G spot

flaxindia 2,696 views 11 slides Jun 09, 2015
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About This Presentation

आपने पोर्नोग्राफिक वेब साइट्स और सेक्स पत्रिकाओं में जी-स्पॉट के बारे में अक्सर पढ़ा होगा। जहाँ कुछ लोग इसको लेकर ...


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जी-स्पॉट या सुख का सागर

आपने पोन��ा�फक वेब साइट्स और सेक्स पि�का� म� जी-स्पॉट
के बारे म� अक्सर पढ़ा होगा। जहाँ कुछ लोग इसको लेकर ब�त उत्सुक
ह� और इसका आनंद भी उठा रहे ह�, वह� कुछ नकारात्मक िवचारधारा
वाले लोग इसे महज़ �कसी िसर�फरे �ि� के �दमाग क� उपज मानते
ह�। वे मानते ह� �क जी-स्पॉट नाम क� कोई चीज है ही नह�। जी-स्पॉट
पर इतना हल्ला होने के बाद भी असमंजस क� िस्थित बनी �ई है।
इसिलए म� आज रहस्य के सारे परदे उठा कर स�ाई को उजागर कर
देना चाहता �ँ। तो चिलए सबसे पहले हम इितहास के प�� को पलटने
क� कौिशश करते ह�।
1950 के दशक म� िवख्यात गायनेकोलोिजस्ट डॉ. अन्सर्ट �ेफनबगर्
ने इंटरनेशनल जरनल ऑफ सेक्सोलोजी म� The Role of Urethra in
Female Orgasm नाम से एक �प� �कािशत �कया था। इन्ह�ने
ि�य� क� यूरे�ा के चारो तरफ कोप�रा केवन�जा क� तरह एक स्पंजी
और इरेक्टाइल �टश्यू को िचिन्हत �कया, िजसे यूरी�ल स्पंज कहा
जाता है। इसके बाद 1980 के दशक म� सेक्स एजूके टर और काउं सलर बेवल� िव्हपल और सायकोलोिजस्ट और सेक्सोलोिजस्ट जॉन पेरी ने डॉ. अन्सर्ट
�ेफनबगर् क� शोध को आगे बढ़ाया और अंततः डॉ. अन्सर्ट �ेफनबगर् के नाम पर इस इस रहस्यमय स्पॉट का नाम जी-स्पॉट रखा।
संरचना
जी-स्पॉट को समझने के िलए सबसे पहले हम यूरे�ल स्पंज क� संरचना को समझते ह�। यूरे�ा एक निलका है जो यूरीनरी ब्लाडर को िक्लटो�रस और
योिन (वेजाइना) के बीच िस्थत यूरे�ल िमएटस से जोड़ती है, िजससे यूरीन का िनकास होता है। यूरे�ा योिन क� ऊपरी िभि� के ऊपर से गुजरती है और

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इसके चारो तरफ एक स्पंजी और इरेक्टाइल �टश्यू के आवरण से िघरी रहती है िजसे यूरी�ल स्पंज कहते ह�। इस �टश्यू म� नवर् एं�डग्स, र�-वािहकाएँ,
पेरायूरी�ल तथा पेरीयूरी�ल �ंिथयां और वािहकाएं अविस्थत रहती है। ये �ंिथयां वीयर् जैसा तरल �ाव (फ�मेल इजाकुलेट) बनाती ह� और स्खलन
(इजाकुलेशन) करती ह�। इस तरल क� संरचना �ब� वीयर् जैसी होती है, िसफर् इसम� शु�ाणु नह� होते ह�। इसीिलए यूरी�ल स्पंज को �ोस्टेट �ंिथ का
�ित�प भी माना जाता है।
यूरी�ल स्पंज का एक खास अितसंवेदनशील िहस्सा उ�ेिजत
होने पर फू ल जाता है और योिन क� ऊपरी िभि� म� डेढ़ या दो इंच
अंदर उभरा �आ महसूस होता है। एक छोटे िस�े के आकार के इसी
स्थान को जी-स्पॉट कहते ह�। कई वैज्ञािनक पूरे यूरी�ल स्पंज को ही
जी-स्पॉट मानते ह�। उ�ेिजत करने पर यूरी�ल स्पंज र� से भर जाता
है और पेरायूरी�ल तथा पेरीयूरी�ल �ंिथयां तरल �ाव से फू ल
जाती ह� और कई ि�यां पु�ष क� भांित ती� आवेग के साथ तरल का
स्खलन करती ह�।
जी-स्पॉट क� कायर्शाला
जी-स्पॉट के बारे म� तो आप जान ही गए ह�। अब म� आपको बड़े
इित्मनान से िसखाऊँ गा �क क�से इस गु� स्थल को ढूँढ़ना है, उ�ेिजत
करना है, गुदगुदाना है और अनंत आनंद क� �ाि� करना है। ज्यादा
परेशान होने क� ज�रत नह� है, यह इतना क�ठन भी नह� है। हां,
उन उतावले युवा� को ज�र परेशानी हो सकती है, जो स� नह� कर
पाते। इनके िलए संभोग का मतलब है बस एक दो चुम्बन िलए, स्तन�
को थोड़ा दबाया और सीधे नीचे प�ँच जाते ह�। दो-चार िमनट संभोग
�कया और िनढ़ाल होकर सो जाते ह�। ि�यां भी ऐसे पु�ष� को पसंद नह� करती। ऐसे लोग कौिशश कर�गे तो भी जी-स्पॉट को न ठीक से डूँढ़ पाएंगे और न
पि� को वो स्वग�य सुख दे पाएंगे। और कुछ ही �दन� बाद बोलना शु� कर द�गे �क जी-स्पॉट तो होता ही नह� है, यह तो िसफर् कुछ िसर�फरे लोग� के
�दमाग क� उपज है। ले�कन आप वैसे नह� ह�, आप म� संयम भी है और स� भी है, आप तो िबल्ली मार ही ल�गे। तभी तो यह लेख इतनी तल्लीनता से पढ़
रहे ह�।

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यह तो मानना ही होगा �क जी-स्पॉट इतना सहज सुलभ भी नह�
है �क अंदर अंगुली डाली और सीधी जी-स्पॉट पर ले जाकर रख दी।
और इसका मदर्न करना शु� कर �दया। तभी तो आज भी इस च�चत
स्पॉट को रहस्यमय और िववादास्पद माना जाता है। सेक्स पि�का�
और पोनर् वेब साइट्स पर इस िवषय पर ब�त साम�ी उपलब्ध है।
अिधकांश मिहलाएं जवानी म� कदम रखती ह�, हस्त-मैथुन करती ह�,
�जदगी भर संभोग करती ह�, ब�े पैदा करती ह� �फर भी जी-स्पॉट से
अनिभज्ञ और अनजान बनी रहती है। पु�ष� को तो योिन-मैथुन से आगे
सोचने क� फु सर्त ही कहां रहती है। �ी-रोग िवशेषज्ञ रोज दजर्न� ि�य�
का चेकअप करती है, पर इस स्पॉट को न कभी पकड़ नह� पाती ह� और
न कभी ध्यान देती ह�।। इसका एक बड़ा कारण यह है �क सामान्यतः
यह योिन क� अ� िभि� म� सुषु� अवस्था म� रहता है और उ�ेिजत
करने पर ही यह फू ल कर अपनी उपस्थित का अहसास �दलाता है।
य�द आप अपनी सजनी के जी-स्पॉट को ढूँढ़ना चाहते ह�, उसे जीवन का
�लयंकारी और असीम चरमानंद देना ही चाहते ह� तो धीरज रिखए
और हर �बदु को समझते जाइए। आज आप जी-स्पॉट ऑगार्ज्म क� तकनीक और बारी�कय� को भली भांित सीख जाएंगे। उसके बाद आपको कोई िवशेष
परेशानी नह� होगी। आप सहज होकर अपनी �ेयसी को जी-स्पॉट ऑगार्ज्म देकर उसे आनंद के उस िशखर तक लेकर जाएंगे, जहां उसे जीवन के सारे सुख
नगण्य लगने लग�गे। आज वह जान जाएगी �क सेक्स का असली सुख क्या होता है। आज हम आपको �ी के हर भाव, हर अदा और हर संकेत का मतलब
िसखला द�गे। ये अनुभव आपको जी-स्पॉट आगार्ज्म के चरम �बदु तक प�ँचने म� बड़ी मदद कर�गे। इंटरनेट ऐजुकेशनल स�वस, िजसे KISISS ( Kinsey
Institute Sexuality Information Service for Students) कहते ह�, पर सबसे अिधक पूछा जाने वाला �� आज भी यही है �क जी-स्पॉट क्या है और इसे
कैसे ढूढ़�गे?

शोला जो भड़के
य�द दम्पि� के बीच प्यार, भावनात्मक जुड़ाव और संवाद ब�त अच्छा है, तो हो सकता है आप पहली बार ही इस महान आनंद को �ा� करल�।
ले�कन हम तो आपको यही सलाह द�गे �क आप उनसे जी-स्पॉट को िज� ही मत क�िजए, बस इतना ही किहए �क आज डेट पर चलते ह�, बाहर ही खाना
खाएंगे और घर आकर एंज्वॉय कर�गे। इस �दन के िलए आपको थोड़ी तैयारी भी करनी चािहए, जैसे अपने नाखुन काट ल�, अच्छे कपड़े पहन� और उनक�

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पसंद का परफ्यूम लगाएं। सुबह से ही माहौल खुशनुमा और मूड रोमां�टक रख�। जब भी मौका लगे उनको बाह� म� भर कर एक ब�ढ़या �� च �कस दे डाल�।
देिखएगा वो �दन भर प्यार भरे सपन� म� खोई रह�गी। और अपनी योिन म� नमी और कुलबुलाहट महसूस कर�गी।

�दल उनका धड़के
डेट पर उन्ह� फू ल� का ग़�लदस्ता भ�ट कर� और हनीमून के प्यार भरे लम्ह� को याद कर�। िडनर म� उनक� पसंद के �ंजन ऑडर्र कर�, उनक� खुशामद कर�। कह� �क वह
�कतनी सुंदर ह� और आप दीवानगी क� हद तक उन्ह� प्यार करते ह�। बात� करते
रह�। ि�यां खुशामद और तारीफ से बड़ी जल्दी िपघलती ह�। जैसे ही रात ढलने
लगे, अपनी चांद सी महबूबा को गोद म� उठा कर शयनकक्ष म� ऐसे �वेश कर� जैसे
आज क� रात ही आपक� सुहागरात हो।
ददर् जवानी का सताए बढ़-बढ़ के
बेड�म म� म�म रोशनी हो और पलंग सजा �आ हो। अब काम- ��ड़ा क�
शु�आत कर�, एक दूसरे को छूना और चूमना शु� कर�। कुछ ही लम्ह� म� आपको
ऐसा लगने लगेगा जैसे कपड़� म� आग लग गई हो और आपका िबस्तर ठंडे पानी का पूल है। एक-एक करके कपड़े उतरने लग�गे। दो �दल�, दो िजस्म� के बीच हर
दीवार ढह चुक� है। आपक� मिलका पूरी तरह िपघल चुक� ह�, योिन से �ेम रस
छलक रहा है और वह चाह रही ह� �क आप वहाँ कब �वेश कर�गे। ले�कन आप उन्ह� कह� �क आज जल्दबाजी नह� कर�गे, आज आप तसल्ली से एंज्वॉय करना
चाहते ह�। आप उनसे प्यार भरी बात� करते रह�, छूते रह� और आ�लगन लेते रह�।
अब उन्ह� पीठ के बल लेटने को कह�। उनके उर�ज�, आंख�, रसीले लब� या
खूबसूरत पैर� क� �शंसा करते रह�। याद रखे �शंसा से प्यार बढ़ता है। इसे देने म� कोई खचार् नह� होता परंतु लेने वाले के िलए यह अनमोल तोहफ़ा बन जाता है। अब उसके गाल� या ह�ठ� के चुम्बन लेना शु� क�िजए। बीच- बीच म� कभी
गदर्न, कान या पलक� को चूिमए। वह उ�ेिजत हो उठेगी। वह आपक� तरफ झुकेगी, आपके चेहरे को अपनी तरफ ख�चेगी या आपका हाथ पकड़ कर सीधा
अपने उरोज पर रख देगी। वह आपको कह भी सकती है �क डा�लग कब तक तड़पाओगे। अब वह पूरी तरह उन्माद म� डूब चुक� है। ले�कन लाख टके का जी-स्पॉट ऑगार्ज्म आप उसे इतनी जल्दी थोड़े ही द�गे। आपका ध्यान तो अभी चेहरे और स्तन� के ऊपर ही क���त रहना चािहए।

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तड़पाओगे तड़पा लो, हम तड़प-तड़प कर भी तुम्हारे गीत गाएंगे
यह स्टेप ब�त अहम है, आप उनके पहलू म� लेटे ह�, माहौल गमर् है और उ�ेजना बढ़ रही है। आपको पूरा िनयं�ण और धैयर् रखना है। आज आपको
िपघलना नह� है, बिल्क अपनी �ेिमका को खूब तड़पाना और तरसाना है। चूमना जारी रिखए। उन्ह� गदर्न पर चुम्बन पसंद हो तो वहां चूिमए। अब उरोज�
को छूने और सहलाने का समय आ गया है। इनको हल्के-हल्के सहलाना शु� कर�। िनपल को ज्यादा नह� छूएं। इस स्टेप का मुख्य �योजन जनने��य� म�
र� के �वाह को बढ़ाना है। एक हाथ से स्तन को सहलाते रह� और दूसरे हाथ से पेट को गुदगुदाते �ए आिहस्ता-आिहस्ता नीचे क� तरफ बढ़�। वो �कतना
ही तड़प�, मचल� या कौिशश कर� , अपने हाथ को जनने��य� से ऊपर रही रख�। उन्ह� लगना चािहए �क जैसे आज आप योिन को नह� सहलाओगे। बस हौले-
हौले नीचे ब�ढ़ए और हर हाल म� अपने हाथ को योिन से ऊपर ही रिखए, भले वो आपके हाथ को पकड़ कर योिन क� तरफ ख�चने क� कौिशश करे। यहाँ
आपका मकसद उस भावनात्मक जुड़ाव को बनाए रखना है जो आपके बीच गमार्ता जा रहा है। क्य��क ज्य�ही आप योिन को सहलाना या दबाना शु�
करते हो, भावनात्मक जुड़ाव खत्म होने लगता है और सेक्स क� शु�आत हो जाती है। गदर्न, पेट व उरोज� को सहलाना और चूमना जारी रख�। आपके
बीच भावनात्मक जुड़ाव बढ़ता रहे। यह सब करते �ए आपको उनक� तरफ से िमलने वाले दो �ीन िसगनल पर अपना ध्यान रखना है। आप उन्ह� उ�ेिजत
करते रिहए जब तक उनक� सांसे तेजी से न चलने लगे और वो आपको पकड़ कर अपनी तरफ ख�चने न लगे। ज्य�ही वो ऐसा करे, अपना ध्यान दूसरे
िसगनल पर क���त कर�। अब वह अंगड़ाई ल�गी, बल खाएगी, मचल�गी
और अपने िनतम्ब धीरे-धीरे उछालने लगेगी, ऐसा लगेगा जैसे वह
संभोग के िलए ध�े मार रही हो। पेट और स्तन� को चूमना, सूंघना
और सहलाना जारी रखे।
आँख� ही आँख� म� इशारा हो गया
जैसे ही आपको उनक� तरफ से ये दोन� �ीन िसगनल िमल जाएँ,
तो समझ ल� �क वो अब पूरी तरह उ�ेिजत और तैयार ह�। �फर भी अपना पूरा ध्यान उसके उदर और उरोज� पर बनाए रख�। धीरे-धीरे
अपने हाथ को नीचे ले जाकर जांघ के ऊपरी िहस्से को सहलाना शु� कर�। ध्यान रखे �क अपने हाथ योिन क्षे� से दूर ही रख�, अभी उसे छूने
का समय नह� आया है। आप चाह� तो िनतम्ब क� गोलाइय� का हल्के हाथ से मदर्न कर सकते ह�, गुदगुदा सकते ह�, इससे योिन क्षे� म�
बेचैनी और उ�ेजना बढ़ेगी और पूरे पेिल्वस म� र� का �वाह बढ़ेगा।

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कूल्ह� का िहलना, मचलना और उछलना जारी रहेगा। जांघ� को सहलाते रह� और अंगुिलय� को आनंद ि�कोण (Vulva) के चार� तरफ हौले-हौले घुमा कर
योिन को उकसाते रह�, छेड़ते रह�। ले�कन योिन से फासला बनाए रख�। जो भी हो हर हाल म� उनसे भावनात्मक जुड़ाव को बनाए रख�।

भंवरा बड़ा नादान
अब तक तो उनक� बेचैनी पराका�ा पर होगी। िनतम्ब� का मचलना, उछलना और अंगड़ाई लेना जारी रहेगा। वो हर कौिशश कर�गी �क आप उसक�
योिन तक प�ँच�, उसे सहलाएं , मसल� और उसे आनंद के सागर क� सैर कराएं। अगर वो थोड़ी सी भी नटखट या बेशमर् ह� तो वो अपनी योिन को खुद ही
सहलाने लगेगी या आपके हाथ को पकड़ कर अपनी योिन तक ले जाएगी। पर आपको ऐसा नह� करना है। ज�रत पड़े तो आप उन्ह� �फर याद �दला द� �क
आज आपको कोई जल्दी नह� है और आप अभी और मजा लेना चाहते ह�। य�द वो अपनी योिन को खुद ही रगड़ना चाहे तो उनसे कहे �क वो अपने उरोज�
को सहलाएं। बेहतर होगा �क वो सीधी लेट जाएं और मजे लेती रहे। अब आपको उनक� योिन के ऊपर अपने हाथ को इस तरह घुमाना है जैसे भंवरा फू ल�
के ऊपर मंडराता है, ध्यान रहे �क आपक� हथेली हर हाल म� त्वचा को स्पशर् नह� करेगी, बाल� का हल्का सा स्पशर् जायज़ है। अगर वो सचमुच उ�ेिजत हो
चुक� ह�, तो आपका यह कदम उन्ह� पागल कर
देगा, दीवानी बना देगा। वो आपक� हथेली और
उसक� गमार्हट को महसूस कर ल�गी। वह कूल्ह�
को उछाल कर आपके हाथ को छूने क� कौिशश
करेगी। ले�कन आप अपनी हथेली को ऊपर उठा
कर उन्ह� और उकसाएं। आपको यह सब 2-3
िमनट तक करना है। इतने म� तो वह आह� भरने
लगेगी और कह उठ�गी, “आज क्य� इतना तड़पा
रहे हो।“ उनको इस तरह उकसाने के कुछ फायदे
भी ह�। एक तो इससे उनक� उ�ेजना िशखर को
छूने लगेगी और दूसरा वो अपनी सारी शमर् और
िझझक छोड़ कर सेक्सी और कामुक बन
जाएंगी। आपको सेक्स करने के िलए ललकारने
लग�गी। आज आप उन्ह� छेड़ रहे ह�, मजबूर कर
रहे ह� �क वो अहम और स्वािभमान को छोड़ कर
बेशम� से अपनी भावनाएं �� करे।

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छू लेने दो नाज़�क होठ� को
अब योिन को छूने का व� आ गया है। पहले तो आप योिन के दोन� तरफ हल्के हाथ� से सहलाएंगे, ध्यान रहे भगो� (लेिबया) से अभी भी दूर ही
रहना है। इससे वो तड़प उठेगी, वासना के शोल� म� जल उठ�गी। हल्के हाथ� से मसलना और सहलाना जारी रख�। इससे योिन मुख के दोन� तरफ क�
पेिशयां ढ़ीली पड़ जाएंगी। इसके बाद भगो� और योिन को सहलाना शु� कर�। ये ब�त संवेदनशील अंग ह� और इन पर पयार्� ध्यान देना ज�री है। भगो�
को आिहस्ता से चौड़ा कर�, अंगुिलय� से मदर्न कर�। आप चाह� तो िक्लटो�रस को हल्का सा गुदगुदा सकते ह�। पर आज जी-स्पॉट को जीतने को �दन है,
इसिलए पूरा ध्यान उस पर ही रहना चािहए।
ढूंढो ढूंढो रे साजना ढूंढो
अब आप योिन �पी समु� के मंथन को तैयार ह�। आज आपको
उस रहस्यमय जी-स्पॉट क� खोज कर लेना है, जैसे �कसी जमाने म�
कोलम्बस ने अमे�रका को खोजा था। सारी तैया�रयां हो चुक� ह�,
नौकाएं सज चुक� ह�। तो चिलए अपनी तजर्नी अंगुली को गीली और
नमक�न योिन म� धीरे से उता�रए। धैयर् बनाए रख�, अब मंिजल दूर
नह� है। अंगुली को धीरे-धीरे अंदर-बाहर कर� और योिन क� िभि�य�
पर थोड़ा दबाव डाल�। अंगुली को योिन म� ब�त अंदर तक डालने क�
ज�रत नह� है, क्य��क योिन का आगे का िहस्सा ही ज्यादा
संवेदलशील होता है। य�द आपको लगे �क योिन म� पयार्� गीलापन
नह� है तो इसका मतलब यह भी नह� है �क वो पूरी तरह उ�ेिजत
नह� ह�। हां आप के.वाई.जेली या अन्य लु�ीक�ट का �योग कर सकते
ह�।
अब आप योिन क� ऊपरी िभि� को दबाते �ए अपनी अंगुली
को अंदर-बाहर कर रहे ह�। ध्यान रहे पूरे समय आप उसके होठ� और
उरोज� को चूमना और चाटना जारी रख�गे। सामान्यतः डेढ़ इंच के
बाद योिन क� अ� िभि� का कुछ िहस्सा थोड़ा खुरदरा होता है।
इसके ठीक पीछे जी-स्पॉट होता है, जो एक घाटी (Valley) म� समाया �आ �तीत होता है। जी-स्पॉट के पीछे एक या दो इंच लंबा िचकना और सपाट

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िहस्सा होता है िजसे प्लेटो कहते ह�। य�द आपक� अंगुली ज्यादा अंदर प्लेटो तक प�ँच गई है तो उसे बाहर क� तरफ लाकर घाटी क� रपट और खुरदरे
िहस्से के बीच क� जगह को मसलना शु� कर�। य�द वो कह� �क उन्ह� यूरीन लग रही है तो समझ लीिजए �क आप जी-स्पॉट पर प�ँच चुके ह�। अिधकांश
ि�य� क� यही पहली �ित��या होती है।
अिधकांश ि�य� म� जी-स्पॉट छोटे िस�े जैसा महसूस होता है। कुछ ि�य� म� यह महसूस ही नह� होता। कुछ ि�य� म� यह छोटा और कुछ म� बड़ा
होता है, िबलकुल वैसे ही जैसे कुछ ि�य� म� स्तन और िनपल्स बड़े होते ह� तो कुछ म� िबलकुल छोटे। जैसे ही आपक� अंगुली जी-स्पॉट पर प�ँचे, इसे
गोलाई म� घुमाते �ए मसलना शु� कर द�। एक सैकंड म� एक गोला बनाएँ। मसलने के िलए आप एक या दो अंगुिलय� का �योग कर सकते ह�। �रग और
िमिडल �फगर सबसे उपयु� रहती है।
मोरे अंग लग जा बालमा
अब आपने जी-स्पॉट को मसलना शु� कर �दया
है। हो सकता है शु� म� वो कोई �ित��या नह� दे,
परंतु हैरान होने क� िबलकुल ज�रत नह� है, बस
घाटी क� रपट और खुरदरे िहस्से के बीच क� जगह को
रगड़ना जारी रिखए। संभवतः कुछ ही समय बाद वह
कहेगी �क हां अच्छा लग रहा है या हां बस यह� करते
जाओ या कहेगी �क कुछ अलग सा महसूस हो रहा है।
य�द उसक� तरफ से कोई �ित��या नह� िमले तो भी
स� रिखए। जी-स्पॉट िनपल क� तरह होता है। जब
आप शु� म� िनपल को छूते ह� तो वह सॉफ्ट होता है।
परंतु थोड़ी देर बाद जब उसम� र� का �वाह बढ़ता है
तो वह फू ल कर सख्त जाता है और उसक� संवेदना
जादुई अंदाज म� बढ़ती है। जी-स्पॉट क� �फतरत भी
िबलकुल ऐसी ही है। जैसे ही आप इसे धीरे-धीरे
गोलाई म� घुमाते �ए मसलते ह�, तो यह फू लने लगता
है और ब�त संवेदनशील हो जाता है। य�द औरत को
िबना उ�ेिजत �कए आप उसके जी-स्पॉट को

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सहलाओगे तो यह उसे अि�य और क��द लग सकता है। इसी कारण कई जोड़े जी-स्पॉट का मजा नह� ले पाते ह�। यह बात हमेशा अपने ज़हन म� रख� �क
जी-स्पॉट ऑगार्ज्म का लुफ्त लेने के पहले औरत को पूरी तरह उ�ेिजत करना अत्यंत ज�री है। य�द आप जल्दबाजी कर�गे तो जी-स्पॉट पूरी उ�ेजना को
�ा� नह� करेगा और सफलता नह� िमल पाएगी। इसिलए आप धीगे-धीरे स्टेप बाई स्टेप आगे बढ़�।
जी-स्पॉट क� आनंद या�ा म� लय और ताल का बड़ा महत्व है। जब
तक आपके घषर्ण क� लय संतुिलत बनी रहेगी, काम-तरंग उठेगी और शांत
होती रह�गी। उसके बाद दूसरी तरंग उठेगी और शांत हो जाएगी. ले�कन
जैसे जैसे आप घषर्ण क� लय बढ़ाएंगे तो तरंग� क� ती�ता बढ़ने लगेगी,
हर नई तरंग ज्यादा ती� होगी। य�द आप उसके जी-स्पॉट को 10 िमनट या
और अिधक समय से संतुिलत लय म� सहला कर रहे ह� और काम- तरंग� क�
ती�ता नह� बढ़ रही ह�, तो इसका मतलब यह है �क आपको घषर्ण का
दबाव या तरीका बदल कर देखना चािहए। हर औरत का सॉफ्टवेयर
अलग होता है। �कसी को ज्यादा दबाव चािहए तो कोई अंगुिलय� का
साइड टू साइड घषर्ण पसंद करती है या कोई चाहती है �क आप अंगुिलय�
को अप एंड डाउन घुमाएँ। कुछ औरत� एक अंगुली से उ�ेिजत होती है तो
�कसी को दो अंगुली का ब�ढ़या घषर्ण लुभाता है। आपसी तालमेल,
अभ्यास और सूझबूझ से आप सही तरीका सीख ल�गे।

जब आप जी-स्पॉट ऑगार्ज्म के नज़दीक प�ँचने लगते ह� तब काम क� लहर� जल्दी-जल्दी उठने लगती ह� और उनक� ती�ता भी तेजी से बढ़ने लगती है
�क ऑगार्ज्म का �कना असंभव हो जाता है। इन लम्ह� म� वो आनंद के सातव� आसमान म� िवचरण कर रही होती ह�। ऐसी िस्थित म� कई बार पु�ष भी
इतना उ�ेिजत हो जाता है �क वह भी एक भीषण आगार्ज्म को �ा� करता है। हां, य�द आप स्वयं पर िनयं�ण रख पाते ह� और जी-स्पॉट का मदर्न जारी
रख पाते ह� तो जैसे समय का पिहया �क जाता है, जीवन थम जाता है, शरीर के सात� च� खुल जाते ह� और औरत बड़े लंबे समय तक आगार्ज्म के आनंद
को �ा� करती रहती है। कई �ेमी युगल 20 िमनट या इससे भी अिधक समय तक आगार्ज्म का लुफ्त लेते रहे ह�। एक युगल ने 40 िमनट तक आगार्ज्म का
सुख �ा� �कया है। आजकल जी-स्पॉट िस्टमुलेशन के िलए ब�त सारे सेक्स टॉयज़ भी उपलब्ध ह�। सेक्स टॉयज़ का �योग जी-स्पॉट िस्टमुलेशन के आनंद म�
चार चाद लगा देता है। पोनर् साइट्स पर इनक� पूरी जानकारी िमल जाती है। आप इन्ह� ऑनलाइन (e.g. http://www.cheapsextoys.in) भी खरीद सकते
ह� ।

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ओ सनम तेरे हो गए हम प्यार म� तेरे खो गए हम
य�द सब कुछ ठीक-ठाक है तो आज उन्ह� ऐसा परमानंद िमलने वाला है जैसा न उन्ह�ने कभी महसूस �कया न कभी स्व� म� भी सोचा होगा। आज
उसका आगार्ज्म िबलकुल हटके होगा, यह पूरे शरीर म� फै ल जाएगा। ऑगार्ज्म क� तरंगे इतनी तेज़ होगी �क तन, मन और आत्मा तक िहला कर रख द�गी।
कह� दूर से �मानी संगीत सुनाई देगा। आज उनको �ी होने का सही गौरव �ा� होने वाला है। शरीर क� एक-एक कोिशका पुल�कत हो उठेगी।
य�द आप उन्ह� जी-स्पॉट के इस उपवन क� सैर पर पहली बार लेकर जा रहे ह� तो उनम� थोड़ी िझझक और घबराहट भी स्वाभािवक है। कोई परवाह
नह�, आप उन्ह� सांत्वना देते रह� �क मंिजल तक आप उनके साथ ह�। आप उनके स�दयर् क� भरपूर �शंसा करे और कह� �क आप उन्ह� बेपनाह मुहब्बत करते
ह�। इससे वो न केवल सुकून महसूस करेगी बिल्क वो पूरी तरह �रलेक्स रह�गी और क्लाईमेक्स भी सही समय पर �ा� कर�गी। आज क� यह हंसीन रात
उनके िलए यादगार रात बन जाएगी।
�ायः जी-स्पॉट म� थोड़े फु लाव के अलावा आप योिन म� कोई प�रवतर्न महसूस नह� कर�गे। आपको स� रखना ब�त ज�री है क्य��क जी-स्पॉट को पूरी
तरह उ�ेिजत होने म� 20 िमनट तो लगते ही है। इतनी देर म� आपके हाथ भी थकने लगते ह�। यहां आप �क नह� सकते अन्यथा सब कुछ खत्म हो जाएगा।
जैसे ही आप जी-स्पॉट ऑग�ज्म क� चरम अवस्था के िनकट प�ँचते ह�, योिन आपक� अंगुिलय� को संकुचन क� भीषण तरंग� के �ारा दबाना शु� करती है।
हर अगली तरंग िपछली तरंग से तेज़ होती है। योिन अंगुिलय� को मजबूती से जकड़ लेती है। इसी समय योिन म� यकायक गीलापन बढ़ता है और योिन म�
एक िवशेष तरल का �ाव होता है। कुछ ि�य� को ऑगार्ज्म के साथ स्खलन होता है, िबलकुल वैसे ही जैसे पु�ष म� वीयर् का स्खलन होता है। स्खलन म� जो
�व िनकलता है वह पारदश� और पतला तरल पदाथर् होता है। यह
योिन से िनकलने वाले सफे द रंग के सामान्य तरल से िबलकुल िभ�
होता है।

मुझे तुम िमल गए हमदम सहारा हो तो ऐसा हो
�कसी का चाँद सा चेहरा, नजर से चूम लेती �ँ
खुशी क� इंतहा ये है, नशे म� झूम लेती �ँ
�ई तकदीर भी रोशन िसतारा हो तो ऐसा हो
अब आप मंिजल के िबलकुल करीब है। जैसे जैसे योिन म�
गीलापन बढ़ता है, योिन बलपूवर्क संकुिचत होती है। कई बार योिन
म� संकुचन इतना तेज होता है �क वह अंगुिलय� को बाहर धकेल देती है। आपक� �ेयसी काम-आनंद म� इतनी दीवानी हो जाएगी �क

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लाज शमर् छोड़कर जोर से िचल्लाकर कहेगी, “�कना मत, करते रहो, हे भगवान आज तो तूने मार ही डाला, और ज़ोर से रगड़ो, फाड़ डालो वगैरह
वगैरह....

वो �कतनी मदहोश हो जाएं, चीखे िचल्लाएं और उन्ह� काम-आनंद के इस समंदर म� गोते लगाते �ए देख कर आप भी �कतने ही उ�ेिजत हो जाओ पर
आपको िबलकुल संयम बनाए रखना है और हर हाल म� िनयम का पालन करना है। सामान्य आग�ज्म के िवपरीत जी-स्पॉट आग�ज्म म� औरत जोर लगा कर
गले से चीखती है, लगभग वैसे ही जैसे �ी ब�ा पैदा होते समय चीखती िचल्लाती है। पूरी संभावना रहती है �क उन्ह� शानदार िडस्चाजर् हो।
ध्यान रहे �क आप उसके जी-स्पॉट का मदर्न ऑगार्ज्म पूरी तरह शांत होने तक जारी रख� या जब तक वो मना न करदे। वो ऑगार्ज्म क� आिखरी एक या दो
िमनट का पूरा लुफ्त उठाना चाहेगी। उन्ह� यह चरम आनंद लेते देखना आपका सबसे बड़ा तोहफ़ा है। इस महान आनंद क� �ाि� म� आपक� मेहनत और
तैयारी के िलए वह अपने हाव भाव से आभार �कट करेगी। इस व� आप गीली और तेज़ लय म� संकुचन करती योिन म� �लग को डाल कर उनके काम-
आनंद को दोगुना कर सकते ह�। आप भी संकुचन करती योिन का �द� अनुभव कभी भूल नह� पाएंगे। आज का यह संभोग िशव और उमा क� रित-��ड़ा
का उत्सव है, समािध है।