अध्याय 7:
सेिा िोसेिा और वायुसेिा से सम्बंहित अपरािो के हवषय में
131. हवद्रोि का दुष्प्रेरण या हकसी सैहिक, िौसेहिक या वायुसैहिक को कततव्य से
हवचहित करिे का प्रयत्न करिा -
जो कोई भारत सरकार की सेिा, िौसेिा या वायुसेिा के हकसी ऑहिसर, सैहिक,
िौसैहिक या वायुसैहिक द्वारा हवद्रोि हकए जािे का दुष्प्रेरण करेगा, या हकसी ऐसे
ऑहिसर, सैहिक, िौसैहिक या वायुसैहिकों को उसकी राजहिष्ठा या उसके कत्ततव्य से
हवचहित करिे का प्रयत्न करेगा, वि आजीवि कारावास से, या दोिों में से हकसी भांहत
के कारावास से, हजसकी अवहि दस वषत तक की िो सके गी, दखण्डत हकया जाएगा और
जुमातिे से भी दण्डिीय िोगा।
स्पष्टीकरण - इस िारा में “ऑहिसर”, “सैहिक”, िौसैहिक और “वायुसैहिक” ि�ों के
अन्तगतत कोई भी व्यखि आता िै, जो यथाखस्थहत, आमी एक्ट, सेिा अहिहियम, 1950
(1950 का 46), िेवि हडहसखप्लि एक्ट, इंहडयि िेवी (हडहसखप्लि) एक्ट, 1934 (1934 का
34) एयरिोसत एक्ट या वायुसेिा अहिहियम, 1950 (1950 का 45) के अध्यिीि िो ।
132. हवद्रोि का दुष्प्रेरण, यहद उसके पररणामस्व�प हवद्रोि हकया जाए -
जो कोई भारत सरकार की सेिा, िौसैिा या वायुसेिा के हकसी ऑहिसर, सैहिक,
िौसैहिक या वायुसैहिक द्वारा हवद्रोि हकए जािे का दुष्प्रेरण करेगा, यहद उस दुष्प्रेरण के
पररणामस्व�प हवद्रोि िो.जाए, तो वि मृत्यु से, या आजीवि कारावास से, या दोिों में
से हकसी भांहत के कारावास से, हजसकी अवहि दस वषत तक की िो सके गी, दखण्डत
हकया जाएगा और जुमातिे से भी दण्डिीय िोगा।
133. सैहिक, िौसैहिक या वायुसैहिक द्वारा अपिे वररष्ठ ऑहिसर पर जबहक वि
ऑहिसर अपिे पद हिष्पादि में िो, िमिे का दुष्प्रेरण -
जो कोई भारत सरकार की सेिा, िौसेिा या वायुसेिा के हकसी ऑहिसर, सैहिक,
िौसैहिक या वायुसैहिकों द्वारा हकसी वररष्ठ ऑहिसर पर, जबहक वि ऑहिसर अपिे
पद हिष्पादि में िो, िमिे का दुष्प्रेरण करेगा, वि दोिों में से हकसी भांहत के कारावास
से, हजसकी अवहि तीि वषत तक की िो सके गी, दखण्डत हकया जाएगा, और जुमातिे से
भी, दण्डिीय िोगा।
134. ऐसे िमिे का दुष्प्रेरण, यहद िमिा हकया जाए -
जो कोई भारत सरकार की सेिा, िौसेिा या वायुसेिा के ऑहिसर, सैहिक, िौसैहिक, या
वायुसैहिकों द्वारा हकसी वररष्ठ ऑहिसर पर, जबहक वि ऑहिसर अपिे पद हिष्पादि
में िो, िमिे का दुष्प्रेरण करेगा, यहद ऐसा िमिा उस दुष्प्रेरण के पररणास्व�प हकया
जाए, तो वि दोिों में से हकसी भांहत के कारावास से, हजसकी अवहि सात वषत तक
की िो सके गी, दखण्डत हकया जाएगा और जुमातिे से भी, दण्डिीय िोगा।