भविष्य के स्कूलों में एआई टीचर का आगमन.pdf

upbasicedu391 7 views 1 slides May 02, 2025
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हमारा और हमारे विद्यालयों का भविष्य अब तेजी से बदल रहा है। आने वाला समय ऐसा होगा, जब हमारे स्कूलों में इंसान नहीं, ब�...


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भविष्य के स्कू ल ों में एआई टीचर का आगमन: विक्षक और मानिता का महत्व
हमारा और हमारे विद्यालय ों का भविष्य अब तेजी से बदल रहा है। आने िाला समय ऐसा ह गा, जब हमारे
स्कू ल ों में इोंसान नहीों, बल्कि एआई टीचर पढाएों गे। एआई टीचर यानी आवटिविवियल इोंटेवलजेंस से बने
विक्षक ह ोंगे, वजन्हें न सैलरी देनी ह गी, न भत्ते, न ही पेंिन देना पडेगा। ये टीचर कभी छु ट्टी नहीों माोंगेंगे,
बीमार नहीों पडेंगे और हमेिा समय पर पढाई कराएों गे। लेवकन क्या ये एआई टीचर बच् ों क िह सच्ा
मागिदििन दे पाएों गे ज एक इोंसानी विक्षक देता है? आज के विक्षक बच् ों क के िल पढाई ही नहीों कराते,
बल्कि उन्हें सोंस्कार, समझदारी और जीिन जीने की कला भी वसखाते हैं। जब बच्े वकसी परेिानी में ह ते
हैं त एक इोंसानी विक्षक उन्हें समझता है, सहारा देता है। लेवकन एआई टीचर के िल मिीन की तरह
काम करेंगे। िे बच् ों के दुख, खुिी, डर या सपन ों क नहीों समझ पाएों गे। सरकार ों के वलए एआई टीचर
सुविधाजनक ह सकते हैं क्य ोंवक इससे पैसे बचेंगे, लेवकन क्या इससे बच् ों का सही विकास ह पाएगा?
गााँि ों और कस् ों में आज भी बच्े अपने विक्षक ों से जीिन के बडे सबक सीखते हैं। अगर भविष्य में के िल
मिीनें बच् ों क पढाएों गी, त बच् ों में सोंिेदनिीलता, क�णा और समझ कम ह सकती है। िे के िल
जानकारी के भोंडार बन जाएों गे, पर इोंसानी भािना से खाली ह सकते हैं। स्कू ल वसिि पढाई की जगह नहीों
हैं, िे बच् ों के व्यल्कित्व क सोंिारने का स्थान हैं। एक इोंसानी विक्षक अपने अनुभि, ज्ञान और प्यार से
बच् ों क जीिन का सही रास्ता वदखाता है। एआई टीचर के िल तय कायिक्रम के अनुसार पढाएों गे। िे बच् ों
के सिाल ों के पीछे छु पी वजज्ञासा क नहीों समझ पाएों गे, न ही बच् ों के विचार ों क उडान दे पाएों गे। इसवलए
तकनीक का उपय ग हमें विक्षक ों की सहायता के वलए करना चावहए, न वक उनकी जगह लेने के वलए।
आज वडवजटल ब डि, ऑनलाइन क्लास जैसे साधन ों ने विक्षा क आसान बनाया है, लेवकन इोंसानी विक्षक
की जगह कभी नहीों ले सकते। इोंसानी विक्षक बच् ों की आाँख ों से उनका मन पढ सकते हैं, उनकी
समस्याएों समझ सकते हैं। एक मिीन कभी यह नहीों कर सकती। अगर पूरी विक्षा मिीन ों के हाथ में चली
गई त आने िाली पीढी सोंिेदनहीन ह सकती है। स चने, समझने और महसूस करने की िल्कि कम ह
सकती है। इसवलए हमें यह समझना चावहए वक विक्षा के िल जानकारी देना नहीों, बल्कि अच्छा इोंसान
बनाना है। विक्षक िह दीपक है ज बच् ों के जीिन में उजाला करता है। मिीनें चाहे वजतनी तेज ह जाएों,
लेवकन िे उस दीपक की जगह नहीों ले सकतीों। अगर एआई टीचर आएों गे त हमें यह ध्यान रखना चावहए
वक िे के िल सहायक बनें, विक्षक नहीों। हमारे विद्यालय ों का भविष्य तभी सुरवक्षत रहेगा जब इोंसान और
तकनीक द न ों साथ वमलकर काम करेंगे। विक्षक ों का सम्मान करना ज�री है क्य ोंवक िे समाज का
वनमािण करते हैं। एक मिीन कभी समाज नहीों बना सकती। विक्षा का मकसद के िल नौकरी पाना नहीों है,
बल्कि एक अच्छा इोंसान बनाना है। इसवलए हमें अपने विद्यालय ों में एआई टीचर क सहायक के �प में
इस्तेमाल करना चावहए, मुख्य विक्षक के �प में नहीों। हम सब वमलकर यह सोंकल्प लें वक अपने असली
विक्षक ों का सम्मान करें और तकनीक का सही उपय ग करें। भविष्य तभी उज्ज्वल रहेगा जब मानिता
और ज्ञान साथ-साथ चलेंगे। विक्षक वजोंदाबाद, मानिता वजोंदाबाद।