Tobacco in hindi

PuneetMadaan3 1,135 views 14 slides Jun 28, 2019
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tobbacoo


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  तम्बाकू का अंजाम मौत का पैगाम पूर्णा विशी मुस्कान वर्मा -: डी.ए.वी मल्टीपर्पज पब्लिक स्कूल सोनीपत प्रस्तुतकर्ता :

परिचय - तंबाकू तम्बाकू एक प्रकार के निकोटियाना प्रजाति के पेड़ के पत्तों को सुखा कर नशा करने की वस्तु बनाई जाती है। दरअसल तम्बाकू एक मीठा जहर है, एक धीमा जहर. हौले-हौले यह आदमी की जान लेता है |

भारत में इस्तेमाल किए जाने वाले तम्बाकू के प्रकार धुंआरहित तम्बाकू पान मसाला तम्बाकू, सुपारी और बुझ हुए चूने का मिश्रण मैनपुरी तम्बाकू मावा तम्बाकू और बुझा हुआचूना (खैनी) चबाने योग्य तम्बाकू सनस मिश्री गुल बज्जर गुढ़ाकू क्रीमदार तम्बाकू पाउडर तम्बाकू युक्त पानी ध्रूमपान वाला तम्बाकू तम्बाकू की फसल बीड़ी सिगरेट सिगार चैरट (एक प्रकार का सिगार) चुट्टा चुट्टे को उल्टा पीना धुमटी धुमटी को उल्टा पीना पाइप हुकली चिलम हुक़्क़ा

तम्बाकू से होने वाली बीमारियाँ तम्बाकू से काफी तरह की बीमारियां होती है जिनमे से एक कैंसर भी है। डब्ल्यू.एच. ओ. कहता है की कैंसर का सबसे बड़ा कारण तम्बाकू ही है। तम्बाकू के इस्तेमाल से अनेक प्रकार के कैंसर होते है जैसे- मुख का कैंसर फेफड़ों का कैंसर गले का कैंसर मूत्राशय का कैंसर गुर्दों का कैंसर लेकिमिया का कैंसर अग्न्याशय का कैंसर

जिन घरों में धूम्रपान आम होता है, उन घरों के बच्चे न चाहते हुए भी जन्म से ही 'धूम्रपान' की ज्यादतियों के शिकार हो जाते हैं। पेसिव स्मोकिंग या सेकंड हैंड स्मोकिंग भी उतनी ही समस्याएँ पैदा करती हैं जितनी किसी धूम्रपान करने वाले को हो सकती है। बच्चों में यह समस्या और गंभीर इसलिए हो जाती है, क्योंकि उनका विकास हो रहा होता है। साथ ही उनकी साँस लेने की गति भी वयस्कों से अधिक होती है। धूम्रपान ….

ग्रीन तंबाकू सिकनेस ग्रीन तम्बाकू सिकनेस एक तरह का निकोटीन ज़हर है जो निकोटीन की त्वचीय अवशोषण से हो जाती है। दुनिया की कुछ जगहों पर छोटे बच्चे अपने परिवार के आय को सुधारने के लक्ष्य से तम्बाकू की खेती करते है, जिससे अक्सर वह ग्रीन तम्बाकू सिकनेस नामक एक खतरनाक बीमारी के शिकार हो जाते है । इस बीमारी का मुख्य कारण तम्बाकू के पत्तो में मौजूद निकोटीन है। यह निकोटीन गीले पत्तो को हाथ में लेने से त्वचा में फैल जाता है।

विज्ञापनों का युवा पीढ़ी पर प्रभाव तंबाकू कंपनियों द्वारा विज्ञापन और प्रचार गतिविधियों के कारण से बच्चों और युवाओं में धूम्रपान निरंतरता पैदा हो जाती है | लगभग सभी लोग तम्बाकू का पहला प्रयोग १८ साल की उम्र में करते है जिसकी वास्तविक में मात्रा ८८% है, इसके साथ- साथ ९९% तम्बाकू का सेवन २६ वर्षीय युवाओं में लोकप्रिय होता है |

तम्बाकू एक नशा ..!! तम्बाकू एक धीमा ज़हर है जो सेवन करने वाले व्यक्ति को धीरे धीरे करके मौत के मुँह में धकेलता रहता है । लोग जाने अनजाने मे तम्बाकू उत्पादों का सेवन करते रहते हैं, धीरे धीरे शौक लत में परिवर्तित हो जाता है और तब नशा आनंद प्राप्ति के लिए नहीं बल्कि न चाहते हुए भी किया जाता है। एक शायर ने खूब कहा है – पहले तो आता है पीने में मज़ा ….. लेकिन बाद में लगता है , सबकुछ एक सज़ा ……!!

घर के माहौल से पड़ा प्रभाव गर्भधारण की अवधि में सिगरेट या बीड़ी पीने वाली महिलाओं को कम वजन के बच्चे पैदा होते हैं। ऐसे बच्चों की रोग प्रतिरोधक शक्ति कम होती है तथा वे जल्दी किसी बीमारी से घिर जाते हैं। ऐसे बच्चों को दिमागी लकवे की शिकायत हो सकती है साथ ही सीखने में असमर्थता की भी समस्या होती है। सिगरेट या बीड़ी के धुएँ का बच्चे की श्वास-प्रश्वास प्रणाली पर इतना विपरीत प्रभाव पड़ता है कि वे अस्थमा के भी शिकार हो जाते हैं। यदि बच्चे पहले से ही अस्थमा का शिकार हैं तो उसकी स्थिति सिगरेट के धुएँ से और बिगड़ सकती है। उसे अस्थमा के अनियंत्रित दौरे भी पड़ सकते हैं। सेकेंड हैंड स्मोकिंग के कारण हर साल अस्थमा के नए बाल रोगियों की संख्या बढ़ जाती है। धूम्रपान का धुआँ बच्चों में निमोनिया या पल्मोनरी ब्रोंकाइटिस अर्थात साँस के साथ उठने वाली खाँसी की समस्या पैदा कर सकता है।

तम्बाकू का नशा-अनमोल जीवन की दुर्दशा कभी दूसरों की देखा - देखी,कभी बुरी संगत में पड़कर,कभी मित्रों के दबाव में, कभी कम उम्र में बड़ो को देखकर बड़े बनने की चाह में,कभी धुँए के छल्ले उड़ाने की ललक में, कभी फिल्मों में अपने प्रिय अभिनेता को धूम्रपान करते हुए देखकर तो कभी परिवार के माहौल का असर तम्बाकू उत्पादों की लत का कारण बनता है ।

सिगरेट बीड़ी छोड़ने के उपाय सिगरेट पीने वाले सिगरेट द्वारा न केवल स्वयं को शारीरिक हानि पहुँचा रहे है बल्कि अप्रत्यक्ष रूप से (पैसिव स्मोंकिंग द्वारा) परिवार तथा बच्चों में भी तम्बाकू का विष पहुँचा रहे हैं। यह सब जानते हुए भी वह इनका सेवन बन्द नही कर पाते। जब भी वह इसका सेवन बंद करते है, तो उन्हें इतनी बेचैनी होती है कि वे उनका फिर से सेवन शुरू कर देते है। इसके लिए आवश्यक्ता है कि व्यक्ति खुद को तैयार करे कि वह एक निश्चित दिन से धुम्रपान करना बंद कर देगा। इसकी घोषणा पूरे परिवार में कर दे। निश्चित दिन के पहले घर से सिगरेट पाउच, एशट्रे, आदि धुम्रपान वस्तुओं को फेंक दे। निश्चित दिन में धुम्रपान करना बंद कर दे। यदि धुम्रपान करने की इच्छा हो तो अपने को सांत्वावना दे। अधिक से अधिक पानी पीएँ। ऐसा करके आप धुम्रपान करना छोड़ सकते हैं। यह बहुत कुछ आपके इच्छा शक्ति पर निर्भर करता है। खैनी, जर्दा खाना या गुल, गुड़ाकू का अधिक प्रयोग किसी भी तरह धुम्रपान के उपयोग से अलग नही है। यदि कोई इन पदार्थो को छोड़ना चाहे तो उसे भी स्वयं को तैयार कर इच्छाशक्ति द्वारा इन पदार्थों के आदतों से मुक्ति पा सकते हैं। जब कोई व्यक्ति चाह कर भी तम्बाकू तथा उससे संबंधित मादक पदार्थ बंद नही कर पाये और यदि वह इस विषय में बहुत गंभीर है तो इसके लिए सी. आई. पी. आदि कैइ सम्स्थानों में नशाबंदी के लिए विशेष सुविधा है। इसमें मनोवैज्ञानिक रूप से रोगियों को तैयार किया जाता है तथा उचित औषधियों तथा व्यवहार चिक्त्सा द्वारा इसका इलाज किया जाता है।

निष्कर्ष …. नियंत्रित क्षेत्र के प्रयोगों और जनसंख्या अध्ययन एक सबूत है कि मास मीडिया अभियान तम्बाकू सेवन को हतोत्साह करने के माध्यम से बनाए जाते है, वह सोचते है की इससे युवा पीढ़ी का रवैया बदल जाएगा। मीडिया के संचार व्यक्तियों के बीच और समुदायों के भीतर आकार देने तंबाकू से संबंधित ज्ञान , विचार, दृष्टिकोण, और व्यवहार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। क्योंकि निकोटीन नशे की लत है, अगर एक बार कोई धूम्रपान करना शुरू कर देता है तो उससे छोड़ने में बहुत मुश्किलात होती है जैसे – तंबाकू के लिए तरस चिंता सिरदर्द मिजाज़ चिड़चिड़ापन सोने में समस्या एकाग्रता में समस्या भूख में परिवर्तन मिठाई के लिए तरस

छुड़ा लो तम्बाकू से पीछा …..!! सिगरेट से जो तेरा प्यार बढ़ रहा है याद रख तू धीरे धीरे मर रहा है। पहले पीता था एक सिगरेट दो सिगरेट अब पीता है एक डब्बी दो डब्बी और कितना तू तम्बाकू पीएगा तम्बाकू पी पीकर और कितना जीएगा बढ़ता हुआ शौक तेरा पीछा न छोड़ेगा पड़ेगी मुसीबत तो उलटे पाँव दौड़ेगा बिमारियों से हर दम तू घिर रहेगा मनोबल हमेशा तेरा गिरा रहेगा सोचने की शक्ति तेरी क्षीण हो जायेगी चेहरे की रौनक विलीन हो जायेगी कश के बिना कोई समस्या सुलझ नहीं पाएगी ज़िन्दगी धुओ के छल्लो में ही उलझ जायेगी तेरे बच्चे भी करेंगे तेरा ही अनुसरण जवानी से पहले ही पहुंचेंगे तम्बाकू की शरण किस मुँह से बच्चों को सिगरेट पीने से टोकेंगे खुद को रोक नहीं सकते उनको क्या रोकेंगे छलता रहा यदि पीढ़ी दर पीढ़ी तम्बाकू का सिलसिला नहीं बचेगा बगीचे में फिर कोई फूल खिला भलाई इसी में है की चढ़ा लो तुम तम्बाकू से पीछा तम्बाकू ने नहीं आज तक किसी ज़िन्दगी को सींचा।

आज ही तम्बाकू छोड़े !
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