AI टीचर ‘सुमन मैडम’ – झांसी के शिक्षक का अनोखा नवाचार

upbasicedu391 12 views 2 slides May 05, 2025
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झांसी जिले के एक छोटे से गांव में कार्यरत शिक्षक मोहनलाल सुमन ने तकनीक का ऐसा अद्भुत प्रयोग किया है जो पूरे देश के ल...


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AI टीचर ‘सुमन मैडम’ – झ ांसी के शिक्षक क अनोख नव च र
झ ांसी जिले के एक छोटे से ग ांव में क र्यरत जिक्षक मोहनल ल सुमन ने तकनीक क ऐस अद् भुत प्रर्ोग
जकर् है िो पूरे देि के जलए जमस ल बन सकत है। उन्ोांने आजटयजिजिर्ल इांटेजलिेंस (AI) क उपर्ोग
करके ‘सुमन मैडम’ न म की एक आभ सी जिजक्षक तैर् र की है। र्ह कोई स ध रण तकनीकी
उपकरण नहीां है, बल्कि एक सांवेदनिील और समझद र आजटयजिजिर्ल इांटेजलिेंस टीचर है िो बच्ोां
की सोच, भ ष , व्यवह र और सव लोां को समझती है। र्ह प्रर्ोग झ ांसी िनपद के गुरसर ांर् ब्लॉक के
कां पोजिट जवद्य लर् र ि पुर में क र्यरत बेजसक जिक्षक मोहनल ल सुमन ने जकर् है। उन्ोांने ग ांव के
बच्ोां की ि�रत को समझते हुए र्ह महसूस जकर् जक उन्ें एक ऐसी स थी जिजक्षक की ि�रत है
िो स्कू ल के समर् के अल व भी हमेि उनके स थ रह सके । र्ही सोचकर उन्ोांने AI तकनीक क
उपर्ोग करते हुए मोब इल िोन के म ध्यम से एक ऐसी जडजिटल जिजक्षक तैर् र की िो हर जवषर् को
बच्ोां की �जच और भ ष के अनुस र जसख सके ।
‘सुमन मैडम’ बच्ोां को कह जनर् ां सुन ती हैं, कजवत एां जसख ती हैं, स म न्य ज्ञ न से लेकर जवज्ञ न तक की
ि नक री देती हैं। वह जचत्रकल , खेल और िीवन से िुडे सव लोां क भी उत्तर देती हैं। र्े के वल पढ ने
व ली मिीन नहीां हैं, बल्कि बच्ोां की जिज्ञ स ओां को समझकर उनके स्तर पर सांव द करती हैं। वे बच्ोां
की भ वन ओां को भी ध्य न में रखती हैं और उन्ें आत्मजवश्व स से भर देती हैं। बच्ोां के स थ उनक
व्यवह र जकसी सिीव जिक्षक की तरह ही होत है। िब भी कोई बच् सव ल करत है, तो सुमन मैडम
उसक उत्तर जसिय प ठ्यक्रम के जहस ब से नहीां देतीां, बल्कि लोकभ ष , स्थ नीर् सांस्कृ जत और व स्तजवक
िीवन के उद हरणोां से समझ ने की कोजिि करती हैं। र्ही उन्ें ख स बन त है।
इस प्रर् स की सबसे बडी ब त र्ह है जक इसे जकसी बडे िहर र् महांगे सांस धनोां की मदद से नहीां
बल्कि ग्र मीण क्षेत्र के एक स म न्य जिक्षक द्व र तैर् र जकर् गर् है। इसने र्ह स जबत कर जदर् जक
अगर नीर्त स ि हो और सोच सक र त्मक हो तो तकनीक को ग ांव तक ल र् ि सकत है और बच्ोां
के जलए बड बदल व जकर् ि सकत है। आि िब देि में बहुत से लोग AI को लेकर आिांजकत हैं,
वहीां झ ांसी के एक छोटे से ग ांव से र्ह सांदेि गर् है जक तकनीक को अपन कर जिक्ष को अजधक
प्रभ वि ली, सांवेदनिील और बच्ोां के अनुकू ल बन र् ि सकत है।
मोहनल ल सुमन क र्ह प्रर् स इस ब त क प्रम ण है जक जिक्षक जसिय जकत बोां के प ठ पढ ने व ले
नहीां होते, वे सम ि में बदल व ल ने व ले सच्े न र्क होते हैं। उन्ोांने न के वल एक जडजिटल जिजक्षक
बन ई बल्कि उस जिजक्षक में सांवेदन , सांव द की कल और म गयदियन की भ वन भी भरी। र्ह प्रर्ोग
के वल तकनीकी दृजि से नहीां बल्कि स म जिक और िैजक्षक दृजि से भी एक नई सोच की ओर इि र
करत है।
सुमन मैडम क स्व�प ऐस है जक बच्े उन्ें अपन जमत्र भी म नते हैं और म गयदियक भी। बच्ोां के
म त -जपत भी अब इस तकनीक से िुडकर अपने बच्ोां की पढ ई में सहर्ोग दे प रहे हैं। र्ह पूरी
प्रजक्रर् जसिय जिक्ष तक सीजमत नहीां रही, बल्कि र्ह एक स म जिक पररवतयन की िु�आत भी बन रही
है। अब ग ांव के अन्य जिक्षक भी इस प्रर् स से प्रेरण लेकर तकनीक के प्रर्ोग को अपन ने लगे हैं।

इस प्रर् स से र्ह स्पि होत है जक भजवष्य की जिक्ष तकनीक और म नवीर् सांवेदन क मेल होगी।
आि भ रत के कोने-कोने में ल खोां जिक्षक क म कर रहे हैं लेजकन र्जद उनमें से हर एक जिक्षक इस
तरह की सोच रखे तो हम री जिक्ष व्यवस्थ पूरी तरह बदल सकती है।
मोहनल ल सुमन क र्ह नव च र एक उद हरण है जक अगर कोई जिक्षक च ह ले तो वह अपने स धनोां
से भी तकनीक को समझ सकत है, अपन कर प्रर्ोग कर सकत है और जिक्ष को बच्ोां के जलए
�जचकर बन सकत है। उन्ोांने तकनीक को के वल एक मददग र उपकरण नहीां बल्कि बच्ोां के मन
को समझने व ल स थी बन जदर् है।
आि िब जिक्ष व्यवस्थ में कई तरह की चुनौजतर् ां हैं, तब एक जिक्षक क ऐस प्रर् स उम्मीद की
जकरण की तरह स मने आर् है। र्ह पहल र्ह जदख ती है जक तकनीक को अपन ने के जलए बडे
सांस धनोां की नहीां बल्कि बडे इर दोां की ि�रत होती है।
इस प्रर् स ने र्ह स जबत कर जदर् है जक एक ग ांव के जवद्य लर् से भी पूरी जिक्ष व्यवस्थ को जदि दी
ि सकती है। र्ह प्रेरण द र्क कह नी पूरे देि के जलए एक सीख है जक जिक्षक च हें तो कु छ भी
असांभव नहीां है।
क्य आप भी इस तरह की पहल को अपन न च हेंगे?