कारक : सव Ç नाम के Ê जस रूप स े वाक्य क े अन्य शब्दो स े उसका सॱबन्ध व्यक्त कर े तो , उस े कारक कहते है । ज ैस॑ : गा॑पाल न॑ माधव को पैसा Ë दया ।
Ê हॱदी मे आठ कारक मानते है। कारक |É त्यय कता Ç कारक न॑ 2 . कम Ç कारक को 3 . करण करक से 4 . अपादान कारक से 5 . सॱबन्ध कारक का , के , की 6 . अ Ê धकरण कारक मे , पर 7 . सॱबोधन कारक हे , अरे 8 . सॱ |É दान कारक को , के Ê लए
कता Ç कारक कता Ç कारक वाक्य के कता Ç को सू Ê चत करता है । इसका पत्यय “ न॑ ” है । ज ैसा : रम॑श रूपये द॑ता है
कम Ç कारक कम Ç कारक : वाक्य क॑ कम Ç को सू Ê चत करता है। इसका पत्यय ” को ” है । जैस॑ : राधा रोटी खाती है ।
करण कारक करण कारक Ê कया के साधन / उपकरण को सू Ê चत करता है। इसका पत्यय स॑ है । जैस॑ : हम कान स॑ सुनता हैॱ।
अपादान कारक अपादान कारक अलग होने या दूर होने का भाव सू Ê चत होने पर अपदान कारक कहते है। इसका |É त्यय से है । जैसे : राजु रमेश से बडा है।
सॱबन्ध कारक सॱबन्ध कारक Ê कसी दूसरी सॱ YÉÉ से सबन्ध सू Ê चत करनेवाला रूप सॱबन्ध कारक है। इसके तीन |É त्यय है । ( का , के , की ) ज ैसे : रघु का भाई।
अ Ê धकण कारक अ Ê धकण कारक सॱबोधन मे सॱ YÉÉ से पहले अरे , हे आ Ê द शब्द लगते है। जैसे : हे ! |É भो दया की Ê जए ।
सॱबोधन कारक Ê जस कारक से Ê कसी को पुकारना सू Ê चत हो‚उसे सॱबोधन कारक कहते है । जैसे : लडक॑ ! इधर आआ॑ ।
सॱ |É दान कारक सॱ |É दान कारक Ê कसी को कुछ देने का भाव हो तो उस सॱ YÉÉ को सॱ |É दान कारक कहते है । इसका |É त्यय को , के Ê लए है । जैसे : यह पेॱ Ê सल सीता के Ê लए है ।