भारत के हर राज्य का भोजन उसकी संस्कृति और भौगोलिक स्थिति का प्रतीक है। यह विविधता स्वाद और सामग्री में स्पष्ट रूप �...
भारत के हर राज्य का भोजन उसकी संस्कृति और भौगोलिक स्थिति का प्रतीक है। यह विविधता स्वाद और सामग्री में स्पष्ट रूप से दिखती है।
उत्तर भारत में, मक्के की रोटी, सरसों का साग (पंजाब) और रोगन जोश (जम्मू-कश्मीर) जैसे पकवान प्रचलित हैं। पश्चिमी भारत में, राजस्थान का दाल-बाटी-चूरमा और गुजरात का ढोकला मशहूर है। पूर्व में, पश्चिम बंगाल की मछली करी (माछेर भात) और बिहार का लिट्टी-चोखा खास पहचान रखते हैं।
दक्षिण भारत में चावल का अधिक उपयोग होता है, जहाँ इडली, डोसा, उत्तपम (तमिलनाडु) और बिरयानी (तेलंगाना) प्रमुख हैं। वहीं, पूर्वोत्तर में मोमो और थुक्पा (सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश) तिब्बती संस्कृति का प्रभाव दिखाते हैं। हर व्यंजन अपनी मिट्टी की खुशबू और पारंपरिक मसालों को समेटे हुए है।