पोका - योके किसे कहतें हैं Poka-Yoke किसी भी Process में एक Mechanism है जो एक उपकरण ऑपरेटर ( YOKE) को गलतियों ( POKA) से बचने में मदद करता है। इसका उद्देश्य Products defects को रोकना , सुधारना या समाप्त करना है।
कब से यह प्रचलित है गलती प्रूफिंग या पोका-योक के तरीके उद्योग के लिए नए नहीं हैं। 1960 के दशक में, श्री शिगियो शिंगो ने पहली बार पोका-योक शब्द का उपयोग मानव त्रुटियों को रोकने के लिए डिज़ाइन की गई औद्योगिक प्रक्रियाओं का वर्णन करने के लिए किया था।
दोष (Defect) क्या है ? शिंगो ने कहा, "दोष तब होते हैं जब गलतियों को ग्राहक तक पहुंचने की अनुमति दी जाती है"। दूसरे शब्दों में, उत्पादन के दौरान ऑपरेटरों द्वारा की गई गलतियाँ ग्राहक की नज़र में उत्पाद दोष बन जाती हैं।
पोका योके के तीन लेवल होते हैं टूल ऐसा बनाया जाय जिसमे गलती से भी गलती की संभावना ही नहीं हो गलत पार्ट या प्रोसेस होने पर कोई सायरन बजे, लाल बत्ती जल जाय सभी पार्ट्स को अगले प्रोसेस या ग्राहक के पास जाने से पहले 100 % चेक किया जाय
पोका योके क्यों जरुरी है ? एक मशीन ऑपरेटर या कार्यालय कार्यकर्ता विचलित हो सकता है या किसी कार्य को पूरा करने के लिए भूल सकता है या मशीन किसी उपकरण को तोड़ सकती है और त्रुटि का कारण बन सकती है।