Govt Holkar (model, autonomous) Science college ,Indore (M.P.) Topic – Vacuoles Presented by Name- Snehal choudhary Class – M.Sc. 2 nd sem (Botany) Guided by Dr. Sarika Tundele ma’am
Synopsis Introduction Structure Types of vacuoles Function Conclusion
Introduction कोशिका की रसधानियाँ रिक्तिकाएं इकहरी झिल्ली (टोनोप्लास्ट) से घिरी तथा तरल पदार्थों से भरी रचनाएँ होती हैं। पादप कोशिका में, यह बड़े आकार में, जबकि जन्तु कोशिका में ये अनेक और बहुत ही छोटे आकार में होती है।बहुक्रियाशील ऑर्गेनेल सभी पौधों और कवक की कोशिकाओं में पाए जाते हैं।।
एक झिल्ली से बंधी संरचना है जो कोशिका के साइटोप्लाज्मिक मैट्रिक्स में पाई जाती है। रसधानी के चारों ओर की झिल्ली को टोनोप्लास्ट के रूप में जाना जाता है। रसधानी के घटक, जिसे सेल सैप के रूप में जाना जाता है, आसपास के साइटोप्लाज्म भी भिन्न होता है। झिल्लियां फॉस्फोलिपिड्स से बनी होती हैं। झिल्लियों में प्रोटीन लगे होते हैं जो झिल्ली के पार अणुओं के परिवहन में मदद करते हैं। Structure
Types of vacuoles रसधानी रिक्तिकाए (Sap vacuoles) खाद्य रिक्तिकाए (Food vacuoles) गैस रिक्तिकाए (Gas vacuoles) संकुचशील रिक्तिकाए (contractile vacuoles)
Types रासधानी (Sap vacuoles) :- यह बड़े केंद्रीय अंग हैं जो कोशिका के अधिकांश भाग पर कब्जा करलेते है इस आर्गेनेल में तरल पदार्थ होता है जिसे सेल सेप या वैक्युलर सेप के रूप मे जाना जाता है जिसमे पानी , शर्करा , खनिज , और अमीनो एसिड जेसी सामग्री होती हैं ।। खाद्य रिक्तिकाए (Food vacuoles) :- एक भोजन रिक्तिका एक फागोसोम ओर एक लाइसोसोम के सलयन से बनी है भोजन रसधानी मे पाचक एंजाइम होते है जिनकी सहायता से पोषक तत्व पचते है पचे हुए पदार्थ आसपास के साइटोप्लास्म मे निकल जाते है ।।
Types गैस रिक्तिकाए (Gas vacuoles) :- गैस रिक्तिकाएं खोखले बेलनाकार गैस पुटिकाओ से बनी होती है वे आमतौर पर बैक्टीरिया में पाए जाते है और उनमें एक परगम्य झिल्ली होती है जो हवा को गुजरने देती हैं । संकुचनशील रिक्तिकाएं ( Contractile vacuoles) :- सिकुड़ी हुईरसधानी झिल्ली से बंधे अंग है जो आमतौर पर किंगडम प्रोटिस्टा ( शैवाल , अमीबा , सिलियएट्स ) सदस्यों के बीच पाए जाते हैं , इन कोशिकाओं मे सिकुड़ी हुई रिक्तिका विशेष रूप से महत्वपूर्ण है , क्यों की यह ( ऑस्मोरेगुलेशन ) में मदद करता है ।।
Function of vacuoles रिक्तिकाएं उन पोषक तत्वों का स्त्रोत होती हैं , जिन्हे अंकुरण के दौरान बीज की आवश्यकता होती है । पादप कोशिकाओं की रिक्तिका में कोशिका रस ( सेल सेप ) भरा रहता हैं , जो कि निर्जिव पदार्थ होता है । इनमे भोज्य पदार्थ संचित रहते है , जलीय पौधे की रसधानियाँ गैसयुक्त होकर पौधो को तैरने में मदद करती हैं । रिक्तिका कोशिका के साइटोंप्लाज्म की अम्लता को अवशोषित करती हैं । जन्तु कोशिका में रिक्तिका जल संतुलन का कार्य करती हैं ।
Conclusion विभिन्न प्रकार की कोशिकाओं में पौधो के विकास के विभिन्न चरणों में रसधानियो मे जटिल आकारिकी होती हैं । जल ओर पोषण जैसी पर्यावरणीय परिस्थितियों से रिक्तिका आकरिकी प्रभावित होती हैं ।।