Mycoplasma

SiddharthSatpathi 642 views 9 slides Oct 26, 2021
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About This Presentation

mycoplasma general introduction


Slide Content

माइकोप्लाजमा(Mycoplasma) Siddharth satpathi B.sc.:- biotechenology M.sc.:-botany

Synopsis:- (1):-सामान्य परिचय(general introduction) (2):-वर्गीकरण(classification) (3):-सामान्य लक्षण(general characters) (4):-कोशिका संरचना(cellular structure) (5):-माइकोप्लाज्मा जनित रोग(diseases caused by mycoplasma) (6):-रोग के लक्षण(symptoms of disease)

सामान्य परिचय(general introduction) माइकोप्लाज्मा जीवाणु से भी छोटे आकार के जीव होते हैं| माइकोप्लाजमा को प्ल्यूरो निमोनिया(PPLO) सामान जीव भी कहते हैं| क्योंकि यह जानवरों में बोविन प्ल्यूरोन्यूमोनिया नामक रोग उत्पन्न करते हैं| यह मृतोपजीवी एवं परजीवी होते हैं तथा चूहों ,भेड़ ,बकरी एवं विभिन्न पौधों में अनेक रोग उत्पन्न करते हैं|

वर्गीकरण(classification) माइकोप्लाजमा में कोशिका भित्ति नहीं होने के कारण इन्हें प्रोकैरियोटिक के अंतर्गत निम्नलिखित प्रकार से वर्गीकृत किया गया है:- वर्ग(class):- मालिक्यूट्स (mollicutes) ऑर्डर(order):- माइकोप्लाजमोटेल्स (mycoplasmotales) फैमिली(family):-माइकोप्लाजमोटेसी (mycoplasmotaceae) जीनस(genus):- माइकोप्लाजमा(mycoplasma)

माइकोप्लाजमा के सामान्य लक्षण(general characters of mycoplasma):- यह अत्यंत सूक्ष्म अचल तथा प्रोकरयोटिक होते हैं| इनमें कोशिका भित्ति का अभाव होता है जिसके कारण यह अनेक रूपों जैसे गोलाकार, तंतुवत, ताराकार आदि अनेक रूपों में मिलते हैं|इसीलिए इन्हें बहुरूपी जीव कहते हैं| इसकी कोशिका द्रव्य लाइपोप्रोटीन से बनी तीन स्तरीय इकाई झिल्ली द्वारा घिरी होती है| इसकी कोशिका द्रव्य में रेशेनुमा डी एन ए ,आर एन ए तथा राइबोसोम पाए जाते हैं| कोशिका भित्ति अनुपस्थित होने के कारण एवं कोशिका झिल्ली के अत्यंत लचीली होने से यह 220nm ब्यास वाले बैक्टीरियल फील्टर से भी होकर गुजर जाते हैं जिनसे की अत्यंत छोटी जीवाणु कोशिकाएं भी नहीं छन पाती हैं|

कोशिका संरचना(cellular structure):- इलेक्ट्रॉन सूक्ष्मदर्शी द्वारा अध्ययन करने पर माइकोप्लाज्मा की कोशिकीय संरचनाओं में निम्नलिखित का संरचनाएं दिखाई देती हैं:- आकार:-माइकोप्लाजमा की कोशिका बहूरुपता प्रदर्शित करती है अतः इसे जंतु जगत का जोकर कहा जाता है| कोशिका भित्ति अनुपस्थित होती है| कॉल के अनुसार कोशिका के चारों ओर तीन स्तरीय लाइपो प्रोटीन की इकाई झिल्ली होती है| इसकी कोशिका द्रव्य में डीएनए स्ट्रैंड ,आरएनए के कण, राइबोसोम पाए जाते हैं|

माइकोप्लाज्मा जनित रोग(diseases caused by mycoplasma):- पौधों में माइकोप्लाज्मा द्वारा निम्नलिखित मुख्य रोग होते हैं:- यलोज प्रकार का संदल स्पाइक रोग | केले का लिटिल लीफ रोग| पपीते का बंची टॉप रोग| चेस्टनट यलोज रोग| बैगन का लघुपर्ण रोग|

रोग के लक्षण(symptoms of disease):- रोग ग्रस्त पौधों की पत्तियां आकार में छोटी होती हैं| पुष्पन के पूर्व ही पुष्पीय अंग विलगित हो जाते हैं| रोग ग्रस्त पौधे बौने रह जाते हैं|