Woman impowerment in hindi महिला सशक्तिकरण

23,425 views 12 slides May 28, 2018
Slide 1
Slide 1 of 12
Slide 1
1
Slide 2
2
Slide 3
3
Slide 4
4
Slide 5
5
Slide 6
6
Slide 7
7
Slide 8
8
Slide 9
9
Slide 10
10
Slide 11
11
Slide 12
12

About This Presentation

भारत मे महिलाओं की स्थिती


Slide Content

Modern college of professional studies By — Varsha Shukla D.el.ed ( b.t.c .)

विषय महिला सशक्तिकरण . Women empowerment

परिचय महिला सशक्तिकरण का अर्थ :― महिला सशक्तिकरण भौतिक या आध्यात्मिक शारीरिक या मानसिक सभी स्तर पर महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा कर उन्हे सशक्त बनाने की प्रक्रिया है ।

क्यों जरूरी है महिला सशक्तिकरण :― इस पुरुष प्रधान देश में नारी शक्ति को मुख्य धारा से जोड़े बिना विकास सम्भव नही है । नारी सशक्त होने पर ही हम देश और समाज के उज्जवल भविष्य की कल्पना कर सकते हैं , एक सशक्त नारी के कन्धो पर ही संतुलित , स्वस्थ विकसित समाज की नींव रख सकते हैं ।

समाजिक कुरीतियाँ दहेज प्रथा बाल विवाह भ्रूण हत्या यौन हिंसा असमानता बलात्कार अशिक्षा घरेलू हिंसा ये सभी महिलाओं को पीछे की ओर ढकेल रहीं हैं । “ महिलाओं को दे शिक्षा का उजियारा , पढ़ - लिखकर करें रोशन जग सारा । “

वैदिक काल में महिलाओं की स्थिति :― नारी को मर्यादा के क्षेत्र में पुरुषों से अधिक श्रेष्ठ माना जाता है । शास्त्रों में भी लिखा है कि ― यत्र नार्यस्तु पुज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता । यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्राफला क्रिया: ।। पुत्र - पुत्री के पालन - पोषण व शिक्षा में कोई भेदभाव नहीं किया जाता था ।

मध्ययुगीन काल में महिलाओं की स्थिति :― मध्ययुगीन काल में इस्लामी व बाहरी आक्रमणों ने महिलाओं की आजादी और अधिकारों को सीमित कर दिया इस युग में ही सती प्रथा , बाल विवाह , और विधवा पनर्विवाह सामाजिक जिदंगी का एक हिस्सा चुकी थी ।

अग्रेंजी शासन उस समय पूरे देश की ही स्थिति खराब थी पर महिलाओं की कुछ ज्यादा थी । कर्नाटक मे कित्तूर रियासत की रानी कित्तूर चेन्नम्मा ने अग्रेंजो के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह का नेत्रत्व किया था ।

भारत के संविधान में उल्लिखित समानता के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना सबसे प्रभावशाली उपाय । महिलाओं की समस्याओं का उचित समाधान करने के लिए महिला आरझण बिल - 108 वाँ संविधान संशोधन का पास होना बहुत जरूरी है जो संसद में महिलाओं की 33% हिस्सेदारी को सुनिश्चित करता है ।

महिला सशक्तिकरण में शिक्षा की भूमिका :― महिला का स्थान प्राचीन काल से ही महत्तवपूर्ण रहा है शिक्षा महिला सशक्तिकरण में सबसे मुख्य भूमिका शिक्षा निभा सकती है । शिक्षा मनुष्य के आचार - विचार व्यवहार सभी में परिवर्तन कर देती है । शिक्षा स्त्रियों के सर्वागीण विकास समाज की चतुर्भुजी उन्नति और सभ्यता की बहुमुखी विविध क्षेत्रों में परिवर्तन कर देती है ।

महिला सशक्तिकरण की योजनाएँ :― बेटी बचाओ बेटी पढाओ ― इस योजना की शुरुआत 22 जनवरी 2015 को पानीपत हरियाणा मे हुई थी । राजीव गाँधी योजना ― इसकी शुरुआत 1 अप्रैल 2011 में हुई थी । कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय योजना ― इस योजना का शुभारम्भ 2004 में किया गया था इस योजन में 75% और 25% खर्च का योगदान करेगें । प्रधान मंत्री उज्जवल योजना ― इस योजना की शुरुआत 1 मई 2016 को हुई थी । स्वाधार घर योजना ― इस योजना को 2001-02 में शुरु किया गया था । महिलाओं के लिए प्रशिक्षण और रोजगार कार्यक्रम ( STEP) — इस योजना की शुरुआत 1986 - 87 में केन्द्रीय योजना के रूप मे की गई ।
Tags