वैसे तो इस दुनिया में कई इंसान आते हैं जाते हैं मगर कुछ एक इंसान ऐसे होते हैं जिनकी सोच पूरे विश्व को मार्गदर्शन देत...
वैसे तो इस दुनिया में कई इंसान आते हैं जाते हैं मगर कुछ एक इंसान ऐसे होते हैं जिनकी सोच पूरे विश्व को मार्गदर्शन देती है।जिनके बचनो पर चलकर हमे एक नई दिशा मिलती है।आज मैं बात करूंगा ओशो रजनीश जी की।।जिनकी विचारधारा इतनी महान थी की आज भी पूरे विश्व में उनके जाने के बाद भी लोग पूरी आस्था और श्रद्धा से मानते हैं और अपनाते हैं।
Size: 78.5 KB
Language: none
Added: Dec 05, 2022
Slides: 3 pages
Slide Content
ओशो मेरे मन की बात
Read this article in english
https://www.neebkarori.com/
वैसेतोइसदुनियामेंकईइंसानआतेहैंजातेहैंमगरकुछएकइंसानऐसेहोते
हैंजिनकीसोचपूरेविश्वकोमार्गदर्शनदेतीहै।जिनकेबचनोपरचलकरहमेएक
नईदिशामिलतीहै।आजमैंबातकरूंगाओशोरजनीशजीकी।।जिनकी
विचारधाराइतनीमहानथीकीआजभीपूरेविश्वमेंउनकेजानेकेबादभीलोग
पूरी आस्था और श्रद्धा से मानते हैं और अपनाते हैं।
हां उनकी कुछ स्पीच विवादित जरूर रहीं मगर जि
न लोगों ने दिल और मन से उसको सुना सिर्फ वो ही एहसास कर पाया कि बातें बहुत सही और सच्ची हैं। ओशो का
जन्म11दिसंबर1931को मध्यप्रदेश के कुचवाड़ा मेंहुआ था। उनके माता पिता ने
उनका नाम चंद्रमोहन जैन रखा। जो समय के चलते ओशो बन गया। ओशो का
मतलब होता है।सागर में विलीन हो जाना। अपने जीवनकाल के दौरान वो लगभग
4से5साल तक अमेरिका चले गए जहां उन्होंने एक आश्रमको स्थापना की।कहा
जाता है की उनका आश्रम65एकड़ जमीन में फैला हुआ था।ओशोका अमेरिका में
रहना बेहद विवादास्पद रहा. महंगी घड़ियां उनके पास थीं जिनकी कीमत आज के
समय में लाखों करोड़ों से कम नहीं होंगी।,रोल्स रॉयसकारें औरमहंगे डिजाइनर
कपड़ों की वजह से वे हमेशा चर्चा में रहे।लगभग5सालके बाद ओशो बापिस
हिंदुस्तान आ गए।हिंदुस्तान लौटने के बाद वे पुणेके एक इलाके में स्थित अपने
आश्रम में लौट आए. उनकी मृत्यु19जनवरी, 1990में होगई.जिससे उनके
फॉलोवर्स बहुत दुखी हुए।