विपणन पर्यावरण (वातावरण) का अर्थ एवं परिभाषा_ विपणन पर्यावरण को प्रभावित करने वाली आन्तरिक एवं बाहरी शक्तियाँ [Marketing Environment].pdf

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विपणनकर्ताओं के लिए विपणन पर्यावरण का समुचित ज्ञान होना परम आवश्यक है जिससे वे पर्यावरण से होने वाले परिवर्तनों �...


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विपणनकर्ताओंकेलिएविपणनपर्यावरणकासमुचितज्ञानहोनापरमआवश्यकहैजिससेवेपर्यावरणसेहोने
वालेपरिवर्तनोंकेअवसरोंसेलाभउठासकें।यहपर्यावरणनिरन्तरबदलतारहताहै।एलविनटॉफलर(Alvin
Tofflar)नेठीकहीकहाहैकि"पर्यावरणमेंएकहीचीजस्थायीहैऔरवहहैपरिवर्तन।"अतःविपणनकर्ताओंसे
यहअपेक्षाकीजातीहैकिवेबदलतेहुएविपणनपर्यावरणपरनिरन्तरनजररखें।एकविपणनकर्तास्वयंके
प्रयासोंसे,विपणनअनुसन्धान,विक्रेताओंऔरसंगठनकेअन्यकर्मचारियोंवअधिकारियोंसे,मध्यस्थोंव
वितरणकार्यमेंलगीअन्यएजेन्सियोंसेविपणनपर्यावरणकीसही-सहीजानकारीप्राप्तकरसकताहैऔरसमय
परसहीनिर्णयलेकरव्यवसायकोसफलताकेमार्गपरआगेलेजासकताहै।
भावीचुनौतियोंवसमस्याओंकासामनाकरनेहेतुभीविपणनपर्यावरणकानिरन्तरअध्ययनआवश्यकहै।
विपणनपर्यावरणकेनिरन्तरअध्ययनसेभावीचुनौतियोंवअवसरोंकासमयपरज्ञानहोजाताहै।इससे
विपणनरीति-नीतियोंमेंआवश्यकपरिवर्तनकरकेइनचुनौतियोंकाअधिकअच्छीप्रकारसेसामनाकियाजा
सकताहैअथवाअवसरोंकालाभउठायाजासकताहै।इससेव्यवसायकीप्रतिस्पर्धीस्थितिमजबूतहोतीहै।
बेवस्टरशब्दकोषकेअनुसार-"पर्यावरणसेआशयउसघेरेमेंरहनेवालीशतों,परिस्थितियोंएवंप्रभावोंसेहैजोकि
सभीव्यक्तियोंतथाजीवितवस्तुओंकेजीवनकोप्रभावितकरतीहैं।"
विपणनपर्यावरणकाअर्थएवंपरिभाषा
(MEANINGANDDEFINITIONOFMARKETING
ENVIRONMENT)
विपणनपर्यावरणसेआशयउनबाहरीघटकोंवशक्तियोंसेहैजोफर्मकीविपणनरीति-नीतियों(Marketing
Strategies)कोप्रभावितकरतीहैं।इनशक्तियोंपरफर्मकानियन्त्रणनहींहोता।विपणनपर्यावरणबाहरी
घटकोंकाकुलयोगहैजोकिसमूचेउपक्रमकोघेरेहुएहै।येघटकविपणननिर्णयनकोप्रभावितकरतेहैं।अतएव
इसमेंसमस्तघटकअथवाशक्तियाँसम्मिलितहोतीहैंजोकिसीफर्मकेविपणनप्रयासोंकोप्रभावितकरतेहैं।
फिलिपकोटलरकेशब्दोंमें,"विपणनपर्यावरणमेंफर्मकेविपणनप्रबन्धककार्यकेबाहरीघटकवशक्तियाँ
सम्मिलितहैजोलक्षितग्राहकोंकेसाथसफलव्यवहारोंकाविकासकरनेऔरउन्हेंबनायेरखनेकीविपणन
प्रबन्धकीयोग्यताकोआगेबढ़ातीहै।"इसप्रकारस्पष्टहैकिविपणनपर्यावरणमेंबाहरीअनियन्त्रणीय
शक्तियोंकोसम्मिलितकियाजाताहैऔरइसपर्यावरणकेउचितअध्ययनपरहीविपणनप्रबन्धकीसफलता
निर्भरकरतीहै।
यहभीपढ़ें-विपणनवातावरणक्याहै|ViparanVatavaranKyaHai
विपणनपर्यावरणकोप्रभावितकरनेवालीआन्तरिकएवंबाहरीशक्तियाँ
(INTERNALANDEXTERNALFORCESOFMARKETING
ENVIRONMENT)
विपणनपर्यावरणीयशक्तियाँमुख्यरूपसेनिम्नदोप्रकारकीहोतीहैं-

(I)बाहरीशक्तियाँएवं(II)आन्तरिकशक्तियाँ।
(I)बाहरीशक्तियाँ(ExternalForces)
बाहरीशक्तियाँसाधारणतयाअनियन्त्रणीयहोतीहैऔरविपणनसम्बन्धीनिर्णयलेतेसमयइनशक्तियोंकी
ओरपूर्णध्यानदेनाचाहिए।इनबाहरीशक्तियोंकोमुख्यरूपसेदोश्रेणियोंमेंविभाजितकियाजासकताहै-
●वृहत्यामेक्रो(Macro)पर्यावरणीयशक्तियाँ।
●सूक्ष्मयामाइक्रो(Micro)पर्यावरणीयशक्तियाँ।
वृहत्पर्यावरणीयशक्तियाँफर्मकीबाहरीशक्तियाँहैंजोआस-पासकेपर्यावरण(वातावरण)मेंपायीजातीहैं।ये
शक्तियाँकम्पनीकीविपणननीतियोंकोप्रभावितकरतीहैं।इनमें(i)जनांकिकी,(ii)आर्थिकदशाएँ,(iii)
सामाजिकऔरसांस्कृतिक,(iv)वैधानिकवराजनीतिक,(v)वैज्ञानिकएवंप्राविधिकआदिसेसम्बन्धित
शक्तियोंकोसम्मिलितकियाजाताहै।
सूक्ष्मपर्यावरणीयशक्तियाँकम्पनीविशेषसेसम्बन्धितहोतीहैंऔरकम्पनीकीविपणनप्रणालीकाहीएक
भागहोतीहैं।इनमेंपूर्तिकर्ता,मध्यस्थ,ग्राहक,प्रतिस्पर्दी,जनता,कम्पनीकाविपणनसंगठनआदिको
सम्मिलितकियाजाताहै।
(II)आन्तरिकशक्तियाँ(InternalForces)
कम्पनीकीआन्तरिकशक्तियाँयागैर-विपणनसंसाधनोंमेंदोसमूहोंकोसम्मिलितकियाजाताहै-(i)निगम
संसाधन(मानवीयएवंगैर-मानवीय)अर्थातवित्तीयएवंसेविवर्गीयक्षमता,अनुसन्धानएवंविकासक्षमता,
व्यवसायकीस्थिति(Location),जनछविआदिऔर(ii)विपणनअन्तर्लय(MarketingMix)केभाग-उत्पाद,
मूल्यढाँचा,संवर्द्धनक्रियाएँऔरभौतिकवितरणप्रणाली।

आन्तरिकशक्तियाँसामान्यतःनियन्त्रणीयहोतीहैंऔरइन्हेंनियन्त्रणीयघटकोंकेनामसेजानाजाताहै।अतः
विपणनपर्यावरणकीइनबाहरीएवंआन्तरिकशक्तियोंकाविस्तृतवर्णनहमयहाँइसप्रकारप्रस्तुतकररहेहै।
(1)विपणनपर्यावरणकीबाहरीशक्तियाँ:वृहतपर्यावरणीयघटक
(EXTERNALFORCESOFMARKETINGENVIRONMENT:THEMACRO
ENVIRONMENTALFACTORS)
विपणनपर्यावरणकीबाहरीशक्तियोंवृहत्पर्यावरणीयघटककहलातीहैं।येआस-पासकेवातावरणमेंपायी
जातीहैं।येवृहत्पर्यावरणीयशक्तियाँअथवाघटकअनियन्त्रितहोतेहैंऔरविपणननिर्णयोंकोप्रभावितकरते
हैं।
विपणनप्रबन्धकेलिएयहअनिवार्यहैकिवहइनवृहत्पर्यावरणीयशक्तियोंअथवाघटकोंकेसाथनिरन्तर
सम्पर्कबनायेरखे।सफलविपणनहेतुविपणनयोजनाओंएवंनीतियोंमेंइनशक्तियोंकेसाथसमुचित
समायोजनरखाजानाचाहिएऔरसम्भवहोतोइससेलाभउठानेकाप्रयासकरनाचाहिए।येशक्तियाँ
अनियन्त्रणीयहोनेकेकारणविपणनसंगठनकीक्रियाओंमेंसीमाओंकेरूपमेंहोतीहैं।येबाहरीशक्तियाँअथवा
वृहतपर्यावरणीयघटकनिम्नलिखितहैं-
(1)जनांकिकीपर्यावरण(DemographicEnvironment)
इसकेअन्तर्गतजनसंख्याकीसंरचना,आयुसमूह,लिग(Sex)केअनुसारविभाजन,आयसमूहआदिको
सम्मिलितकियाजाताहै।जनांकिकीयाजनसंख्यासम्बन्धीइनसूचनाओंकेसहीज्ञानकेअभावमेंएक
विपणनकर्ताविपणनकार्यमेंसफलनहींहोसकताक्योंकिजिनलोगों(प्राहकों)कीआवश्यकताओंकोसन्तुष्ट
करनाहै,उनकेबारेमेंयहजाननाआवश्यकहैकिउनकीआयु,लिंगवआयकैसीहै।औरवेकितनीराशिखर्च
करनेकोतैयारहै?साथहीएकविशेषआयुपरभीविभिन्नव्यक्तियोंकीआवश्यकताओंमेंभिन्नताहोतीहै।
औरउत्पादनकोविशिष्टमाँगकेअनुसारहीतैयारकरनाहोताहै।जनांकिकीसम्बन्धीअध्ययनउपभोक्ताओंके
बारेमेंवेसभीसूचनाएँप्रदानकरताहैजोबाजारविभक्तिकरण(MarketSegmentation)केलिएआवश्यकहैं।
जनसंख्याकागुणात्मकवसंख्यात्मकअध्ययनउपभोक्तामाँगकीप्रकृतिकोस्पष्टकरताहै।इससेभावीमाँग
केबारेमेंजानकारीमिलतीहै।उदाहरणकेलिए,यदिकिसीदेशमेंजनसंख्यावृद्धितेजीसेहोनेकीसम्भावनाहै
तोबच्चोंकेलिएखाद्यसामग्रीतैयारकरनेवालीएककम्पनीआसानीसेयहअनुमानलगासकतीहैकिभविष्य
मेंउसकेउत्पादोंकीमाँगबढ़ेगी।इसकेविपरीत,जन्मदरपरनियन्त्रणकेकारणयदिभविष्यमेंजनसंख्या
वृद्धिकीकमसम्भावनाहैतोऐसीकम्पनीअपनेउत्पादोंकीमाँगमेंवृद्धिकीविशेषसम्भावनानहींरखती।
अतःउसेभावीबाजारमाँगकेअनुरूपहीअपनाविपणनकार्यक्रमतैयारकरनाचाहिए।
यहउल्लेखनीयहैजनसंख्याकेसंख्यात्मकअध्ययनमेंजनसंख्यासंरचना,आय,आयु,लिंग,धन्धेकेअनुसार
उसकाविभाजनआदिसम्मिलितहैं,जबकिगुणात्मकअध्ययनमेंउपभोक्ताओंकाव्यक्तित्व,प्रवृत्तियाँ
(Attitudes),प्रेरणाएँ(Incentives)एवंज्ञान(Perception)आदिकोसम्मिलितकियाजाताहै।
यहभीपढ़ें-बाजारविभक्तिकरणकाअर्थ,परिभाषा,उद्देश्य,आधार,आवश्यकतायेंतथालाभअथवामहत्व
(2)आर्थिकपर्यावरण(EconomicEnvironment)
आर्थिकपर्यावरणसेआशयउपभोक्ताओंकीक्रयशक्तिऔरव्ययकरनेकीइच्छासेहै।आर्थिकवातावरणपरही
प्रभावीमाँगनिर्भरकरतीहै।तीव्रआर्थिकविकाससेरोजगारवआयकेस्तरमेंवृद्धिहोतीहैऔर

परिणामस्त्ररूपअनेकउत्पादोंमेंविपणनअवसरोंमेंभीवृद्धिहोतीहै।इसप्रकारआर्थिकपर्यावरणभीविपणन
पर्यावरणकोप्रभावितकरताहै।
विपणनयोजनाओंऔरकार्यक्रमोंपरअनेकआर्थिकघटकों,जैसे-ब्याजदर,मुद्राकीपूर्ति,मूल्यस्तर,उपभोक्ता
साखआदिकाभीप्रभावपड़ताहै।ब्याजदरोंमेंवृद्धिकाकिश्तोंपरबेचेजानेवालेउपभोक्ताटिकाऊउत्पादोंके
विपणनपरविपरीतप्रभावपड़ताहै।इसीप्रकारविदेशीविनिमयदरोंमेंउच्चावचन,मुद्राअवमूल्यन
(Devaluation)आदिकाअन्तर्राष्ट्रीयविपणनपरप्रभावपड़ताहै।कर्मचारियोंकाघरलेजानेवालावास्तविक
वेतन(Nettakehomesalary)खर्चयोग्यवैयक्तिकआयकानिर्धारणकरताहैजोविपणनकार्यक्रमोंको
प्रत्यक्षरूपसेप्रभावितकरताहै।
गतकुछवर्षोंमेंमुद्राप्रसारकीप्रवृत्तिपाईजानेकेकारणमूल्यस्तरमेंनिरन्तरतेजीसेवृद्धिहुईहै।एकओर
मूल्योंमेंतीववृद्धिवदूसरीओरवस्तुओंकेअभावनेदेशकेआर्थिकढाँचेकेसम्मुखसंकटपैदाकरदियाहै।
अनेकप्रकारकेक्रय(Purchases)यातोटालेजारहेहैंयापूर्णरूपसेसमाप्तहोहोगयेहैं।पेट्रोलकोबढ़तीहुई
कीमतोंनेछोटीकारकीमाँगकोबढ़ादियाहै।हमारेदेशमेंभी'मारुति'कीमाँगकाबढ़नाव'अम्बेसेडर'व
'प्रीमियरप‌द्मनी'कीमाँगकाकमहोनाइसीबातकापरिचायकहै।बढ़तेहुएमूल्योंकाउपभोक्ताटिकाऊ
वस्तुओंकीमाँगपरभीविपरीतप्रभावपड़ाहै।
यहभीपढ़ें-विपणनकाअर्थ,परिभाषा,विशेषताएं,प्रकृति,क्षेत्रएवंमहत्व
(3)सामाजिकएवंसांस्कृतिकपर्यावरणवदशाएँ(SocialandCulturalEnvironmentandConditions)
हमारासमाजपरिवर्तनशीलहै।समयकेसाथअनेकप्रकारकीनयीमाँगें(Demands)पैदाहोतीहैंऔरपुरानी
माँगेंसमाप्तहोजातीहैं।विपणनप्रबन्धकेलिएयहआवश्यकहैकिवहबदलतीहुईमाँगकेअनुरूपविपणन
योजनाएँतैयारकरकेनवीनसामाजिकआवश्यकताओंकीसन्तुष्टिकरे।
अतःसामाजिकपर्यावरणकेनिम्नतीनप्रमुखपहलूहैं-
(i)जीवनशैलियोंवसामाजिकमूल्योंमेंपरिवर्तन(ChangeinLifeStylesandSocialValues):हमारी
जीवनशैलियोंवसामाजिकमूल्यबदलतेरहतेहैं।उदाहरणकेलिए,समाजमेंस्त्रियोंकीभूमिकामेंपरिवर्तन
(गृहणीसेएककार्यशीलमहिला),लोगोंकावस्तुओंकीसंख्यायामात्राकेस्थानपरउनकीकिस्मकीओर
अधिकध्यानदेना,सरकारपरहमारीनिर्भरतामेंवृद्धि,मनोरंजनक्रियाओंकोअधिकप्राथमिकतादियाजाना,
लोगोंमेंपैसाबचानेकेस्थानपरअधिकाधिकव्ययकरनेयहाँतककिउधारपरक्रयकरनेकीप्रवृत्तिकाबढ़ना,
सैक्ससम्बन्धीस्वतन्त्रतामेंवृद्धिस्थगितसुखसन्तोषकेस्थानपरतुरन्तसुखपरअधिकध्यानआदि।
(ii)प्रमुखसामाजिकसमस्याएँ(MajorSocialProblems):पर्यावरणप्रदूषणकेप्रतिचिन्ता,सामाजिक
उत्तरदायित्वपूर्णविपणननीतियाँ,विभिन्नप्रकारकेरोजगारोंमेंसुरक्षाकीआवश्यकता,अपूरणीय
(Irreplacesable)संसाधनोंकासंरक्षण,गन्दीबस्तियों,ग्रामीणक्षेत्रोंवनिम्नआयवर्गकेलोगोंकोउत्पादोंका
विपणनआदि।
(iii)बढ़ताहुआउपभोक्तावाद(GrowingConsumerism):गतकुछदशकोंविशेषरूपसे1960केबादसे
बढ़ताहुआउपभोक्तावादजोउपभोक्ताअसन्तोषउनकीबढ़तीहुईवप्रतीकहै।आकांक्षाओंकायहउपभोक्तावाद
दोमुख्यघटकोंकापरिणामहैं-प्रथम,उपभोक्ताओंकाबढ़ताहुआशैक्षणिकस्तरऔरद्वितीय,वैज्ञानिकव
तकनीकीप्रगति।शिक्षाप्रसारकेकारणउपभोक्ताउपलब्धसूचनाओंकेआधारपरसावधानीपूर्वकजाँचकर
सकतेहैंऔरविभिन्नवैकल्पिकउत्पादोंमेंसेअधिकविवेकसंगतचुनावकरसकतेहैं।वैज्ञानिकवतकनीकी
प्रगतिसेयहस्पष्टहोगयाहैकिअनेकअसम्भवसमझीजानेवालीक्रियाएँभीअबसम्भवहैं,जैसे-चन्द्रमापर

व्यक्तिकापहुँचना,परखनलीसेशिशुकाजन्म,विश्वकेकिसीभीभागकेमानवकादूसरेमानवकेसाथसंचार
सम्पर्कआदि।
शिक्षाप्रसारएवंवैज्ञानिकवतकनीकीप्रगतिनेउपभोक्ताआकांक्षाओंमेंवृद्धिकीहैऔरवहउत्पादसन्तुष्टिके
प्रतिअधिकसजगहोगयाहै।जबउपभोक्ताकीउत्पादकेप्रतिआकांक्षाएँपूरीनहींहोतींतोवेमिलकरइसका
विरोधकरतेहैंऔरसुधारहेतआन्दोलनकाभीसहारालेतेहैं।
सामाजिकएवंसांस्कृतिकपर्यावरणव्यवसायकेसामाजिकउत्तरदायित्वऔरग्राहक-अभिमुखीविपणनविचारके
महत्वमेंवृद्धिकेलिएभीउत्तरदायीहै।विपणनकासामाजिकविचारतोउपभोक्ताकल्याणकेसाथ-साथजन
कल्याणयानागरिककल्याणतकविस्तृतहै।आजविपणनकर्ताओंकोनकेवलभौतिकजीवनस्तरमेंवृद्धिके
लक्ष्यकोपूराकरनाहैबल्किपर्यावरणकोप्रदूषणरहितरखकरमानवीयजीवनकोबेहतरबनायेरखनेकाभी
प्रयासकरनाहै।
(4)जननीतिपर्यावरणयावैधानिकएवंराजनीतिकशक्तियाँ(PublicPolicyEnvironmentorLegal
andPoliticalForces)
विपणनक्रियाओंऔरव्यावसायिकक्रियाकलापोंमेंराजनीतिकएवंवैधानिकशक्तियोंकामहत्वनिरन्तरबढ़रहा
है।सरकारकीमौद्रिकएवंराजकोषीयनीतियाँ(MonetaryandFiscalPolicies),आयात-निर्यातनीतियाँ,
सीमाशुल्क(CustomsDuties)आदिविपणनप्रणाली(MarketingSystem)कोप्रभावितकरतेहैं।उपभोक्ता
सम्बन्धीअधिनियमउपभोक्ताहितोंकेसंरक्षणकाप्रयासकरतेहैं।हमारेदेशमेंतोएकाधिकारएवं
प्रतिबन्धात्मकव्यापारव्यवहारनियमहेतुभीअधिनियमहै।विपणनप्रबन्धककोइनसभीकानूनोंकाध्यान
रखनाहोताहै।इनकानूनोंकेप्रावधानोंकीअनदेखीनहींकीजासकती।
जननीतिपर्यावरणअर्थात्वैधानिकएवंराजनीतिकशक्तियाँविपणनप्रबन्धकोप्रभावितकरतीहैं।एक
व्यावसायिकउपक्रमकोमूल्यविभेद(PriceDiscrimation),झूठेभ्रामकविज्ञापन,धोखादेनेवालेविक्रय
संवर्द्धनसाधन,नवीनप्रतिस्पर्धियोंकेप्रवेशपररोकआदिअनुचितव्यापारिकक्रियाओंकोकरनेकीअनुमति
नहींदीजासकती।सरकारीनीतियाँवनियन्त्रणविपणनक्रियाओंकोप्रभावितकरतेहैं।
(5)वैज्ञानिकवतकनीकीपर्यावरणघटक(ScientificandTechnologicalEnvironmentFactors)
वैज्ञानिकएवंतकनीकीविकासकाहमारेजीवनपरविशेषप्रभावपड़ाहै।हमारीजीवन-शैली,उपभोगप्रांरूपआदि
मेंतेजीसेपरिवर्तनआयाहै।विकसितएवंविकासशीलराष्ट्रोंमेंरहन-सहनकीदशाएंपूरीतरहसेबदलगईहैं।
निरन्तरबढ़तेहुएबाजारनेतकनीकीप्रगतिकेलिएमार्गप्रशस्तकियाहै।अधिकांशदशाओंमेंबाजारही
आविष्कारकाकारणबनेहैं।बाजारआवश्यकताओंकीपूर्तिकरकेलाभकमानेकीभावनाअनुसन्धानएवंविकास
द्वाराआविष्कारोंकेलिएमुख्यप्रेरणाबनीहै।
वैज्ञानिकवतकनीकीविकासनेविपणनकीनवीनसम्भावनाओंकोजन्मदियाहै।आजअनेकऐसेउत्पाद
बाजारमेंलोकप्रियहैंजिनकेबारेमेंउपभोक्ताकुछवर्षपूर्वतकपरिचितनहींथे।इलेक्ट्रॉनिकउद्योगइसका
बहुतअच्छाउदाहरणहै।कम्प्यूटरउद्योगभीपूर्णतःनयाउद्योगहै।अनेकदेशोंमेंकृत्रिमरेशेसेबनेवस्त्रोंने
शुद्धसूतीवस्त्रउद्योगकोलगभगसमाप्तकरदियाहै।टेलीविजननेरेडियोऔरसिनेमाउद्योगपरप्रतिकूल
प्रभावडालाहै।औद्योगिकदृष्टिसेविकसितराष्ट्रोंकीआमगृहणीद्वाराआजउपयोगकियेजानेवालेखाद्य
उत्पादोंमेंसे70प्रतिशतउत्पादऐसेहैंजो30-40वर्षपूर्वअस्तित्वमेंहीनहींथे।
तकनीकीज्ञानकेविकासकेकुछबुरेप्रभावभीहुएहैं,जैसे-प्रदूषितपर्यावरण,स्वास्थ्यसम्बन्धीसंकट,
बेरोजगारी,यातायातमेंपरेशानीआदि।

तकनीकीविकासकाउत्पादविकास,पैकेजिंग,संवर्द्धन,मूल्य(Price)औरवितरणप्रणालियोंपरभीप्रत्यक्षरूप
सेप्रभावपड़ताहै।एकफर्मयाकम्पनीद्वारातकनीकीविकासकाकिससीमातकप्रयोगकियाजाय,यहइस
बातपरनिर्भरकरताहैकिफर्मउसतकनीककाकिससीमातकउपयोगकरनेमेंसक्षमहै,उपभोक्तातकनीकी
दृष्टिसेविकसितउत्पादोंकोक्रयकरनेकेलिएकिससीमातकतैयारवसक्षमहै,ऐसीतकनीककाप्रतिस्पर्धी
उपकरणकेरूपमेंकिससीमातकउपयोगकियाजासकताहैआदि।
यहभीपढ़ें-विपणनकार्यकाअर्थ,परिभाषाएवंविपणनकेकार्य
(6)प्रतियोगीपर्यावरण(CompetitiveEnvironment)
प्रजातान्त्रिकसमाजमेंबाजारमेंप्रतिस्पर्द्धाकाहोनासुद्धबाजारकेलिएआवश्यकहै।प्रतिस्पर्धामूल्य
सम्बन्धीयामूल्यविहीन(Non-price)होसकतीहै।फुटकरव्यापारमेंमूल्ययाकीमतप्रतिस्पर्द्धाकाविशेष
महत्वहोताहै,जबकिनिर्माताओंकेलिएमूल्यविहीनप्रतिस्पर्द्धाविशेषमहत्वरखतीहै।स्वतन्त्रबाजार
अर्थव्यवस्थामेंप्रतिस्पर्द्धाकामूल्यांकनकियेबिनाकोईभीमहत्वपूर्णविपणननिर्णयनहींलियाजासकता।
ऐसीअर्थव्यवस्थामेंविपणनप्रबन्धककाप्रतिस्पर्धियोंकीक्रियाओंपरकोईनियन्त्रणनहींहोता।उसे
प्रतिस्पर्धियोंकीक्रियाओंकापूर्वानुमानलगाकरउनकासामनाकरनेहेतुआवश्यककार्यवाहीकरनीहोतीहै।
कम्पनीकीविपणनरीति-नीतियोंपरभीप्रतिस्पर्द्धाकाप्रभावपड़ताहै।लक्षितबाजार(TargetMarket),
पूर्तिकर्ता,विपणनवाहिका,उत्पादअन्तर्लय(Mix),संवर्द्धनअन्तर्लयआदिकाचुनावकरतेसमयप्रतिस्पर्द्धा
कीस्थितिकाअध्ययनकरनाआवश्यकहै।वास्तवमें,विपणनअन्तर्लय(MarketingMix)कानिर्माण
प्रतिस्पर्धियोंकीक्रियाओंकेपूर्वानुमानपरआधारितहोताहै।वास्तवमें,विपणनरीति-नीतिस्वयंमेंएकऐसी
योजनाहैजोप्रतिस्पर्द्धाकासामनाकरनेएवंउसमेंविजयप्राप्तकरनेकेलिएतैयारकीजातीहै।एकआक्रामक
विपणनप्रबन्धककोयहजाननाचाहिएकिउसकेद्वारातैयारकियागयाविपणनअन्तर्लयप्रतिस्पर्द्धाको
प्रोत्साहितकरेगा,अतःस्वयंकीस्थितिकामूल्यांकनकरतेसमयउसेप्रतिस्पर्धीप्रतिक्रियाओंकीप्रकृतिकाभी
पूर्वानुमानलगालेनाचाहिए।इसीप्रकारउसेयहभीजानलेनाचाहिएकिजल्दीयादेरसेप्रतिस्पद्धियोंकी
क्रियाएँउसकेविपणनअवसरोंकोसीमितकरदेंगी।
प्रतिस्पर्धीवातावरणमेंअपनीस्थितिकोमजबूतबनायेरखनेकेलिएयहआवश्यकहैकिविपणनप्रबन्धक
प्रतिस्पर्द्धियोंकोचालों(Moves)याक्रियाओंकापूर्वानुमानकरतेहुएउपयुक्तविपणनरीति-नीतियोंकानिर्माण
करे।उसेनकेवलअपनेउद्योगकेप्रतिस्पर्द्धियोंबल्किदूसरेउद्योगोंकेप्रतिस्पद्धियोंकेप्रतिभीसजगरहना
चाहिए।यहउल्लेखनीयहैकिकुछवर्षपूर्वसूतीवस्त्रउद्योगकीइकाइयोंकोसिन्थेटिकवस्त्रउद्योगके
प्रादुर्भावकेकारणबाजारकेएकबड़ेभागसेहाथधोनापड़ा।
(7)ग्राहकअथवाउपभोक्तामाँगपर्यावरण(CustomerorConsumerDemandEnviron-ment)
उपभोक्तामाँगनिरन्तरबदलतीरहतीहैऔरइसकासहीअनुमानलगानासम्भवनहींहै।ग्राहक-अभिमुखी
विपणनविचारधाराकेअन्तर्गतविपणनक्रियाओंकाकेन्द्रबिन्दुग्राहकोंकीआवश्यकताएँवइच्छाएँहीहोतीहैं।
विपणननीतियाँवकार्यक्रमग्राहकआवश्यकतासन्तुष्टिकेउद्देश्यकोध्यानमेंरखकरहीसंगठितव
क्रियान्वितकियेजातेहैं।पीटरएफ.ड्रकरकेअनुसारव्यावसायिकउद्देश्यकीएकहीवैधपरिभाषाहै-ग्राहक
तैयारकरना(ToCreateCustomer)।एकव्यावसायिकउपक्रमकाउद्देश्यग्राहकसन्तुष्टिद्वारालाभ-कमाना
होताहै।वर्तमानमेंतोविपणनक्रियाग्राहकसेशुद्धहोतीहैऔरप्राहकसेहोउसकाअन्तहोताहै।सर्वप्रथम
ग्राहकोंकाअर्थात्बाजारकापतालगायाजाताहै,उनकीआवश्यकताओंकेअनुरूपवस्तुएँवसेवाएँतैयारकी
जातीहैं,तत्पश्चात्उपयुक्तविपणनवाहिकाओंद्वाराचाहेगयेमूल्योंपरउन्हेंग्राहकोंतकपहुँचायाजाताहैऔर
उनकीआवश्यकताओंकोसन्तुष्टकरतेहुएलाभकमायाजाताहै।यहउल्लेखनीयहैकिवस्तुकापुनःविक्रय
ग्राहकसन्तुष्टिकीअवस्थामेंहीसम्भवहै।

(8)परिस्थिति-विज्ञानयाप्रकृतियाप्राकृतिकपर्यावरण(EcologyofNatureorPhysicalEnvironment)
आधुनिकअर्थव्यवस्थाओंमेंविपणनकेविस्तृतविचारकेरूपमेंप्राकृतिकपर्यावरणउत्पादनवविपणनकेक्षेत्र
मेंविशिष्टस्थानरखताहै।प्रकृतिविशेषज्ञसम्पूर्णप्राकृतिकपर्यावरणकेसंरक्षणऔरउसेबचायेरखनेकी
भरसककोशिशकररहेहैं।यहकहाजाताहैकिविकसितराष्ट्रोंमेंउच्चउपभोगआर्थिकप्रणालीमेंप्रदूषण
(Pollution)अपरिहार्य-साहै।आजएकविपणनकर्ताकोनकेवलग्राहकोंकीआवश्यकताओंकोसन्तुष्टकरना
होताहैबल्किसामाजिकआवश्यकताओंकोपूराकरनेहेतुयहभीध्यानरखनाहोताहैकिउसकीक्रियाओंका
समाजकेहितोंपरविपरीतप्रभावतोनहींपड़ेगा।भावीविपणनकर्ताओंकोतोमानवजीवनवपर्यावरणको
अच्छारखनेहेतुविशेषध्यानदेनेकीआवश्यकताहोगी।विपणनकर्ताओंकाकर्तव्यहैकिवेसीमितसंसाधनोंके
संरक्षणववितरणकीसमुचितव्यवस्थाकरेंऔरसमाजकल्याणमेंवृद्धिहेतुसक्रियप्रयासकरें।प्राकृतिक
पर्यावरणमेंसन्तुलनबनायेरखनेहेतुआवश्यकहैकिसभीप्रकारकेप्रदूषणोंकोरोकाजायेऔरसीमित
संसाधनोंकाकुशलतमउपयोगकियाजाये।अतःविपणनरीति-नीतियोंमेंऊर्जावप्राकृतिकसंसाधनोंके
मितव्ययीवकुशलउपयोगपरसमुचितध्यानदियाजानाचाहिए।
आजतोसरकारस्वयंभीप्रदूषणकोरोकनेवपर्यावरणकोअच्छाबनायेरखनेहेतुप्रयासरतहै।व्यवसायियोंको
चाहिएकिवेइसकार्यमेंयथासम्भवसरकारकेसाथसहयोगकरेंऔरप्रदूषणनिवारणसम्बन्धीनियमोंव
वैधानिकव्यवस्थाओंकापालनकरें।
(II)विपणनपर्यावरणकीआन्तरिकशक्तियाँ:सूक्ष्मपर्यावरणीयघटक(INTERNAL
FORCESOFMARKETINGENVIRONMENT-THEMICROENVIRONMENTAL
FACTORS)
विपणनपर्यावरणकीआन्तरिकशक्तियोंअथवासूक्ष्मपर्यावरणीयघटकोंसेआशयउनशक्तियोंसेहैजिनपर
विपणनप्रबन्धककानियन्त्रणरहताहै।वहइनशक्तियोंमेंआवश्यकपरिवर्तनकरनेकीस्थितिमेंरहताहै।
आन्तरिकशक्तियोंकोदोप्रमुखवर्गोंमेंविभाजितकियाजासकताहै-

(1)कम्पनीसंसाधन(Company'sResources)
(i)पूँजीयावित्तीयसंसाधन(CapitalorFinancialResources)-भूमिवभवन,मशीनरी,कच्चामालआदि
काक्रयकरनेवव्यवसायकीदैनिकक्रियाओंकेसंचालनकेलिएपूँजीकीआवश्यकताहोतीहै।इनवित्तीय
संसाधनोंकीव्यवस्थाकाकार्यविपणनअधिकारियोंद्वारानकियाजाकरप्रायःवित्तीयअधिकारियोंद्वाराकिया
जाताहै।
(ii)सामग्री(Materials)-विभिन्नप्रकारकेकल-पुर्जे,कच्चेमालकीपूर्तिवऊर्जा(Energy)संसाधनसामग्रीमें
सम्मिलितकियेजातेहैं।अधिकांशसामग्रीकाउपयोगउत्पादकर्मचारियोंद्वाराकियाजाताहैपरन्तुइन
सामग्रियोंकेक्रयकाकार्यविपणनविभागकेकार्यक्षेत्रमेंहीआताहै।
(iii)मानवीयसंसाधन(HumannanResources)-इसमेंसभीप्रकारकेकर्मचारियोंवअधिकारियोंको
सम्मिलितकियाजाताहै।विपणनकर्मचारियोंकीनियुक्ति,प्रशिक्षणऔरपर्यवेक्षणहेतुसेविवर्गीयविभागव
विपणनविभागमेंनिकटसहयोगआवश्यकहै।
(iv)सूचनाएँ(Informations)-सूचनाओंसेआशयआन्तरिक,अनुसन्धानसम्बन्धीवगुप्तसूचनाओंसेहै।
अनुसन्धानसम्बन्धीसूचनाएँसर्वेक्षणद्वाराएकत्रकीजातीहैंऔरइनकाउपयोगविपणनकार्यक्रमोंमेंकिया
जाताहै।
(v)पूतिकर्ता(Suppliers)-पूर्तिकर्ताएकाकीअथवाव्यावसायिकगृहहोतेहैंजोकिकिसीकम्पनीकोआवश्यक
संसाधनउपलब्धकरातेहैं।कम्पनीकोऐसेपूर्तिकर्ताओंकाचयनकरनाचाहिएजोकिउसकोपर्याप्तमात्रामें
माल,यथासमय,उत्तमकिस्म,उचितशतों(जैसेसाख)एवंउचितमूल्योंपरदेसकें।पूर्तिकर्तावातावरणमेंहोने
वालेविकासकम्पनीकेविपणननिर्णयोंकोप्रभावितकरतेहैं।
(vi)व्यवसायकीस्थिति(LocationofBusiness)।
(vii)अनुसन्धानवविकासकार्यक्रम(ResearchandDevelopmentProgrammes)।
(viii)जनछवि(PublicImage)आदि।
(2)विपणनअन्तर्लययाविपणनमिश्रण(MarketingMix)
विपणनअन्तर्लयसेआशयउनसभीविपणननिर्णयोंसेहैजोविक्रयकोप्रेरितयाप्रोत्साहितकरतेहैं।डावरके
अनुसार,"निर्माताओंद्वाराबाजारमेंसफलताप्राप्तकरनेकेलिएप्रयोगकीजानेवालीविपणननीतियाँविपणन
अन्तर्लयकानिर्माणकरतीहैं।"विपणनअन्तर्लयव्यवसायकेप्रत्येकक्षेत्रकेलिएमहत्वपूर्णहोताहैचाहेवह
कीमतक्षेत्रहोयासंवर्द्धनक्षेत्र,वितरणक्षेत्रहोयाउत्पादनक्षेत्र।यहउल्लेखनीयहैकिमेकार्थी(McCarthy)ने
विपणनअन्तर्लयमेंचारमुख्यविपणनचलोंकोसम्मिलितकियाहै-उत्पाद(Product),स्थान(Place),प्रवर्तन
(Promotion)तथाकीमत(Price)।इन्हेंविपणनअन्तर्लयकेचार'पी'(Four'P's)केनामसेभीजानाजाताहै।
विपणनअन्तर्लयकम्पनीकीविपणनप्रणालीकामुख्यभागहोताहै।कोटलरकेअनुसारविपणनअन्तर्लय
नियन्त्रणीयचलोंकाएकऐसासमूहहैजिसकाप्रयोगक्रेताओंकेक्रयनिर्णयोंकोप्रभावितकरनेकेलिएकिया
जाताहै।यहउल्लेखनीयहैकिविपणनअन्तर्लयकेसभीतत्वनियन्त्रणीयहोतेहैंऔरविपणनप्रबन्धकसमय
वपरिस्थितिकीआवश्यकताकेअनुसारइनमेंपरिवर्तनकरसकताहै।
अतःविपणनमिश्रणकेप्रमुखतत्वनिम्नहैं-

●सामान्यनियोजन,
●उत्पादनियोजन,
●कीमतनिर्धारण,
●वितरणवाहिकाएँ,
●विक्रयशक्ति,
●विज्ञापनऔरविक्रयसंवर्द्धन,
●भौतिकवितरणतथा
●विपणनअनुसन्धान।
पर्यावरणीयपरिवर्तनोंकासामनाकरना
(MEETINGENVIRONMENTALCHANGES)
किसीभीफर्मकेलिएविपणनपर्यावरणमेंहोनेवालेपरिवर्तनोंकाविशेषमहत्वहै।येपरिवर्तनफर्मकेविपणन
परगम्भीरविपरीतप्रभावभीडालतेहैंजिससेफर्मकाअस्तित्वखतरेमेंपड़सकताहै।सामाजिकवआर्थिक
पर्यावरणमेंपरिवर्तन,उपभोक्तकीप्राथमिकताओंमेंपरिवर्तन,प्रतिस्पर्द्धाद्वाराअपनाईगईनईरीति-नीति
(Strategy),तकनीकीपरिवर्तनआदिपर्यावरणीयपरिवर्तनफर्मकेविपणनकोप्रभावितकरतेहैं।ऐसेविपणन
पर्यावरणीयपरिवर्तनोंकासामनाकरनेकेलिएएकविपणनप्रबन्धककोनिम्नलिखितकदमउठानेचाहिए-
(1)पर्यावरणकापूर्वानुमानकरना(AnticipateChange)
एकविपणनप्रबन्धककोपर्यावरणीयशक्तियोंपरनिरन्तरनजररखनीचाहिएजिससेवहपरिवर्तनोंका
पूर्वानुमानकरसके।यदिविपणनप्रबन्धकइसबातसेअवगतहैकिपर्यावरणीयशक्तियाँनिरन्तरबदलती
रहताहैंतोवहउनकेसाथआसानीसेसमायोजनकरकेउनकासामनाकरसकताहै।
(2)लोच(Flexible)
विपणनयोजनाएँवनीतियाँइसप्रकारसेबनायीजानीचाहिएकिआवश्यकतापड़नेपरअल्पसमयमेंहीउनमें
परिवर्तनकियाजासके।विज्ञापनवविक्रयसंवर्द्धननीतियाँ,उत्पादनियोजननीतियाँआदिमेंलोचहोना
आवश्यकहै।
(3)प्रगतिशील(Progressive)
विपणनअधिकारियोंकाप्रगतिशीलहोनाभीआवश्यकहै।उन्हेंनवीनतमपरिवर्तनोंकापूराज्ञानहोनाचाहिए।
अनुसन्धानवविकासक्रियाओंकोप्रोत्साहनदियाजानाचाहिए।इससेपरिवर्तनोंकेसम्बन्धमेंआवश्यक
समायोजनआसानहोजाताहै।
वृहत्पर्यावरणीयघटकोंकाविपणननिर्णयोंपरप्रभाव
(IMPACTOFMACROENVIRONMENTALFACTORSON
MARKETINGDECISIONS)

वृहत्पर्यावरणीयघटकवेघटकहोतेहैंजोकिबाहरीहोतेहैंऔरतत्कालपर्यावरणसेसम्बन्धितनहींहोतेहैं।
वृहत्पर्यायवरणीयघटकअनियन्त्रणीयहोतेहैंजोअप्रत्यक्षरूपसेविपणनकीक्रियाशीलशक्तिकोप्रभावित
करतेहैं।कम्पनीइनकाउपयोगनिजीलाभकेलिएकरतीहै।कम्पनीकेविपणनसम्बन्धीनिर्णयोंको
पर्यावरणीयघटकनिम्नप्रकारसेप्रभावितकरतेहैं-
(1)जनांकिकीघटक/शक्तियाँ(DemographFactors/Forces)
लुइसीजी.पोल(LouiseG.Pol)केअनुसारपृथक्वृहत्पर्यावरणीयघटकजोविपणनकर्ताओंकोप्रभावित
करतेहैं,वहहैजनसंख्या।विपणकर्ताओंकीगहरीदिलचस्पीविश्वजनसंख्याकेआकार,उसकेभौगोलिक
वितरण,घनत्व,चलायमानप्रवृत्तियाँ,आयुवितरण,जन्मदर,मृत्युदर,विवाह,जाति,वंशतथाधार्मिकढाँचामें
होतीहै।जनांकिकीघटकोंअथवाशक्तियोंकाविपणननिर्णयोंपरगहराप्रभावपड़ताहै।जनांकिकीआँकड़े
भौगोलिकविपणनयोजनाओं,घरेलूविपणनयोजनाओं,आयुएवंलिंगकेअनुसारअनुसारयोजनाओंकोतैयार।
करनेमेंसहायताकरतेहैं।अल्पकालमेंयेयोजनाएँविश्वसनीयसिद्धहोसकतीहैं।अच्छेपरिणामोंकोप्राप्त
करनेकेलिएव्यावसायिकइकाईप्रमुखजनांकिकीप्रवृत्तियोंकीभविष्यवाणीकरसकतीहै।चूँकिजनसंख्याकी
प्रवृत्तिपरविपणनकर्ताकाकोईनियन्त्रणनहींहोता।अतएवउसपरउसेपैनीनिगाहरखनीपड़तीतीहैहैक्योंकि
इसमेंहोनेवालाकिसीप्रकारकापरिवर्तनउसकेविपणननिर्णयोंकोप्रभावितकरसकताहै।
(2)आर्थिकपर्यावरणघटक/शक्तियाँ(EconomicEnvironmentFactors/Forces)
आर्थिकपर्यावरणकेअधीनविपणनप्रबन्धकसामान्यतःनिम्नघटकोंएवंप्रवृत्तियोंकाअध्ययनकरताहै-
●भौगोलिकआयवितरणऔरउसकीप्रवृत्तियोंमेंउतार-चढ़ाव।
●व्ययकरनेकाढंगएवंप्रवृत्तियाँ।
●उपभोक्ताओंकीबचतकरनेकीप्रवृत्तियाँ।
●रहन-सहनकास्तर।
●ब्याजदरें।
●उधारलेनेकीप्रवृत्तितथाउसपरसरकारीएवंवैधानिकप्रतिबन्ध।
●खर्चकरनेयोग्यआयकाअनुपात।
●वास्तविकआयवृद्धि।
●भुगतानकीशर्तें।
●रहनेकाव्यय।
उपरोक्तघटकों/प्रवृत्तियोंसेलोगोंकीक्रय-शक्ति,बचतकरनेकीक्षमता,खर्चकरनेकीप्रवृत्तितथासाखकी
उपलब्धताआदिकेबारेमेंआवश्यकजानकारीप्राप्तकीजासकतीहै।इनआर्थिकघटकों/शक्तियोंकाअध्ययन
प्रभावीविपणनयोजनाओंकोतैयारकरनेकेलिएपरमआवश्यकहै।इन्हींकेआधारपरविपणनव्यूहरचनाएँ
तैयारकीजासकतीहैं।किससमयकौन-सीविपणनव्यूहरचनाकरनीचाहिए,यहनिम्नतालिकासेस्पष्टहो
जाताहै-
विभिन्नआर्थिकअवस्थाओंकाविपणननिर्णयोंपरप्रभाव
(ImpactofDifferentEconomicStagesonMarketingDecisions)

आर्थिकअवस्था
(Economic
Stage)
उत्पाद(Product)मूल्य(Price)स्थान
(Place)
संवर्द्धन
(Promotion)
1.मन्दीकीअवस्था
(Recession
Stage)
1.उत्पादरेखामें
कमीकरो।
2.सस्तेक्रियात्मक
उत्पादप्रस्तुतकरो।
3.लागतमेंकमी
करो।
1.मूल्योंमें
कमी।
2.साख
सुविधाएँ।
3.विभिन्न
रियायतोंएवं
छूटोंकीघोषणा।
1.वितरण
वाहिकाओंमें
वृद्धि।
2.ग्राहकोंसे
प्रत्यक्षसम्पर्क।
1.विक्रयसंवर्द्धन
योजनाओंकेद्वारा
माँगमेंवृद्धि
करो।
2.विक्रेताओंको
अधिकमालबेचने
केलिएअभिप्रेरित
करो।
3.प्रतियोगीक्षमता
मेंवृद्धिकरो।

2.तेजीअथवामुद्रा
प्रसारकीअवस्था
(TejiorInfla-tion
Stage)
1.उत्पादरेखामें
कमीकरो।
2.सस्तेक्रियात्मक
उत्पादप्रस्तुतकरो।
3.प्रतिस्थापित
(Substitute)वस्तुओं
कीखोजपर
अनुसंधानकरो।
4.कमलागतकी
सामग्रीकाउपयोग
करो।
1.मूल्योंमें
वृद्धि।
2.छूटोंकी
समाप्ति।
3.साख
सुविधाएँरोको।
1.वितरण
वाहिकाओंकी
संख्यामेंकमी।
2.सीमित
वितरण।
3.ग्राहकोंके
लिएमात्रा
सीमितकरो।
4.मूल्य
विभिन्नता
प्राप्तकरनेके
लिएमूल्य
वृद्धि।
1.विक्रयसंवर्द्धन
प्रयासोंमेंकमी।
2.माँगको
हस्तोत्साहित।
3.अधिकलाभ-
कारीउत्पादोंके
विक्रयपरबल।
(3)सामाजिकएवंसांस्कृतिकपर्यावरणघटक/शक्तियाँ(SocialandCultural
EnvironmentFactors/Forces)
व्यवसायसमाजमेंरहकरसमाजकेलोगोंकेसाथकियाजाताहै।अतएवसमाजकोव्यवसायसेपृथक्नहीं
कियाजासकता।अतःकुछवर्षोंसेविपणनसाहित्यकेक्षेत्रमेंविपणनअवधारणाकेविकल्पकेरूपमें
सामाजिकउत्तरदायित्वकीभावनाबड़ीतेजीसेप्रवेशकररहीहै।
अतःइसभावनाकेअन्तर्गतविपणननिर्णयोंमेंनिम्नबातोंकासमावेशहोनाचाहिए-
●सहीमापोएवंसहीतोलो।
●मिलावटरहितशुद्धउत्पादोंकाविपणनकरो।
●मुनाफाखोरीनकरकेउपभोक्ताओंकोउत्पादउचितमूल्योंपरबेचो।
●विपणनकेक्षेत्रमेंस्वस्थप्रतिस्पर्द्धाबनायेरखो।
●विपणनकेक्षेत्रमेंएकाधिकारीमनोवृत्तिकाउन्मूलनकरो।
●उत्पादोंकीपूर्तिबराबरबनायेरखो।
●ग्राहकोंकीरुचि,आदतोंएवंफैशनकेअनुसारउत्पादोंकाविपणनकरो।
●बाजारमेंनयेउत्पादोंकोप्रस्तुतकरनेकाप्रयासकरो।
●ग्राहकोंकेसाथबेईमानीकरनेअथवाधोखाकरनेकीप्रवृत्तिकाउन्मूलनकरो।
●ऐसीवितरणवाहिकाओंकीरचनाकरोजोकिग्राहकोंकेपासयथा-समय,पर्याप्तमात्रामें,उचितमूल्यों
परताजाएवंशुद्धउत्पादपहुँचासके।

(4)वैज्ञानिकएवंतकनीकीपर्यावरणघटक/शक्तियाँ(ScientificandTechnological
EnvironmentFactors/Forces)
उत्पत्तिकेक्षेत्रमेंबड़ीतेजीसेवैज्ञानिकएवंतकनीकीविकासहोरहाहै।यहअनियन्त्रणीयघटकहै।वैज्ञानिकएवं
तकनीकीविकासजहाँएकओरविभिन्नक्षेत्रोंमेंनये-नयेअवसरनिर्मितकरताहै,वहींदूसरीओर,परम्परागत
उत्पादोंकेलिएतरह-तरहकेखतरेउत्पन्नकरताहै।अवसरोंकेरूपमेंवैज्ञानिकएवंतकनीकीपर्यावरणनयेव
श्रेष्ठउत्पादप्रस्तुतकरताहैजिनकेविपणनसेप्रतियोगियोंपरविजयप्राप्तकरनासरलहोजाताहै।एकसमय
थाजबलोगरेडियोकाउपयोगकरतेथे।तत्पश्चात्ब्लेकएण्डव्हाइटटी.वी.सेटोंनेरेडियोकाबाजारछीनलिया
औरअबकलरटी.वी.नेबाजारपरनियन्त्रणस्थापितकरलियाहै।इसप्रकारवैज्ञानिकएवंतकनीकीपर्यावरण
व्यवसायएवंउद्योगकेक्षेत्रमेंएकबड़ीशक्तिकेरूपमेंविकसितहोरहाहै।इसनेहमेंहमेंबाध्यकियाहैकिहम
सभीभावीविपणननिर्णयवैज्ञानिकएवंतकनीकीविकासकोध्यानमेंरखकरहीलेंअन्यथाहमशीघ्रबाजारसे
बाहरकरदियेजायेंगे।विपणनप्रबन्धकोंकोविपणननिर्णयलेतेसमयअनुसंधानएवंविकास(R&D)तथा
नवाचार(Innovation)कोप्राथमिकतादेनीहोगी।
(5)प्रतियोगीपर्यावरण/शक्तियाँ(CompetitiveEnvironment/Forces)
आजकायुगप्रतियोगिताकायुगहै।एकफर्मकेविपणननिर्णयउसकेबाजारकोप्रभावितकरतेहैंऔरइसके
बदलेमेंप्रतियोगियोंकेनिर्णयोंसेस्वयंप्रभावितहोतेहैं।बाजारमेंकिसीभीउत्पादकीसफलताअथवा
असफलताप्रतियोगीपर्यावरणपरनिर्भरकरतीहै।अतएवऐसीस्थितिमेंविपणनव्यूहरचनाकरतेसमय
प्रतियोगीपर्यावरणएकमहत्वपूर्णघटकहै।
यदिदेखाजायतोप्रतियोगिताआजकेयुगकीएकवास्तविकताहैजिससेबचनासम्भवनहींहै।साथही
प्रतियोगियोंकीक्रियाओंपरनियन्त्रणस्थापितकरनाभीसम्भवनहींहै।इसप्रतियोगिताकेकईआधारहो
सकतेहैं,जैसे-मूल्यप्रतियोगिता,किस्म(गुण)प्रतियोगिता,उत्पादलक्षणप्रतियोगिता,विज्ञापनप्रतियोगिता,
प्रचारप्रतियोगिता,उत्पादकीउपलब्धताएवंसेवाप्रतियोगिताआदि।प्रतियोगिताकैसीहोसकतीहै,इसका
केवलअनुमानहीलगायाजासकताहैक्योंकिइसविषयमेंएकफर्मकादूसरीफर्मपरकोईनियन्त्रणनहींहै।
प्रतियोगीव्यूहरचना(CompetitiveStrategy):उपरोक्तविवेचनसेयहपूर्णतःस्पष्टहोजाताहैकि
प्रतियोगिताएकतथ्यहैजिसेहमेंस्वेच्छासेअथवाजबरदस्तीस्वीकारकरनाहीहोगा।ऐसीस्थितिमेंयहप्रश्न
उत्पन्नहोताहैकिविपणनकर्ताप्रतियोगितारूपीइसचुनौतीकासामनाकैसेकरे?इसकेलिएहमेंप्रतियोगी
ब्यूहरचनातैयारकरनीहोगी।ऐसाकरतेसमयहमारेसामनेनिम्नतीनप्रश्नउत्पन्नहोतेहैं।
1.क्याफर्मप्रतियोगिताकरे?(Shouldthefirmcompete?)
2.किनबाजारोंमेंप्रतियोगिताकरे?(Inwhichmarketitshouldcompete?)
3.कैसेप्रतियोगिताकरे?(Howtocompete?)
जहाँतकप्रथमप्रश्नकेउत्तरकासवालहै,इसकेलिएहमारेपासदोविकल्पउपलब्धहैं-यातोहमबाजारमेंइसी
प्रकारसेविद्यमानउत्पादरेखामेंबनेरहेंअथवानईउत्पादरेखामेंप्रवेशकरें।दोनोंविकल्पोंपरलिये'जानेवाले
निर्णयअनुमानितलाभक्षमतापरनिर्भरकरतेहैं।यदिविद्यमानउत्पादरेख,उमेंपर्याप्तप्रत्याय(लाभ)देनेमें
असमर्थहैतोहमेंनईउत्पादरेखामेंप्रवेशकरलेनाचाहिए।ऐसानिर्णयपर्याप्तसोच-विचारकरकेएवं
तुलनात्मकदृष्टिसेकरनाचाहिए।
जहाँतकदूसरेप्रश्नकाउत्तरदेनेकाप्रश्नहै,इसकेप्रत्युत्तरमेंकहाजासकताहैकिएकफर्मकोऐसेबाजारोंमेंही
प्रतियोगिताकोसीमितकरलेनाचाहिएजहाँपरग्राहकोंकीसंख्याअधिकहोतथाअधिकलाभकमानेका
सुअवसरमिलताहो।बाजारविभक्तिकरणकाउपयोगकरनाचाहिएतथाअलाभकारीक्षेत्रोंकोत्यागदेनाचाहिए।

इतिहासइसबातकासाक्षीहैकिकईविदेशीफर्मोंनेउनविदेशीबाजारोंमेंअपनेकारोबारकासमापनकरलिया
जहाँघरेलूउत्पादोंनेविपणनसमस्याओंकाउत्पन्नकरनाप्रारम्भकरदियाथा।
जहाँतकतीसरेप्रश्नकेउत्तरकाप्रश्नहै,विपणनकर्ताओंकोव्यापकविपणनव्यूहरचनाकरतेसमयचातुर्यके
आधारपरविपणननिर्णयलेनेचाहिए।ऐसाकरतेसमयविपणनमिश्रणतत्वोंमेंउपयुक्तपरिवर्तनकरतेरहना
चाहिए।उदाहरणकेलिए,पैकिंगमेंपरिवर्तनकियाजासकताहै,विक्रयसंवर्द्धनयोजनाओंपरबलदियाजा
सकताहै,विज्ञापनएवंप्रचारपरबलदियाजासकताहै,थोकएवंफुटकरव्यापारियोंतथाग्राहकोंकेलिए
आकर्षकविपणनयोजनाएँप्रस्तुतकीजासकतीहैंआदि।
(6)ग्राहकअथवाउपभोक्तामाँगपर्यावरण/शक्तियाँ(CustomerorConsumerDemand
Environment/Forces)
एकसमयथाजबउत्पादककोबाजारकाराजाकहाजाताथा।जोकुछभीउत्पादवहबाजारमेंउपलब्धकराता
था,उपभोक्ताओंकोइच्छाअथवाअनिच्छासेउन्हेंखरीदनापड़ताथाकिन्तुअबसमयमेंपरिवर्तनहोगयाहै।
वर्तमानमेंउत्पादकबाजारकास्थानउपभोक्ताबाजारनेलेलियाहै।उपभोक्ताबाजारकाराजाहै।वहजो
उत्पादचाहताहै,वहीउसेबाजारमेंउप्पलब्धकरानाहोगाअन्यथाबाजारसेबाहरहोनाहोगा।अतएवफर्मको
विपणनयोजनातैयारकरतेसमयउपभोक्ताकीपसन्द,उसकीक्रय-शक्ति,उत्पादकामूल्य,किस्म,उपलब्धता,
ग्राहकसेवा,सन्तुष्टिआदिविषयोंकोविपणननिर्णयोंमेंउचितस्थानदेनाहोगा।
(7)प्राकृतिकपर्यावरण/शक्तियाँ(PhysicalEnvironment/Forces)
आजसम्पूर्णविश्वकाप्राकृतिकपर्यावरणतेजीसेबिगड़रहाहै।जीवनकेपाँचतत्वोंमेंवायु,आकाश,जलऔर
पृथ्वीकेप्रदूषितहोनेकेपर्याप्तप्रभावएकत्रितहोचुकेहैं।विश्वस्वास्थ्यसंगठनकीताजारिपोर्टकेअनुसार
आजभारतकीराजधानीदिल्लीविश्वकीसबसेअधिकप्रदूषितनगरीबनचुकीहैजोदोदशकपूर्वतकविश्वकी
सातवीसुन्दरराजधानीमानीजातीथी।केन्द्रीयप्रदूषणनियन्त्रणमण्डलकेआंकलनमेंयहस्वीकारकियागया
हैकिभारतकीराजधानीदिल्लीकीआबो-हवामेंप्रत्येकदिनदोहजारटनप्रदूषणसम्मिलितहोताहै।वायु
प्रदूषणहीक्यों,जलप्रदूषण,ध्वनिप्रदूषण,भूमिप्रदूषण,व्यापारएवंउद्योगप्रदूषणआदिकीसमस्याभी
दिनों-दिनगम्भीररूपधारणकरतीजारहीहै।हमारीगंगा-जमुनाजैसीपवित्रनदियाँभीप्रदूषणकीशिकारहो
गयीहैं।हमारेउद्योगरोजलाखोंटनकचराइनपवित्रनदियोंमेंबहादेतेहैं।हमारेप्राकृतिकसंसाधनोंकाबड़ी
बेदर्दीकेसाथविदोहनकियाजारहाहै।पर्यावरणप्रदूषणकाउत्पादनतथाउत्पादकतादोनोंपरप्रतिकूलप्रभाव
पड़ताहै।उत्पादकतातथाउत्पादनदोनोंमेंगिरावटआजातीहै।
आजविश्वकेसभीदेशप्राकृतिकपर्यावरणकासामनाकरनेकेलिएधीरे-धीरेएकजुटहोरहेहैं।इसगम्भीर
स्थितिकासामनाकरनेकेलिएजहाँएकओरतरह-तरहकेकानूनबनायेजारहेहैं,वहींदूसरीओर,इसके
विरुद्धसभीस्तरोंपरअभियानचलायेजारहेहैं।अबप्रश्नउत्पन्नहोताहैकिविष्णनप्रबन्धइसगम्भीर
स्थितिकाकैसेसामनाकरेएवंकिसप्रकारकेनिर्णयले?
अतःइससम्बन्धमेंनिम्नसुझावदियेजासकतेहैं-
●पर्यावरणलागतकोपूराकरनेकेलिएउत्पादोंकेमूल्यमेंउचितवृद्धिहो।
●उत्पादपरपड़नेवालेपर्यावरणीयप्रभावोंकीव्यापकरूपसेजाँच-पड़तालकीजाय।
●पैकिंगतथाउत्पादप्रक्रियामेंपर्याप्तसुधारहों।
●भौतिकपर्यावरणकीविद्यमानताकोस्वीकारकरेऔरउसकासामनासामूहिकरूपमेंकरे।
●भौतिकपर्यावरणकेक्षेत्रमेंअनुसंधानएवंविकासकार्योंपरबलदियाजाय।

●जीवनकेगुण(QualityofLife)परबलदियाजायऔरऐसेकिसीभीकार्यकोजिससेलोगोंकेजीवन
केसाथखिलवाड़होतीहो,तुरन्तरोकाजाय,जैसेकारखानेसेनिकलनेवालाधुआँ,जंगलोंकासफाया,
बिनासोचे-समझेऔद्योगीकरण,आमोद-प्रमोदकेसाधनोंकोक्षति,जल,वायु,ध्वनि,भूमिप्रदूषणकी
समस्याआदि।
●आमउपभोक्ताओंकेलिएपर्याप्तमात्रामेंशुद्धएवंप्रदूषणरहितउत्पादोंकीउपलब्धिआदि।