिसानोंमेंहोतीथी.उनकी3शादियांहुईथीं.पहलीपत्नीरमाकीबीमारीसेमौतहो
गईतोउन्होंनेसुधासेशादीकी.पारिवारिक कलहकीवजहसेउसनेफांसीलगाकर
आत्महत्याकरलीतोउन्होंनेतीसरीशादीरेशमासेकी.
रेशमासेहीउन्हें4बेटियांऔर2बेटेथे.बड़ीबेटीललिताकीउन्होंनेउम्रहोनेपरशादीकर
दीथी.उससेछोटीगीताका8वींपासकरनेकेबादपढ़ाईमेंमननहींलगातोउसनेपढ़ाई
छोड़दी.गीताजिसउम्रमेंथी,अगरउसउम्रध्याननदियाजाएतोबच्चोंकोबहकतेदेर
नहींलगती.वेसहीगलतकेफर्ककोसमझनहींपाते.ऐसाहीकुछगीताकेसाथभीहुआ.
गीतागंगारामकेअन्यबच्चोंसेथोड़ाअलगहटकरथी.वहजिद्दीथी,इसलिए उसकेमन
मेंजोआताथा,वहहरहालमेंवहीकरतीथी.उसेलड़कोंकीतरहरहना,उन्हींकीतरह
दोस्तीकरनाऔरबिंदासघूमतेहुएमस्तीकरनाकुछज्यादाहीअच्छालगताथा.इसलिए
वहलड़कोंकीतरहकपड़ेतोपहनतीहीथी,अपनेबालभीलड़कोंकीहीतरहकटवारखेथे.
वहअकसरगांवकेलड़कोंकेसाथघूमतीरहतीथी.उम्रकेसाथउसकेबदनमेंहीनहीं,
सुंदरतामेंभीनिखारआगयाथा.
गंगारामकेपासट्रैक्टरभीथाऔरमोटरसाइकिल भी.गीतादोनोंहीचीजेंचलालेतीथी.
इसलिए उसकाजबमनहोता,वहमोटरसाइकिल लेकरघूमनेनिकलजाती.उसेलड़कोंसे
कोईपरहेजनहींथा,इसलिए गांवकेलड़केउसकेआसपासमंडरातेरहतेथे.गीतानादानतो
थीनहींकिउनलड़कोंकीमंशानसमझती,इसलिए अपनेबिंदासपनसेवहउन्हेंअंगुलियों

परनचातीरहतीथी.लेकिनउनलड़कोंकोइसकाफायदाभीमिलताथा.वेलड़केगीतासे
जोचाहतेथे,वहउन्हेंमिलाभी.
फिरतोगांवमेंगीताकोलेकरतरहतरहकीचर्चाएंहोनेलगीं.जबइससबकीजानकारी
गीताकेपितागंगारामकोहुईतोउसनेगीतापरबंदिशेंलगाईं.लेकिनगीताअबकाबूमें
आनेवालीकहांथी.कोईनकोईबहानाबनाकरवहघरसेनिकलजाती.कोईऊंचनीचनहो
जाए,इसडरसेगंगारामगीताकेलिएलड़केकीतलाशकरनेलगा.जल्दीहीउसकीयह
तलाशखत्महुईऔरउसेबरेलीकेहीथानानवाबगंजकेगांवलावाखेड़ानिवासीपरमानंद
काबेटामनोजमिलगया.
परमानंदभीकिसानथे.उसकेपासभीठीकठाकखेतीथी,जिसकीवजहसेउसकेयहांभी
गांवदेहातकेहिसाबसेकिसीचीजकीकमीनहींथी.उसकेपरिवारमेंपत्नीउर्मिलाके
अलावा3बेटियांऔर2बेटेमनोजतथाचैतन्यस्वरूपथे.बेटियोंकावहविवाहकरचुका
था.अबमनोजकानंबरथा.यहीवजहथीकिजबगंगारामउसकेयहांअपनेकिसी
रिश्तेदारकेमाध्यमसेरिश्तालेकरपहुंचातोबातबनगई.इसकेबादसारेरस्मोरिवाज पूरे
करकेमनोजऔरगीताकोशादीकेगठबंधनमेंबांधदियागया.यहशादीफरवरी,2009में
हुईथी.
गीतासुंदरतोथीही,साथहीउसमेंवेसारेगुणविद्यमानथे,जोपुरुषोंकोदीवानाबनादेते
हैं.यहीवजहथीकिगीतानेअपनीअदाओंसेपहलीहीरातमेंमनोजकोअपनादीवानाबना
दियाथा.गीतापहलीहीरातमेंसमझगईकिउसेपतिउसकेमनमाफिकमिलाहै.वह
जैसासीधासादा,अंगुलियोंपरनाचनेवालापतिचाहतीथी,मनोजठीकवैसाहीनिकलाथा.

2-4दिनोंमेंहीमनोजगीताकेहुस्नमेंइसकदरखोगयाकिहरपल,हरजगहउसेगीताही
गीतानजरआनेलगी.उसकागीताकोछोड़करकहींजानेकामनहीनहोता.खेतोंपरभी
उसकामननलगता.लेकिनजिम्मेदारीऐसीचीजहै,जोपत्नीतोक्या,मांबापसेभीदूर
होनेकोमजबूरकरदेतीहै.यहीहालमनोजकाभीहुआ.सालभरबादवहएकबेटेकाबाप
बनातोखर्चबढ़तेहीउसेअपनीजिम्मेदारीकाअहसासहोनेलगा.
इसजिम्मेदारीकोनिभानेकेलिएमनोजकोकमानाधमानाजरूरीथा,जिसकेलिएवह
ऊधमसि ंहनगरचलागया.वहांउसेटाटामैजिककेलिएपुर्जेबनानेवालीअल्ट्राटेककंपनीमें
नौकरीमिलगई.रहनेकेलिएउसनेशांतिकालोनीरोडस्थित बधईपुरामेंजागरलालके
मकानमेंकिराएपरकमरालेलिया.
कमाईधमाईकेलिएमनोजखुदतोऊधमसि ंहनगरचलागयाथा,लेकिनघरवालोंकी
देखरेखकेलिएगीताकोगांवमेंहीमांबापकेपासछोड़गयाथा.उसनेएकबारभीनहीं
सोचाकिउसकेबिनागीताकामनगांवमेंकैसेलगेगा.शायदउसेलगरहाथाकिजिस
तरहवहपत्नीबच्चेऔरपरिवारकेलिएत्यागकररहाहै,उसीतरहगीताभीकरलेगी.
लेकिनमनोजकीयहसोचगलतसाबित हुई.क्योंकिगीताकोतोशारीरिक संबंधोंकाचस्का
पहलेसेहीलगाहुआथा.ऐसेमेंवहबिनापतिकेकैसेरहसकतीथी.उसकादिनतोघरके
कामधामऔरबच्चेमेंकटजाताथा,लेकिनरातेंकाटेनहींकटतीथीं.बेचैनीसेवहपूरीरात
करवटेंबदलतीरहतीथी.शारीरिक सुखकेबिनावहबुझीबुझीसीरहतीथी.उसकीइस
बेचैनीऔरपरेशानीकोघरकाकोईदूसरासदस्यभलेहीनहींसमझसका,लेकिन
पितातुल्यससुरपरमानंदनेजरूरसमझलियाथा.

इसकीवजहयहथीकिपरमानंदलंगोटकाकच्चाथा.उसकेलिएरिश्तोंसेज्यादा
महत्वपूर्णस्त्रीकाशरीरथा.शायदयहीवजहथीकिगीताकोउसनेदेखतेहीपसंदकर
लियाथा.परमानंदअपनीबहूपरशुरूसेहीफिदाथा.लेकिनबेटेकेरहतेवहबहूकेकरीब
नहींजापारहाथा.बहूकेनजदीकजानेकेलिएहीउसनेबेटेकोजिम्मेदारीकाअहसास
दिलाकरउसेघरसेबाहरभेजदियाथा.
मनोजकेजानेकेबादगीताकीबेचैनीबढ़ीतोपरमानंदगीताकेनजदीकजानेकीकोशिश
करनेलगा.वहउससेबातेंकरनेकेबहानेढूंढ़नेलगा.गीताउससेबातेंकरतीतोवहअकसर
बातेंकरतेकरतेअपनीसीमाएंलांघजाता.वहउसेकोईसामानपकड़ातीतोसामानपकड़न े
केबहानेवहउसेछूने(ExtramaritalAffairs)कीकोशिश करता.ससुरकीइनहरकतोंसे
अनुभवीगीताकोसमझतेदेरनहींलगीकिवहउससेक्याचाहताहै.गीताकोशकतोपहले
सेहीथा,लेकिनजबनिगाहेंबदलींऔरपरमानंदबातबातमेंहंसीमजाककरनेलगातोउस
काशकयकीनमेंबदलगया.
परमानंददेखनेमेंहीजवाननहींथा,बल्किशरीरसेभीहृष्टपुष्टथा.इसकीवजहयहथी
किवहअपनेशरीरऔरखानपानकाविशेषध्यानरखताथा.बच्चेसयानेहोगएहैं,यहकह
करपत्नीउर्मिलाउसेपासनहींफटकनेदेतीथी.जबकिपरमानंदअभीखुदकोजवान
समझताथाऔरस्त्रीसुखकीलालसारखताथा.
परमानंदकोइसबातकीजराभीचिंतानहींथीकिगीताउसकीबेटीकीउम्रकीतोहैही,
उसकीबहूभीहै.वहवासनामेंइसकदरअंधाहोगयाथाकिमर्यादाहीनहीं,रिश्तेनातेभी
भूलगया.गीताअबउसेसिर्फएकऔरतनजरआरहीथी,जोउसकीशारीरिक भूखशांत

करसकतीथी.यहांपरमानंदहीनहीं,गीताभीअपनीमर्यादाभुलाचुकीथी.यहीवजहथी
किवहपरमानंदकीकिसीअशोभनीयहरकतकाविरोधनहींकररहीथी,जिससेउसकी
हिम्मतऔरहसरतेंबढ़तीजारहीथीं.फिरतोएकस्थितियहआगईकिपरमानंदकीरात
कीनींदगायबहोगई.अबवहमौकेकीतलाशमेंरहनेलगा.
आखिर उसेएकदिनतबमौकामिलगया,जबपत्नीमायकेगईहुईथी.गरमीकेदिनहोने
कीवजहसेबाकीबच्चेअंदरसोरहेथे.गीताघरकेकामनिपटाकरबाहरदालानमेंआईतो
ससुरकोबेचैनहालतमेंकरवटबदलतेदेखा.उसेलगाससुरकीतबीयतठीकनहींहै,
इसलिए उसनेउसकेपासआकरपूछा,‘‘लगताहै,आपकीतबीयतठीकनहींहै?’’
परमानंदहसरतभरीनिगाहोंसेगीताकोताकतेहुएबोला,‘‘तुमइतनीदूरदूररहोगीतो
तबीयतठीककैसेरहेगी.’’
गीताकोपरमानंदकीबीमारीकापहलेसेहीपताथा.बीमारतोवहखुदभीथी.इसीलिए तो
मौकादेखकरउसकेपासआईथी.उसनेचाहतभरीनजरोंसेपरमानंदकोताकतेहुएकहा,
‘‘यहआपकाभ्रमहै.मैंआपसेदूरकहांहूंबाबूजी.आपकेआगेपीछेहीतोघूमतीरहतीहूं.’’
अबगीताइससेज्यादाक्याकहती.परमानंदनेउसकाहाथपकड़करअपनीओरखींचातो
वहखुदहीउसकेऊपरगिरपड़ी.इसतरहएकबारमर्यादाकीदीवारगिरीतोउसपर
रोजरोजवासनाकीइमारतखड़ीहोनेलगी.गीताकातोमर्यादासेकभीकोईनाताहीनहीं
रहाथा,उसीमेंउसनेससुरकोभीशामिल करलिया.परमानंदकीसंगतमेंआकरवह

शराबभीपीनेलगी.अबवहशराबपीकरससुरकेसाथआनंदउठानेलगी.कुछदिनोंबाद
उसनेअपनेचचियाससुरसेभीसंबंधबनालिए.
येऐसारिश्ताहै,जिसेकितनाभीछिपायाजाए,छिपतानहींहै.किसीदिनउर्मिलानेगीता
कोपरमानंदकेसाथरंगरलियांमनातेरंगेहाथोंपकड़लिया.लेकिनउनदोनोंपरइसकाकोई
असरनहींपड़ा.जबघरकामुखियाहीपतनकेरास्तेपरचलरहाहोतोघरकेअन्यलोग
चाहकरभीकुछनहींकरसकते.उर्मिलाभीजबससुरबहूकेइसमिलनकोनहींरोकपाईतो
उसनेयहबातअपनेबेटेमनोजकोबताई.
मनोजजानताथाकिउसकाबापऔरपत्नीबरबादीकीराहपरचलरहेहैं,इसलिए वहभाग
करगांवआया.बापसेवहकुछकहनहींसकताथा,उसनेगीताकोसमझानेकीकोशिश
की.लेकिनगीताअबकहांमाननेवालीथी.हारकरमनोजउसेअपनेसाथलेगया.मनोज
काविचारथाकिगीतासाथरहेगीतोठीकरहेगी.लेकिनजिसकीआदतबिगड़चुकीहो,वह
कैसेसुधरसकतीहै.बहुतकमलोगऐसेमिलेंगे,जोऐसेमामलोंमेंसुधरनेकेबारेमेंसोचते
हैं.
मनोजकेनौकरीपरजातेहीगीताआजादहोजाती.वहकमरेमेंतालाडालकरघूमने
निकलजाती.उसनेवहांभीअपनेरंगढ़ंगदिखानेशुरूकिएतोवहांभीरंगीनमिजाज लोग
उसकेपीछेपड़गए.उन्हींमेंरुद्रपुरकीआदर्शकालोनीकारहनेवालाशेखरऔरजगतपुरा
कारहनेवालामनोजभटनागरभीथा.गीताकेदोनोंसेहीप्रेमसंबंधबनगए.शेखरनेबातें
करनेकेलिएगीताकोएकमोबाइलफोनभीखरीदकरदेदियाथा.यहीनहीं,दोनोंगीताकी

हरजरूरतपूरीकरनेकोतैयाररहतेथे.गीताउनकेसाथघूमतीफिरती ,सिनेमादेखती,
होटलोंऔररेस्तरांओंमेंखानाखाती.बदलेमेंवहउन्हेंखुशकरतीऔरखुदभीखुशरहती.
मनोजजागरलालकेजिसमकानमेंकिराएपररहताथा,उसीमेंउसकेबगलवालेकमरेमें
रामचंद्रमौर्यरहताथा.वहजिलाबरेलीकेथानामीरगंजकेअंतर्गतआनेवालेगांवगौनेरा
कारहनेवालाथा.थातोवहशादीशुदा,लेकिनवहांवहअकेलाहीरहताथा.वहवहांएक
फैक्ट्रीमेंठेकेदारीकरताथा.अगलबगलरहनेकीवजहसेमनोजऔररामचंद्रकेबीच
परिचय हुआतोदोनोंएकहीजिलेकेरहनेवालेथे,इसलिए उनमेंआपसमेंखासलगावहो
गयाथा.जल्दीहीरामचंद्रगीताकेबारेमेंसबकुछजानगयाथा.मनोजकेकामपरजाते
हीवहउसकेकमरेपरपहुंचजाताऔरगीतासेघंटोंबातेंकरतारहता.
पुरुषोंकोअपनीओरआकर्षितकरनेमेंमाहिर गीतासमझगईकिरामचंद्रउसकेकमरेपर
क्योंआताहै.वहजानगईकिपत्नीसेदूरऔरतसुखकेलिएबेचैनरामचंद्रउसीकेलिए
उसकेआगेपीछेघूमताहै.रामचंद्रगीतासेदोगुनीउम्रकाथा.लेकिनगीताकेलिएइसका
कोईमतलबनहींथा.उसेमतलबथातोसिर्फदेहसुखऔरपैसोंसे,जोचाहनेवालेउसपर
लुटारहेथे.तरहतरहकेमर्दोंकेसाथमजालेनेवालीगीताकोरामचंद्रकाआनाअच्छाही
लगा.इसलिए गीताउसकामुसकराकरस्वागतकरनेलगी.
फिरतोरामचंद्रकोउसकेकरीबआनेमेंदेरनहींलगी.जल्दीहीदोनोंकेमनहीनहीं,तन
भीएकहोगए.लेकिनजितनीजल्दीवेएकहुए,उतनीहीजल्दीउनकीपोलभीखुलगई.
एकदिनमनोजफैक्ट्रीसेजल्दीआगयातोकमरेकादरवाजाअंदरसेबंदथा.उसने
दरवाजाखटखटायातोगीतानेदरवाजाकाफीदेरबादखोला.वहमनोजकोदेखकरचौंकी.

उसकेकपड़ेअस्तव्यस्तथे,इसलिए मनोजकोलगा,वहसोरहीथी.गीतानेसहमेस्वरमें
पूछा,‘‘आजतुमइतनीजल्दीकैसेआगए?’’
‘‘फैक्ट्रीकाजनरेटरखराबथा,इसलिए कामनहींहुआ.’’कहकरमनोजकमरेमेंदाखिल
हुआतोसामनेपलंगपररामचंद्रकोबैठेदेखकरउसेमाजरासमझतेदेरनहींलगी.मनोज
कोदेखकरवहतेजीबाहरनिकलगया.मनोजनेगुस्सेसेपूछा,‘‘यहयहांक्याकररहा
था?’’
‘‘पानीपीनेआयाथा.’’गीतानेहकलातेहुएकहा.
‘‘कमराबंदकरकेपानीपिलारहीथीयाउसकेसाथगुलछर्रेउड़ारहीथी?’’
‘‘तुम्हेंयहकहतेशरमनहींआती?’’गीताचीखी.
‘‘शरमतोतुम्हेंआनीचाहिए,जोएककेबादएकगलतहरकतेंकरतीआरहीहो.अपनेमर्द
केहोतेहुएपराएमर्दकेसाथगुलछर्रेउड़ारहीहो.तुम्हेंतोशरमसेडूबमरनाचाहिए.’’
‘‘तुममेंहैहीक्या?तुमनतोपत्नीकोसंतुष्ट(ExtramaritalAffairs)करसकतेहो,नही
उसकेखर्चेउठासकतेहो.अगरतुमकोइससबसेपरेशानीहोरहीहैतोमुझेछोड़दो.’’
गीतानेअपनाफैसलासुनादिया.

‘‘तूतोचाहतीहीहैकिमैंतुझेछोड़दूंतोतूघूमघूमकरगुलछर्रेउड़ाए.तुझेतोअपनीइज्जत
कीपड़ीनहींहै,लेकिनमुझेतोअपनीइज्जतकीफिक्रहै.इसलिए सामानबांधलोऔरअब
हमगांवचलतेहैं.’’
अगलेदिनमनोजनेनौकरीछोड़दीऔरहिसाबकिताब लेकरगांवआगया.कुछदिनोंगांव
मेंरहकरमनोजअकेलाहीदिल्लीचलागया,जहांकिसीकंस्ट्रक्शनकंपनीमेंनौकरीकरने
लगा.उसकेजातेहीगीताफिरआजादहोगई.अबवहवहीकरनेलगी,जोउसकेमनमें
आता.शेखरऔरमनोजउससेमिलनेउसकीससुरालभीआनेलगे.मनोजकेपास
मोटरसाइकिल थी,गीताकाजबमनहोता,मोटरसाइकिल लेकरअकेलीहीबरेलीसेरुद्रपुर
चलीजातीऔरअपनेप्रेमियोंसेमिलकरवापसआजाती.
रामचंद्रसेगीताकोविशेषलगावथा.वहउसीकेसाथज्यादासेज्यादासमयबितातीथी.
जबइससबकीजानकारीपरमानंदकोहुईतोउसनेगीताकोरोका.लेकिनवहमाननेवाली
कहांथी.उसनेएकदिनगीताकोरामचंद्रकेसाथआपत्तिजनकस्थितिमेंदेखलियातोउस
नेसरेआमरामचंद्रकीपिटाईकरदी.रामचंद्रकोयहबुरातोबहुतलगा,लेकिनवहउस
समयकुछकरनेकीस्थितिमेंनहींथा.
गीताकोभीससुरकीयहहरकतपसंदनहींआई.क्योंकिवहनहींचाहतीथीकिकोईउसे
अपनीजागीरसमझेऔरउसकीबेलगामजिंदगीपरअंकुशलगाए.जबउसनेअपनेपति
मनोजकीबातनहींमानीतोपरमानंदकीबातकैसेमानती.यहीवजहथीकिपरमानंद
बारबारउसकेरास्तेमेंरोड़ाबननेलगातोउसनेइसरोड़ेकोहमेशाकेलिएहटानेकीतैयारी

करली.इसकेलिएउसनेरामचंद्रकोभीराजीकरलिया.वहराजीभीहोगया,क्योंकिवह
भीउससेअपनीबेइज्जतीकाबदलालेनाचाहताथा.
गीतानेससुरकोठिकानेलगानेकीजोयोजनाबनाईथी,उसीकेअनुसार27जुलाईकोवह
परमानंदकोमोटरसाइकिल सेरुद्रपुररामचंद्रकेकमरेपरलेगई.देरराततकगीता,रामचंद्र
औरपरमानंदबैठकरशराबपीतेरहे.गीताऔररामचंद्रनेतोखुदकमपी,जबकिपरमानंद
कोजमकरपिलाई.यहीनहीं,उसकीशराबमेंनींदकीगोलियांभीमिलादीथीं,जिससे
कुछहीदेरमेंवहबेहोशहोकरलुढ़कगया.उसकेबादगीताऔररामचंद्रनेउसीकेअंगौछे
सेउसकागलाघोंटदिया.
इसकेबादगीतानेमोटरसाइकिल स्टार्टकीतोरामचंदपरमानंदकीलाशकोबीचमेंबैठा
करपीछेस्वयंबैठगया.गीतामोटरसाइकिल लेकरकालाडूंगीरोडपरभाखड़ा नदीके
किनारेपहुंची,जहांदोनोंनेपरमानंदकीलाशकोबोरीमेंकुछईंटोंकेसाथडालकरनदीके
पानीमेंफेंकदिया.इसकेबादगीतारुद्रपुरमेंहीरामचंद्रकेकमरेपरकईदिनोंतकरुकी
रही.
11अगस्तकोगीतामोटरसाइकिल सेअपनीससुराललावाखेड़ापहुंचीतोपरमानंदकेछोटे
बेटेचैतन्यस्वरूपनेपिताकेबारेमेंपूछा.तबगीतानेकिसीरिश्तेदारीमेंजानेकीबातकह
करबातखत्मकरदी.2दिनससुरालमेंरहकरगीताफिरचलीगई.गीताकेजानेकेबाद
कईदिनोंतकपरमानंदनहींलौटातोघरवालोंकोचिंताहुई.

उन्हेंगीतापरशकहुआकिकहींउसनेअपनेप्रेमियोंशेखरऔरमनोजकेसाथमिलकर
उसकीहत्यातोनहींकरादी.चैतन्यस्वरूपनेकोतवालीनवाबगंजजाकरअपनेपिताके
गायबहोनेकीसूचनादी.उससमयइंसपेक्टरअशोककुमारकेपासकोतवालीकाभीचार्ज
था.उन्हेंलगाकिबहूससुरकोक्योंगायबकरेगी?यहीसोचकरउन्होंनेचैतन्यकोलौटा
दिया.परमानंदकापरिवारउसकीतलाशमेंलगारहा.उसीबीच21अगस्तकोइंसपेक्टर
अशोककुमारकातबादलाहोगयातोउनकीजगहआएइंसपेक्टरजे.पी.तिवारी.चैतन्य
स्वरूपउनसेमिलातोउन्होंनेउससेतहरीरलेकरशेखरऔरमनोजभटनागरकेखिलाफ
अपराधसंख्या-827/13परभादंविकीधारा364केतहतमुकदमादर्जकराकरगीताके
मोबाइलनंबरकोसर्विलांसपरलगवादिया.
सर्विलांससेलकेपुलिसकर्मियोंकीगीतासेकईबारबातहुई.गीताउनसेकभीगुजरातमें
होनेकीबातकहतीतोकभीहरियाणामेंहोनेकीबातबताती,जबकिउसकीलोकेशनबरेली
केआसपासकीहीथी.पुलिससमझगईकिगीताबहुतहीशातिर है.गीताकेनंबरकीकाल
डिटेल्सनिकलवाईगईतोपताचलाकिवहसबसेअधिक अपनीबड़ीबहनललितासेबात
करतीथी.इंसपेक्टरजे.पी.तिवारीनेललिताऔरउसकेपतिप्रमोदकोथानेलाकर
पूछताछकीतोउन्होंनेगीताकाठिकानाबतादिया.गीताउससमयबरेलीकेथानामीरगंज
केसामनेराजेंद्रसेठकेमकानमेंकिराएकाकमरालेकररहरहीथी.उसीकेसाथरामचंद्र
मौर्यभीथा.पुलिसनेदोनोंकोगिरफ्तारकरलिया.यह23दिसंबर,2013कीबातहै.
पूछताछमेंगीताऔररामचंद्रनेपरमानंदकीहत्याकाअपराधस्वीकारकरकेउसकीहत्या
कीपूरीकहानीसिलसिल ेवारबतादी.पुलिसनेदोनोंकोरुद्रपुरलेजाकरउनकीनिशानदेही

परभाखड़ा नदीसेपरमानंदकीलाशबरामदकरनेकीकोशिश की,लेकिनलाशबरामदनहीं
होसकी.इसकेबादपुलिसनेदोनोंकोसीजेएमकीअदालतमेंपेशकिया,जहांसेउन्हेंजेल
भेजदियागया.लाशकीबरामदगीकेलिएएकबारफिरपुलिसदोनोंकोरिमांडपरलेनेका
प्रयासकररहीथी.लेकिनकथालिखेजानेतकदोनोंकारिमांडमिलानहींथा.
—कथापुलिससूत्रोंपरआधारित
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