Child labour hindi

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बाल श्रम हिन्दी परियोजना कार्य सत्र – 2015 - 2016

बाल श्रम का अर्थ बाल श्रम का अर्थ है बच्चो को ऐसे कामो मे लगाना जिससे उनके पढाई – लिखाई पर प्रभाव पडे, उनके सेहत पर कोई खतरा बने और जिससे उनका बचपन छिन जाए. बाल श्रम इस धरती पर काफी समय से प्रचलित है. इसका सबसे ज्यादा प्रचलन 19वी सदी मे था .बाल श्रम आज भी पूरे दुनीया मे फैला हूआ है. दूनिया मे 10% से ज्यादा बच्चे आज भी खतरनाक हालातो मे काम करते है. इसमे से ज्यादातर अफ्रीका, मध्य अमरीका, बाग्लादेश, ब्राजिल, भारत और पाकिस्तान मे है.

19वी सदी मे बाल श्रम (औद्दोगिक क्राति) इस समय के बच्चो को छोटी उम्र से हि काम पर भेजा जाने लगा. इसके पिछे का सबसे बडा कारन है देश क विकास. ब्च्चे ज्यादातर 5 – 14 साल के आयु के होते थे. इसमे लडके और लडकिया, दोनो होते थे. ये ब्च्चे कारखानो, कपडे की फैक्ट्रिज़, कोयले, सोने, आदि के खुदानो, आदि मे काम करते थे. वैसे तो इनको कोई खास काम नही करना पडता था, लेकिन कुछ जगहो पर काम करना इनके लिये काफी खतर्नाक था. इसका सबसे ज्यादा प्रचलन अमरिका, रुस, चीन आदि मे सबसे ज्यादा देखने को मिला.

19वी सदी मे बाल श्रम (विक्टोरियन एरा ) यह एरा कम उम्र के बच्चो को चिमनी की सफाई, दूसरो के घरो पर नौकर की तरह काम करना, खेती करना, छोटे – बडे कारखाने, जैसे – सीसे, कपडे, लोहे आदि के कारखानो मे काम करवाने के लिये काफी बदनाम रहा. काम करने का समय भी काफी लम्बा रहता था. ये दिन के 9 – 12 घण्टे से लेकर हफ्ते के 64 – 70 घण्टे तक का हो सकता था, और यह हर काम करने वाले जगह का अलग – अलग रहता था. इसका सबसे ज्यादा प्रचलन अमरिका और युरोपिय देशो मे था, और इसके पिडित ज्यादातर अफ्रीकी, भारतिय, और बाकी कोलोनीज़ के बच्चे थे.

20वीं सदी मे बाल श्रम बाल श्रमकि के संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई. लेकिन यह गिरावट 20वीं सदी के 60वें – 70वें दशक के पहले नहीं दर्ज किया गया. वर्ल्ड वार – 1 और 2 में क्योंकि बहुत सारे लोग सेना में भर्ति हो जाने के कारण काम करणे वाले व्यक्तियों की कमी पड़ने लगी. और उस कमी को पूरा करने के लिए बच्चों का प्रयोग करा जाने लगा. जैसे – जैसे देशों को आजादी मिलने लगी, वैसे – वैसे बच्चों को बाल श्रम से राहत मिलने लगा. साथ – साथ आई.एल.ओ, यानि अंतराष्ट्रिय श्रमिक संघ ने भी इसके रोकथाम में एन.जी.यो और सरकार कि मदद की.

बाल श्रम प्रचलित जगह का अध्य्यन (अफ्रीका) अफ्रीका दूनिया का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है, और वो भि जनसंख्या तथा एरीया द्वारा. यह पूरा महाद्वीप करीब दो सौ सालों तक यूरोपिय कोलोनी रहा. इसी बीच अंग्रेज़ों ने यहां से सोना, हीरा, कोयला, तांबा आदि तो खदानों से ले गए, लेकिन साथ – साथ वे वहाँ से लोगों को भी ले गए. उन्होंने इन लोगों को बंदी बनाकर उनसे काफी भददे और खतरनाक काम करवाते थे. लेकिन ये सिर्फ यूरोप तक ही नहीं था, अंग्रेज़ इनसे इनके ही धरती पर काम करवाते थे. वे इनसे अपने घरों पर, खुदानों पर, कारखनों में काम करवाते थे. और काम करने वालों में बच्चे भी थे.

बाल श्रम प्रचलित जगह का अध्य्यन (अफ्रीका) आज भी ये छोटे बच्चे काम करते हैं. सबसे ज्यादा बाल श्रमिक अफ्रीका में हि है. पूरे महाद्वीप के कुल प्रतिश्त बच्चों में से करीब 14% बच्चे आज भी बाल श्रम के शिकार हैं. इनमें से ज्यादातर गिनी बिसाउ, माली या फिर नाइजिरिया के हैं. अफ्रीका के अलग – अलग देशों के सरकार ने एकजुट होकर एन.जी.ओज़ और आई.एल.ओ की मदद लेकर इसपे रोक लगाने कि कोशिशें जारी है, और इस मुहिम में वे काफी कामयाब भी रहे हैं.

बाल श्रम के कारण गरीबी – बाल श्रम का आज का सबसे मुख्य कारण गरीबी है. बहुत से परिवार आज अपने बच्चों को गरीबी के कारण ही काम पर भेजते हैं. इसके सबसे ज्यादा केसज़ प्रगति कर रहे देशों में देख सकते हैं. और इसके पीछे का मुख्य कारण बेरोज़्गारी है. बहुत से लोगों को रोजगार नही मिलता तो वे अपने बच्चों को काम पर भेज देते है. पारिवारिक कारणें – ज्यादातर पारिवारिक कारणों में है पूर्वजों से चला आ रहा काम. जैसे की – जो लोग कारिगरी में माहिर है, उनके बच्चे भी कारीगर बनते है.

बाल श्रम के अन्य कारण बाल श्रम के अन्य कारणों में से है :- लोगों की नासमझी स्कूलों का न होना अनाथ होना परिवार का डर

बाल श्रम का रोकथाम बाल श्रम के रोकथाम के लिये आई.एल.ओ के साथ अन्य देशों की सरकार ने मिलकर इस प्रचलन को रोकने के लिये काफी कड़े कदम उठाए है. और इसका काफी असर पड़ा है. पहले के मुकाबले आज काफी कम बच्चे बाल श्रमिक है. इनमें से भी कुछ बच्चे अब स्कूल जाने लगे है. लेकिन इसका ये मतलब नहीं की ये पूरी तरह खत्म हो गया है. अभी भी करोड़ों बच्चे बाल श्रम के शिकार है, और इसको खत्म होने में अभी कई वर्ष लगेंगे.

बाल श्रम के फोटोज़्

बाल श्रम से जुरे कुछ फीगरस ये फिगर वर्ष 2002 का है. All Children ('000s) (2002) [145] Economically Active Children ('000s) Economically Active Children (%) Child Labour ('000s) Child Labour (%) Children In Hazardous Work ('000s) Children In Hazardous Work (%) Ages 5–11 838,800 109,700 13.1 109,700 13.1 60,500 7.2 Ages 12–14 360,600 101,100 28.0 76,000 21.1 50,800 14.1 Ages 5–14 1,199,400 210,800 17.6 186,300 15.5 111,300 9.3 Ages 15–17 332,100 140,900 42.4 59,200 17.8 59,200 17.8 Boys 786,600 184,100 23.4 132,200 16.8 95,700 12.2 Girls 744,900 167,600 22.5 113,300 15.2 74,800 10.5 Total 1,531,500 351,700 23.0 245,500 16.0 170,500 11.1

बाल श्रम से जुरे कुछ फीगरस इसमें ग्रे रंग वालों का डाटा प्रस्तुत नहीं है. पीले रंग वालों का <10%, हरे रंग का 10 - 20% तक, नारंगी वालों का 20 – 30%,

आयान ईशू सिन्हा नवमी – ई 9247 बुद्ध सदन धन्यवाद