Motivational kahaniya in hindi - लक्ष्य पर नजर 😍

kahanizoneinfo 36 views 1 slides Apr 19, 2025
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एक समय की बात हैं गुरु द्रोणाचार्य के पास कुछ शिष्य धनुर्विद्या सीख रहे थे। सभी शिष्य धनुर्धर बनने के लिए वन में अप�...


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लक्ष्य पर नजरहिन्दी किानी
एक समय की बात िैं गु� द्रोणाचायय के पास कु छ शिष्य धनुर्विद्या सीख रिे थे।
सभी शिष्य धनुधयर बनने के शलए वन में अपनी-अपनी प्रहतभा को ददखाते थे।
इन्िी शिष्यों में पा�डवों का मिान धनुधयर अजुयन भी गु� द्रोणाचायय के पास
धनुर्विद्या सीख रिा था। एक बार गु� द्रोणाचायय ने अपने सभी शिष्यों की
परीक्षा लेना चािा।

वें अपने सभी शिष्यों को लेकर वन में गए। विा� पर हकसी पेड़ पर बैठी एक
चचचड़या को ददखाते हुए उस पर हनिाना साधने के शलए किते िैं। सभी शिष्य
अपने-अपने धनुष पर बाण चढ़ाकर पेड़ पर बैठी चचचड़या को भेदने के शलए
तैयार थे। वे अपने गु� की आज्ञा का इ�तजार कर रिे थे।

तभी गु� द्रोणाचायय सभी से एक एक करके प �छते िैं हक तुम्िें पेड़ पर क्या
ददख रिा िैं? हकसी शिष्य ने चचचड़या, हकसी ने पेड़, हकसी ने पत्ते, और हकसी
ने फल भी बता ददया। लेहकन जब गु� द्रोणाचायय अजुयन के पास जाते िैं और
उनसे प छते िैं हक शिष्य तुम्िें क्या ददख रिा िैं?

अजुयन अपने गु� को उत्तर देते हुए किते िैं- “गु�देव मुझे शसफय चचचड़या की
आ�ख ददख रिी िैं।” अजुयन की बात सुनकर गु� द्रोणाचायय बहुत प्रसन्न िोते
िैं। उस ददन से अजुयन को हनपुणय शिष्य के �प में मानने लगते िैं।


िमारा लक्ष्य बहुत साफ िोना चाहिए। जजससे िमारा ध्यान आसपास की
चीजों पर न भटके ।
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