यह कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में कोई भी चुनौती इतनी बड़ी नहीं होती कि उसे पार न किया जा सके। परिश्रम, धैर्य, और आत्...
यह कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में कोई भी चुनौती इतनी बड़ी नहीं होती कि उसे पार न किया जा सके। परिश्रम, धैर्य, और आत्म-विश्वास के साथ, हर छात्र अपने सपनों को साकार कर सकता है। कठिनाइयाँ आती हैं, लेकिन वे ही हमें मजबूत बनाती हैं और सफलता के रास्ते पर ले जाती हैं।
Size: 9.36 MB
Language: none
Added: Oct 17, 2024
Slides: 9 pages
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Let's Describe
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राघव एक छोटे से गाँव का रहने वाला छात्र था। उसके माता-पिता किसान
थे, और उनके पास ज्यादा पैसे नहीं थे। राघव के स्कूल जाने के लिए हर
रोज 10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था। वह पढ़ाई में होशियार था,
लेकिन संसाधनों की कमी के कारण उसे कई कठिनाइयों का सामना करना
पड़ता था। कभी-कभी उसे किताबें भी उधार लेकर पढ़नी पड़ती थीं
मूल संदेश: जीवन में कठिनाइयाँ सभी के सामने आती हैं, लेकिन उन्हें
पार करने का रास्ता परिश्रम और दृढ़ निश्चय से ही निकलता है।
Describing POINTSDescribing POINTS
सपनों की
उड़ान
कठिनाइयों से
सीख
अंतिम
प्रयास
SHORTSHORT
STORIESSTORIES
Let's Describe
सपनों की उड़ान:
राघव के मन में एक सपना था—वह डॉक्टर बनना चाहता था। लेकिन
गाँव के स्कूल में विज्ञान विषय की पढ़ाई नहीं होती थी। उसके गाँव के
लोग उसे समझाते कि डॉक्टर बनने के लिए बहुत पैसा चाहिए, लेकिन
राघव ने ठान लिया था कि वह अपने सपनों को साकार करेगा
उसने रात-दिन मेहनत करना शुरू किया और अपने सीमित संसाधनों
के बावजूद अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान लगाया ।
मूल संदेश: सपने केवल उन्हीं के सच होते हैं जो उन्हें पाने के
लिए मेहनत करने का साहस रखते हैं।
कठिनाइयों से सीख-
राघव की 12वीं की परीक्षा में अच्छे अंक आए, लेकिन डॉक्टर बनने के लिए प्रवेश
परीक्षा (NEET) पास करनी थी। उसके पास महंगी कोचिंग का साधन नहीं था,
फिर भी उसने स्वयं अध्ययन किया। कई बार उसे असफलता भी मिली, लेकिन
उसने कभी हार नहीं मानी। हर असफलता से उसने कुछ नया सीखा और अपने
अगले प्रयास को और भी मजबूत बनाया।
मूल संदेश: असफलता ही सफलता का पहला कदम होती है। जब तक आप
अपनी गलतियों से सीखते हैं, तब तक आप असफल नहीं होते।
अंतिम प्रयास-
राघव ने चौथी बार में NEET की परीक्षा पास की। उसकी मेहनत और
धैर्य ने उसे आखिरकार सफलता दिलाई। वह अब एक डॉक्टर बनने के
सपने की ओर आगे बढ़ रहा था।उसकी इस सफलता ने न केवल उसके
परिवार को गर्वित किया, बल्कि गाँव के दूसरे छात्रों के लिए भी प्रेरणा का
स्रोत बना दिया।
मूल संदेश: धैर्य और परिश्रम से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता
है, चाहे वह कितना भी कठिन क्यों न हो।
MORAL OF STORYMORAL OF STORY
यह कहानी हमें सिखाती है कि जीवन में कोई भी
चुनौती इतनी बड़ी नहीं होती कि उसे पार न किया
जा सके। परिश्रम, धैर्य, और आत्म-विश्वास के
साथ, हर छात्र अपने सपनों को साकार कर
सकता है। कठिनाइयाँ आती हैं, लेकिन वे ही हमें
मजबूत बनाती हैं और सफलता के रास्ते पर ले
जाती हैं।