शिक्षण विधियाँ(Teaching Methods in Hindi).pdf

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About This Presentation

शिक्षण विधियाँ(Teaching Method),अनुसंधान विधि।
समस्या समाधान विधि।
प्रोजेक्ट विधि।
आगमन विधि।
निगमन विधि।
विश्लेषण विधि...


Slide Content

शिक्षणविधियाँ(TeachingMethodsin
Hindi)
शिक्षणविधिकाउद्देश्य,शिक्षणविधियोंकेप्रयोगकामहत्वएवंउपयोगिता,शिक्षण
विधिकीविशेषताएं,अनुसंधानविधि।समस्यासमाधानविधि।प्रोजेक्टविधि।
आगमनविधि।निगमनविधि।विश्लेषणविधि।संश्लेषणविधि।
शिक्षणविधियाँ
शिक्षणविधियापद्धति शब्दकक्षानिर्देशकेलिएउपयोग
किएजानेवालेसामान्यसिद्धांतों ,शिक्षाशास्त्र औरप्रबंधन
रणनीतियों कोसंदर्भितकरताहै।आपकीशिक्षण पद्धति का
चुनावइसबातपरनिर्भरकरताहैकिआपकेलिएक्या
उपयुक्तहै-आपकाशैक्षिकदर्शन,कक्षाजनसांख्यिकीय ,
विषयक्षेत्र(क्षेत्र)औरस्कूलमिशनविवरण।
शिक्षणसिद्धांतों कोदोप्रमुखमापदंडोंकेआधार
परचारश्रेणियोंमेंव्यवस्थितकियाजासकताहै:
एकशिक्षक -केंद्रितदृष्टिकोण वएकछात्र-केंद्रित
दृष्टिकोण ,औरउच्चतकनीकसामग्री काउपयोग
वकम-तकनीकी सामग्री काउपयोग।

शिक्षणविधियाँ
शिक्षणविधिकाउद्देश्य(ObjectiveofTeachingMethod)
शिक्षणविधियाँव्यापकतकनीकेंहैं
जिनकाउपयोगछात्रोंकोसीखनेकेपरिणामप्राप्तकरनेमेंमददकरनेकेलिएकिया
जाताहै,जबकिगतिविधियाँइनविधियोंकोलागूकरनेकेविभिन्नतरीकेहैं।शिक्षण
विधियाँछात्रोंकीमददकरतीहैं:पाठ्यक्रमकीसामग्रीमेंमहारतहासिलकरना।
विशेषसंदर्भोंमेंसामग्रीकोलागूकरना।
शिक्षणविधियोंकेप्रयोगकामहत्वएवंउपयोगिता(Importanceand
UsefulnessofUsingTeachingMethods)
वेछात्रोंकेदिमागकोसीखनेकेलिएप्रेरितकरतेहैं।बच्चोंमेंरुचियाँ।

शिक्षण कीतकनीकों केउचित उपयोगसेबच्चोंकोसिखाईगईविषयवस्तुअधिक अच्छी तरहसे
यादरहतीहै।
शिक्षण कीविभिन्न तकनीकेंशिक्षण कीप्रक्रियामेंशिक्षण केसामान्यसिद्धांतों औरसिद्धांतों का
पालनकरनेकेअलावाविभिन्न उपकरणों ,तकनीकों ,रणनीतियों यायुक्तियोंकाउपयोगशामिल
होताहै।इनतकनीकों काउपयोगमूलतःमौखिकशिक्षण केलिएकियाजाताहै।वेइसप्रकारहैं।
कथन:कथनज्ञानसंप्रेषितकरनेकीमहत्वपूर्णतकनीकों मेंसेएकहै।वर्णनकाउद्देश्यबच्चोंके
सामनेसीखनेकीघटनाओंकास्पष्ट,जीवंत,रोचकऔरव्यवस्थितक्रमप्रस्तुतकरनाहै।वर्णन
करनाशिक्षकों केलिएअपनेशिक्षण कोऔरअधिक रोचकबनानेकेलिएघटनाओंकाविवरण
देकरअपनेपाठकोकहानीकेरूपमेंप्रस्तुतकरनेकीएककलाहै।एकअच्छावर्णनकर्ताबननेके
लिए,शिक्षक कोकक्षामेंउचित भाषाऔरभाषणकाउपयोगकरनेकाकौशलआनाचाहिए।
विवरण:विवरणवर्णनकीतरहहै।विवरणको"किसीचीज़कोशब्दों,गुणोंकीमात्राया
किसीचीज़कीउपस्थितिद्वारादर्शानेकीक्रिया"केरूपमेंपरिभाषितकियागयाहै।
शिक्षणविधिकीविशेषताएं(CharacteristicsofTeachingMethods)
1.सक्रिय सीखनेकीतकनीकें।
सीखनेकाबढ़ियामाहौल।
2.स्पष्टसंचार।
3.शिक्षक औरछात्रकेबीच।
4.अच्छेसंबंध।
5.महत्वपूर्णसोच।
6.समस्या कोसुलझाना।
परंपरागतएवंआधुनिकशिक्षणविधियां
पारंपरिकशिक्षणविधियांकेअंतर्गतपरंपराके
बारेमेंजानकारी दीजातीहैएवंसंस्कृतिऔर

संस्कृतकेबारेमेंएवंसंस्कृतिकेविविधता के
बारेमेंजानकारी दीजातीहै।आधुनिकशिक्षण
विधिमेंकौशलएवंविद्यार्थीकेभाभीजीवनकी
शिक्षादीजातीहैशिक्षण कार्यकेसंपादनकेलिए
निम्नलिखित
शिक्षणविधियांकाउपयोगकियाजाताहैजो
निम्नप्रकारहै:-
1.अनुसंधानविधि।केप्रतिपादककेआर्मस्ट्रांगहै।
2.समस्यासमाधानविधि।केप्रतिपादकसुकरातसेंटथॉमसहै।
3.प्रोजेक्टविधि।केप्रतिपादकविलियमकिलपैट्रिकहै।
4.आगमनविधि।केप्रतिपादकबेकनहै।
5.निगमनविधि।केप्रतिपादकअरस्तुहैं।
6.विश्लेषणविधि।केप्रतिपादकजॉनऑस्टिनहै।
7.संश्लेषणविधि।केप्रतिपादकजॉनऑस्टिन।
1.अनुसंधानविधि(ResearchMethodinHindi)
प्रतिपादन:-प्रोफेसरएडवर्डआर्मस्ट्रांग
Huresticmethodशब्दकीउत्पत्तिग्रीकभाषाकेHurescieशब्दसेहुईहै।जिसकाशाब्दिक अर्थहैमैं
खोजताहूंअर्थात Ifindmeइसविधिकेजन्मदाताएचडीआर्मस्ट्रांगहै।
आर्मस्ट्रांगप्रयोगशालाकेविशिष्टप्रशिक्षण अनुसंधानआत्मकप्रशिक्षण केमुख्यसंपर्कथे।
इसविधिमेंविद्यार्थीस्वयंअन्वेषकयाखोजकर्ताकेरूपमेंकार्यकरतेहैं।वसमस्याओ ंकासमाधान
करतेहैं।इसविधिद्वाराविद्यार्थीमेंवैज्ञानिक वगणितीयदृष्टिकोण काविकासहोताहै।
हर्बर्टस्पेंसरनेइसविधिकेलिएलिखाहैकिबालकोंकोकमसेकमबतायाजाएतथाजितनाअधिक
संभवहोउनकोखोजनेकेलिएप्रोत्साहितकियाजाए।

अनुसंधानविधिकीपरिभाषाएं(DefinitionsofResearchMethod)
अनुसंधानशिक्षणविधिकीपरिभाषाअलग-अलगवैज्ञानिकों नेअलग-अलगपरिभाषाएंदीहैजोनिम्न
है:-
प्रोफेसरआर्मस्ट्रांगकेअनुसार
यहशिक्षक कीवहविधिहैजिसकेद्वाराबालककियाविद्यार्थीकोएकअच्छेअनुसंधानकर्ता केरूपमें
देखाजासकताहै।
Vektaveवेकेअनुसार
अनुसंधानविधिकार्यविधिमैंप्रशिक्षणप्रदानकरतीहै।इसमेंज्ञानकोदूसरेस्थानपररखाजाताहै।
इसप्रकारइसविधिकामुख्यउद्देश्यएकअनुसंधानकरतायाफौजीबननाहै।इसमेंतथ्योंसिद्धांतों
आदिकीशिक्षाकीअपेक्षाज्ञानकीप्राप्तिकिसप्रकारकीजासकतीहैइसप्रबलदियाजाताहै।
उदाहरणकेलिएएकनगरकीजनसंख्या 50000हैयदिजनसंख्या कीवृद्धि4%वार्षिकहोतो2वर्ष
बादउसेनगरकीजनसंख्याज्ञातकरो?
Ans.शिक्षकद्वारापूछेगएप्रश्नविद्यार्थीद्वारासंभावित उत्तर
Teacher
दिएगएप्रश्नमेंहमेंक्याज्ञातकरनाहै।
Student
2वर्षबड़नगरकीजनसंख्या
Teacher
इसकोहमकिसप्रकारज्ञातकरसकतेहैं
Student
पहले1वर्षकीजनसंख्याज्ञातकरेंगे।
Teacher
प्रतिवर्षजनसंख्या मेंकितनीवर्दीहोरहीहै?
स्टूडेंट
4%कीवृद्धिवार्षिक
Teacher
इसप्रकारप्रथमप्रथमवर्षकेअंतमेंजनसंख्याकितनीहोगी?
Student
50000×4/100=2000
Teacher
इसप्रकारप्रथमवर्षकेअंतमेंजनसंख्याकितनीहोगी
Student
50000+2000=52000

Teacher
द्वितीयवर्षकेलिएजनसंख्याकिसप्रकारनिकाली जाएगी?
स्टूडेंट
द्वितीयवर्षकीजनसंख्या का4%
52000×4/100=2080
Teacher
यहवृद्धिकैसेज्ञातकरेंगे
द्वितीयवर्षकीजनसंख्या का4%
52000×4/100=2080
Teacher
इसप्रकार2वर्षपश्चातनगरकीजनसंख्याकितनीहोगी?
Student
इसप्रकारविद्यार्थीस्पष्टकरेंगेकी2वर्षबादनगरकीजनसंख्या 2080होगी।
इसप्रकारदीगईदीगईसमस्याओ ंकाहालअनुसंधानविधिसेकरसकतेहैंइसीप्रकारअन्य
समस्याओ ंकाहल्बीकरसकतेहैं।इसविधिसेकमआनेवालीपुस्तकभीअनुसंधानढंगसेलिखीहोनी
चाहिएजिससेकार्यकरतेसमयविद्यार्थियोंकोसुगमतारहे।
अनुसंधानविधिकेगुण(Meritsofresearchmethod)
●यहएकमैंमनोवैज्ञानिकविधिहैइसविधिद्वाराविद्यार्थियोंमेंआत्मविश्वास आत्मनिर्भ रता
एवंमनोवैज्ञानिकदृष्टिकोण काविकासहोताहै।
●इसविधिमेंविद्यार्थियोंकोगृहकार्यदेनेकीआवश्यकता नहींहोतीहैक्योंकिविद्यार्थीस्वयं
कार्यकरकेसमस्याओ ंकाहालकरताहै।
●क्रियाशीलताकेसिद्धांतपरआधारित है।इसविधिमेंविद्यार्थीसक्रिय होकरशिक्षकद्वारादी
गईसूचनाओंएवंज्ञानग्रहणकरतेहैं।
●इसविधिमेंविद्यार्थीक्रियाशीलरहताहै।
●उच्चस्तरीय अनुसंधानमेंसहायकहै।
●इसविधिमेंविद्यार्थीतथ्योंएवंसिद्धांतों कोतर्ककेबादहीस्वीकारकरतेहैं।
●यहआदतउनकोउच्चस्तरीय अनुसंधानमेंउपयोगीतथासहायकसिद्ध होतीहै।
अनुसंधानविधिकेदोष
1.प्रारंभिकस्तरकेविद्यार्थियोंद्वारानएज्ञानकीखोजकरनासंभवनहींहैइसलिए यहविधि
छोटीकक्षाओंकेलिएउपयुक्तनहींहै।
2.एकविशेषकक्षमेंसभीविद्यार्थीसामानक्षमतातथासमाजयोग्यताकेनहींहोतेहैं।अतःइस
विधिकाप्रयोगवर्तमानपरिस्थितियों मेंसंभवनहींहै।

3.यहअधिक खर्चीलीविधिहैगणित केसंपूर्णपाठ्यक्रम कोइसकेद्वारानहींपढ़ायाजासकता।
4.
5.इसविधिद्वाराअध्यापनकरनेकेलिएकक्षामेंविद्यार्थियोंकीसंख्याकमहोनीचाहिए।
6.
7.इसविधिकेलिएसमस्याओ ंकानिर्धारण करनाकठिन कार्यहैइसकेलिएप्राप्तप्रशिक्षण तथा
कौशलकीआवश्यकता होतीहै।
8.विधिपरआधारित पाठ्यपुस्तककाअभावहै।
समस्यासमाधानविधि(problemsolvingmethod)
समस्या समाधानविधिकेअंतर्गतव्यक्तिसमस्या केसमाधानकेलिएनियोजित तरीकेसेसमस्या पर
निष्कर्षप्राप्तकरनेकेउद्देश्यसेप्रहारकरताहै।समस्या समाधानतथाप्रयोजनविधिमेंपर्याप्त
समानताहै।दोनोंमेंअंतरकेवलइतनाहैकीसमस्या समाधानमेंमानसिकचिंतनएवंमानसिक
निष्कर्षपरबोलदियाजाताहैजबकिप्रयोजनविधिमेंकेवलप्रायोगिक कार्यकोमहत्वदियाजाताहै।
समस्या समाधानमेंशिक्षक केअंतर्गतशैक्षणिक केदृष्टिसेउपयोगीसमस्याओ ंकाहीचुनावकिया
जाताहैतथाविद्यार्थियोंतथाशिक्षकमिलकरवैज्ञानिक तरीकेसेसमस्या कासमाधानकरनेमेंप्रयास
करतेहैं।
समस्यासमाधानविधिकाउद्देश्य
समस्या समाधानविधिद्वाराशिक्षक करनेकायहउद्देश्यहोताहैकिविद्यार्थियोंमेंसमस्या
समाधानकीयोग्यताकाविकासहोजिससेसभीभावीजीवनमेंविद्यार्थियोंकोआनेवालीसमस्याओ ं
सेविद्यार्थीभयभीतहोकरपलायननकरें।समस्याओ ंकावैज्ञानिक तरीकेसेसमाधाननेनिकाले
अपितुसमस्याओ ंकानियोजित तरीकेसेतथावैज्ञानिकविधिसेसमाधानढूंढे।यहविधिइस
मनोवैज्ञानिक मान्यतापरआधारित हैकिप्रत्येकव्यक्तिमेंसमस्याओ ंकेअपनेतरीकेसेसमाधानकी
योग्यतातर्कदेनेकीयोग्यताहोतीहै।आवश्यकता इसबातकीहैकिव्यक्तिमेंसमस्या कावैज्ञानिक
दृष्टिकोण सेहालखोजनेकीक्षमताकाविकासकियाजाए।
समस्यासमाधानविधिकीविशेषता
अतःसमस्या समाधानविधिकीमुख्यविशेषतामानसिकक्रियाएंएवंचिंतनहै।
समस्यासमाधानविधिकीपरिभाषा
समस्या समाधानविधिकीपरिभाषाविभिन्न वैज्ञानिकों केअनुसार

गेनेकेअनुसार
घटनाओंकाएकऐसासमूहहैजिसमेंमानवकिसीविशिष्ट उद्देश्यकीउपलब्धिकेलिएअधिनियमों
अथवासिद्धांतों काउपयोगकरताहै।
C.VGoodकेअनुसार
समस्या समाधानविधिमेंविद्यार्थीचुनौतीपूर्णस्थितियों केनिर्माणद्वारासीखनेकीओरप्रेरितहोता
हैयहएकऐसीविधिहैजिसमेंलघुकिंतुसंबंधित समस्याओ ंकेसामूहिकसमाधानकेमाध्यम सेएक
बड़ीसंख्याकासमाधानकियाजासकताहै।
जॉनसनकेअनुसार
समस्या समाधानविधिमस्तिष्क कोप्रशिक्षित करनेकीसर्वोत्तमविधिहैजिसकेद्वारामस्तिष्क के
समक्षवास्तविक समस्याए ंउत्पन्न कीजातीहैऔरउसकासमाधाननिकालनेकेलिएअवसरतथा
स्वतंत्रताप्रदानकीजातीहै।
स्किनर केअनुसार
समस्या समाधानविधिएकऐसीरूपरेखाहैजिसमेंसंरचनात्मकचिंतनतथातर्कहोतेहैं।
गेट्सकेअनुसार
समस्या समाधानविधिशिक्षक काएकरूपहैजिसमेंउचितस्तरकीखोजकीजातीहै।
समस्यासमाधानविधिकेसोपानयापदयास्टेप्स:-
समस्या समाधानविधिमें6या7सोपानयाचरणयापदहोतेहैं।
कुछशिक्षाविद समस्या समाधानविधिके6पदमानतेहैंजोनिम्नप्रकारहै
1.समस्या काचयन।
2.समस्या काप्रस्तुतीकरण।
3.उपकल्पनाओ ंयापरिकल्पनाओ ंकानिर्माण यासंभावित याअनुमानित उत्तर।
4.पर्दत्तसंग्रह।
5.प्रदतविश्लेषण।
6.निष्कर्ष।
समस्याकाचयन
समस्या काचयनकरतेसमयअध्यापककोइसबातकाविशेषध्यानरखनाचाहिए कीसमस्या ऐसीहो
जिसकाकीसमाधानकरनेकीआवश्यकताशिक्षार्थीमहसूसकरसकेंसमस्या काचयनशिक्षक तथा
शिक्षार्थीदोनोंकोमिलकरकरनाचाहिए।

यहांजहांतकहोसकेशिक्षार्थियोंद्वारासुनाईगईविभिन्न समस्याओ ंमेंसेहीकिसीसमस्या को
शिक्षक कोलेनाचाहिए समस्या केनिर्धारण मेंयहभीध्यानरखनाचाहिए कीसमस्या अधिकव्यापक
नाहो।
2.समस्याकाप्रस्तुतीकरण
समस्या काचयनकरनेकेपश्चातशिक्षक कोसमस्या कापूराविश्लेषणविद्यार्थियोंकेसम्मुखकरना
होताहै।यहविश्लेषणविचारविमर्शद्वाराभीहोसकताहैतथाइसपदमेंशिक्षणशिक्षार्थियोंको
बताताहैकीसमस्या केसमाधानमेंपढ़तीक्याहोगीप्रदत्तसंकलनकहांसेऔरकैसेकियाजाएगाइस
पदकेठीकप्रकारसेपूर्णहोनेकेपश्चातविद्यार्थियोंकोसमस्या कीपूरीजानकारी होजातीहैसमस्या
समाधानकेतरीकोंकीजानकारी होजातीहै।
3.उपकल्पनाओंकायापरिकल्पनाओंकानिर्माण:-
समस्या केचयनकेउपरांतसमस्या कीपरिकल्पनाओ ंकानिर्माणकियाजाताहैकीसमस्या केक्या
संभावित कारणहोसकतेहैंउनकी सूचीबनाईजातीहैउपकल्पनाए ंयापरिकल्पनाए ंइसप्रकारकी
बनाईजानीचाहिएजिसकापरीक्षणकियाजासके।
4.प्रदतसंग्रह
परिकल्पनाओ ंकेनिर्माण केउपरांतनिर्धारित परिकल्पनाओ ंकापरीक्षण करनेहेतुपदार्थकासंकलन
करतेहैं।पर्दत्तसंकलनमेंशिक्षक कोचाहिएकिवहविद्यार्थियोंकोदिशानिर्देशितकरेंकिप्रदत्त
संकलनकहांसेऔरकैसेकियाजाएशिक्षकद्वाराबताएगएसंदर्भोंसेविद्यार्थीआवश्यक पदार्थका
संकलनकरतेहैं।
5.प्रदत्तविश्लेषण
समस्या समाधानविधिकेइसपदमेंतृतीयसोपानपरनिर्मितउपकल्पनाओ ंकापरीक्षणकियाजाताहै
पड़करमेंकिएगएआंकड़ोंकाविभिन्न सांख्यिकी वीडियोसेविश्लेषणकियाजाताहैतथापद्धतों के
विश्लेषणकेद्वाराउनकाअर्थनिकालाजाताहैपद्धतों मेंछिपेसंबंधोंकोज्ञातकियाजाताहै।
6.निष्कर्ष
पंडितविश्लेषणकेउपरांतअंतिमनिष्कर्षप्राप्तकिएजातेहैंजोपरिकल्पनाए ंप्राप्तविश्लेषणमेंसही
पाईगईउनकेआधारपरहीसमस्या समाधानकेनिष्कर्षदिएजातेहैं।यदिआवश्यक होतोइन
निष्कर्षकोनवीनपरिस्थितियों मेंलागूकरउनकी सत्यताकीजांचकीजासकतीहै।

कुछवैज्ञानिककेशिक्षाविधिसमस्यासमाधानविधिके7प्रकारमानतेहैंजोनिम्न
प्रकारहै
1.समस्या काचयन।
2.समस्या सेसंबंधित तथ्योंकासंकलन।
3.समस्या कामहत्वस्पष्टकरना।
4.विद्यार्थियोंद्वारासमस्या केहलकेप्रभाव।
5.तथ्योंकीजांचएवंसंभावित हलकोखोजना।
6.समाजीकरणएवंनिष्कर्षयासामान्यकारण।
7.निष्कर्षकामूल्यांकनएवंरिकॉर्डरखना।
समस्यासमाधानविधिकेगुनियालाभ
वैज्ञानिकदृष्टिकोण काविकास
यहविधिविद्यार्थियोंमेंवैज्ञानिकदृष्टिकोण काविकासकरतीहैविद्यार्थीकेवलपरपुस्तककेज्ञान
काहीउपयोगनहींकरतेहैंअपितुव्यवहारिकज्ञानकाउपयोगकरतेहैं।
अनुशासनसेकार्यकरनेकीआदतविकसितकरना:-
इसविधिसेविद्यार्थियोंमेंस्वयंअध्ययन करनेकीआदतविकसित होतीहैयहआदतभविष्य मेंउच्च
अध्ययन करनेऔरविश्वकागहनज्ञानप्राप्तकरनेमेंउपयोगीहोतीहैअनुशासनपूर्णकार्यकरनेकी
आदतविकसित करताहै।यहआदतविद्यार्थीकोस्वयंअनुशासनकेलिएप्रेरितकरतीहै।
स्वाध्यायकीआदतविकसितकरना
इसविधिमेंविद्यार्थीमैंस्वयंअध्ययन करनेकीआदतविकसित होतीहैयहआदतभविष्य मेंउच्च
अध्ययन करनेऔरविषयकागहनज्ञानप्राप्तकरनेमेंउपयोगीहोतीहै।
प्राप्तज्ञानस्थाईहोताहै
इसविधिद्वाराप्राप्तज्ञानस्थाईहोताहैक्योंकिप्रत्येकविद्यार्थीसमस्या केप्रारंभसेअंततककेसभी
शोपनोमेंस्वयंकार्यकरतेहुएगुजरताहैअतःउन्हेंआनेवालीकठिनाइयों औरप्रक्रियाओ ंकीगहन
जानकारी होजातीहै।
जीवनकीसमस्याओंकासामनाकरनेमेंउपयोगी

विद्यार्थियोंकोइसविधिकेद्वाराअध्ययन करनेसेजीवनकीसमस्याओ ंकासमाधानकरनेऔर
उनकासामनाकरनेकाकौशलविकसित होताहै।
अच्छेगुनाकाविकासहोताहै
समस्या समाधानविधिसेविद्यार्थियोंमेंसामाजिकता सहनशीलताउत्तरदायित्व कीभावनाव्यापकता
दूरदर्शिताआदिगुनाकाविकासहोताहै।
समस्यासमाधानविधिकेदोषयासीमा
1.इसविधिद्वारापाठ्यक्रम केचयनित अंशुकाहीअध्ययन अध्यापनकियाजासकताहै।
2.इसविधिद्वाराअध्यापनमेंअध्यापककेसामनेसबसेबड़ीसमस्या संदर्भसाहित्य केउपलब्ध
होनेकीहोतीहै।
3.इसविधिमेंशिक्षक कोस्वयंसामग्री तैयारकरनीहोतीहैजोकेवलअनुभवीअध्यापकहीतैयार
करसकतेहैं।
4.समस्या समाधानविधिसेशिक्षण मेंसमयअधिक लगताहै।
5.इसविधिकाउपयोगकेवलउच्चकक्षाओंमेंहीकियाजासकताहै।
6.समस्या समाधानविधिकेलिएसमस्या सीमाकाचुनावस्वयंमेंएकसमस्या है।
प्रोजेक्टयाप्रयोजनविधि
प्रोजेक्टविधिदर्शनकेप्रयोजनवादपरआधारित है।
इसविधिकेप्रतिपादनकेW.H.किलपैट्रिकहैं।इसविधिकामुख्यआधारहैकीविद्यार्थीकोईभीकार्य
परस्परसहयोगकेसाथकरनाचाहतेहैंअतःइसविधिकेतीनप्रमुखआधारहैं:-
पहलासहयोगसहयोगकरना
दूसराक्रियाशीलरहना
औरतीसरापरस्परसंबंधबनाएरखना।
प्रयोजनविधिकीपरिभाषा
स्टीवेंसनकेअनुसार
प्रोजेक्टएकसमस्या मूलककार्यहैजोअपनीस्वाभाविक परिस्थितियों केअंतर्गतपूर्णताकोप्राप्त
करताहै।

बैलर्डकेअनुसार
प्रोजेक्टवास्तविक जीवनकाएकछोटासाभागहैजिसेविद्यालय मेंलायागयाहै।
प्रोजेक्टविधिकीउपरोक्त परिभाषाओंकेआधारपरस्पष्टहैकिपरियोजनाएकसमस्या मूल्यकेकार्य
हैऔरइससमस्या कासमाधानढूंढनेकेलिएव्यक्तिस्वयंयोजनाबनातेहैं।तथास्वाभाविक
परिस्थितियों केअंतर्गतकार्यसंपादितकियाजाताहै।प्रोजेक्टकेअंतर्गतसमस्या कोव्यवहारिक तथा
वास्तविकरूपप्रदानकियाजाताहै।
प्रयोजनविधिकेमनोवैज्ञानिकआधार
प्रोजेक्टविधिनिम्न मनोवैज्ञानिकसिद्धांतों परआधारित है।
तत्परताकानियम:-इसनियमकेअनुसारविद्यार्थीइसकार्यकोकरनेकेलिएतत्पररहताहैजिसमें
उनकीरुचिहोतीहै।
अभ्यासकानियम:-इसनियमकेअनुसारविद्यार्थीअभ्यासकेमाध्यम सेअच्छी तरहसीखतेहैं।
प्रभावकानियम:-अधिगम कास्थाईहोनाउनकी सफलतायाअसफलतापरनिर्भरकरताहैइसविधि
मेंविद्यार्थीकोस्वयंअपनीसफलतायासफलताकेबारेमेंज्ञानरहताहै।
प्रोजेक्टविधिकेसिद्धांत
प्रोजेक्टविधिके6सिद्धांतहोतेहैं।
1.अनुभवकासिद्धांत।
2.उद्देश्यपूर्णतकासिद्धांत।
3.स्वतंत्रताकासिद्धांत।
4.वास्तविकताकासिद्धांत।
5.उपयोगिताकासिद्धांत।
6.क्रियाशीलताकासिद्धांत।
अनुभवकासिद्धांत:-

इसविधिमेंविद्यार्थीजोकुछभीसीखनाहैअनुभवसेसीखतेहैंअनुभवसहयोगएवंसामाजिकता की
भावनाविद्यार्थियोंमेंविकसित होतेहैं।स्पष्टहैकिप्रोजेक्टविधिअनुभवद्वारासीखनेऔरकार्य
करनेपरआधारित है।
उद्देश्यपूर्णतकासिद्धांत:-
इसविधिमेंविद्यार्थियोंकेसमक्षअपनीक्रियोकीदिशादेनेकेलिएस्पष्टलक्ष्यहोतेहैंइसकारणवह
दिशाभ्रमित नहींहोतेहैंएवंउनकी शक्तिकाइधर-उधरअपव्यय नहींहोता।
स्वतंत्रताकासिद्धांत:-
प्रोजेक्टएकस्वयंकार्यकरनेकाकार्यहैइसमेंविद्यार्थीस्वयंयादो-तीनकेसमूहमेंकार्यविभाजनकर
अपने-अपनेकार्यकोबांटलेतेहैंइसविधिमेंविद्यार्थियोंकोक्रियोकेचयनकरनेकीस्वतंत्रता होतीहै।
इसकारणवहरुचिएवंउत्साहसेकार्यकरतेहैं।
वास्तविकताकासिद्धांत:-
इसविधिमेंविद्यार्थियोंद्वाराकियागयाकार्यवास्तविक होताहैपूर्णवास्तविकता केकारण
विद्यार्थियोंऔरउनकेक्रियाकलापों मेंघनिष्ठ संबंधस्थापित होजातेहैं।
उपयोगिताकासिद्धांत:-
यहसर्वमान्यतथ्यहैकिवहीकार्यविद्यार्थीअधिकरुचिसेकरतेहैंजोउपयोगीहोप्रोजेक्टविधिमें
चुनेगएकार्यविद्यार्थियोंकेतात्कालिक एवंभाभीजीवनसेजुड़ेहोतेहैं।
क्रियाशीलताकासिद्धांत:-
प्रोजेक्टविधिमेंविद्यार्थीअपने-अपनेकार्योंकोस्वयंअपनीगतिसेपूर्णकरतेहैंइसविधिमें
सैद्धांतिकज्ञानकीअपेक्षाक्रियाशीलताप्रबलदियाजाताहै।
प्रोजेक्टविधिकेचरणयासोपान
प्रोजेक्टविधिकेपांचसोपानयाचरणहोतेहैं:-
1.प्रोजेक्टकीस्थितिउत्पन्न करना।
2.प्रोजेक्टकेउद्देश्यनिर्धारित करना।

3.प्रोजेक्टकोपूर्णकरनायानिष्पादित करना।
4.प्रोजेक्टकामूल्यांकनकरना।
5.प्रोजेक्टयापरियोजनाकीरिकॉर्डिंगकरना।
यहभीजाने-
प्रोजेक्टएकस्वयंकार्यकरनेकाकार्यहैइसमेंविद्यार्थीस्वयंयादो-तीनकेसमूहमेंकार्यविभाजनकर
अपने-अपनेकार्यकोबांटलेतेहैंइसविधिमेंविद्यार्थियोंकोक्रियोकेचयनकरनेकीस्वतंत्रता होतीहै।
इसकारणवहरुचिएवंउत्साहसेकार्यकरतेहैं।
वास्तविकताकासिद्धांत:-
इसविधिमेंविद्यार्थियोंद्वाराकियागयाकार्यवास्तविक होताहैपूर्णवास्तविकता केकारण
विद्यार्थियोंऔरउनकेक्रियाकलापों मेंघनिष्ठ संबंधस्थापित होजातेहैं।
उपयोगिताकासिद्धांत:-
यहसर्वमान्यतथ्यहैकिवहीकार्यविद्यार्थीअधिकरुचिसेकरतेहैंजोउपयोगीहोप्रोजेक्टविधिमें
चुनेगएकार्यविद्यार्थियोंकेतात्कालिक एवंभाभीजीवनसेजुड़ेहोतेहैं।
क्रियाशीलताकासिद्धांत:-
प्रोजेक्टविधिमेंविद्यार्थीअपने-अपनेकार्योंकोस्वयंअपनीगतिसेपूर्णकरतेहैंइसविधिमें
सैद्धांतिकज्ञानकीअपेक्षाक्रियाशीलताप्रबलदियाजाताहै।
प्रोजेक्टविधिकेचरणयासोपान
प्रोजेक्टविधिकेपांचसोपानयाचरणहोतेहैं:-
1.प्रोजेक्टकीस्थितिउत्पन्न करना।
2.प्रोजेक्टकेउद्देश्यनिर्धारित करना।
3.प्रोजेक्टकोपूर्णकरनायानिष्पादित करना।
4.प्रोजेक्टकामूल्यांकनकरना।
5.प्रोजेक्टयापरियोजनाकीरिकॉर्डिंगकरना।
writtenby:-bgsharmamaths.blogspot.com