व्यावसायिक पर्यावरण _ व्यावसायिक उद्योगों का पर्यावरण प्रदूषण पर प्रभाव एवं नियन्त्रण.pdf

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मानव जीवन को सुखी व समृद्धशाली बनाने के लिए विकसित व विकासशील राष्ट्र तेज गति से औद्योगीकरण कर रहे हैं। समाज की वि�...


Slide Content

मानवजीवनकोसुखीवसमृद्धशालीबनानेकेलिएविकसितवविकासशीलराष्ट्रतेजगतिसेऔद्योगीकरण
कररहेहैं।समाजकीविभिन्नप्रकारकीउपयोगीवस्तुएंवसेवाएंप्रदानकरनेकेउद्देश्यसेहीआजअनेक
बहु-राष्ट्रीयनिगम(Multi-nationalCorporations)औद्योगिकक्षितिजपरपनपरहेहैं।एकओरतोबढ़तेहुए
औद्योगीकरणनेकृषिपरजनसंख्याकेभारकोकमकरतेहुएउत्पादनएवंउत्पादकतामेंवृद्धिकीहै;रोजगार
केनयेअवसरप्रदानकियेहैंएवंउपभोक्ताओंकीबढ़तीहुईआवश्यकताओंकीसन्तुष्टिकीहै,किन्तुइससे
उत्पन्न'प्रदूषण'(POLLUTION)नेअबअधिकऔद्योगीकरणकेमार्गमेंएकप्रश्नवाचकचिह्न-सालगादिया
हैतथाउसकेभयंकरदुष्परिणामोंकोरोकनेकादायित्वव्यवसायतथाउसकेप्रबन्धकोंपरडालाहै।
पर्यावरणकेसन्तुलनकेडगमगाजानेसेउसकेविभिन्नतत्वों-वायु,जल,ध्वनि,भूमि,आदिमेंप्रदूषणकी
समस्याबड़ाविकटरूपधारणकरतीजारहीहै।यद्यपिपर्यावरणसुरक्षाकेसमर्थकविगतदशकसेप्रदूषणके
खतरोंकीओरजनताकाध्यानआकर्षितकरतेरहेहैं,किन्तुजनवरी1984केभोपालकेयूनियनकार्बाइडकाण्ड
नेइन'धीमेजहर'(SlowPoisoning)केप्रतिजनमानसकोझकझोरदियाहै।आजमानव,पशुएवंवनस्पति
जगतमात्रहीनहीं,कलावसंस्कृतिकेप्रतीकभीइस'जहरीलीतकनीक'सेअछूतेनहींबचतेहैं।नीचेप्रदूषणके
प्रमुखस्रोतोंकाविश्लेषणकरनाअनावश्यकनहोगा।
I.वायुप्रदूषण
मनुष्यकेस्वास्थ्यकोठीकरखनेकेलिएतीनवस्तुएंआवश्यकहोतीहैं-भोजन,जलववायु।इनसेअधिक
आवश्यकवायुहै।वायुजीवनदायिनीहै।भोजनकेअभावमेंमनुष्यकईदिनजीवितरहसकताहै।जलकेबिना
भीवहकुछदिनोंरहसकताहै।किन्तुवायुकेबिनाकुछमिनटोंमेंहीदमघुटकरमृत्युहोजातीहै।प्रत्येक
व्यक्तिप्रतिपलश्वसनक्रियाद्वाराशुद्धवायुअन्दरखींचताहैतथाअशुद्धवायुबाहरनिकलताहै।वायु
वास्तवमेंअनेकतत्वोंकासम्मिश्रणहै,जैसेऑक्सीजन(21%),नाइट्रोजन(79%),कार्बन-डाइ-ऑक्साइड
(0.03%),ओजोन(0.02%),हाइड्रोजन(0.11%),आदि।इसकेअतिरिक्तवायुमेंअमोनिया,जलवाष्प,धूलके
कण,बैक्टीरिया,आदिभीहैं,जिनमेंसमय-समयपरपरिवर्तनहोतारहताहै।

वायुकेकारणमुख्यतःऔद्योगिककेन्द्रोंमेंप्रदूषणयाकलुषीकरणकीसमस्यापायीजातीहै।सामान्यतः
अशुद्धवायुहोनेकेपांचकारणहैं-
(1)जीवधारियोंकेश्वासप्रक्रियासे-इसक्रियासेवायुकीऑक्सीजनकाशोषणहोजाताहैतथा
कार्बन-डाइ-ऑक्साइडनिकलकरवायुमेंमिलजातीहै।
(2)वस्तुओंकेजलनेसे-कोयला,लकड़ी,तेल,मोमबत्ती,आदिकेजलनेसेकार्बन-डाइ-ऑक्साइडअधिकमात्रामें
उत्पन्नहोकरवायुकोअशुद्धकरदेतीहै।यदिकोयलाभली-भांतिनजलेतोएकऔरअधिकहानिकारकगैस
कार्बनमोनोऑक्साइडउत्पन्नहोतीहै।
(3)धूलकेकणोंसे-वायुमेंधूलकेकणमिलजातेहैं।औद्योगिककेन्द्रोंतथाभीड़-भाड़केअन्यस्थलोंमेंजली
हुईराख,रोगोंकेजीवाणु,शुष्कबलगम,टूटी-फूटीचीजोंकेकण,आदिकेटुकड़ेवायुमेंमिश्रितहोतेहैं।जब
मनुष्यसांसलेताहैतोयहकीटाणुवालीदूषितवायुशरीरमेंप्रवेशकरकेबीमारियांफैलादेतीहैं।
(4)वस्तुओंकेसड़नेसे-जबकोईवानस्पतिकवस्तुयामांस,आदिसड़ताहै,तोउसमेंहाइड्रोजन,
कार्बन-डाइ-ऑक्साइड,सल्फाइड,अमोनियम,कार्बन-डाइसल्फाइडविषैलीगैसवायुमेंमिलकरउसेअशुद्धबना
देतीहै।इसप्रकारकीगन्दीवायुस्वास्थ्यकेलिएहानिकारकहोतीहै।
(5)जीवाणुकीउपस्थिति-अनेकरोगों,जैसेराजयक्ष्मा,एनफ्लूऐंजा,चेचक,खसरा,आदिकेकीटाणुवायुमेंउड़ते
हैं।ऐसीवायुमेंश्वासलेनेसेजीवाणुसांसकेसाथशरीरमेंप्रवेशकरजातेहैंऔररोगउत्पन्नकरदेतेहैं।
औद्योगिककेन्द्रोंमेंवायुप्रदूषणकेप्रमुखकारणनिम्नलिखितहैं-
●परिवहनकेसाधन,जैसेरेल,मोटर,टैक्सी,ट्रक,साइकिल,आदिसेवायुकाकलुषितहोना,
●कारखानोंवमिलोंमेंवस्तुओंकेजलनेसेकार्बन-डाइ-ऑक्साइड,कार्बनमोनोक्साइड,सल्फर
डाइ-ऑक्साइड,नाइट्रोजनऑक्साइड,आदिगैसेंपैदाहोतीहैं,
●औद्योगिकप्रतिक्रियाओंकेपरिणामस्वरूपजोवेस्ट-पदार्थ(WasteMaterial)होतेहैं,उनके
सड़ने-गलनेसेभीवायुखराबहोतीहै।लोहा-इस्पात,सीमेण्ट,पेपर-पल्प,पेट्रोलियमरिफाइनिंग,
फर्टिलाइजरप्लाण्ट्स,कोयला,तांबा,शीशा,जस्ता,एल्यूमिनियम,आदिउद्योगोंमेंबहुतअधिकमात्रा
मेंवेस्ट-पदार्थनिकलताहैजिसकेपरिणामस्वरूपवातावरणदूषित,कलुषितवअपवित्रहोजाताहै।
मुम्बई,कोलकाता,दुर्गापुर,भिलाई,बड़ोदरावअहमदाबादमेंधूम-कोहरायाधुआंवायुप्रदूषणकाप्रमुख
कारणहै।एकअनुमानकेअनुसारयदिभारतसेप्रमुखऔद्योगिकनगरोंमेंवायु-प्रदूषणकीसमस्या
कोहलकरनेकाप्रयासनहींकियागयातोआगामीदशाब्दीमेंस्थितिनियन्त्रणकेपरेहोजायेगी।
यहभीपढ़ें-व्यवसायकीस्थापनाकिसेकहतेहैं|व्यापारकीस्थापनाclass12|Establishmentofbusiness
II.जलप्रदूषण
जलजीवनकासारहै।दैनिकजीवनकीअनेकआवश्यकताओंकीपूर्तिजलद्वाराहोतीहै।पानीकाउपयोगखेतों
कीसिंचाई,चीनी,चमड़े,कपड़े,आदिकीमिलोंमेंहोताहै।शक्करकीस्वच्छता,सड़कोंकीसफाई,आदिपानी
द्वाराहीहोतीहै।जलकेअभावमेंशरीरसूखनेलगेगा,खेतसूखजायेंगे,भोज्यपदार्थोंकीकमीहोजायेगी,मिल
वकारखानेबन्दहोजायेंगेतथामानवकाजीवनदुखमयहोजाएगा।
औद्योगिकनगरोंमेंजल-प्रदूषणअधिकांशतःनिम्नकारणोंसेहोताहै-

●अशुद्धजलकासेवनकरनेसे,
●नदियों,तालाबोंवसमुद्रमेंगन्देऔद्योगिकवेस्ट(Waste)केमिश्रणसे,
●पानीकेस्रोतमेंरासायनिकपदार्थोंसेयुक्तगन्देवविषैलेपदार्थोंकेमिश्रणसे।पेट्रोलियम,स्टील,
कार्बनिकरसायनतथाकागजउद्योगोंमेंइसप्रकारकेगन्देपदार्थबहुतनिकलतेहैं,
●मलप्रवाह(Sewagesystem)कीउपयुक्तव्यवस्थानहोनेसे।अनेकदेशोंमेंमलपदार्थकच्चेरूपमें
हीजलमेंबहादियाजाताहै,जिसकेपरिणामस्वरूपस्वच्छजलभीअशुद्धहोजाताहै।भारतके
औद्योगिकनगरोंमेंअधिकसेअधिक10%नगरोंमेंहीमलप्रवाहकीउपयुक्तव्यवस्थाहोगीतथाशेष
जलप्रदूषणकेशिकारहैं।गांवकीअपेक्षानगरोंमेंयहसमस्याअत्यन्तगम्भीरहै।नगरीयक्षेत्रोंकी
50%सेअधिकजनसंख्याकोपर्याप्तमात्रामेंशुद्धजलउपलब्धनहींहोपाताहै।
कुछराज्योंमेंजलप्रदूषणनियन्त्रणकेन्द्रों(WaterPollutionControlCentres)कीस्थापनाकीगयीहै;
किन्तुजलप्रदूषणविषयकनियमोंकेअभावमेंउनकाक्रियान्वयनसन्तोषजनकढंगसेनहींहोरहाहै।अनेक
नगरोंमेंसीवेजट्रीटमेण्टप्लाण्ट्सनहींहैंमुम्बईऐसापहलानगरहैजहांसन्1981मेंसीवेजट्रीटमेण्टप्लाण्ट
लगगयाहैजिसकेपरिणामस्वरूपकच्चेरूपमेंहीमल-मूत्र,आदिकाजलमेंमिश्रणनहोगा।इससन्दर्भमेंयह
लिखनाअनावश्यकनहोगाकिसंयुक्तराज्यअमरीकाकीपांचबड़ीमीठेपानीकीझीलेंसुपीरियर,मिशीगन,
ह्यूरन,पीरीतथाओण्टरियोकाजलकलुषीकरणकेकारणपीनेकेयोग्यनहींरहाहै।
अत्यधिकऔद्योगीकरणपरिवहनसेइनझीलोंकाजलदूषितहोगया।वहांअनेकस्थलोंपरइसआशयके
संकेतबोईसलगेहैंकि'पानीपीनेयोग्यनहींहै','पानीपीनेसेमृत्युहोसकतीहै'आदि।पर्यावरण-विशेषज्ञोंके
अनुसारगंगाजैसीपवित्रनदीकाजलभीआजपीनेयोग्यनहींरहाहै।मध्यप्रदेशमेंमालवाक्षेत्रकेकारखाने
व्यर्थपदार्थोंकोक्षिप्रानदीमेंप्रवाहितकरतेहैं।प.बंगालकीहुगलीनदीमेंजूटमिलोंकालाखोंटनअशुद्ध
प्रतिदिनउनमेंगिरताहै।पानीमेंऑक्सीजनकीकमीनिरन्तरबढ़तीजारहीहै।महासागरोंमेंभीप्रदूषणतेज
गतिसेबढ़रहाहै।
यहभीपढ़ें-पर्यावरणप्रदूषणकाअर्थ,परिभाषा,कारण,प्रकारएवंप्रभाव
III.शोरगुलप्रदूषण(ध्वनिप्रदूषण)
शोरगुलभीबढ़तेहुएऔद्योगीकरणकाउत्पादहैऔरइसकेपरिणामस्वरूपभीनगरोंकाशान्तमयवातावरण
कलुषितहोजाताहै।आजकलअधिकांशराष्ट्रोंमेंतेजगतिसेऔद्योगीकरणकरनेकाएकनशा-साछायाहुआ
है।प्रतिवर्षहजारोंकीसंख्यामेंलोगगांवोंकोछोड़करनगरोंवशहरोंमेंआकरबसनेलगेहैं।फलतःनगरोंका
आकारबढ़ताचलाजारहाहैऔरवहांभीड़-भाड़वशोरगुलकीसमस्यागम्भीरसेअत्यधिकगम्भीरहोतीचली
जारहीहै।नगरोंकाकोलाहलइसपराकाष्ठापरपहुंचरहाहैकिमानवजीवनकेलिएवहअसहनीयसिद्धहोने
लगाहै।एकसर्वेक्षणसेयहज्ञातहुआहैकिभारतमेंशोरगुलकीसमस्यासबसेअधिकभयंकररूपसेमुम्बईमें
हैजहांढाईलाखसेअधिकवाहनहैं।मुम्बईद्वीपमेंतोरात्रिभीशान्तिपूर्णनहींहोतीक्योंकिअनेकस्थलोंपर
कल-कारखानेववाहनशोरगुलपैदाकरनेमेंव्यस्तरहतेहैं।मशीनें,मोटरें,रेलें,जेटविमान,आदिहमसुविधाके
लिएप्रयोगकरतेहैं,किन्तुइनसेउत्पन्नशोरपरोक्षरूपसेहमारेस्वास्थ्यपरघातकप्रभावडालताहै।शोरसे
हाइपरटेन्शनहोसकताहैजोआगेचलकरहृदयरोगवमस्तिष्करोगजैसेघातकरोगोंकोजन्मदेताहै।डॉ.
मयूरकामतहै,किअवांछितआवाजसेसंचारव्यवस्थाअव्यवस्थितहोजातीहै।रॉकसंगीतशोरप्रदूषणके
कारणोंमेंएकनयीकड़ीहै।
संक्षेपमें,आजआवश्यकताहैविश्वकेविकसितदेशोंकीभांतिभारतमेंभीप्रदूषणकेदुष्प्रभावोंकेविषयमें
जन-चेतनापैदाकरनेकी,तभीइसअदृश्यशत्रुसेछुटकारापायाजासकताहै।

यहभीपढ़ें-व्यावसायिकपर्यावरणकाअर्थ,विशेषताएँ,वर्गीकरणएवंसंघटक
पर्यावरणप्रदूषणकाव्यापारतथाउद्योगपरप्रभाव
आजभारतसमेतविश्वकेअधिकांशदेशपर्यावरणप्रदूषणकीसमस्यासेग्रस्तहैं।उदारीकरणकीनीतिके
अन्तर्गतभारततीव्रगतिसेऔद्योगीकरणकीओरअग्रसरहै।परिवहन,चमड़ा,रासायनिकउर्वरकएवंप्लास्टिक
सेसम्बन्धितउद्योगोंकातेजीसेविकासएवंविस्तारहोरहाहैजिनकेकारणभूमितथावायुप्रदूषणमेंनिरन्तर
वृद्धिहोरहीहै।केन्द्रतथाराज्यसरकारेंप्रदूषणनियन्त्रणसम्बन्धीनियमोंतथाकानूनोंकाभीठीकप्रकारसे
पालननहींकरापारहीहैं।सर्वोच्चन्यायालयद्वारादिल्लीको9हजारऔद्योगिकइकाइयोंकोशहरसेबाहरले
जानेकेआदेश,नदियोंकेजलकाप्रदूषणकमनहोनाआदिइसीकेपरिणामहैं।
भारतमेंऔद्योगिकएवंव्यापारिकक्षेत्रमेंपर्यावरणप्रदूषणकीसमस्यानिरन्तरगम्भीरहोतीजारहीहै।इस
समस्यापरनियन्त्रणपानेकेउद्देश्यसेकेन्द्रएवंराज्यसरकारोंनेअनेकप्रकारकेनवीनउद्योगोंकीस्थापना
परप्रतिबन्धलगादियाहैतथाप्रदूषणफैलानेवालेविद्यमानउद्योगोंकेस्थानान्तरणकियेजानेकेआदेशजारी
करदिएहैं।
संक्षेपमेंपर्यावरणप्रदूषणव्यापारएवंउद्योगोंकोनिम्नप्रकारप्रभावितकरताहै-
(1)उत्पादनतथाउत्पादकतापरप्रभाव
पर्यावरणप्रदूषणकाउद्योगोंकेउत्पादनतथाउत्पादकतापरप्रतिकूलप्रभावपड़ताहै।इसकेकारणउत्पादनकी
मात्रातथाउसकीगुणवत्तादोनोंहीमेंगिरावटआतीहै।उद्योगोंकोशुद्धजलतथावायुनहींमिलपातीहै।
श्रमिकअनेकप्रकारकीबीमारियोंसेग्रसितहोजातेहैं।इससेउनकीकार्यक्षमताकाहासहोताहै।श्रमिकोंतथा
कारीगरोंकापलायनंआरम्भहोजाताहै।सरकारद्वाराउद्योगोंकेविकासतथाविस्तारंपरअनेकप्रकारके
प्रतिबन्धलगायेजातेहैं।इससेव्यापारतथाउद्योगोंकेस्थानान्तरणकीसमस्याउत्पन्नहोजातीहै।पर्यावरण
प्रदूषणसेभारतकामत्स्यउद्योगसर्वाधिकप्रभावितहुआहै।
(2)विकासकीप्रक्रियामेंअवरोध
पर्यावरणप्रदूषणसेव्यापारतथाउद्योगोंकेविकासकीप्रक्रियामेंरुकावटउत्पन्नहोजातीहै।इनकेविकास
तथाविस्तारसम्बन्धीयोजनाएंधरीकीधरीरहजातीहैंव्यापारीतथाउद्योगपतियोंकोसरकारतथाजनता
दोनोंकेविरोधकासामनाकरनापड़ताहै।कारखानोंसेनिकलेनेवालेजहरीलेधुएंतथागैसों,तेजआवाजतथा
कचड़ेसेफैलनेवालीगन्दगीकास्थानीयजनताद्वाराघोरविरोधकियाजाताहै।यहीनहींप्रकृतिकेसंसाधनों
काअभावउत्पन्नहोनेलगताहै।
(3)उद्योगोंकेस्थानान्तरणकीसमस्या
जबकिसीऔद्योगिकक्षेत्रमेंपर्यावरणप्रदूषणकीसमस्याअत्यन्तगम्भीरहोजातीहैतोजनतातथासरकार
द्वाराउद्योगोंकेयथाशीघ्रस्थानान्तरणकीमांगहोनेलगतीहै।स्थानान्तरणकेकारणउद्योगोंकोअनेक
कठिनाइयोंकासामनाकरनापड़ताहै।
(4)श्रमिकोंकीकार्यक्षमताकाहास

पर्यावरणप्रदूषणकाश्रमिकोंकीकार्यक्षमतापरप्रतिकूलप्रभावपड़ताहै।व्यवसायतथाउद्योगोंमेंलगाएहुए
श्रमिकोंकीकार्यक्षमतावायु,जलतथाध्वनिप्रदूषणकेकारणगिरजातीहै।श्रमिकअनेकप्रकारकीबीमिरियोंसे
ग्रस्तहोजातेहैं।उनकेस्नायुशिथिलहोजातेहैं।उनमेंकामकेप्रतिअरुचि,नीरसता,थकानउत्पन्नहोनेलगती
है।वेतनावग्रसितहोजातेहैं?इससेउद्योगोंकाउत्पादनगिरजाताहै।
यहभीपढ़ें-व्यावसायिकसफलताकेमूलतत्वएवंसफलव्यवसायीकेआवश्यकगुण
(5)व्यापारियोंतथाउद्योगपतियोंकेमनोवलतथानैतिकतामेंगिरावट
जल,वायु,मृदातथाध्वनिप्रदूषणकेकारणव्यापारियोंतथाउद्योगपतियोंकामनोबलगिरजाताहै।उनका
नैतिकपतनहोनेलगताहै।वेअपनीहानिकोकमकरनेकेलिएमिलावट,घटतौली,हिसाब-किताबमेंगड़बड़ी,
बेईमानीआदिभ्रष्टतरीकेअपनानेलगतेहैं।इनकेकारणदेशीतथाविदेशीबाजारोंमेंभारतीयव्यापारियोंतथा
उद्योगपतियोंकीख्यातिमेंतीव्रगतिसेगिरावटआईहै।जनताइन्हेंसन्देहकीदृष्टिसेदेखनेलगतीहै।
(6)व्यापारकेविकासपरप्रभाव
पर्यावरणीयस्थितिकादेशकेदेशीतथाविदेशीव्यापारकीमात्रातथाप्रकृतिपरगहराप्रभावपड़ताहै।इसीसे
यहनिर्धारितहोताहैकिव्यापारमेंकृषिउत्पादोंअथवाऔद्योगिकउत्पादोंमेंसेकिसकीप्रधानतारहेगी।इसीसे
विदेशीव्यापारकीदिशाभीनिर्धारितहोतीहै।अतःपर्यावरणप्रदूषणकाव्यापारकेविकासपरप्रतिकूलप्रभाव
पड़ताहै।उत्पादोंकीगुणवत्तामेंकमीआनेकेकारणउनकेव्यापारकापतनहोनेलगताहै।खाद्यपदार्थोंका
व्यापारसर्वाधिकप्रभावितहोताहै।
(7)कृषिविकासपरप्रभाव
पर्यावरणीयपरिस्थितियोंकाकृषिपरभीगहराप्रभावपड़ताहै।वर्तमानमेंकृषिकोभीउद्योगकादर्जादिया
जानेलगाहै।कृषिविकासकाउद्योगोंपरसीधाप्रभावपड़ताहै।अनेकप्रकारकेउद्योगोंजैसेचीनीउद्योग,
खाद्यान्नववनस्पतिघीउद्योग,जूटउद्योगकोकच्चामालकृषिसेहीमिलताहै।व्यापारमेंभीकृषिउपजों
कीहीमात्राअधिकरहतीहै,लेकिनपर्यावरणप्रदूषणकाकृषिपरभीबुराप्रभावपड़ताहै।इसकेकारणदेशमें
लाखोंएकड़भूमिबेकारहोतीजारहीहै।भूमिकीप्रकृतिरेगिस्तानीकरणकीतीव्रप्रक्रियाकेकारणबिगड़तीजा
रहीहै।
(8)औद्योगिकविकासपरप्रभाव
पर्यावरणकिसीक्षेत्रकेआर्थिकविकासकोगतिभीप्रदानकरताहैतथाउसेअवरुद्धभीकरताहै।यहपर्यावरण
कीस्थितिपरनिर्भरकरताहै।पर्यावरणप्रदूषणकेकारणऔद्योगिकविकासकीगतिमन्दपड़जातीहै।नवीन
उद्योगोंकीस्थापनातोदूररही,विद्यमानउद्योगोंकोभीअनेकप्रकारकीसमस्याओंकासामनाकरनापड़ताहै
औरउनकापतनआरम्भहोजाताहै।
यहभीपढ़ें-व्यावसायिकसंगठनकेप्रारूपएवंउपयुक्तप्रारूपकाचयन
(9)परिवहनकेविकासपरप्रभाव
परिवहनकेसाधनदेशकेव्यापारतथाउद्योगोंकीप्रगतिकोसर्वाधिकप्रभावितकरतेहैं।परिवहनकेसाधनोंमें
रेलतथासड़कएवंवायुमार्गतथाजलमार्गमहत्वपूर्णहैं।पर्यावरणप्रदूषणइनसबकेविकासकोप्रभावितकरता

है।अतःइनकाव्यापारतथाउद्योगोंकेविकासपरभीप्रभावपड़ताहै।पर्यावरणप्रदूषणमात्राकेस्थानान्तरण
कोप्रभावितकरताहै।
(10)विविधप्रभाव
पर्यावरणप्रदूषणकेकुछअन्यप्रभावभीहैं;जैसे-
●बेरोजगारीफैलना,
●आर्थिकविकासमेंगतिरोधउत्पन्नहोना,
●औद्योगिकक्षेत्रमेंअन्वेषणतथाअनुसन्धानक्रियाओंपरप्रतिकूलप्रभावपड़ना,
●ऊर्जासंकटउत्पन्नहोनेसेउद्योगोंपरप्रतिकूलप्रभावपड़ना,
●योगतथापूर्तिमेंअसन्तुलनकीस्थितिउत्पन्नहोना।
पर्यावरणीयनियोजनकैसेहो?
पर्यावरणीययावातावरणसम्बन्धीप्रदूषणकोरोकनेकेलिएनिम्नसुझावदियेजासकतेहैं:
(1)नगरोंकाविकेन्द्रीकरण
प्रदूषणकीसमस्यामुख्यतःऔद्योगिकनगरोंमेंअधिकगम्भीरहै।अतःभविष्यमेंनगरोंकाविस्तारकरते
समयइसतथ्यकोविशेषरूपसेध्यानमेंरखनाचाहिए।नगरोंकेविस्तारकीजोयोजनाएंबनायीजाएउनका
आधारविकेन्द्रीकरणहोनाचाहिए।हमारालक्ष्यसन्तुलितविकासकीप्राप्तिहोनाचाहिए,नकिक्षेत्रीयविकास
की।वायु,जलअथवाशोरगुलसेसम्बन्धितप्रदूषणकीसमस्याएंऔद्योगिककेन्द्रीकरणकेहीकारणहैं।यदि
नगरोंकाअनुकूलतमस्तरतकहीविकासकियाजाए,तोनिश्चितहैकिकलुषीकरणकीसमस्यापैदानहोगी।
जिनक्षेत्रोंमेंऔद्योगिकविकेन्द्रीकरणकियाजायवहांएकआदर्शनगरकीसमस्तसुविधाएंउपलब्धहोनी
चाहिए।नगरीयनियोजनइसढंगसेकियाजायकिवेस्ट(Waste)वगन्देपदार्थोंकीनिकासीकीसमुचित
व्यवस्थाहो।
(2)प्रदूषण-नियन्त्रण
तकनीककाउपयोगऔद्योगिकप्रदूषणसेउत्पन्नदोषोंपरनियन्त्रणपानेकीअपेक्षाप्रारम्भसेहीऐसेउपचार
करनाअधिकहितकरहोगाजिससेकिप्रदूषणकीसमस्यापैदानहो।इसप्रकारअनेकउपायकियेजासकतेहैं,
जैसे-
●जिनउद्योगोंकेविषयमेंऐसीआशंकाहैकिप्रदूषणनिश्चयहोगातोउनकेलिएप्रदूषण
नियन्त्रण-तकनीककाउपयोगकरनाअनिवार्यहोनाचाहिए,
●यदिवित्तीयकठिनाइयोंकेकारणवेनियन्त्रणतकनीककीव्यवस्थाकरनेमेंअसमर्थहैंतोउन्हेंचाहिए
किनगरसेदूरअत्यन्तखुलेवसुरक्षितक्षेत्रमेंउद्योगकीस्थापनाकरें,औरयदियहसम्भवनहोतो
यातोउद्योगप्रारम्भनकरेंऔरयदिवहचलरहाहोतोउसेबन्दकरदें।किसीभीउद्योगकोमानवके
जीवनकेसाथखिलवाड़करनेकाअधिकारनहींहै,
●नगरनिगमोंकोचाहिएकिवेनिश्चितनियमोंकेआधारपरहीअपनीसीमाकेभीतरउद्योगोंके
विकासकोप्रोत्साहितकरें।प्रदूषणकेशिकारउद्योगोंकेविकासवविस्तारकेसम्बन्धमेंविशेष
सावधानीबरतनीचाहिए,
●नगरीयनियोजनकेलिएपहलेसेसर्वेक्षणकियाजासकताहै,

●उद्योगोंकाजोभीवेस्टपदार्थहोउसकाअधिकतमउपयोगकरनेकाप्रयासकरनाचाहिए।संयुक्त
राज्यअमरीकायेगतपांच-सातवर्षोंमेंऐसेसंयन्त्रोंकीस्थापनाकीगयीहैजोशत-प्रतिशतवेस्टपदार्थों
सेहीकागजकानिर्माणकरतेहैं।
3.पर्यावरणीयनियोजनविषयकमन्त्रालयकीस्थापना
नगरीयक्षेत्रोंमेंपर्यावरणीयप्रदूषणकीसमस्याकेसमुचितनियन्त्रणकेलिएयहभीआवश्यकहैकिकेन्द्रव
राज्योंमेंपर्यावरणीयनियोजनविषयकपृथक्मन्त्रालयकीस्थापनाकीजाय।नगर-निगमोंमेंइसकार्यहेतुएक
स्वतन्त्रविभागहोनाचाहिए।इसमन्त्रालययाविभागकेनिम्नलिखितकार्यहोसकतेहैं-
●पर्यावरणीयदशाओंकेसम्बन्धमेंआंकड़ेएकत्रितकरना,
●वायु,जलवशोर-गुलसम्बन्धीप्रदूषणकोरोकनेकेलिएकानूनवनियमबनाना,
●नगरोंकेविकासहेतु'मास्टरयोजनाएं'तैयारकरनातथाउसमेंआवश्यकसंशोधनकरना,
●प्रदूषणनियन्त्रणहेतुआवश्यकतन्त्रकानिर्माणकरना,
●प्रदूषणनियन्त्रणकेलिएशोधकीव्यवस्थाकरना,
●प्रदूषणनियन्त्रणकेलिएप्रमापवनार्मस्कीस्थापनाकरनाजोविभिन्नविषयोंसेसम्बन्धितहोसकते
हैं,जैसेमल-मूत्रप्रवाहपद्धति,अवशिष्टकाउपयोग,ड्रेनेज,आदि।
4.प्राकृतिकहरियालीवसौन्दर्यकोबनायेरखना
जहांतकहोसकेनगरोंकेप्राकृतिकसौन्दर्यकोनष्टनहींकरनाचाहिए।अच्छाहोगायदिकृत्रिमसाधनोंसे
सौदर्यमेंवृद्धिकरनेकाप्रयासकियाजायजैसेपार्क,समुद्रतट,झीलों,नदियों,तालाबों,आदिकेनिकटवृक्षा
रोपणकरकेसौन्दर्यमेंचारचांदलगाना।प्रत्येकमिलक्षेत्रमेंएकसुन्दरगार्डनहोनाचाहिए।
5.पर्यावरणीयनियोजनसम्बन्धीशिक्षाकाप्रचारवप्रसार
पर्यावरणीयनियोजनक्याहै,औद्योगिकप्रदूषणकेक्याकारणहैं?इसेकैसेरोकाजाय?आदिबातोंकेसम्बन्ध
मेंशिक्षाकाप्रचारवप्रसारकरनाचाहिएजिससेजन-साधारणमेंप्रदूषणकीसमस्याकेप्रतिचेतनापैदाहो।
6.अन्यउपाय
●जनसंख्यानियन्त्रणपरध्यानदियाजाय,
●जलववायुकेशुद्धिकरणकेलिएदृढ़प्रयासकियेजायें,
●शोर-गुलकोरोकनेकेलिएप्रशासकीय,प्रबन्धकीयवयान्त्रिकव्यवस्थाकीजाय,
●उप-पदार्थोंकेउपभोगकेप्रयोगकिएजाएं,तथा
●वातावरणकोसुन्दर,सुखदवआकर्षकबनायाजाय।
प्रदूषण-निवारणकेउपाय
वायुप्रदूषणपरनियन्त्रणकेउपाय
(i)सभीनगरोंवमहानगरोंकेव्यस्तक्षेत्रों,प्रधानराष्ट्रीयराजमार्गोंएवंसघनआवासीयक्षेत्रोंमेंप्रदूषणनियन्त्रण
केउपकरणनियतदूरीपरएवंनिर्धारितसमयचक्रकेअनुसारसुचारुरूपसेसंचालितकिएजाएं।इससेजैव

जगतएवंमानवकीक्रियाशीलतापरअनुकूलप्रभावपड़ेगाक्योंकिइससेप्रदूषणस्तरहानिकारकहोतेहीतत्काल
कार्यवाहीकीजासकेगी।
(ii)वायुमेंधूल,धुआं,Smokeयाउड़तीराखफैलानेवालेउद्योगोंकीचिमनियोंपरऐसेसूक्ष्मकणएकत्रित
करनेकीजालियांवउपकरणतोलगाएजाएं,साथहीइनकीचिमनियोंको90से150मीटरतकऊंचारखाजाए।
अब25लाखजनसख्यासेबड़ेभारतकेमहानगरोंएवंलैटिनअमेरिकाकेअनेकनगरोंमेंऐसीव्यवस्थाकीजाने
लगीहै।ऐसेउपकरणोंसेअनेकउप-उत्पादभीप्राप्तहोंगेजिनकाविशेषकार्योंमेंउपयोगहोसकेगा।
(iii)दसलाखसेअधिकजनसंख्यावालेनगरोंमेंऔद्योगिकबस्तियांनगरोंसे8-10किमी.दूरस्थितहोंएवं
वहांऐसाकोईउद्योगस्थापितनहींकियाजाए,जोधुआंयारासायनिकअथवाघातकवस्तुओंकानिर्माणकरता
हो।जहरीलेरासायनिकपदार्थोंकेनिर्माणकीस्वीकृतिराष्ट्रीयहितमेंभीनिर्जनप्रायःप्रदेशोंमेंहीदीजानी
चाहिए।
(iv)वाहनोंसेनिकलनेवालेधुएंकास्तरन्यूनतमरखनाअनिवार्यकियाजाए।इसकीअवज्ञाकोगैर-जमानती
अपराधमानाजाए।महानगरोंकेसार्वजनिकवाहनोंकीधुआंनिकालनेकीक्षमताकीनिरन्तरजांचकीजानी
चाहिए।यातायातकेव्यस्तवसंग्रथितस्थलोंएवंअधिकधुआंउगलनेवालेवाहनोंपरनिरन्तरकठोरनजररखी
जानीचाहिएताकिधुएंकास्तरबढ़तेहीप्रवाहमार्गकोनियन्त्रितवधुएंकेस्तरकोपुनःन्यूनतमलायाजा
सके।प्रदूषणबढ़ानेवालेवाहनोंकोफौरनसड़कसेहटादियाजानाचाहिए।
(v)महीनकणउगलनेवालेसीमेण्टकेकारखाने,सुपरथर्मलपावरस्टेशन,धुआंवरसायनउगलनेवाले
पेट्रो-रसायन,खनिजतेलकेकुओंपरजलतीप्राकृतिकगैस,आदिपरयथासम्भववयथाशीघ्रनियमिततालाई
जाए।
(vi)नहरों,सड़कों,रेलमार्गों,आदिकेआसपासहरीपट्टीकाअनिवार्यतःराष्ट्रव्यापीविकासकियाजाए।ऐसेपेड़ों
कोनियमितरूपसेलगाकरउनकारेकार्डरखकरउन्हेंवनपट्टियोंकेरूपमेंविकसितकियाजाए।इससेधुआंव
धूलकेअनेकप्रकारकेप्रदूषककाफीनियन्त्रितबनेरहसकेंगे।
(vii)जहरीलीवघातकप्रभाववालीगैसों,RDXजैसेघातकरसायनकेउत्पादनकोपूर्णतःराष्ट्रीयसुरक्षा
व्यवस्थासेजोड़दियाजानाचाहिए।इसीभांतिउपर्युक्तप्रकारकेप्रदूषणोंकेउद्योगोंएवंआणविकसंस्थाओंमें
पूर्णतःप्रदूषणमुक्तप्रणाली(Foolproofdevice)कोहीप्रभावीबनायाजाए।आणविककचरेकोभीठोसईंटोंमें
बदलकरउन्हेंदोहरेपोलीथीनकेडिब्बोंमेंपैककरपुनःशीशामढ़ेइस्पातकेदोहरेचादरवालेपहलेछोटेडिब्बोंमें
फिर25या50ईंटोंकोएकडिब्बाबनाकरपुनःइसीविधिसेपैककियाजाए।
इन्हेंतबगहरेसागरतलमेंडालनेसेपूर्वमोटीसीमेण्टकंक्रीटकीटंकियोंमेंसीलकियाजाए।ऐसीव्यवस्थासेही
इनकाघातकप्रदूषणयारेडियमधर्मितापूरीतरहनियन्त्रणमेंरहसकेगी।
जलप्रदूषणकेनियन्त्रणकेउपाय
यद्यपिवायुएवंजलप्रदूषणदोनोंहीघातकहोतेहैंएवंइनपरयथाशीघ्रनियन्त्रणअनिवार्यमानाजानाचाहिए।
फिरभीजलप्रदूषणएकचक्रीयव्यवस्थाहैएवंजलकेमाध्यमसेप्रदूषणकेतत्वकईप्रकारसेभोजनश्रृंखला
एवंभू-जैवरसायनतत्वोंकीक्रियाशीलतामेंप्रवेशकरसम्पूर्णजैवजगतमेंप्रसरितहोकरबहुगुणितहोतेजाते
हैं।अतःइसपरनियन्त्रणमेंकोईभीढिलाईघातकमानीजानीचाहिए।नगरोंकेप्रदूषितजलएवंठोसकचरा
आदि,उद्योगोंसेनिकलनेवालेजहरीलेरसायन,घातकवअम्लीयप्रभाववालेतरलपदार्थएवंपेट्रो-रसायनका
कचरा,आदिसभीपानीमेंविविधविधिसेघुलतेरहतेहैं।अतःइनसेबचावहेतुऐसेप्रदूषकोंकोउनकेउद्गमया
विकसितहोनेवालेस्थलपरहीनियन्त्रितकरनाआवश्यकहै।

वर्तमानमेंसभीविकसितदेशोंकेनगरोंमेंमिश्रितएवंदूषितद्रववठोसकचरेकोउपचारितकरनेकेयन्त्रलगाए
गएहैं।यहांसेनिकलापानीकृषिकेलिएप्रदूषणरहितएवंविशेषउपयोगीमानाजाताहै।राजस्थान,मध्यप्रदेश
एवंगुजरातकेपर्यावरणविभागोंनेयहस्वीकारकियाहैकिउनकेराज्योंकेविविधकेन्द्रोंपरविकसितहोरही
रंगाई,छपाई,ब्लीचिंग,डाईंगवप्रिंटिंग,चमड़ासफाईजैसीनिरन्तरबढ़तीकार्यवाहीसेहीनिकटकेनालों,
सरिताओं,तालाबोंएवंकुओंमेंअनेकप्रकारकेअवांछिततत्व,बदबूएवंप्रदूषितजलकेकुप्रभावस्पष्टतःदेखे
गएहैं।कृषिव्यवस्थामेंउर्वरकवकीटनाशकभीजलकोजहरीलावप्रदूषितबनादेतेहैं।अतःजलप्रदूषण
निवारणयानियन्त्रणहेतुनिम्नउपायोंकेआधारपरसमुचितकार्यवाहीआवश्यकहै-
(i)महानगरोंएवंअन्यनगरोंकेमल-जलएवंअन्यदूषितजलवकूड़ा-करकटकोस्वच्छजलमेंघुलनेसेरोकने
हेतुउनकीनिकासीव्यवस्थाकोISIयाअन्यप्रामाणिकसंस्थाओंद्वाराक्षेत्रीयपरिस्थितियोंकेआधारपर
प्रामाणिकमॉडलदशाविकसितकीजाय।उन्हींकेअनुसारसभीनगरोंमेंतत्कालसुधारभीकियाजानाचाहिए।
भारतीयनगरोंमेंपेयजलमेंदूषितजलकायाकचरेकेसड़े-गलेतत्वोंकारिसावएकआमशिकायतहै।इसेपूर्ण
उत्तरदायित्वकेसाथसुधारकररोकाजानाचाहिए।
(ii)सभीनगरोंएवंमहानगरोंमेंमल-जल(Sewage)एवंअन्यदूषितजलवकचरेकोउपचारितकरनेकेलिए
स्थानीयदशाकेअनुसारमानवश्रमपरआधारितस्वदेशीतकनीककाविकासकियाजानाचाहिए।इनमेंप्रदूषित
कचरेकोकम्पोस्टमेंबदलतेसमयमिथेनगैससेरसोईगैसबनाईजाए।ऐसेकम्पोस्टकोखेतोंमेंखादहेतु
नाममात्रकेमूल्यपरदियाजाए।
(iii)मल-जलएवंनालियोंवगटरकेदूषितजलकोनगरसेदूरलेजाकरस्वच्छकरकेजांचकरउसेसिंचाईके
लिएकाममेंलायाजाए।भारतमेंऐसेजलकोस्वच्छकरनेकेलिएजिन-जिनमहानगरोंमेंविदेशीयायूरोपीय
तकनीकीअपनायीगयीवहांऐसीतकनीकपूर्णतःअसफल,बहुतमहंगी,खर्चीलीएवंस्पेयरहिस्से-पुर्जेनहीं
मिलनेकेकारणभारस्वरूपबनीरही।अतःस्वदेशीतकनीकवश्रमकाअधिकाधिकउपयोगकरनाहीबुद्धिमानी
है।ऐसेस्वैच्छकिएगएजलकेतालाबोंमेंमछलीपालनकार्यभीकियाजासकताहै।
(iv)बड़े-बड़ेउद्योगोंकाअधिकांशजहरीला,प्रदूषितवविविधरसायनयुक्तजलवर्तमानमेंनिकटकेजलाशयों
एवंनदियोंमेंबहादियाजाताहै।इसीकारणआजउत्तरीभारतकीप्रायःसारीहीनदियांबुरीतरहप्रदूषितहोरही
हैं।पवित्रगंगा,यमुना,दामोदर,सोन,लूनी,सावरमती,आदिनदियांतेजीसेजहरीलीबनतीजारहीहैं।अतःसभी
बड़ेउद्योगोंकेलिएअपनेयहांसेबहनेवालेयाप्राप्तप्रदूषितपदार्थोंकेउपचारकीव्यवस्थावइससेसम्बन्धित
मशीनेंवइकाइयांलगानाकानूननअनिवार्यकरदियाजानाचाहिए।इससेजलएवंवायुप्रदूषणदोनोंपरतेजीसे
नियन्त्रणलगेगाएवंजलसंसाधनवजल-जैवजगतकास्वतःएवंसमुचितपोषणहोसकेगा।भारतसरकारने
1986सेहीपहलेगंगाकोवबादमेंअन्यनदियोंकोसाफकरनेयाप्रदूषणसेमुक्तिदिलानेहेतुविशेषयोजना
क्रियान्वितकीहै।ऐसीयोजनाउत्तरीभारतकेप्रत्येकनदीबेसिनमेंतत्कालक्रियान्वितकीजानीचाहिए।
सौभाग्यवशदक्षिणीभारतकीअधिकांशनदियांआजभीप्रदूषणकेघातकस्तरसेप्रायःमुक्तहैं।
(v)सिंचितक्षेत्रोंमेंखाद,DDTएवंऐसेहीघातकरसायनोंकोनियन्त्रितकियाजानाचाहिए।इससेजलमें
घुलकरआनेवालेविजातीयएवंरसायनपदार्थोंकीमात्रामेंपर्याप्तकमीआयेगी।
जलप्रदूषणकोनियन्त्रितकरनेकेलिएएककानूनद्वारा1974मेंभारतसरकारनेएकबोर्डकीस्थापनाकीहै
एवंउसीकेसमकक्षराज्यसरकारोंनेभीकेन्द्रीयनिर्देशएवंतकनीकीसहयोगसेऐसेहीबोर्डबनायेहैं।इनका
उद्देश्यनदी,तालाबोंएवंकुओंवभूमिगतजलकोप्रदूषितहोनेसेबचानाहै।अतःअबऐसेबोर्डोंकेकार्योंएवं
प्रभावतन्त्रकोतत्कालसक्रियकियाजानाअनिवार्यहै।
IV.भूमिएवंमिट्टीप्रदूषणनियन्त्रण

मिट्टीमेंअनेकप्रकारकेविजातीयपदार्थ,रसायनएवंवस्तुएंकचरेकीभांतिफेंकदीजातीहैं।वायुएवंजलके
माध्यमसेभीमिट्टीमेंअवांछितविजातीयपदार्थअनेकप्रकारसेप्राप्तहोतेरहतेहैं।इनकेनियन्त्रणवइनसे
बचावकेलिएनिम्नप्रयासवसुझावउल्लेखनीयहैं-
(i)विभिन्नप्रकारकेकचरेकाढेरइकट्ठाकरनेकेबजायउसेजलादियाजानाचाहिए।कपड़े,कागज,त्याज्य
घास-फूंसकोसड़नेदेनेसेतोउन्हेंतत्कालजलानाअधिकउपयुक्तहै।
(ii)सिंचाईवालेप्रदेशोंमेंमिट्टीमेंक्षार,अम्लीयता,रेह,आदिकोरोकनेकेलिएनियन्त्रितसिंचाईअनिवार्यहै।
जहांभीऐसीअनुपजाऊयादलदलीभूमिविकसितहोनेलगेतोवनविभागकीसलाहसेवहांविभिन्नप्रकारसे
उपयोगीवृक्षोंकेकुंजलगादियेजाएं।
(iii)ढालूभूमिकेकटावकोरोकनेकेसभीउपायपेड़याझाड़ियांयाकंटीलीझाड़ियांलगाना,समोच्चबन्धएवं
खेतोंकीऊंचीमेड़बन्दीकार्यक्रमकोराष्ट्रीयस्तरपरबीहड़वाले,पठारीएवंपर्वतीयढालूभू-भागपरपेड़लगाने
काकार्यक्रमतत्काललागूकियाजानाचाहिए।1986केप्रारम्भसेहीऐसेकुछकार्यक्रमोंकोलागूकियेजानेकी
ओरकदमउठायेगयेहैं।सामाजिकवानिकीसहकारीस्तरएवंनिजीस्तरपरवनक्षेत्रोंकाविस्तार,आदिऐसेही
पवित्रकार्यक्रमहैं।
(iv)सड़कों,नहरों,नदियोंएवंरेलमार्गोंकेदोनोंओरअनिवार्यरूपसेपर्याप्तचौड़ाईमेंजलवायुकेअनुसारवृक्षों
कीपट्टीलगाकरउनकीसुरक्षाकीजानीचाहिए।इससेमिट्टीकटावरुकेगा।रासायनिकपदार्थएवंधूलपर
नियन्त्रणलायाजासकेगा।मिट्टी,जलववायुप्रदूषणमेंतेजीसेकमीआनेलगेगी।
(v)नगरोंसेप्राप्तकठोरपदार्थ,कांच,चीनीमिट्टी,प्लास्टिक,धातुओंकीवस्तुएं,भवनोंकामलवा,आदिको
इधर-उधरनहींफेंककरउन्हेंनिचलेस्थानोंकोभरनेकेकाममेंलायाजानाचाहिएअथवाकांचवप्लास्टिकको
एकत्रितकरसम्बन्धितउद्योगोंकोहीपुनःबेचदियाजानाचाहिए।
(vi)अनावश्यकजैविकएवंखाद्य-पदार्थवमरेहुएपशुओंकोखुलेस्थानपरछोड़नेवउनकेसड़तेरहनेसेवायु,
जलवमिट्टीतीनोंहीप्रकारकेप्रदूषणबढ़तेहैंएवंलघुपशुवपक्षीऐसेप्रदूषिततत्वोंकोदूर-दूरतकफैलाकर
अनेकरोगोंकेकीटाणुओंकोप्रसारितकरतेरहतेहैं।अतःइन्हेंगड्डोंमेंडालकरउन्हेंतत्कालमिट्टीसेदबादिया
जाए।
उत्तरप्रदेशसरकारद्वारापर्यावरणसंरक्षणहेतुकिएजारहेप्रयत्न
उत्तरप्रदेशपर्यावरणनिदेशालयपर्यावरणसंरक्षणहेतुकाफीजागरूकहै।निदेशालयद्वारामऊ(आजमगढ़)की
कपड़ामिलोंसेनिकलेउठावाहसेटौंसनदीकीजैविकसम्पदापरपड़नेवालेप्रभाव,शारदाकमाण्डक्षेत्रमेंजल
भरावसेहोनेवालेपर्यावरणीयअपघटन,आगराऔरमैनपुरीजिलोंमेंफ्लोराइडकेदांतोंवहड्डियोंपरपड़नेवाले
प्रभाव,वाराणसीक्षेत्रमेंफसलोंऔरमृदापरपड़नेवालेप्रभाव,आदिकाअध्ययनकरपर्यावरणसंरक्षणहेतु
रणनीतितैयारकरनेकेकार्यक्रमचलाएगए।प्रदेशकेतीनप्रमुखमहानगरों-आगरा,कानपुरतथावाराणसीमें
पर्यावरणसुधारहेतुसुलभशौचालयोंकानिर्माणकरायाजारहाहै।प्रदेशके6नगरोंमेरठ,बरेली,आगरा,
वाराणसी,गोरखपुरतथाइलाहाबादमें100होर्डिंग्सकीस्थापनाकीगईहै।