MUDRA-VIGHYAN.pdf

1,107 views 50 slides Dec 14, 2022
Slide 1
Slide 1 of 50
Slide 1
1
Slide 2
2
Slide 3
3
Slide 4
4
Slide 5
5
Slide 6
6
Slide 7
7
Slide 8
8
Slide 9
9
Slide 10
10
Slide 11
11
Slide 12
12
Slide 13
13
Slide 14
14
Slide 15
15
Slide 16
16
Slide 17
17
Slide 18
18
Slide 19
19
Slide 20
20
Slide 21
21
Slide 22
22
Slide 23
23
Slide 24
24
Slide 25
25
Slide 26
26
Slide 27
27
Slide 28
28
Slide 29
29
Slide 30
30
Slide 31
31
Slide 32
32
Slide 33
33
Slide 34
34
Slide 35
35
Slide 36
36
Slide 37
37
Slide 38
38
Slide 39
39
Slide 40
40
Slide 41
41
Slide 42
42
Slide 43
43
Slide 44
44
Slide 45
45
Slide 46
46
Slide 47
47
Slide 48
48
Slide 49
49
Slide 50
50

About This Presentation

Mudra


Slide Content

मुDRA VIRG
MUDRA VIGYAN

IRGAMुDR
GYAN GYAN
MUDRA

IRGAMुDR
लाभ–
–KRSHR,TMOJL][H, MRGBCK
L][H बढ़ती है।Fur शांत होता है।L][H बढ़ती है।Fur शांत होता है।
tcGDR दूर होती है ।
30-45 मनट नय

आकाश
मुDRAमुDRA
AAKASH
MUDRA

लाभ –
कान क सुनने क L][H बढ़ती
आकाश मुDR
कान क सुनने क L][H बढ़ती
है, उच रतचाप म लाभ ।

30 मनट नय

पृवी
मुDRAमुDRA
PRITHVI
MUDRA

पृवी मुा

लाभ -
शरर क हडीयां व मांसपसयां शरर क हडीयां व मांसपसयां
मजबूत होती ह। वटामन क
कमी दूर होती है ।

30 मनट नय

इ मुDR
INDRAINDRA
MUDRA

इं मुा

लाभ -
चम रोग म लाभकार, दत होने
पर डहाइेशन नहं होता । लघु
चम रोग म लाभकार, दत होने
पर डहाइेशन नहं होता । लघु
शंका बार बार नहं जाना पड़ता ।

30 मनट नय

वायु
मुDRA
VAYU
MUDRA

वायु मुा
लाभ -
घुटन एवं शरर म कहं भी दद म
लाभ । क क कर डकार म लाभ ।
सवाइकल, दद, गठया, एड़ी म दद सवाइकल, दद, गठया, एड़ी म दद
म लाभ । दय क पीड़ा म भी
उपयोगी है ।

30-45 मनट नय

शूय
मुDRAमुDRA
SHOONYA
MUDRA

शूय मुा

लाभ -
शरर म कहं भी सुनपन, कान म
बहरापन, कान बहता हो या कान म
मैल जमा हो तो लाभकार, कान म
बहरापन, कान बहता हो या कान म
मैल जमा हो तो लाभकार, कान म
सांय सांय क आवाज म भी लाभ
करती है ।

30 - 45 मनट नय

सूय
मुDRAमुDRA
SOORYA
MUDRA

सूय मुा

लाभ -
सद, जुकाम म लाभकार । मोटापा
घटाती है, कॉले ोल कम करती है ।
मधुमेह, यूरया भी कम होता है । मधुमेह, यूरया भी कम होता है ।
मोतया बद कम होता है, ने योत
बढ़ती है ।

15 -15 मनट दन म 2 बार

जलोदरनाशक
या
वण मुDRAवण मुDRA
JALODAR NASHAK
OR
VARUN MUDRA

जलोदर नाशक/वण मुDRA

लाभ -
शरर क सूजन कम करती है । पेट
म पानी [जलोदर/DROPSY]म म पानी [जलोदर/DROPSY]म
लाभकार, साइनस, हाथी पांव म भी
लाभ करती है ।

30 - 45 मनट नय

ाण
मुDRAमुDRA
PRAN
MUDRA

ाण मुDRA

लाभ -

शरर क तरोधक मता बढ़ती है । दुबलता कम
होती है, जीवनी L][H बढ़ती है । ने योत बढ़ती
है, िट दोष भी दूर होता है । रतवाहनी क
होती है, जीवनी L][H बढ़ती है । ने योत बढ़ती
है, िट दोष भी दूर होता है । रतवाहनी क
कावट[BLOCKAGE]दूर होती है । लकवे क कमजोर
दूर होती है । सभी कार के लू वाईन, डगू म
लाभदायक ।

30 - 45 मनट

अपान
मुDRAमुDRA
APAN
MUDRA

अपान मुा

लाभ -
यह मुा नाभ से नीचे के सभी अवयव पेट,
नाभ, गुदा, गुतांग, घुटना, पंडल, जंघाएँ, पैर
आद सभी अंग से सबंधत सभी रोग का आद सभी अंग से सबंधत सभी रोग का
उपचार करती है ।
शेष आगे -

पसीना आने क या सुधारती है, पैर क जलन
ठक होती है । जी मचलाना, हचक, उलट एवं
दत म लाभकार है । उच रतचाप, मधुमेह,
गुद एवं वास के रोग, पेशाब क जलन, यकृत
[लवर] के रोग, पेट दद, कज, बवासीर [पाइस]
म लाभकार है । गभावथा के सात से नौ माह म लाभकार है । गभावथा के सात से नौ माह
के बीच नय करने से सव सामाय एवं शशु
वथ होता है ।

30 - 45 मनट

यान
मुDRAमुDRA
VYAN
MUDRA

यान मुा

लाभ -
उच रतचाप एवं नन रतचाप दोन म
लाभकार है । दय रोग म भी लाभकार है
। अचानक रतचाप बढ़ने या घटने म भी
लाभकार है । दय रोग म भी लाभकार है
। अचानक रतचाप बढ़ने या घटने म भी
लाभदायक है । वात, प, कफ का संतुलन
ठक होता है ।

30 - 45 मनट नय

उदान
मुDRAमुDRA
UDAN
MUDRA

उदान मुDRA

लाभ -
थायरॉयड सबधी रोग[HYPER/HYPO]
दोन म लाभकार है । TMOJ L][H दोन म लाभकार है । TMOJ L][H
बढ़ती है ।

15 - 30 मनट नय

समान
मुDRAमुDRA
SAMAAN
MUDRA

समान मुा


लाभ -
तन, मन, बु ध म समवय होने से मन
सन रहता है । संकप शित बढ़ती है
तन, मन, बु ध म समवय होने से मन
सन रहता है । संकप शित बढ़ती है
। पाचन शित बढ़ती है ।

5 - 5 मनट दन म 5 बार नय

शंखमुDRA
SHANKHSHANKH
MUDRA

शंख मुा


लाभ -
इस मुा से गले क ंथय थायराईड,
पैराथायराईड ंथय पर अछा भाव डालती पैराथायराईड ंथय पर अछा भाव डालती
है । इससे टॉिसल ठक होते है । वर सुरला
होता है । बोलने क शित बढ़ती है ।

15 मनट दन म 3 बार नय

सहज शंख
मुDR
SAHAJ
SHANKH
MUDRA

सहज शंख मुDRA

लाभ -
बवासीर[Piles], फशर[Fissure] म लाभकार है
। पाचन L][H बढ़ती है, वायु VKRO समात
होता है, महलाओं म MRBCK धम क
अनयमतता समात होती है । गले के रोग
होता है, महलाओं म MRBCK धम क
अनयमतता समात होती है । गले के रोग
समात होते है, कंठ क आवाज म मधुरता
आती है । O[H संचार अछा होता है ।
15 मनट दन म 3 बार नय

अपान वायु
मुDRA
APAAN APAAN
VAYU
MUDRA

अपान वायु मुDRA

लाभ -
दयाघात[HeartAttack] म तुरंत लाभ करती है ।
दय के सभी रोग दय शूल[AnginaPactoris], उच
रतचाप, नन रतचाप म लाभकार है । दल क रतचाप, नन रतचाप म लाभकार है । दल क
धड़कन अचानक बढ़ने, घटने म लाभकार है ।
घबराहट, हचक आना बंद हो जाता है । आधे BCO
म दद म भी लाभ देती है ।

15 मनट ातः व सायं

अपान वायु
मुDRA
APAAN
VAYU
MUDRA

अपान वायु मुDRA

लाभ -
दयाघात[HeartAttack] म तुरंत लाभ करती है ।
दय के सभी रोग दय शूल[AnginaPactoris], उच
रतचाप, नन रतचाप म लाभकार है । दल क
धड़कन अचानक बढ़ने, घटने म लाभकार है ।
रतचाप, नन रतचाप म लाभकार है । दल क
धड़कन अचानक बढ़ने, घटने म लाभकार है ।
घबराहट, हचक आना बंद हो जाता है । आधे BCO
म दद म भी लाभ देती है ।

15 मनट ातः व सायं

गुदा मुDRA
GURDAGURDA
MUDRA

गुदा मुा

लाभ -
पथर म लाभ मलता है, हाथ-पैर व मुहँ
क सूजन म लाभ मलता है । यूरक क सूजन म लाभ मलता है । यूरक
एसड बढ़ने से जोड़ म होने वाले दद म
भी लाभ मलता है ।

5 - 15 मनट नय

ाणायाम
या
GRBCKRमुDRमुDR
PRANAYAM
OR
NASIKA MUDRA

नासक मुा

लाभ -
शरर म वायु का दद समात होता है,
शूय मुा लगने से वन दूषण शूय मुा लगने से वन दूषण
समात होता है ।
मन भी शांत होता है ।

ाणायाम के समय 15-20 मनट नय

लंग मुDRA
LINGALINGA
MUDRA

लंग मुDRA

लाभ -
इस मुDR से शरर म गम बढ़ने से सद के कारण
होने वाले रोग यथा -जुकाम, खांसी, दमा, अथमा,
सायनस, नमोनया, फैफड़ म पानी भरना, ट.बी. म सायनस, नमोनया, फैफड़ म पानी भरना, ट.बी. म
लाभ BMYHR है । नन रतचाप[LowBlood
Pressure] म भी लाभ रहता है । इस मुDR से एलज
एवं CaFMJ[Infection] म भी लाभ होता है ।

15 - 30 मनट नय

वसनी
मुDRAमुDRA
SHVASANI
MUDRA

वसनी मुा

लाभ -
यह मुा वास नल म सूजन म
लाभकार है । वास रोग ठक होते लाभकार है । वास रोग ठक होते
ह।वास नल म जमे कफ को
नकालने म लाभ मलता है ।

5 मनट 4 -5 बार नय

अथमा
मुDRमुDR
ASTHAMA
MUDRA

अथमा मुा


लाभ -
इस मुा से अथमा ठक होता है ।
पहले वसनी मुा 5 मनट करने के
इस मुा से अथमा ठक होता है ।
पहले वसनी मुा 5 मनट करने के
बाद 5 मनट अथमा मुा करना
अछा रहेगा ।

15 मनट ातः एवं सायं

GMTKROA
मुDRA
NAMASKAR
MUDRA

नमकार मुा

लाभ-
मन को शाित मलती है, मितक
का संतुलन अछा रहता है । ोध का संतुलन अछा रहता है । ोध
कम होता है, वनता बढ़ती है ।

हर घंटे 5 मनट नय

नेत नेतनेत नेत